न्यायमूर्ति अजय भनोट ने नवनिर्मित रूफटाप का फीता काटकर एवं शिलापट्टिका का किया अनावरण
विश्वनाथ प्रताप सिंह
खुल्दाबाद, प्रयागराज। न्यायमूर्ति अजय भनोट, अध्यक्ष किशोर न्याय समिति उच्च न्यायालय इलाहाबाद के द्वारा बुधवार को खुल्दाबाद स्थित राजकीय बाल गृह के भवन की छत पर महिला कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा वात्सल्य योजना के अन्तर्गत बनाये गये नवनिर्मित रूफ टाप का फीता काटकर एवं सिलापट्टी का का अनावरण कर लोकार्पण किया गया। महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के शुभ अवसर पर न्यायमूर्ति के द्वारा दोनो महानविभूतियों के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया गया।
इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश संतोष राय, जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, अपर जिला जज प्रथम डॉ0 लक्ष्मीकांत राठौर, ज्वाइंट रजिस्ट्रार दिवाकर द्विवेदी, बजट रजिस्ट्रार पंकज जायसवाल, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दिनेश कुमार गौतम, रेलवे मजिस्टेज्ट अमित कुमार, प्रधान मजिस्टेज्ट जेजेबी प्रियम्बदा, जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह सहित अन्य न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम स्थल पर माननीय न्यायमूर्ति ने राजकीय बाल गृह के बच्चों के साथ पौधरोपण किया। न्यायमूर्ति ा ने बन रहे पुस्तकालय का अवलोकन करते हुए वहां पर बच्चों के लिए प्रेरणादायी एवं बच्चों के रचनात्मकता को बढ़ाने वाली पुस्तकों का संकलन कराये जाने के लिए भी कहा। कार्यक्रम में राजकीय बाल संरक्षण गृह के बच्चों के द्वारा गीत एवं नृत्य के माध्यम से अपने कौशल का प्रदर्शन करके उपस्थित लोगो का मनमोह लिया गया। इस अवसर पर संस्था के बालक/बालिकाओं द्वारा लगायी गयी हस्त निर्मित कलाकृतियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया गया।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति अजय भनोट जी ने महात्मा गांधी जी की जयंती पर लोगो को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महात्मा गांधी जी के सत्य, मानवता के लिए पूर्ण समर्पण एवं उनके अहिंसा व प्रेम पर आधारित मूल्यों से हमें शिक्षा व प्रेरणा लेनी चाहिए, जिसके आधार पर उन्होंने उस समय की भौतिक रूप से सबसे बड़ी ताकत को हिलाकर रख दिया। इन्हीं मूल्यों के कारण हमारा भारत आज अग्रणी राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। यदि हम यहाँ किसी बच्चे के चेहरे पर मुस्कान व उनके जीवन में परिवर्तन ला सकते है, तो यही राष्ट्र निर्माण है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के कर्मयोग का जिक्र करते हुए उपस्थित न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों से आग्रह किया कि आप सभी लोग अपने कार्य के साथ-साथ कुछ समय निकाले और इन बच्चों के साथ समय व्यतीत करें और इन्हें कुछ अच्छा सिखाने का प्रयास करें।
न्यायमूर्ति ने बाल गृह में प्रेरणात्मक कथायें, कहानियों की किताबें एवं बच्चों में नैतिक मूल्यों को विकसित करने वाली किताबे रखे जाने के लिए कहा है। न्यायमूर्ति ने कहा कि आज आप सभी हरदिल अजीज बच्चों को देखकर मुझे अपना बचपन याद आ रहा है। उन्होंने कार्यक्रम में बच्चो को- दे दी हमें आजादी बिना खडक बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल व अन्य प्रेरणादायक गीतों को कार्यक्रम में सुनाये जाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि रूफ टाप के बन जाने से बच्चों को खुला वातावरण, स्वच्छ हवा और उनको खेलने के लिए अच्छा परिवेश प्राप्त होगा। म्न्यायमूर्ति ने बच्चों को मिठाई भी वितरित किए।
इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश संतोष राय ने कहा कि महात्मा गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के शुभ अवसर पर मैं आप सभी को शुभकामनाएं एवं बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य एवं समाज की कमी है कि बहुत से बच्चे, नवजात शिशु तक लावारिस छोड़ दिए जाते है, इनमें बहुत ही प्रतिभा व ऊर्जा है, जिसे हमने मंच पर उनकी प्रस्तुती में देखा है। एक अच्छा अवसर उपलब्ध न होने के कारण उनका विकास जिस प्रकार से होना चाहिए, उस प्रकार से नहीं हो पा रहा था, परंतु जब से म् न्यायमूर्ति ने समिति का कार्यभार संभाला है, तब से बच्चों के शैक्षणिक व क्रियाकलापों में बहुत ज्यादा परिवर्तन आया है। इनका हमेशा बंद कमरों में रहना इनके विकास के लिए प्रतिकूल था, जो कि इस ओपेन एरिया के बनने से यह कमी दूर हो जायेगी तथा बच्चों के खेलने-कूदने व अन्य गतिविधियों के लिए खुला स्थान प्राप्त हुआ है। इसके लिए मैं बालगृह के सभी अकारियों को धन्यवाद देता हूं।
Oct 03 2024, 17:59