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पटना कोतवाली थाना में दर्ज मामलों की जांच गति धीमी होने की खुली पोल, थानेदार समेत कई आईओ से स्पष्टीकरण की मांग

डेस्क : राजधानी पटना के कोतवाली थाने में दर्ज मामलों की जांच गति धीमी होने की बात सामने आई है। इस बात का खुलासा डीआईजी सह पटना एसएसपी राजीव मिश्रा के वार्षिक जांच में हुई है। अब पुलिस कप्तान ने कोतवाली के थानेदार राजन कुमार और अनुसंधान विभाग में तैनात कई आईओ से इसको लेकर स्पष्टीकरण की मांग की है। जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो विभागीय कार्यवाही की जाएगी।

दरअसल बीते सोमवार को डीआईजी सह पटना एसएसपी राजीव मिश्रा वर्ष 2024 के वार्षिक निरीक्षण में कोतवाली थाने पहुंचे थे। यहां तीन घंटे तक उन्होंने लंबित मामलों की समीक्षा की। पता चला कि कई आईओ ने नौ माह में चार मामलों का भी निपटारा नहीं किया है। इसे लेकर पुलिस कप्तान ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों की जमकर क्लास ली।

दरअसल, थाने के अनुसंधान विभाग में तैनात आईओ को अन्य ड्यूटी नहीं दी जाती है। ऐसे में अगर नौ महीने में उन्होंने इतने कम मामलों का निपटारा किया है तो यह गंभीर मामला है। जांच की गति धीमी होने के कारण पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगेंगे।

आईओ से भी मांगा गया स्पष्टीकरण 

पुलिस कप्तान राजीव मिश्रा ने कहा कि कोतवाली थाने में लंबित कांडों का अनुसंधान संतोषजनक नहीं था। लिहाजा थानेदार समेत अन्य आईओ से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। बकौल एसएसपी हरेक थानों की पुलिस को जांच ठीक समय पर पूरा करने के निर्देश दिये गये हैं। अगर कोई ऐसा नहीं करता तो उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की लापरवाही किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बिहार मे पांचवे नागरिक एयरपोर्ट निर्माण का रास्ता हुआ साफ, राज्य सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंपा 58.18 एकड़ जमीन

डेस्क : बिहार में पांचवें नागरिक एयरपोर्ट के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। पूर्णिया में प्रदेश के पांचवें नागरिक एयरपोर्ट के निर्माण के लिए राज्य सरकार ने सिविल एन्क्लेव और संपर्क पथ के निर्माण के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को 58.18 एकड़ जमीन सौंप दी है।

वायुयान संगठन निदेशालय पटना, हवाई अड्डा के प्रशासी पदाधिकारी सह निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी अखिलेश कुमार सिंह और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, पटना के एजीएम एलबी सिंह ने संयुक्त पत्र पर हस्ताक्षर कर इस प्रक्रिया को पूरा किया। अब सिविल एन्क्लेव और संपर्क पथ के निर्माण की सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है। मौके पर पटना एयरपोर्ट के भूमि सलाहकार अशोक कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे। 

बता दें पूर्णिया में पहले से सैन्य हवाई अड्डा है। इस एयरपोर्ट को वायु सेवा और एएआई द्वारा संयुक्त रूप से नागरिक विमानों का परिचालन किया जाएगा। इसे बिहटा एयरपोर्ट की तर्ज पर संचालित किया जाएगा। बिहटा एयरपोर्ट पर भी सैन्य हवाई अड्डा है। पूर्णिया में एयरपोर्ट को चालू करने के लिए इस 52.18 एकड़ के अतिरिक्त 15 एकड़ जमीन के अधिग्रहण का काम चल रहा है। इसके बाद एएआई की ओर से आवश्यक संरचना निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

बिहार में बाढ़ का कहर : अलग-अलग जिलों में बाढ़ के पानी में डूबने से 20 लोगों की मौत,7 लापता

