/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1729398193406927.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1729398193406927.png StreetBuzz गांधी और शास्त्री के योगदानों को कभी भूल नहीं सकते देशवासी PK
गांधी और शास्त्री के योगदानों को कभी भूल नहीं सकते देशवासी
         हाजीपुर दिग्धी स्थित जिला जदयू के प्रधान कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा और लाल बहादुर शास्त्री  की जयंती मनायी गयी. दोनों महापुरुषों के चित्र पर पुष्पांजलि कर उन्हें श्रद्धा से याद किया गया. जिलाध्यक्ष सुभाष चंद्र सिंह ने महात्मा गांधी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 2 अक्टूबर को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है. यह दिन भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के नायक महात्मा गांधी की जयंती का प्रतीक है. उनके अहिंसक प्रतिरोध ने भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने में मदद की और दुनिया भर में आधुनिक सविनय अवज्ञा आंदोलनों को प्रभावित किया.      सविनय अवज्ञा आंदोलन को नमक सत्याग्रह के नाम से भी जाना जाता हैं। सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत 12 मार्च, 1930 को दांडी मार्च के साथ हुई। यह आंदोलन अहिंसक था। उस समय नमक पर ब्रिटिश सरकार एकाधिकार था, जिसे गांधी जी ने नमक बनाकर तोड़ा था। इस आंदोलन में विरोध प्रदर्शन, हड़ताल और ब्रिटिश वस्तुओं का बहिष्कार था। तुरंत ही यह आंदोलन राष्ट्रीय आंदोलन में बदल गया।              वहीं लाल बहादुर शास्त्री को याद करते हुए कहा गया कि शास्त्रीजी बहुत कम साधनों में अपना जीवन व्यतीत करते थे. वे अपनी पत्नी को फटे हुए कुर्ते दे दिया करते थे. उन्हीं पुराने कुर्तों से रुमाल बनाकर उनकी पत्नी उन्हें प्रयोग के लिए देती थीं. अकाल के  दिनों में जब देश में भुखमरी की विपत्ति आई तो शास्त्रीजी ने कहा कि देश का हर नागरिक एक दिन का व्रत करे, तो भुखमरी खत्म हो जाएगी. उन्होंने केंद्रीय योजना के साथ नेहरू की समाजवादी आर्थिक नीतियों को जारी रखा. उन्होंने गुजरात के आणंद की अमूल दुग्ध सहकारी समिति का समर्थन करके और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड बनाकर दूध के उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय अभियान श्वेत क्रांति को बढ़ावा दिया।कार्यक्रम में मुख्यं रूप से प्रदेश महासचिव रोबिन कुमार सिन्हा, डॉ आसमा परवीन, महेंद्र राम, मिडिया प्रभारी नीरज कुमार, प्रिंस शर्मा, अविनाश कुमार लड्डू, त्रिविक्रम प्रसाद, संजय सुमन, मनोज कुमार, राम सिंह, सुनील ठाकुर, अजय भूषण दिवाकर, राहुल सिन्हा, सोनू चौरसिया, दीपक कुमार दीपू, सुजीत श्रीवास्तव, मदन राय, अमरनाथ चौधरी, अजीत कुमार आदि उपस्थित थे,
कवियों ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को खूब गुदगुदाया
हाजीपुर। नगर परिषद कार्यालय परिसर स्थित सामुदायिक भवन सभागार में कवि सम्मेलन सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. कल 2 oct को स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के समापन के बाद सामुदायिक भवन में लोगों को जागरूक करने के लिए कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।     
     नगर परिषद द्वारा आयोजित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के समापन समारोह पर कवि  सम्मेलन में आए कलाकारों को सम्मानित किया गया। कवि सम्मेलन में नामचीन कवियों ने अपनी कविता से लोगों को खूब गुदगुदाया। इस दौरान लोगों ने जमकर तालियां बजायी।और कविता के माध्यम से स्वच्छता, साफ- सफाई के लिए लोगों को जागरूक भी किया गया। विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।   कार्यक्रम में उपस्थित सभापति संगीता कुमारी, भाजपा विधायक अवधेश सिंह कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा प्रतियोगिता में शामिल बच्चों को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।    
     इस दौरान पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार रिंकी कुमारी को दिया गया।  निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार सुहानी प्रिया। क्विज प्रतियोगिता में प्रतिभा कुमारी तथा प्रेमजीत कुमार को दिया गया। इसके साथ ही अमिषा कुमारी, डॉली कुमारी, खुशी आफरीन , ऋषभ राज, केशव कुमार, आयुष राज, आदित्य राज, राज नारायण महतो एवं रवि गुप्ता को भी पुरस्कृत किया गया।    प्रधानमंत्री अमृत योजना के तहत शहर के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए हाजीपुर जलापूर्ति योजना फेज- दो का उद्‌घाटन किया गया।
कवि सम्मेलन में वर्ष रानी, कुंदन सिंह क्रांति, रश्मि गुप्ता, अमृतेश मिश्रा, धर्मराज ठाकूर आदि ने अपनी कविता से लोगों का खूब मनोरंजन किया । कार्यक्रम के अंत में एक सामूहिक भोज का आयोजन किया गया था । कार्यक्रम के बाद नगर परिषद प्रशासन की ओर से सभी सफाई कर्मियों को भी सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में नगर प्रबंधक अभय कुमार निराला, स्वचाला पदाधिकारी माहित अभिषेक, टाउन प्लानर निशा भारती, सहायक अभियंत कृष्ण चंद्र, विनीत वर्धन समेत कार्यालया के सभी कर्मी व अन्य लोग मौजूद थे.
दुर्गा पूजा में पांच सौ प्वाइंट पर तैनात रहेंगे मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारी
     
