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टीम इंडिया का कानपुर टेस्ट स्क्वॉड ऐलान, श्रेयस अय्यर और मुकेश कुमार को नहीं मिला मौका

चेन्नई टेस्ट 4 दिन के अंदर जीतने के बाद टीम इंडिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. अब नजरें दूसरे टेस्ट मैच पर है, जो कानपुर में खेला जाएगा. इस टेस्ट के लिए टीम इंडिया के स्क्वॉड का ऐलान हो गया है. चेन्नई टेस्ट जीतने के कुछ ही मिनटों के अंदर बीसीसीआई ने स्क्वॉड का ऐलान किया है. चेन्नई में जीत दर्ज करने वाले स्क्वॉड पर ही सेलेक्शन कमेटी ने भरोसा जताया है और सभी 16 खिलाड़ियों को बरकरार रखा है. यानि जो अंदाजा लगाया जा रहा था कि बुमराह को अगले टेस्ट से आराम दिया जाएगा, फिलहाल ऐसा नहीं होता दिख रहा है. कानपुर टेस्ट 27 सितंबर से शुरू होगा.

बढ़ गया कुछ खिलाड़ियों का इंतजार

चेपॉक स्टेडियम में रविवार 22 सितंबर की सुबह टीम इंडिया ने पहले सेशन में ही बांग्लादेश को दूसरी पारी में सिर्फ 234 रन पर ढेर कर दिया और इस तरह मुकाबले को 280 रन के बड़े अंतर से जीत लिया. इस जीत के कुछ ही देर के अंदर सेलेक्शन कमेटी ने कानपुर टेस्ट के लिए भी स्क्वॉड का ऐलान किया और कोई भी बदलाव नहीं किया. यानि श्रेयस अय्यर, मुकेश कुमार, ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों को टीम इंडिया में वापसी के लिए अभी और इंतजार करना होगा.

क्या प्लेइंग इलेवन में होंगे बदलाव?

अब भले ही स्क्वॉड में कोई बदलाव नहीं किया गया है लेकिन नजरें इस बात पर रहेंगी कि क्या अगले टेस्ट में भी यही प्लेइंग इलेवन उतारी जाती है या कुछ बदलाव होते हैं. इस बात की संभावना है कि दूसरे टेस्ट में सिर्फ दो ही तेज गेंदबाज उतारे जाएंगे. ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि क्या जसप्रीत बुमराह को रेस्ट दिया जाएगा या नहीं. अगर ऐसा होता है तो क्या बाएं हाथ के पेसर यश दयाल को डेब्यू का मौका मिलेगा? ये भी काफी रोचक रहेगा.

सबसे ज्यादा नजर इस बात पर रहेगी कि चेन्नई में अश्विन की तरह क्या कानपुर में लोकल हीरो कुलदीप यादव को मौका मिलेगा या नहीं? कानपुर की धीमी पिच पर टीम इंडिया का 3 स्पिनर्स के साथ उतरना तय है. ऐसे में कुलदीप और अक्षर के बीच टक्कर रहेगी. बैटिंग ऑर्डर में किसी तरह का बदलाव नजर नहीं आता, यानि सरफराज खान और ध्रुव जुरेल को इस बार भी बेंच पर बैठना पड़ सकता है.

भारतीय स्क्वॉड

रोहित शर्मा (कप्तान), विराट कोहली, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, केएल राहुल, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और यश दयाल

चेन्नई टेस्ट: भारत की शानदार जीत, बांग्लादेश को 4 दिन में 280 रन से हराया, सीरीज में बढ़त

भारत ने चेन्नई टेस्ट में बांग्लादेश को 280 रन से हरा दिया है. ये रनों के लिहाज से बांग्लादेश पर भारत की सबसे बड़ी टेस्ट जीत हैं. इस जीत के साथ 2 टेस्ट की सीरीज में भारत ने 1-0 की अजेय बढ़त ले ली है. ये बांग्लादेश पर भारत की 13वीं जीत है.चेन्नई टेस्ट भारत ने बांग्लादेश के सामने जीत के लिए 515 रन का लक्ष्य रखा था. जवाब में भांग्लादेश की टीम दूसरी पारी में 234 रन ही बना सकी और मुकाबला हार गई. भारत की ओर से दूसरी पारी में अश्विन सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 6 विकेट चटकाए. बांग्लादेश का आखिरी विकेट रवींद्र जडेजा ने गिराया.