डेस्क : नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार की नदियों में भारी उफान आ गया है। खासकर उत्तर बिहार और सीमांचल के गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में उफान से 16 जिलों में फैल गया है। तकरीबन 4 लाख से ज्यादा की आबादी पानी से घिर गयी है। बाढ़ से जो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित है उनमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज , शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण और सहरसा शामिल हैं।

वहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों में बीते सोमवार को डूबने से बीस लोगों की मौत हो गयी। उत्तर बिहार के मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर और पश्चिम चंपारण में सोमवार को नदियों, तालाब व बाढ़ के पानी में 13 लोग डूब गए। इनमें पांच लोगों की मौत हो गई। सात लोग लापता हैं, जबकि एक को बचा लिया गया। वहीं कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार के जिलों में सोमवार को डूबने से सात लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग लापता हैं।

दरभंगा में पश्चिमी कोसी तटबंध के टूटने से आयी बाढ़ में पति-पत्नी सहित तीन लोग डूब गए। रविवार रात तटबंध टूटने से निकले पानी की तेज धारा में भुवौल गांव निवासी बिनो साहू और उनकी पत्नी पानी की तेज धारा में समा गईं। ढंगा गांव निवासी श्रवण साहू का पुत्र रौशन भी पानी की धारा में बह गया। बासोपट्टी प्रखंड के विराटपुर गांव में सोमवार दोपहर बछराजा नदी में नहाने के दौरान तीन किशोर डूब गये। इनमें एक किशोर को लोगों ने बचा लिया, जबकि दो किशोर लापता हैं।

सीतामढ़ी के कन्हौली थाना क्षेत्र की खाप खोपराहा पंचायत के मोहचट्टी गांव में लखनदेई नदी में डूबने से दो बच्चियों की मौत हो गई। लोगों ने बताया कि वार्ड 13 निवासी हामिद रजा की पुत्री गुंचा खातून (10) व शेख हसमत की पुत्री अफसरी खातून (12) लखनदेई में मछली पकड़ने गई थी। इस दौरान मछली देखकर एक दौड़ी लेकिन वह पानी के तेज बहाव में बहने लगी। उसे डूबता देख दूसरी लड़की बचाने गयी लेकिन दोनों पानी की तेज धारा में डूब गयी। वहीं, बेला थाना क्षेत्र के बाया लचका के पास बाढ़ के पानी में डूबने से अधेड़ किशोरी राय की मौत हो गई। वहीं, सुप्पी थाना क्षेत्र के जमला गांव में बाढ़ के पानी में नहाने के क्रम में अरुण कुमार सिंह की पुत्री सोनाक्षी कुमारी (10) की डूबने से मौत हो गई।

पश्चिम चंपारण के योगापट्टी के जरलपुर खुटवनिया में गंडक के पानी में डूबने से वार्ड-1 के मदन चौधरी (60) की मौत हो गई। वह शौच करने व खेतों को देखने के लिए सरेह की तरफ गये थे। इसी दौरान उनका पैर फिसल गया। वहीं, बगहा-1 प्रखंड की बड़गांव पंचायत में वार्ड-8 के अर्जुन राम के पुत्र अनीश कुमार (12) की तालाब में डूब गया। उसकी तलाश की जा रही है। समस्तीपुर के गोरगामा-मोहनपुर मार्ग पर सितुआही पुल के समीप बाढ़ के पानी में नहाने के दौरान सोमवार सुबह बघड़ा निवासी वकील पासवान का पुत्र सुशील कुमार (18) डूब गया।

दुर्गा पूजा के दौरान पूरे प्रदेश में सुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम, सादे लिबास में पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ ड्रोन से होगी निगरानी*