      दुर्गा पूजा और विजयादशमी में विधि व्यवस्था को    लेकर डीएम यशपाल मीणा  और एसपी हर किशोर राय ने मंगलवार को समाहरणालय सभा कक्ष में संयुक्त स रूप से सभी अधिकारियों और पुलिस की पदाधिकारियों की जॉइंट ब्रीफिंग की।  जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक भी हुई । इसमें जिला के सभी अंचलों से के पूजा पंडाल के अध्यक्ष, सचिव एवं पूजा समिति के प्रतिनिधि शामिल हुए।

       ज्वाइंट ब्रीफिंग में डीएम ने कहा  कि जिला में 500 से ज्यादा प्वाइंट पर पदाधिकारी और फोर्स को तैनात किया पर जा रहा है। चप्पे चप्पे पर पुलिस,  सीसीटीवी और ड्रोन की नजर रहेगी। पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि विसर्जन के दौरान पूरी वीडियोग्राफी अवश्य कराएं, डीएम ने कहा कि अनुमंडलवार एसडीओ, बीडीओ, सीओ तथा थानाध्यक्ष के साथ विधि व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है । कितनी जगह पर पंडाल बन रहा है, मूर्ति स्थापित हो रही है और कितने जगह पर विजयादशमी के दिन रावण वध का कार्यक्रम है, इसकी पूरी सूची तैयार की जा रही है ।

     उन्होंने बताया कि वे सीसीए मामले में 6 और 7 अक्टूबर को सुनवाई करेंगे । उन्होंने निर्देश दिया कि पदाधिकारी 107 और 126 के तहत बंध पत्र का प्रस्ताव भेजे । डीएम ने दुर्गा पूजा में ट्रैफिक प्लानिंग करने को कहा । बीडीओ, सीओ तथा थाना प्रभारी कलश स्थापना के दिन से एक साथ अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण करेंगे और स्थानीय लोगों से फीडबैक लेंगे उन्होंने पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे लॉज, होटल आदि पर अभी से नजर रखें और यहां अचानक रेड करें । प्रतिनियुक्त पदाधिकारी के गैर हाजिर पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी ।  प्रतिदिन करें पूजा पंडाल का निरीक्षण बैठक में एसपी ने कहा कि पुलिस पदाधिकारी अभी से प्रतिदिन हरेक पंडाल में नियमित रूप से विजिट करें और 8 से 10 पंडाल पर एक पुलिस पदाधिकारी को डिप्यूट किया जा रहा है। पंडाल के पास भीड़ प्रबंधन की भी व्यवस्था करें। आवश्यकतानुसार निरोधात्मक कार्रवाई भी करें।

       3 अक्टूबर तक सभी पूजा पंडाल को लाइसेंस निर्गत कर देने का निर्देश दिया । उन्होंने कहा कि पुलिस पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि हथियार का प्रदर्शन न हो । इस आशय का लिखित शपथ पत्र आयोजक से लेना है. शराबबंदी को लेकर सख्ती रहनी चाहिए।
प्रत्येक पंचायत में मनरेगा के माध्यम से बनेगा खेल का मैदान
  हाजीपुर मुख्य सचिव के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुए समीक्षा बैठक के बाद डीएम यशपाल मीणा ने विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. साथ ही मिशन मोड में कार्य को संपन्न कराने का निर्देश दिया. जिला पंचायती राज पदाधिकारी को पंचायत सरकार  भवन के लिए भूमि शीघ्र चिन्हित  करने का निर्देश दिया गया. जिले में  जो 44 पंचायत सरकार भवन बनकर तैयार है. यह भी देखे कि उसमें खराब मटेरियल तो नहीं लगा  है. इसकी मॉनीटरिंग करें.