चेन्नई टेस्ट में हारने के साथ ही बांग्लादेश की भारत के खिलाफ टेस्ट मैच जीतने की तमन्ना अब भी अधूरी है. भारत और बांग्लादेश के बीच चेन्नई टेस्ट 4 दिन भी नहीं चला. चौथे दिन पहले सेशन में ही खेल सिमट गया. दोनों टीमों के बीच अब दूसरा और आखिरी टेस्ट कानपुर में खेला जाएगा.

भारत ने पहली पारी में बनाए 376 रन

चेन्नई टेस्ट में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए उतारा था. उसका वो फैसला रंग भी लाता दिखा जब सिर्फ 34 रन पर रोहित, गिल और विराट का विकेट उसे मिल गया. लेकिन इसके बाद भारत की पारी को पंत और यशस्वी ने संभाला, जिसे और अधिक मजबूती देने का काम अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने बल्ले से किए अपने कमाल की बदौलत किया. पहली पारी में अश्विन ने 113 रन बनाए जबकि जडेजा 86 रन बनाकर आउट हुए. इनके अलावा यशस्वी जायसवाल ने 70 रन की पारी खेली. नतीजा ये हुआ कि टीम इंडिया ने 376 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया. बांग्लादेश की ओर से पहली पारी में सबसे सफल गेंदबाज हसन महमूद रहे, जिन्होंने 5 विकेट लिए.

भारत को पहली पारी में 227 रन की बढ़त मिली

भारत के 376 रन के जवाब में बांग्लादेश की पहली पारी सिर्फ 149 रन पर ही सिमट गई. जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में गेंद से 4 विकेट लिए. जबकि आकाशदीप, जडेजा और सिराज को 2-2 विकेट मिले. भारत को पहली पारी 227 रन की बढ़त मिली.

दूसरी पारी में पंत और गिल ने शतक जड़ा

पहली पारी में मिले 227 रन के बढ़त के बाद भारत ने दूसरी पारी 4 विकेट पर 287 रन बनाकर घोषित की और बांग्लादेश के सामने 515 रन का लक्ष्य रखा. भारत की ओर से अगर पहली पारी में अश्विन ने शतक लगाया तो दूसरी पारी में पंत और गिल की सेंचुरी देखने को मिली. ऋषभ पंत 109 रन बनाकर आउट हुए जबकि शुभमन गिल 119 रन बनाकर नाबाद रहे.

भारत की जीत में अश्विन प्लेयर ऑफ द मैच

भारत से मिले 515 रन के पहाड़ जैसे लक्ष्य के आगे दूसरी पारी में बांग्लादेश जीत से 280 रन दूर गया. पहली पारी में विकेट लेने में नाकाम रहने वाले अश्विन दूसरी पारी में टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने दूसरी पारी में 6 विकेट लिए. चेन्नई टेस्ट में शतक और 6 विकेट लेने के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. अश्विन के अलावा दूसरी इनिंग में जडेजा दूसरे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 3 विकेट चटकाए.

राशिद खान का जन्मदिन बना यादगार: अफगानिस्तान ने साउथ अफ्रीका को 177 रन से हराया, राशिद ने लिए 5 विकेट

गुरुवार 20 सितंबर को अफगानिस्तान के दिग्गज स्पिनर राशिद खान का जन्मदिन था. इस खास मौके पर उन्होंने दो बेहद अनमोल तोहफे मिले. सबसे पहले उनकी टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज की. अफगानिस्तान ने शारजाह में हुए दूसरे वनडे मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 177 रन से हराया और 3 मैचों की वनडे सीरीज पर 2-0 से कब्जा भी किया. दूसरी ओर राशिद खान ने 9 ओवर में सिर्फ 19 रन देकर 5 विकेट चटकाए. वनडे मुकाबले में अपने जन्मदिन पर ऐसा करने वाले वह दुनिया के पहले गेंदबाज बन गए हैं.