डेस्क : बिहार में दुर्गा-पूजा को लेकर प्रशासन द्वारा पूरी तैयारी की गई है। पूजा के दौरान भीड़ वाले इलाकों में ड्रोन से निगरानी होगी और सादे लिबास में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। पूजा स्थलों के आसपास के क्षेत्रों में विधि-व्यवस्था के लिए सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए जाएंगे। बीते सोमवार को मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने दशहरा और अन्य पर्व-त्योहारों को लेकर सुरक्षा इंतजामों की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। इस बैठक में राज्य के पुलिस महानिदेशक आलोक राज, गृह विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, विशेष सचिव के. सुहिता अनुपम, राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय जितेन्द्र सिंह गंगवार, अपर पुलिस महानिदेशक, विधि-व्यवस्था संजय सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारी शामिल थे। वहीं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी और जिला पुलिस अधीक्षक शामिल हुए। करीब एक घंटे तक चली बैठक में जिलावार सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की गयी। सभी डीएम-एसपी को इस दौरान अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया। विशेष रूप से दशहरा के बाद मूर्ति विसर्जन के रूटों पर पुलिस बलों की तैनाती करने, नदी घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बल और संवेदनशील स्थानों पर नजर रखने का निर्देश दिया। राज्य के विभिन्न जिलों में नए डीएम-एसपी की तैनाती की गयी है, इसलिए उन्हें स्वयं पहले जाकर सभी पूजा स्थलों एवं रूट की जानकारी लेने का निर्देश दिया गया है।
राजद सुप्रीमों की बढ़ सकती है परेशानी, इस मामले को लेकर मुजफ्फरपुर में परिवाद दर्ज

डेस्क : पहले से ही कई मामलों में परेशानी का सामना कर रहे राजद सुप्रीमो अब एक और मामले में फंसते नजर आ रहे है। लालू प्रसाद के खिलाफ मुजफ्फरपुर में परिवाद दर्ज कराया गया है। न्यायालय में इस मामले की सुनवाई 24 अक्टूबर को निर्धारित की गई है।

दरअसल बिहार में इन दिनों कानून व्यवस्था को लेकर राजद और खासकर लालू परिवार लगातार एनडीए सरकार पर हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी द्वारा जहां लगातार बिहार का क्राइम बुलेटिन जारी किया जदा रहा है। वहीं लालू प्रसाद की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य भी सोशल मीडिया के माध्यम से नीतीश सरकार पर हमला बोलती रही है। अब इसमें लालू प्रसाद भी शामिल हो गए है। दो दिन पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने एक विवादित पोस्ट किया था।

राजद सुप्रीमो लालू यादव ने बीते 28 अक्टूबर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक पोस्ट शेयर किया था। जिसमें उन्होंने बिहार की तुलना बलात्कार से कर दी थी। इस पोस्ट में उन्होंने तेजस्वी यादव के एक पोस्ट को शेयर करते हुए 32 बार 'बिहार= बलात्कार' लिखा। तेजस्वी के पोस्ट में राज्य में हुई दुष्कर्म की घटनाओं की एक पूरी लिस्ट तैयार की गई है। तेजस्वी ने इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा है "सुशासन के दुशासन से निजात की आस लगाती है। आज द्रौपदी चिल्लाती है।" इसी के साथ उन्होंने राज्य में हुई 20 दुष्कर्म की घटनाओं का जिक्र किया है।

लालू प्रसाद के इस पोस्ट के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई। सत्ता पक्ष की ओर से उनके पोस्ट की घोर निंदा करते हुए इसे बिहार का अपमान बताया गया है.

वहीं अब इस पोस्ट को लेकर अधिवक्ता सुधीर ओझा ने मुजफ्फरपुर कोर्ट में लालू के खिलाफ परिवाद दर्ज कराया है। न्यायालय में इस मामले की सुनवाई 24 अक्टूबर को निर्धारित की गई है। अधिवक्ता सुधीर ओझा ने मुजफ्फरपुर कोर्ट में दर्ज कराए गए अपने कंप्लेंट कहा कि यह एक बिहारी के साथ भद्दा मजाक है। जो काम लालू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से किया है, इससे वह काफी आहत हुए हैं।

बिहार के छोटे उद्यमियों के लिए खुशखबरी, अब उन्हें भी इस तर्ज पर सस्ती मिलेगी बिजली