  
     वैशाली जिले में 278 पंचायत सरकार भवन  हैं। जिसमें से 44 पंचायत सरकार भवन पूर्ण हो चुका हैं। 11 पंचायत भवन निर्माणाधीन हैं। इसमें से 79 पंचायत सरकार भवन का निर्माण स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन तथा 85 पंचायत सरकार भवन का निर्माण भवन निर्माण प्रमंडल, वैशाली द्वारा किया जाना हैं । बाकी बचे 59 पंचायत सरकार भवन में 9 के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई हैं।


    सभी आरटीपीएस काउंटर को क्रियाशील करने का निर्देश दिया गया. जिला प्रबंधक, एसएफसी को निर्देश दिया गया कि खाद्यान्न का गुणवत्ता के साथ ससमय वितरण करायें तथा - महीने की 20 तारीख तक इसका वितरण सुनिश्चित करें. जितने भी लाभार्थी हैं उनका ई केवाईसी कर लें.इसका लाभ है कि लाभार्थी देश में कहीं भी हो, किसी भी दुकान से खाद्यान्न प्राप्त कर सकते हैं.


        बताया गया कि वैशाली जिला में 70% लाभार्थियों का ई केवाईसी हो चुका है. जन वितरण प्रणाली दुकानों का डीएम नियमित रूप से निरीक्षण करने, सभी पदाधिकारी को दुकानों की जांच तीन महीने में एक बार जरूर करने को कहा गया. सभी एसडीएम को लगातार कैंप लगाकार राशन कार्ड का वितरण का निर्देश दिया हैं। इसी वर्ष 24192 नया राशन कार्ड बनाया गया हैं।वैशाली जिले में 5 लाख 81 हजार 94 उपभोक्ता हैं। वैशाली में 80.35 प्रतिशत आधार कार्ड का सीडिंग हुआ हैं।

         
      डीएम ने कृषि विभाग की सात निश्चय की योजना हर खेत तक का सिंचाई का पानी के क्रियान्वयन में तेजी लाने का निर्देश दिया. उन्होंने  प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में लंबित ई केवाईसी को तुरंत निष्पादित करने का निर्देश दिया.

 
      मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना में 15 अक्टूबर तक आवेदन देना है. आवेदन केवल उन्हीं जगहों के लिए होंगें जहां रिक्ति हैं । साथ ही जिस कोटि की रिक्ति हैं, उसी कोटि के लिए आवेदन लिया जाएगा।डीटीओ को निर्देश दिया गया कि इसकी प्रगति के बारे में वे प्रतिदिन रिपोर्ट देंगे. उन्होंने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री  आवास योजना ग्रामीण में शत प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित कराएं.  वैशाली जिला को 4004 आवास का लक्ष्य मिला हैं। जिसमें 3718 लाभुकों को आवास की स्वीकृति दी जा चुकी हैं।प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत स्वीकृत आवासों को मिशन 100 डेज के तहत दिसंबर तक पूर्ण करने का निर्देश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और आवास सहायकों को दिया गया.


     प्रत्येक ग्राम पंचायत में मनरेगा के  माध्यम से खेल का मैदान बनना है, राज्य सरकार ने खेल विकास के लिए सभी नगर और ग्राम पंचायतों में खेल क्लब का गठन किया हैं। जिसके अंतर्गत अलग- अलग खेलों की सुविधाएं और अलग- अलग खेलों  के लिए खेल का मैदान बनाया जायगा। इसकी भी मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया गया हैं।
फूड प्रोसेसिंग में संभावनाओं और सिपेट भूमिका पर कॉन्क्लेव में की गयी चर्चा
केंद्रीय पेट्रो रसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट), हाजीपुर में सोमवार को फूड प्रोसेसिंग कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के सह अध्यक्ष विकास और इसमें सिपेट के योगदान पर चर्चा की.