ब्रॉड और फिलेंडर को छोड़ा पीछे

राशिद खान ने शारजाह में 311 रन को डिफेंड करते हुए टोनी डी जॉर्जी, ट्रिस्टियन स्टब्स, एडेन मार्करम, काइल वेरेने और वियन मुल्डर को पवेलियन का रास्ता दिखाया. जन्मदिन पर 5 विकेट का कारनामा करने वाले राशिद साउथ अफ्रीका को तो हराया ही, साथ ही 17 साल बाद उसी देश के दिग्गज गेंदबाज वर्नोन फिलेंडर के रिकॉर्ड को भी तोड़ा.

फिलेंडर ने 2007 में अपने जन्मदिन पर वनडे में आयरलैंड के खिलाफ 12 रन देकर 4 विकेट लिए थे. ऐसा करने वाले वो पहले खिलाड़ी बने थे. वहीं इंग्लैंड के दिग्गज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने 2010 में अपने जन्मदिन पर 4 विकेट लेने वाले दूसरे खिलाड़ी बने. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 44 रन देकर 4 विकेट लिए थे. राशिद ने दोनों दिग्गजों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है और वनडे में जन्मदिन पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए हैं.

राशिद खान के अन्य रिकॉर्ड्स

1998 में जन्मे राशिद खान अब 26 साल के हो गए हैं. उन्होंने 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे मुकाबले से ही इंटरनेशनल डेब्यू किया था. इसी साल जिम्बाब्वे के खिलाफ ही उन्होंने टी20 में भी एंट्री की और 3 साल बाद साल 2018 में भारत के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला. अपने 9 साल के करियर में उन्होंने कई रिकॉर्ड्स बनाए.

वो सिर्फ 17 साल की उम्र में आईसीसी की वनडे रैंकिंग में टॉप पर पहुंच गए थे. ऐसा करने वाले वह सबसे युवा खिलाड़ी हैं. राशिद खान टी20 इंटरनेशनल में सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने सिर्फ 26 मैच में 50 विकेट चटका दिए थे. इस फॉर्मेट में सबसे तेज 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है. ये कारनामा उन्होंने 44 मैचों में कर दिया था.

साउथ अफ्रीका को किया पस्त

अफगानिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका को 312 रन का टारगेट दिया था. इसका पीछा करने पूरी टीम 134 रन ही सिमट गई. 73 रन के स्कोर पर कप्तान टेम्बा बावुमा के आउट होने के बाद राशिद खान ने 20 साल के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज नांगेलिया खरोटे के साथ गेंदबाजी की कमान संभाली. दोनों ने मिलकर 9 विकेट चटकाए और साउथ अफ्रीका को पूरी तरह पस्त कर दिया. खरोटे ने राशिद का साथ देते हुए 6.2 ओवर में सिर्फ 26 रन देकर 4 विकेट हासिल किए.

चेन्नई टेस्ट में टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन, बांग्लादेश की पहली पारी 149 रनों पर समेटी, बुमराह ने लिए 4 विकेट

बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले जा रहे इस मैच में अभी तक टीम इंडिया का दबदबा देखने को मिला है. पहले दिन की तरह दूसरे दिन के खेल में भी भारतीय खिलाड़ी बांग्लादेश पर भाड़ी पड़े हैं. खेल के पहले दिन भारतीय बल्लेबाजों का कमाल देखने को मिला था. वहीं, दूसरे दिन जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में काफी घातक गेंदबाजी देखने को मिली. जिसके चलते बांग्लादेश की पहली पारी सस्ते में निपट गई.

बुमराह के आगे ढेर हुई बांग्लादेश की बल्लेबाजी

टीम इंडिया ने मुकाबले की पहली पारी में 376 रन बनाए थे. लेकिन बांग्लादेश की टीम 149 रन बनाकर की ऑल आउट हो गई. इस पारी में जसप्रीत बुमराह भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने कुल 4 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया और बांग्लादेश की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया. बुमराह के अलावा मोहम्मद सिराज और आकाश दीप की ओर से भी काफी शानदार गेंदबाजी देखने को मिली.

मोहम्मद सिराज और आकाश दीप ने 2-2 विकेट हासिल किए. वहीं, रवींद्र जडेजा को भी दो सफलता मिली. लेकिन पहली पारी में शतकीय पारी खेलने वाले आर अश्विन खाली हाथ रहे. ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है जब अश्विन किसी घरेलू मैच में विकेट ना चटकाएं. उन्होंने इस पारी में कुल 13 ओवर फेंके जिसमें से 4 ओवर मेडल भी रहे, लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला.

