रतन टाटा अस्पताल में भर्ती, अपनी तबियत पर खुद दिया जवाब, इंस्टा पर किया पोस्ट, चिंता की कोई बात नहीं
रतन टाटा ने सोमवार को अपनी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर फैली चिंताओं को दूर किया। आज सुबह उन्हें रक्तचाप में अचानक गिरावट के कारण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया था। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए कहा, "चिंता की कोई बात नहीं है।" रतन टाटा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि वह अपने स्वास्थ्य से जुड़ी अफवाहों से वाकिफ हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ये सभी दावे पूरी तरह से गलत हैं। उन्होंने कहा, "मैं सिर्फ अपनी उम्र और उससे संबंधित चिकित्सा जांच करवा रहा हूं। मैं अच्छे मूड में हूं।" उन्होंने जनता और मीडिया से गलत जानकारी फैलाने से बचने की अपील भी की। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, "मेरे बारे में सोचने के लिए धन्यवाद।" 86 वर्षीय रतन टाटा, जो एक उद्योगपति, मानवतावादी और परोपकारी व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं, जमशेदजी टाटा के परपोते हैं। जमशेदजी ने एक छोटे से व्यवसाय की शुरुआत की थी, जो अब विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। टाटा समूह की कंपनियों का कारोबार ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, रक्षा, आईटी, स्टील, रियल एस्टेट, वित्तीय सेवाओं, विमानन, ई-कॉमर्स और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ है। रतन टाटा 1991 से 2012 तक और फिर 2016 से 2017 तक टाटा समूह के अध्यक्ष रहे। हालांकि वे अब कंपनी के दैनिक कामकाज से दूर हैं, फिर भी वे टाटा ट्रस्टों के प्रमुख बने हुए हैं। उन्हें 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण जैसे बड़े नागरिक सम्मान मिले हैं। सेवानिवृत्ति के बाद रतन टाटा सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हो गए हैं। खासतौर पर पशु अधिकारों और कुत्तों के प्रति उनकी संवेदनशीलता के चलते उनकी पोस्ट्स लोगों का ध्यान आकर्षित करती हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है, जिससे वे भारत के सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले उद्यमी बन गए हैं।
Oct 07 2024, 16:21