      
     कार्यक्रम की शुरुआत बिहार पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सह अध्यक्ष कुमोद कुमार के स्वागत संबोधन से हुई. उन्होंने फूड प्रोसेसिंग उद्योग की संभावनाओं और सिपेट की भूमिका पर जोर दिया. विशिष्ट अतिथि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के आनंद झा ने फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के मौजूदा परिदृश्य और इसके महत्त्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने इस क्षेत्र में रोजगार, निर्यात और उत्पादकता बढ़ाने की आवश्यकता पर चर्चा की।


         बताया गया कि फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में अपार संभावनाएं हैं। फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री समग्र खाद्य आपूर्ति श्रृंखला का महत्वपूर्ण घटक हैं। इस इंडस्ट्री में कच्चे कृषीय और पशुधन उत्पादों को उपभोग के लिए उपयुक्त प्रसंस्कृत मूल्यवर्धित खाद्य उत्पादों में परिवर्तित किया जाता हैं। फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री का उद्देश्य खाद्य पदार्थों को सुरक्षित, अधिक सुविधाजनक और लंबे समय तक टिकाऊ बनाने के साथ-साथ उनके स्वाद एवं पोषण मूल्य में वृद्धि करना हैं।

         
      अर्थव्यवस्था की दृष्टि से इसका निर्यात में 13% और औद्योगिक निवेश में 6% का योगदान हैं। इस इंडस्ट्री में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश वर्ष 2014 से 2020 तक 4.18 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश हुआ हैं। जो इस क्षेत्र की आगामी संभावनाओं का संकेत हैं।
          
    
      वर्ष 2024 तक 9 मिलियन रोजगार उत्पन्न होने की उम्मीद हैं। इसके अलावा भारत 2030 तक भारत विश्व का पांचवां सबसे बड़ा खाद्य प्रौद्योगिकी उत्पाद बनने के लिए तैयार हैं। यह इस क्षेत्र की अपार विकास क्षमता को रेखांकित करता हैं।

     
         सिपेट हाजीपुर के निदेशक एवं प्रमुख संजय कुमार चौधरी ने सिपेट - में चल रहे तकनीकी पाठ्यक्रमों और ट्रेनिंग कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिपेट ने किस प्रकार फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. विशेष रूप से प्लास्टिक पैकेजिंग सामग्री के डिजाइन और निर्माण के माध्यम से, जो कि फूड उद्योग के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो रहा है. उन्होंने बताया कि सिपेट ने फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा वितरित अनाज की पैकेजिंग सामग्री का निरीक्षण भी किया है.

     
      सिपेट एक स्वायत्त संस्थान है, जिसे सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत वर्ष 1968 में स्थापित किया गया था। सिपेट का प्राथमिक उद्देश्य शिक्षा एवं अनुसंधान जैसे संयुक्त कार्यक्रम के माध्यम से प्लास्टिक उद्योग के विकास में योगदान देना हैं। यह संस्थान देश में पेट्रोरसायनों और संबंध उद्योगों  के विकास के लिए कौशल विकास, प्रौद्योगिकी सहायता, शैक्षणिक और अनुसंधान ( एसवीएआर) गतिविधियों के लिए समर्पित हैं। सिपेट में एकेडेमिक्स, स्किलिंग, टेक्नोलॉजी सपोर्ट एवं रिसर्च आदि क्षेत्रो पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

   
       सिपेट मुख्यालय से आलोक कुमार साहू, आरएन तिवारी एवं जीवन राम मैनेजर कौशल विकास ने कॉन्क्लेव में भाग लिया. इस दौरान  बताया गया कि सिपेट केंद्रीय पेट्रो  रसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी  संस्थान (सिपेट), हाजीपुर भारत  सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय  के तहत काम करने वाला एक प्रमुख  संस्थान है, जो पेट्रो केमिकल्स और  उससे संबंधित क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान सेवाएं प्रदान करती है.
साइबर थाना ने अवैध रूप से निकासी किए गए राशि रिकवर कराया
हाजीपुर . साइबर थाना की पुलिस ने सदर थाना क्षेत्र के कुतुबपुर गांव के एक व्यक्ति का मोबाइल खो जाने पर, सिम कार्ड दूसरे को अलॉट हो गया।इसके बाद साइबर थाना की पुलिस ने उसके अकाउंट से 41 हजार रुपये निकासी होने के महज 24 घंटे के भीतर राशि रिकवर करके पीड़ित को थाना बुलाकर सौंप दी है।

        इस संबंध में साइबर थानाध्यक्ष सह डीएसपी चांदनी सुमन ने बताया कि शनिवार को सदर थाना क्षेत्र के कुतुबपुर गांव निवासी रंजीत कुमार ने साइबर थाना पहुंच कर खाते से 41 हजार रुपये निकासी होने की शिकायत की थी। शिकायत मिलने पर साइबर थाना की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तकनीकी सहयोग से पैसा निकासी करने वाले की पहचान कर संपर्क स्थापित किया।