टीम इंडिया को मिली 227 रनों की बढ़त

पहली पारी का खेल खत्म होने के बाद टीम इंडिया को एक बड़ी बढ़त भी मिल गई है. खेल के दूसरे दिन टीम इंडिया ने अपनी पारी को 339 रन से आगे बढ़ाया था, लेकिन उसने 376 रन तक पहुंचने में अपने बचे हुए 4 विकेट गंवा दिए. ऐसे में बांग्लादेश के पास वापसी करने का अच्छा मौका था, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकी, जिसके चलते भारतीय टीम को अब 227 रनों की बढ़त मिल गई है.

बांग्लादेश के बल्लेबाज इस पारी में पूर तरह फ्लॉप रहे. शाकिब अल हसन को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज 30 रन का आंकड़ा नहीं छू सका. वहीं, 5 बल्लेबाज को दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके. शाकिब अल हसन ने टीम के लिए सबसे ज्यादा 32 रन बनाए और मेहदी हसन 27 रन बनाकर नाबाद रहे. लिटन दास भी 22 रनों का ही योगदान दे सके. नजमुल हुसैन शान्तो ने भी सिर्फ 20 रन की पारी खेली.

रोहित शर्मा और ऋषभ पंत की एक गलती से बांग्लादेशी बल्लेबाज को मिला जीवनदान

बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में खराब शुरुआत के बाद टीम इंडिया ने दमदार वापसी की. रविचंद्रन अश्विन ने एक बेहतरीन शतक जमाया, जबकि रवींद्र जडेजा ने भी एक जोरदार पारी खेली. इन दोनों की दमदार साझेदारी की मदद से भारतीय टीम ने पहली पारी में 376 रन बनाए. इसके बाद गेंदबाजों की बारी थी और जसप्रीत बुमराह ने आते ही पहली सफलता भी दिला दी लेकिन टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और विकेटकीपर ऋषभ पंत के कारण दूसरा विकेट हाथ से फिसल गया, जिन्होंने स्टार पेसर मोहम्मद सिराज की DRS की मांग नहीं मानी. इसके चलते बांग्लादेशी बल्लेबाज को जीवनदान मिल गया.

चेन्नई टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया की पहली पारी 376 रन पर खत्म हुई, जिसके बाद बांग्लादेशी टीम पहली बार बल्लेबाजी के लिए उतरी. टीम इंडिया के लिए सुपरस्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पहले ओवर में ही ओपनर शादमान इस्लाम का विकेट हासिल कर लिया. इस विकेट ने टीम इंडिया को बेहतरीन शुरुआत दिलाई, जैसी कप्तान रोहित शर्मा ने उम्मीद की होगी. जल्द ही टीम इंडिया को दूसरा विकेट भी मिलने वाला था लेकिन पहले अंपायर ने घलत फैसला दिया और फिर कप्तान रोहित ने भी DRS नहीं लिया.

पंत ने किया मना, रोहित ने नहीं लिया DRS

चौथे ओवर में मोहम्मद सिराज गेंदबाजी कर रहे थे और उन्होंने बांग्लादेशी बल्लेबाज जाकिर हसन को लगातार परेशान किया. फिर सिराज की पांचवीं गेंद जाकिर के पैड पर लगी और LBW की जोरदार अपील हो गई. अंपायर ने इसे खारिज कर दिया. सिराज ने फिर रोहित से DRS लेने की गुजारिश की लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया. इसकी वजह विकेटकीपर ऋषभ पंत भी थे, जिन्होंने कप्तान और सिराज को ये समझाया कि गेंद लेग स्टंप के बाहर पिच हुई थी और बाहर ही निकल रही थी. रोहित ने DRS नहीं लिया और बाद में रिप्ले में दिखा कि जाकिर हसन साफ-साफ आउट थे.

आकाश दीप ने बचाया बड़ा नुकसान

रोहित-पंत की इस गलती से जाकिर हसन को जीवनदान मिल गया. वहीं सिराज के हाथ से विकेट का मौका भी फिसल गया, जिसके लिए वो लगातार बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे थे. इस गलती का टीम इंडिया को बड़ा नुकसान हो सकता था लेकिन वो तो आकाश दीप थे, जिन्होंने कप्तान और कीपर की इस गलती से टीम को बचा लिया. नौवें ओवर में आकाश दीप ने अपनी पहली गेंद पर ही जाकिर को बोल्ड कर दिया और इस तरह टीम इंडिया का बड़ा नुकसान होने से बचा लिया. जाकिर सिर्फ 3 रन बनाकर आउट हुए. आकाश ने इसके बाद अगली ही गेंद पर नए बल्लेबाज मॉमिनुल हक का विकेट भी हासिल कर लिया और इस तरह लंच तक सिर्फ 26 रन पर बांग्लादेश के 3 विकेट गिर गए थे.