डेस्क : बिहार के छोटे उद्मियों के लिए एक बड़ी खबर है। राज्य में बड़े उद्योगों की तर्ज पर अब छोटे उद्योगों को भी सस्ती बिजली मिलेगी। खासकर दिन में अगर छोटे कल-कारखानों को चलाया जाएगा तो उन्हें सामान्य दर से 15 फीसदी सस्ती बिजली दी जाएगी। छोटे उद्योगों को सस्ती बिजली देने का प्रस्ताव बिजली कंपनी इस बार टैरिफ पिटिशन में दे रही है। बिहार विद्युत विनियामक आयोग की मंजूरी मिलने के बाद यह सुविधा लागू हो जाएगी। कंपनी के इस निर्णय का लाभ राज्य के पौने दो लाख छोटे उद्यमियों को होगा।

गौरतलब है कि राज्य में सामान्य अवधि और पीक आवर (व्यस्त समय) में होने वाली बिजली खपत में आसमान-जमीन का अंतर है। पीक आवर में आठ हजार मेगावाट बिजली खपत होती है तो सामान्य अवधि में पांच-छह हजार मेगावाट ही बिजली खपत होती है। यह निर्णय लिया गया है कि दिन में अगर छोटे उद्योगों को चलाया जाए तो उन्हें सामान्य दर से भी सस्ती बिजली दी जाएगी। रात में पीक आवर के दौरान अधिक दर पर बिजली बिल का भुगतान करना होगा।

अभी बड़े उद्योगों में टीओडी टैरिफ के तहत यह सुविधा दी जा रही है। दिन में नौ से शाम पांच बजे तक उद्योग चलाने वालों को खपत का 80 फीसदी और शाम पांच से रात 11 बजे के बीच उद्योगपतियों को 120 फीसदी भुगतान करना पड़ रहा है। जबकि रात 11 से सुबह नौ बजे के बीच खपत के अनुसार ही भुगतान करना पड़ रहा है। इसी तर्ज पर छोटे उद्योगपतियों को भी बिजली की सुविधा दी जाएगी। खासकर वैसे छोटे उद्यमी जो 19 किलोवाट से अधिक का कनेक्शन ले रखे हैं, उन्हें दिन में सस्ती बिजली दी जाएगी।

टीओडी टैरिफ के तहत अगर 100 रुपये की बिजली उपभोग करेंगे तो उनसे ऑफ पीक पीरियड यानी दिन में 80 रुपये ही देने होंगे। वही पीक आवर में अगर कोई उपभोक्ता 100 रुपये की बिजली उपभोग करेंगे तो उन्हें 120 रुपये भुगतान करना होगा। वहीं सामान्य अवधि यानी रात में उपभोक्ताओं को 100 रुपये खपत करने पर 100 रुपये ही भुगतान करने होंगे।

राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में आज से बदलेगा मौसम का मिजाज, फिर उमस वाली गर्मी का करना पड़ सकता है सामना

डेस्क : पिछले चार-पांच दिनों से राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में हो रही बारिश ने लोगों को उमश भरी गर्मी से बड़ी राहत दी थी। वहीं बारिश से किसान के चेहरे भी खिल उठे थे। लेकिन एकबार फिर आज सोमवार से मौसम का मिजाज बदलने जा रहा है।

राजधानी पटना समेत पूरे राज्य में सोमवार से बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। इससे अधिकतम तापमान चढ़ेगा और उसम वाली गर्मी से लोगों का सामना होगा।

हालांकि मौसम विभाग ने राज्य के दक्षिण-पश्चिम भाग के जिलों में गरज व तड़क के साथ हल्की बारिश की चेतावनी जारी की है। सोमवार से आसमान साफ होगा। लेकिन, बीच-बीच में आंशिक तौर पर बादलों की आवाजाही जारी रहेगी। नवरात्र के शुरू के दिनों में बारिश की गतिविधियों में एक बार फिर से बढ़ोतरी होने के आसार हैं।