     बताया गया कि रंजीत कुमार का मोबाइल दो माह पूर्व कहीं खो गया था। मोबाइल में दो सिम कार्ड लगे थे। उसने एक सिमकार्ड को फिर से चालू करा लिया तथा दूसरे को छोड़ दिया था। वही मोबाइल नंबर उसने बैंक में भी रजिस्टर्ड करा रखा था। यह नंबर झारखंड के पलामू जिले के किसी व्यक्ति के नाम पर चालू हो गया था। उसने जब अपनी यूपीआई बनायी तो उसके अकाउंट से रंजीत का अकाउंट जुड़ गया। जब उसने 41 हजार रुपये अपने खाते में डाल लिये तब रंजीत के मोबाइल पर पैसा निकासी का मैसेज आया। तो उसने साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त बैंक अकाउंट को फ्रीज करा दिया। इसके बाद पलामू से आकर उक्त व्यक्ति ने पीड़ित का 41 हजार रुपये वापस कर दिये।

      साइबर थानाध्यक्ष ने बताया कि इससे पूर्व भी कई लोगों का पैसा वापस कराया गया है। उन्होंने आम लोगों से साइबर फ्रॉड के मामले में सावधानी बरतने एवं साइबर ठगी का शिकार होने पर तत्काल इसकी सूचना साइबर थाना की पुलिस को देने की अपील की।
साहित्य राष्ट्र की आत्मा, संस्कृति को पुष्ट करता हैं : डॉ संजय
हाजीपुर। राष्ट्रकवि दिनकर अकादमी एवं देवचंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को आयोजित तिरहुत साहित्य उत्सव का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करते हुए विधान पार्षद एवं पूर्व केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. डॉ. संजय पासवान ने कहा कि साहित्य व्यक्ति, समाज एवं राष्ट्र के लिए पथ प्रदर्शक है। साहित्य राष्ट्र की आत्मा, संस्कृति को पुष्ट करता है। यह उत्सव साहित्यकार और समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत सिद्ध होगा।    तिरहुत साहित्य उत्सव के आरंभ में शिवांश युग ने वाणी बंदना का सस्वर पाठ एवं कसक ने स्वागत गान प्रस्तुत किया।        देवचंद महाविद्यालय सभागार में आयोजित तिरहुत साहित्य उत्सव की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. डॉ. तारकेश्वर पंडित और संचालन अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के प्रदेश अधिकारी अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध योगगुरु डॉ. महेन्द्र प्रियदर्शी ने किया। अकादमी के जिलाध्यक्ष डॉ. शिव प्रभाकर ने पुष्प गुच्छ एवं बालक राय प्रभाकर ने अंग वस्त्र देकर आगत अतिथियों का स्वागत किया।                दो सत्रों में आयोजित कार्यक्रम में के पहले सत्र के परिचर्चा सत्र में विभिन्न भाषाओं की दशा और दिशा पर सारगर्भित व्याख्यान हुए।                परिचर्चा सत्र में  प्रख्यात विद्वान माधव राय ने संस्कृत भाषा-साहित्य, डीसी कॉलेज हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. आलोक कुमार सिंह ने हिन्दी, डॉ. मोहम्मद अब्बुलैस ने आंग्ल भाषा, प्रो. मनतशा ने उर्दू, डॉ. हरिशंकर प्रसाद सिंह ने प्राकृत, डॉ. धनाकर ठाकुर ने मैथिली तथा बज्जिका परिषद् के संयोजक मणिभूषण प्रसाद सिंह अकेला ने बज्जिका भाषा साहित्य की दशा और दिशा पर विस्तार से प्रकाश डाला।             
        प्रो. डॉ. जितेंद्र कुमार ने दिनकर की काव्य संवेदनाओं को रेखांकित किया।  इस दौरान साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिल्ली के प्रसिद्ध कवि मनीष मधुकर, गुवाहाटी पूर्वाचल प्रहरी के संपादक रत्नेश कुमार सिंह, जहानाबाद के  युवा  अमृतेश कुमार मिश्र, समस्तीपुर के दिवाकर दिव्यांक, सीतामढ़ी के अनमोल सावरण तथा वैशाली की डॉ. वीणा द्विवेदी को राष्ट्रकवि दिनकर सारस्वत सम्मान से सम्मानित किया। अतिथियों ने अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह और सम्मान पत्र प्रदान किया।           समारोह को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं बिहार विश्वविद्यालय हिन्दी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. भगवान लाल साहनी ने दिनकर को क्रांतिकारी और कालजयी कवि कहा। उन्होंने कहा कि दिनकर के सांस्कृतिक एवं साहित्यिक अवदान को कदापि विस्मृत नहीं किया जा सकता।        अपने संबोधन में अध्यक्ष डीसी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डॉ तारकेश्वर पंडित ने कहा कि अंधकार है वहां जहां आदित्य नहीं है, मुर्दा है वह देश जहां साहित्य नहीं है।       सम्मेलन के दूसरे सत्र में कविताओं की हुई रसवर्षा  समारोह के दूसरे सत्र में दिल्ली से पधारे प्रसिद्ध कवि मनीष मधुकर की अध्यक्षता एवं मेदिनी कुमार मेनन के संचालन में कवि सम्मेलन आयोजित हुए।           शाहपुर यूपी से आए कवि डॉ कवि धनाकर ठाकुर ने धरा बिक रही आसमान बिक रहा गजलकार सीताराम सिंह ने कोई प्यार में मिला नहीं.... अमृतेश कुमार मिश्र ने जिम्मेदारी के मारे नहीं रो सके...दिवाकर दिव्यंक ने शहर नया है, अनमोल सावरण ने बस तेरी तस्वीर दिखती है..... डॉ बीणा द्विवेदी ने धरा से मनुष्यता..... कविता सुनाकर मुग्ध कर दिया।              इस दौरान सभागार तालियों से गुंजता रहा। मनीष मधुकर की कविता में जिनके नाम के बदले में मन का मीत लिखता था, सुनकर श्रोता झूम उठे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन निदेशक आचार्य चंद्र किशोर पराशर ने किया।
साहित्य राष्ट्र की आत्मा, संस्कृति को पुष्ट करता है: डॉ संजय
हाजीपुर। राष्ट्रकवि दिनकर अकादमी एवं देवचंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को आयोजित तिरहुत साहित्य उत्सव का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करते हुए विधान पार्षद एवं पूर्व केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. डॉ. संजय पासवान ने कहा कि साहित्य व्यक्ति, समाज एवं राष्ट्र के लिए पथ प्रदर्शक है। साहित्य राष्ट्र की आत्मा, संस्कृति को पुष्ट करता है। यह उत्सव साहित्यकार और समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत सिद्ध होगा।     शिवांश युग ने वाणी बंदना का सस्वर पाठ एवं कसक ने स्वागत गान प्रस्तुत किया।
                 