टेस्ट मैच के बाद रोहित शर्मा की फिटनेस ट्रेनिंग, कोच अभिषेक नायर के साथ लगाई दौड़

भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले जा रहा है. इस मुकाबले का पहला दिन भारतीय टीम के नाम रहा. टीम इंडिया ने खेल के पहले दिन 6 विकेट के नुकसान पर 339 रन बनाए. हालांकि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला पहली पारी में शांत रहा. वह सिर्फ 6 रन ही बना सके. लेकिन पहले दिन के खेल के बाद रोहित शर्मा ने ऐसा कुछ किया, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया.

मैच खत्म होते ही किसके साथ भागे रोहित?

हाल ही में देखा गया है कि रोहित शर्मा ने अपनी फिटनेस पर काफी काम किया है. टीम इंडिया जब ब्रैक पर थी तो वह जिम में जमकर पसीना बहा रहे थे. सीरीज की शुरुआत से पहले भी प्रैक्टिस सेशन के दौरान वह काफी फिट और तेज नजर आए. उन्होंने बल्लेबाजी के साथ-साथ फिल्डिंग में भी काफी पसीना बहाया था. चेन्नई टेस्ट के पहले दिन स्टंप्स के बाद भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. वह खेल के बाद कोच अभिषेक नायर के साथ मैच के बाद ट्रेनिंग करते हुए नजर आए.

रोहित को खेल खत्म होने के तुरंत बाद दौड़ लगाते हुए देखा गया. इस दौरान रोहित के साथ कोच अभिषेक नायर भी थे. उन्होंने भी रोहित के साथ दौड़ लगाई. रोहित को इससे पहले ऐसा करते हुए बहुत कम देखा गया है. लेकिन हाल ही के दिनों में वह अपनी फिटनेस पर काफी काम कर रहे हैं. रोहित ने सीरीज की शुरुआत से पहले अपनी फिटनेस ट्रेनिंग का एक वीडियो भी शेयर किया था. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के जिम में वह काफी मेहनत करते हुए नजर आए थे. मैदान पर भी उनकी ये मेहनत जारी है.

टीम इंडिया के नाम रहा खेल का पहला दिन

चेन्नई टेस्ट में टीम इंडिया की शुरुआत कुछ खास नहीं रही. रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके. टीम ने अपने शुरुआती 3 विकेट 34 रन पर ही गंवा दिए. वहीं, 144 रन तक पहुंचते-पहुंचते टीम के 6 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए. लेकिन रवींद्र जडेजा और आर अश्विन की जोड़ी ने टीम इंडिया की वापसी करवाई. दोनों खिलाड़ी खेल के पहले दिन नाबाद रहे और टीम बोर्ड पर 339 रन लगाने में कामयाब रही. अब खेल का दूसरा दिन दोनों टीमों के लिए काफी अहम रहने वाला है. टीम इंडिया की नजर इस टोटल को बड़ा करने पर रहने वाली है. वहीं, बांग्लादेश जल्द से जल्द भारतीय टीम की पारी को खत्म करना चाहेगा.

ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 7 विकेट से हराया, ट्रेविस हेड ने खेली 154 रनों की नाबाद पारी

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला ट्रेंट ब्रिज में खेला गया. इस मैच में ट्रेविस हेड ने 154 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसके दम पर ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 7 विकेट से रौंद दिया. जॉस बटलर की गैरमौजूदगी में कप्तानी कर रहे हैरी ब्रूक ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम 49.4 ओवर में ही ऑल आउट हो गई. इस दौरान टीम ने 316 रन का लक्ष्य रखा, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 6 ओवर रहते ही चेज कर दिया और सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली और साथ ही लगातार 13 वनडे मुकाबले जीत लिए हैं.