बिहार में बाढ़ : 7 तंटबंध टूटे, 12 जिलों में कई गांव टापू में तब्दील*

डेस्क : नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार की नदियों में भारी उफान आ गया है। खासकर सीमांचल के गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में उफान से 16 जिलों में फैल गया है। इन जिलों के 31 प्रखंडों की 152 पंचायतें प्रभावित हुई है। तकरीबन 4 लाख से ज्यादा की आबादी पानी से घिर गयी है। वहीं प्रदेश में अबतक बाढ़ के कारण सात तटबंध टूट गए हैं, जिससे लगभग पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। 12 जिलों के कई गांव टापू में तब्दली हो गया है। पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिन सड़कों पर कलतक गाड़ी चलती थी वहां अब नाव चल रहे हैं। *चंपारण तटबंध टूटने से बगहा की 12 पंचायतें डूबी* उत्तर बिहार में बाढ़ का सर्वाधिक असर पश्चिम चंपारण में है। यह के 10 प्रखंडों में लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। रविवार को बगहा में चखनी रजवटिया और अगस्तिया के बीच चंपारण तटबंध 40 फीट में टूट गया है। इससे बगहा-1 की दर्जनभर पंचायतों में तेजी से पानी फैल रहा है। योगापट्टी की चार पंचायतों में लोग दहशत के कारण घर खाली कर सुरक्षित जगहों पर जाने लगे हैं। बगहा-1 और योगापट्टी की पंचायतों में एसडीआरएफ की टीम भेजी गयी है। एसडीएम समेत तमाम आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गए हैं। ओरिया नदी का पश्चिमी सुरक्षा बांध कई जगहों पर ध्वस्त हो गया है। *सीतामढ़ी के बेलसंड में बायां तटबंध कटा* सीतामढ़ी के बेलसंड के मधकौल में बायां तटबंध सौ फीट में कट गया। रुन्नीसैदपुर के तिलकताजपुर व खरहुआ-नुनौरा में बागमती नदी पर बना दायां तटबंध 10 फीट टूट गया। शिवहर के तरियानी छपरा के पास पश्चिमी तटबंध 20 फीट से अधिक में टूट गया है। तरियानी की तीन पंचायत के दर्जनभर से अधिक गांवों में पानी फैल गया है।बाढ़ का पानी गिद्ध-फुलवरिया होते हुए मीनापुर होकर मुजफ्फरपुर की ओर जा रहा है। बागमती नदी के कहर से बेलसंड प्रखंड पूरी तरह जलमगन हो गया है। वहां से पानी परसौनी व रुन्नीसैदपुर प्रखंड की ओर बढ़ रहा है। बेलसंड-परसौनी मार्ग पर चार फीट पानी बह रहा है। बेलसंड के अस्पताल सहित सभी प्रशासनिक कार्यालयों में तीन से चार फीट पानी है। बाढ़ की स्थिति से बेलसंड व रुन्नीसैदपुर के करीब डेढ़ लाख की आबादी प्रभावित हुई है। *दरभंगा कोसी नदी का पश्चिमी तटबंध टूटा* दरभंगा जिले में पानी के भारी दबाव से कोसी नदी का पश्चिमी तटबंध किरतपुर प्रखंड के भुवौल गांव के पास देर रात टूट गया। बिरौल एसडीओ उमेश कुमार भारती ने कहा कि लोगों को सतर्क कर दिया गया है। प्रभावित लोगों को ऊंचे स्थानों पर चले जाने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। फिलहाल 15 फीट में तटबंध क्षतिग्रस्त हुआ है लेकिन सुबह तक इसमें और कटाव हो सकता है। *सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण व सहरसा में कई सड़कें डूबीं* सीतामढ़ी के भिठ्ठामोड़ चौक और एनएच 227 पर बाढ़ का पानी फैल गया है। लौरिया-नरकटियागंज और लौरिया-रामनगर एसएच पर भी दो फीट तक पानी है। नरकटियागंज में खाहड़ नदी पुल पर पानी चढ़ने से आवागमन ठप हो गया है। वाल्मीकिनगर में मरीन ड्राइव की तर्ज पर बना रीवर पाथवे पानी के दबाव से रविवार को धंस गया। सहरसा जिले के आलमनगर प्रखंड के कई गांवों में भी सड़क संपर्क भंग है। नेपाल के गौर शहर में सड़कों पर तीन से चार फीट पानी है। *शिवहर बागमती का तटबंध टूटा, 12 गांव डूबे* बाढ़ के पानी के जबरदस्त दबाव से शिवहर के तरियानी छपरा गांव के पास रविवार शाम सात बजे बागमती का पश्चिमी तटबंध टूट गया। इससे तरियानी छपरा सहित आसपास के दर्जन भर गांवों में पानी घुस गया है। शिवहर एसडीओ अविनाश कुणाल ने बताया कि 20 फीट में बागमती का तटबंध टूट गया है। ग्रामीण राकेश कुमार ने बताया कि अब तक दो दर्जन लोगों के घरों में पानी घुस चुका है। अधिकतर ग्रामीण अपने घर की छत पर शरण ले रहे हैं। पानी सीतामढ़ी जिले के डुमरा सरपट्टी हसर बलुआ होते हुए मुजफ्फरपुर जिले के तुर्की की ओर जा सकता है।
बिहार में बाढ़ से तबाही : प्रदेश के 16 जिलों में 4 लाख से अधिक आबादी पानी से घिरी, ये जिले सर्वाधिक प्रभावित*