         देवचंद महाविद्यालय सभागार में आयोजित तिरहुत साहित्य उत्सव की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. डॉ. तारकेश्वर पंडित और संचालन अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के प्रदेश अधिकारी अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध योगगुरु डॉ. महेन्द्र प्रियदर्शी ने किया। अकादमी के जिलाध्यक्ष डॉ. शिव प्रभाकर ने पुष्प गुच्छ एवं बालक राय प्रभाकर ने अंग वस्त्र देकर आगत अतिथियों का स्वागत किया।          दो सत्रों में आयोजित कार्यक्रम में के पहले सत्र के परिचर्चा सत्र में विभिन्न भाषाओं की दशा और दिशा पर सारगर्भित व्याख्यान हुए।           परिचर्चा सत्र में  प्रख्यात विद्वान माधव राय ने संस्कृत भाषा-साहित्य, डीसी कॉलेज हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. आलोक कुमार सिंह ने हिन्दी, डॉ. मोहम्मद अब्बुलैस ने आंग्ल भाषा, प्रो. मनतशा ने उर्दू, डॉ. हरिशंकर प्रसाद सिंह ने प्राकृत, डॉ. धनाकर ठाकुर ने मैथिली तथा बज्जिका परिषद् के संयोजक मणिभूषण प्रसाद सिंह अकेला ने बज्जिका भाषा साहित्य की दशा और दिशा पर विस्तार से प्रकाश डाला।         प्रो. डॉ. जितेंद्र कुमार ने दिनकर की काव्य संवेदनाओं को रेखांकित किया।  इस दौरान साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिल्ली के प्रसिद्ध कवि मनीष मधुकर, गुवाहाटी पूर्वाचल प्रहरी के संपादक रत्नेश कुमार सिंह, जहानाबाद के  युवा  अमृतेश कुमार मिश्र, समस्तीपुर के दिवाकर दिव्यांक, सीतामढ़ी के अनमोल सावरण तथा वैशाली की डॉ. वीणा द्विवेदी को राष्ट्रकवि दिनकर सारस्वत सम्मान से सम्मानित किया। अतिथियों ने अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह और सम्मान पत्र प्रदान किया।     समारोह को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं बिहार विश्वविद्यालय हिन्दी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. भगवान लाल साहनी ने दिनकर को क्रांतिकारी और कालजयी कवि कहा। उन्होंने कहा कि दिनकर के सांस्कृतिक एवं साहित्यिक अवदान को कदापि विस्मृत नहीं किया जा सकता।
    