हेड के तूफान में उड़ा इंग्लैंड

ट्रेविस हेड ने पिछले डेढ़ साल से लगातार अपनी धुआंधार बल्लेबाजी से सभी को हैरान कर रखा है. उन्होंने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत के खिलाफ गेंदबाजों की जो कुटाई शुरू की थी, वो आज भी जारी है. महज 129 गेंद में 154 रनों की तूफानी पारी से उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 316 रन के चेज को आसान बना दिया. इस दौरान 20 चौके और 5 छक्के भी जड़े. उन्होंने गेंदबाजी से भी इंग्लैंड को परेशान किया. हेड ने पहली पारी में 4.4 ओवर में 34 रन देकर 2 विकेट भी चटकाए.

हेड ने इस मुकाबले में अपने करियर का छठा शतक जड़ा और साथ ही एक रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. हेड इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में दो बार 150 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं. दूसरी ओर मार्नस लाबुशेन ने 61 गेंद में 77 रन की पारी से हेड का भरपूर साथ दिया. लाबुशेन ने पहली पारी के दौरान ऑस्ट्रेलिया को वापसी करने में भी मदद की थी. उन्होंने 6 ओवर में 39 रन देकर 3 विकेट चटकाए. इसमें बेन डकेट और कप्तान हैरी ब्रूक का अहम विकेट भी शामिल था.

हेड-लाबुशेन की अहम साझेदारी

ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 316 रन को चेज करते हुए 20 रन पर अपने कप्तान मिचेल मार्श का विकेट गंवा दिया था. इसके बाद हेड ने स्टीव स्मिथ के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी से पारी को को संभाला. लेकिन स्मिथ भी 96 रन के स्कोर पर आउट हो गए. कैमरन ग्रीन के साथ मिलकर हेड दोबारा से पारी को पटरी पर लेकर आए और तीसरे विकेट के लिए 73 रन की पार्टनरशिप की. तभी ग्रीन भी आउट हो गए.

इसके बाद मार्नस लाबुशेन क्रीज पर आए. हेड ने इस बार चौथे विकेट के लिए 148 रन की अहम साझेदारी की. लाबुशेन ने इसमें 61 गेंद में 77 रन का योगदान दिया. इस तरह दोनों ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया के लिए संयुक्त रूप से चौथे सबसे बड़े रन चेज को भी अंजाम दिया है.

अश्विन और जडेजा की साझेदारी ने टीम इंडिया को किया मजबूत : चेन्नई टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ 339 रन बनाए

चेन्नई टेस्ट के पहले दिन बांग्लादेश के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसपर यकीन कर पाना बेहद मुश्किल है. दरअसल इस मैच के पहले दो सेशन बांग्लादेश के नाम रहे और उसने टीम इंडिया के 6 विकेट 150 रनों से पहले गिरा दिए लेकिन इसके बावजूद पहला दिन टीम इंडिया के नाम रहा. टीम इंडिया ने 6 विकेट पर 339 रन बनाए और बांग्लादेश को चोट पहुंचाने में सबसे बड़ा हाथ आर अश्विन का रहा, जिन्होंने खेल खत्म होने तक नाबाद 102 रन बना लिए थे. साथ ही जडेजा ने भी नाबाद 86 रन बनाए. दिन का खेल खत्म होने के बाद अश्विन ने बताया कि कैसे जडेजा की एक बात ने उन्हें शतक तक पहुंचने में मदद की

जडेजा की वो राय जो अश्विन के काम आई

अश्विन ने मैच के बाद कमेंट्री कर रहे रवि शास्त्री के साथ बातचीत की. अश्विन ने बताया कि कैसे वो शतक बनाने में कामयाब रहे. अश्विन ने बताया कि जडेजा से उनको काफी मदद मिली. अश्विन ने कहा कि एक समय ऐसा था कि वो थकान महसूस कर रहे थे और उस दौरान जडेजा ने उनकी मदद की. जडेजा ने उन्हें कहा कि हमें दो रनों को तीन रन में बदलने की जरूरत नहीं है और इसी फॉर्मूले ने उनकी मदद की. अश्विन ने बताया कि वो चेन्नई में टीएनपीएल के टी20 मैच खेले थे तो ऐसे में उन्हें अपनी बैटिंग पर भरोसा था. अश्विन ने कहा कि जिस तरह की पिच चेन्नई की थी उसे देखकर उन्होंने ऋषभ पंत के अंदाज में बैटिंग करने का मन बनाया.