डेस्क : नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार की नदियों में भारी उफान आ गया है। खासकर सीमांचल के गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में उफान से 16 जिलों में फैल गया है। इन जिलों के 31 प्रखंडों की 152 पंचायतें प्रभावित हुई है। तकरीबन 4 लाख से ज्यादा की आबादी पानी से घिर गयी है। बाढ़ से जो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित है उनमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज , शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण और सहरसा शामिल हैं। इन नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने की आशंका को देखते हुए संबंधित जिलाधिकारी को अलर्ट रहने को कहा है। आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव कार्य तेज कर दिया है। एनडीआरएफ की 12, एसडीआरएफ की 12 टीमों के अलावा वाराणसी से एनडीआरएफ की 3 टीम को बुलाया गया है। आवागमन के लिए 630 नावों का परिचालन किया जा रहा है। बीते रविवार से 43 राहत शिविरों में 11250 बाढ़ शरणार्थी शरण लिए हुए हैं। 18 सामुदायिक रसोई केंद्रों में लोगों को भोजन कराया जा रहा है। साथ ही पैकेट सूखा राशन भी वितरित किया जा रहा है।
बिहार में बाढ़ से तबाही : प्रदेश के 16 जिलों में 4 लाख से अधिक आबादी पानी से घिरी, ये जिले सर्वाधिक प्रभावित*

डेस्क : नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार की नदियों में भारी उफान आ गया है। खासकर सीमांचल के गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में उफान से 16 जिलों में फैल गया है। इन जिलों के 31 प्रखंडों की 152 पंचायतें प्रभावित हुई है। तकरीबन 4 लाख से ज्यादा की आबादी पानी से घिर गयी है। बाढ़ से जो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित है उनमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज , शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण और सहरसा शामिल हैं। इन नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने की आशंका को देखते हुए संबंधित जिलाधिकारी को अलर्ट रहने को कहा है। आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव कार्य तेज कर दिया है। एनडीआरएफ की 12, एसडीआरएफ की 12 टीमों के अलावा वाराणसी से एनडीआरएफ की 3 टीम को बुलाया गया है। आवागमन के लिए 630 नावों का परिचालन किया जा रहा है। बीते रविवार से 43 राहत शिविरों में 11250 बाढ़ शरणार्थी शरण लिए हुए हैं। 18 सामुदायिक रसोई केंद्रों में लोगों को भोजन कराया जा रहा है। साथ ही पैकेट सूखा राशन भी वितरित किया जा रहा है।