        अपने संबोधन में अध्यक्ष डीसी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डॉ तारकेश्वर पंडित ने कहा कि अंधकार है वहां जहां आदित्य नहीं है, मुर्दा है वह देश जहां साहित्य नहीं है। सम्मेलन के दूसरे सत्र में कविताओं की हुई रसवर्षा  समारोह के दूसरे सत्र में दिल्ली से पधारे प्रसिद्ध कवि मनीष मधुकर की अध्यक्षता एवं मेदिनी कुमार मेनन के संचालन में कवि सम्मेलन आयोजित हुए।  
शाहपुर यूपी से आए कवि डॉ कवि धनाकर ठाकुर ने
धरा बिक रही आसमान बिक रहा गजलकार सीताराम सिंह ने कोई प्यार में मिला नहीं.... अमृतेश कुमार मिश्र ने जिम्मेदारी के मारे नहीं रो सके...दिवाकर दिव्यंक ने शहर नया है, अनमोल सावरण ने बस तेरी तस्वीर दिखती है..... डॉ बीणा द्विवेदी ने धरा से मनुष्यता..... कविता सुनाकर मुग्ध कर दिया।       इस दौरान सभागार तालियों से गुंजता रहा। मनीष मधुकर की कविता में जिनके नाम के बदले में मन का मीत लिखता था, सुनकर श्रोता झूम उठे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन निदेशक आचार्य चंद्र किशोर पराशर ने किया।
दुर्गा पूजा को लेकर सभी पूजा समितियों को लेना होगा लाइसेंस
लालगंज। शांतिपूर्ण माहौल में दुर्गापूजा संपन्न कराने को लेकर शनिवार को लालगंज थाना परिसर में शांति समिति की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता करते थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि दुर्गापूजा के लिए पूजा समितियों को लाइसेंस लेना होगा. सप्तमी के दिन से केवल लाउडस्पीकर बजाना है. डीजे पर पूर्णरूप से प्रतिबंध रहेगा. अश्लील गाना, राजनीतिक से संबंधित भाषणबाजी या कोई कार्यक्रम नहीं करना है. केवल धार्मिक गाना ही बजाना है. कार्यक्रम करने के पहले थाना से परमिशन लेना आवश्यक है. मूर्ति का नदी में विसर्जन पूर्णरूप से बंद रहेगा. सभी पूजा समिति को भीड़ नियंत्रण को लेकर वॉलंटियर की व्यवस्था करनी होगी. श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात रहेगी. कलश स्थापना के दिन बसंता जहानाबाद घाट समेत आसपास के घाटों पर एसडीआरएफ की विशेष व्यवस्था की गयी है  बैठक का संचालन लालगंज सीओ स्मृति साहनी ने किया.

पूजा व विसर्जन में डीजे बजाने पर रहेगी पूरी तरह से रोक

    राजापाकर थाना परिसर में दुर्गापूजा को ले कर शांति समिति की बैठक हुई.



