दरभंगा मैं 22 हजार कि आबादी बाढ़़ से प्रभावित
दरभंगा में किरतपुर प्रखंड में बाढ़ ने दुबारा दस्तक दे दी है। नेपाल से छोड़े गए कोशी नदी के पानी का असर किरतपुर प्रखंड के दर्जनों गांव में देखने को मिल रहा है।![]()
कोशी नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण किरतपुर प्रखंड के दर्जनों गांव वर्दीपुर सिरनिया, पकरिया, अमृतनगर, लक्ष्मीपुर, भंडरिया, कदवारा, कटरिया, राम खेतरिया सहित कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
कोशी का पूर्वी तटबंध टूटने के कगार पर है। प्रशासन ने इस पर आवाजाही बंद करवा दी है। एनडीआरएफ मौके पर नहीं है। और न ही जल संसाधन विभाग का कोई कर्मी मौजूद है। स्थानीय लोगों की मदद से मिट्टी का बोरा तटबंध के किनारे रखा जा रहा है।
22 हजार की आबादी इस बाढ़ से ग्रसित
किरतपुर प्रखंड के नरकटिया गांव के पास बांध के ऊपर से नदी का पानी बह रहा है। अभी तक कोई राहत शिविर इलाके में नहीं चलाया गया है। जबकि 24 घंटे पहले से ऐसा करने का निर्देश था। किरतपुर सीओ अब चालू करवाने की बात कह रहे हैं। लगभग 22 हजार की आबादी इस बाढ़ से ग्रसित है। सभी बांध पर आकर शरण लेने को मजबूर हैं। 2004 के बाद ये पहला मौका है जब बाढ़ ने इतनी बड़ी दस्तक दी है।
बिजली नहीं रहने पर अंधेरे में रहने को मजबूर
लोगों को घर से निकलने में काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पानी से घिर जाने के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा दिक्कत ग्रामीणों को पशुओं के लिए चारा जुटाने में हो रहा है। वहीं, स्थानीय लोग प्रवीण यादव ने बताया है कि दिन में तो किसी तरह रह लेते हैं। रात में बिजली नहीं रहने पर अंधेरे में रहने को मजबूर रहते हैं। पानी पीने को तरस रहे हैं। घर से निकला मुश्किल हो गया है।![]()
पशुओं के लिए नहीं जुटा पा रहे चारा
कई घरों को कोशी नदी अपने तेज बहाव में अपने साथ बहा ले गया है। घर को बहते देख भय उत्पन्न हो गई है। लोग दूर-दूर नाव से जाकर पशुओं के चारा लाकर पशु को खिला रहे हैं। स्थानीय लोग राम कुमार यादव ने बताया कि दूसरी बार बाढ़ का पानी आने से लोगों को कष्ट झेलना पड़ रहा है। 55 साल के उम्र में इतना पानी कोशी नदी में कभी नहीं देखा था।
ग्रामीणों को राशन, दवाइयां, पशु चारा और अन्य जरूरत के कार्यों के चलते नदी की तेज धारा में नाव के जान को जोखिम में डालकर नाव सहारे निबटारा करना पड़ रहा है। लेकिन कोशी नदी के रूद्र रूप के कारण नाव तक जाना मुश्किल होता है। पानी का करंट ज्यादा होने के कारण लोगों को हिम्मत तक नहीं होती है।16 नाव चालू करवा दिया गया
कोशी नदी में जलस्तर के बढ़ने की संभावना को लेकर बांध पर नजर रखी जा रही है। बांधों पर बने रेन कट को भी दुरुस्त किया जा रहा है। इस कोशी बाढ़ को देखते हुए किरतपुर सीओ आशुतोष कुमार सन्नी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों का अब तक 16 नाव चालू करवा दिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर और नाव दिया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आवश्यकता होने पर सामुदायिक किचन और पीने की पानी की व्यवस्था चालू करवा दी जाएगी।
उन्होंने बताया है कि कोशी नदी में पानी का जलस्तर स्थिर हो गई है। लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने को लेकर प्रशासन अलर्ट कर दिया है। अपवाह पर ध्यान न देनी की अपील की है। कोई भी सूचना मिले तो तुरंत स्थानीय प्रशासन को जानकारी देने का अपील किया है।
दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

16 नाव चालू करवा दिया गया

बताया जा रहा कि नवनिर्मित दरभंगा बाइपास स्टेशन पर इंजन का स्पीड ट्रायल चल रहा था। इसी दौरान तीनों महिलाएं शौच के लिए रेलवे पटरी के पास गई थी, तभी हादसा हो गया। इनके घर में शौचालय नहीं है। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतका बबीता देवी के बेटे सतीश पासवान ने बताया कि मां ने खाना दिया था, फिर दूध पीने को बोलकर कहा था मैं आ रही हूं। घटना गोपालपुर गांव के पास की है।
इस कैंप में भाग लेने के लिए 18 से 30 वर्ष की आयु निर्धारित की गई है। बहाली इंटरव्यू के आधार पर होगी। यह नियुक्ति 50 पदों पर निकाली गई है। जानकारी दरभंगा के नियोजन पदाधिकारी अवर प्रादेशिक नियोजनालय मृणाल कुमार चौधरी ने दी है।
सीधी उड़ान रद्द करने के पीछे कंपनी ने तकनीकी कारण है। ट्रेवल एजेंट से मिली जानकारी के अनुसार 27 अक्टूबर से विमान कंपनी ने सीधी हवाई सेवा के लिए फ्लाइट में टिकट की बुकिंग बंद कर दी है। फिलहाल स्पाइसजेट के अलावा इस रूट पर किसी अन्य कंपनी की हवाई सेवा नहीं है।
समग्र शिक्षा के डीपीओ रवि कुमार ने कहा कि डीईओ के निर्देश पर उतर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन केंद्र का निर्धारण और मूल्यांकन निदेशक की नियुक्ति का काम सम्पन्न कर लिया गया है। प्रत्येक पंचायत में मूल्यांकन केंद्र के रूप में ऐसे विद्यालय का चयन किया गया है जहां सभी प्रकार की आधारभूत संरचना उपलब्ध है। उसी विद्यालय के प्रधानाध्यापक को मूल्यांकन निदेशक के रूप में कार्य करने के लिए नियुक्ति की कार्रवाई भी आरंभ कर दी गई हैं।
डीएसआर सर्वे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से कोलकाता और दिल्ली की पांच सदस्यीय टीम ने निर्माण स्थल पर जमीन सर्वे शुरू किया है। अस्पताल को लेकर जमीन सर्वे का काम प्रारंभ होने से मिथिलांचलवासियों में विश्वास जागृत हो गया है।
Sep 29 2024, 19:50
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