        बैठक में सभी पूजा समितियों को ज्यादा ऊंचा पंडाल नहीं बनाने, सभी पंडालों में सीसीटीवी कैमरा अनिवार्य रूप से लगाने का निर्देश दिया गया. साथ ही समिति में दस वालंटियर बनाकर आवेदन के साथ आधार मोबाइल नंबर सहित थाने में जमा करने का निर्देश दिया गया. बताया गया विसर्जन एवं पूजा में डीजे बजाने पर पूर्णतः रोक रहेगी. सभी पूजा कमेटी को लाइसेंस के लिए थाने में आवेदन जमा कर लाइसेंस प्राप्त करना होगा. प्रखंड मुख्यालय के हाइस्कूल चौक पर होने वाले रावणवध कार्यक्रम को ले कर बताया गया कि छह बजे तक रावणवध कार्यक्रम को संपन्न कर लेना हैं।
अधिकारी आपसी समन्वय और तालमेल से करें काम, कानून व्यवस्था से संबंधित सभी आंकड़ों का ऑनलाइन प्रविष्ट जरूर करें : कमिश्नर
हाजीपुर।  शनिवार को विधि व्यवस्था के मद्देनजर तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त सरावनन एम तथा पुलिस उप महानिरीक्षक बाबूराम ने संयुक्त रूप से समीक्षा बैठक की। इस दौरान जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा और पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय भी मौजूद थे।          इस मौके पर आयुक्त ने कहा कि आज की दुनिया डिजिटल हो गई है। इसलिए सारा काम मैन्युअल न कर ऑनलाइन करें। विधि विभाग के द्वारा मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम में कानून व्यवस्था से संबंधित सभी आंकड़ों की प्रविष्टि कराएं। कानून व्यवस्था से संबंधित सभी आंकड़ों का लगातार अनुश्रवण करें।           उन्होंने कहा कि भू-समाधान की शनिवारी बैठक में अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी निश्चित रूप से मौजूद रहे। वहां का माहौल ऐसा बनाएं कि सभी लोग थाने पर पहुंचने में संकोच न करें। आयुक्त शांति समिति की बैठक में उन्हें जरूर बुलाएं, जो शांति बहाली में असरदार हों। तिरहुत आयुक्त सरावनन ने कहा कि सभी पदाधिकारी आपसी समन्वय एवं तालमेल के साथ काम करें।           आंकड़ों का ऑनलाइन प्रविष्टि जरूर करें, ताकि लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन किया जा सके। उन्होंने कहा कि एक माह के अंदर के पुनः समीक्षा बैठक करेंगे।             मूर्ति विसर्जन के रूट का शत प्रतिशत सत्यापन करवाएं। विधि व्यवस्था संधारण के लिए पदाधिकारी और पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाए और यह भी सुनिश्चित किया किया जाए कि वे अपनी प्रतिनियुक्ति स्थल पर ही रहें। डीआईजी बाबू राम ने सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे अपने स्तर से थाने को निर्देशित करें कि जहां-जहां पंडाल बन रहा है और जहां मूर्ति रखी जा रही हैं  यह देखें कि पंडाल कितनी मजबूती से बन रहा है।        कोई आपत्तिजनक वस्तु या मुद्या तो नहीं, जिससे विवाद उत्पन्न हो। उन्होंने कहा कि जब पंडाल और मूर्ति विसर्जन के लिए आवेदन आए, तब थाना प्रभारी यह अवश्य देखेंगे कि आवेदन किसी डमी आवेदक का तो नहीं।   पंडाल के पास भीड़  प्रबंधन की भी व्यवस्था सुनिश्चित करे। आवश्यकतानुसार निरोधात्मक कार्रवाई भी करें।   एक माह के बाद पुनः होगी समीक्षा बैठक आयुक्त ने कहा कि सभी पदाधिकारी आपसी समन्वय एवं तालमेल के साथ काम करें। आंकड़ों का ऑनलाइन प्रविष्टि जरूर करें, ताकि लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन किया जा सके। उन्होंने कहा कि एक माह के अंदर पुनः समीक्षा बैठक करेंगे। बैठक में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, तीनों अनुमंडल के एसडीएम, एसडीपीओ, डीपीओ (अभियोजन), सिविल सर्जन, रोक अभियोजक, जिला जन संपर्क कई जिला स्तरीय पदाधिकारी सहित पदाधिकारी मौजूद थे। इस दौरान कई अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।तैयारी के बारे में स्लाइड के जरिए पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारीइसके पहले जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त और डीआईजी का स्वागत करते हुए बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन समेकित रूप से जिला में विधि व्यवस्था संधारण के लिए कृत संकल्पित है। इसके बाद पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से संबंधित मामलों की अनुसंधान पूर्णकर निष्पादन करने की कार्य योजना, विचारण हेतु लंबित मामलें, स्पीडी ट्रायल, थानावार गैर जमानती मामले, सीसीए के तहत की गई कार्रवाई, पुलिस गश्ती, एससी एसटी एक्ट के तहत त्वरित अनुसंधान, भूमि विवाद समाधान हेतु शनिवारी बैठक, सीसीटीवी के अधिष्ठापन, साइबर क्राइम, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सिस्टम, पुलिस पदाधिकारी को नए कानून संबंध में दिया गया प्रशिक्षण तथा दुर्गापूजा में विधि व्यवस्था को लेकर की गई तैयारी के बारे में स्लाइड के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। लोगों को इस बारे में विभिन्न जानकारी दी जा रही है।