अश्विन का बड़ा कमाल

अश्विन ने चेन्नई टेस्ट में 6 विकेट गिरने के बाद क्रीज पर कदम रखा था. इसके बाद अश्विन ने ताबड़तोड़ बैटिंग करते हुए सिर्फ 58 गेंदों में हाफसेंचुरी लगाई और इसके बाद अगली 50 गेंदों में वो शतक तक पहुंच गए. अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में छठी बार शतक लगाया. उन्होंने चार शतक वेस्टइंडीज और एक-एक शतक इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ जड़ा है. अश्विन ने अपना पिछला टेस्ट शतक भी चेन्नई में ही लगाया था. 3 साल बाद अश्विन अपने घरेलू मैदान पर उतरे और उन्होंने फिर सेंचुरी लगा दी.

अश्विन ने बनाए ये रिकॉर्ड

अश्विन नंबर 8 पर उतरकर 4 शतक जड़ने वाले पहले क्रिकेटर हैं. वर्ल्ड क्रिकेट की बात करें तो डैनियल विटोरी ने भी 8 नंबर पर उतरकर 4 सेंचुरी लगाई हैं. कामरान अकमल ने 3 शतक जमाए हैं. यही नहीं अश्विन सबसे ज्यादा उम्र में टेस्ट शतक लगाने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी हैं. अश्विन ने 38 साल 2 दिन की उम्र में टेस्ट सेंचुरी लगाई. विजय मर्चेंट ने 40 साल 21 दिन की उम्र में ये कारनामा किया था.

भारत-बांग्लादेश टेस्ट मैच: रवींद्र जडेजा का शानदार अर्धशतक, टीम इंडिया को मुश्किल समय से निकाला

भारत और बांग्लादेश के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू हो गई है. सीरीज का पहला मुकाबला चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला जा रहा है. इस मुकाबले में टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के बल्ले से एक शानदार पारी आई है. टीम इंडिया के लिए मुकाबले की शुरुआत कुछ खास नहीं रही थी, लेकिन रवींद्र जडेजा ने टीम की पारी को संभालने का काम किया और एक दमदार अर्धशतक जड़ा. उन्होंने अपने टेस्ट करियर का 21वां अर्धशतक जड़ा है.

रवींद्र जडेजा ने जड़ा अर्धशतक

रवींद्र जडेजा ने ये पारी एक अहम समय पर खेली जब टीम इंडिया को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी. जडेजा जब बल्लेबाजी करने उतरे तो टीम इंडिया ने 144 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे. छठा विकेट भी इसी स्कोर पर गिर गया था. ऐसे में टीम इंडिया काफी दवाब में थी. लेकिन रवींद्र जडेजा ने काफी सोच समझकर बल्लेबाजी की और धीरे-धीरे टीम की पारी को आगे बढ़ाया. उन्होंने 73 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया. इस दौरान जडेजा के बल्ले से 5 चौके और 1 छक्का देखने को मिला.

अर्धशतक पूरा किया. इस दौरान जडेजा के बल्ले से 5 चौके और 1 छक्का देखने को मिला.

अश्विन के साथ मिलकर टीम को संभाला

टीम इंडिया ने अपने 6 विकेट 144 रन ही गंवा दिए थे. इसके बाद रवींद्र जडेजा ने आर अश्विन के साथ मिलकर शानदार साझेदारी की. दोनों खिलाड़ियों ने 7वें विकेट के लिए 100 से ज्यादा रन जोड़ दिए हैं और खबर लिखने तक दोनों ही बल्लेबाज अपने-अपने अर्धशतक जड़कर क्रीज पर मौजूद हैं. यह टेस्ट मैचों में बांग्लादेश के खिलाफ भारत की ओर से सातवें विकेट या इससे नीचे की सबसे बड़ी साझेदारी है, जिसने 2004 में ढाका में सचिन तेंदुलकर और जहीर खान के बीच 10वें विकेट के लिए बनाई गई 133 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ दिया है. बता दें, बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में रवींद्र जडेजा का ये तीसरा अर्धशतक है. ये तीनों अर्धशतक भारत में ही आए हैं.

जडेजा की बल्लेबाजी में आया बड़ा बदलाव

पिछले कुछ सालों में रवींद्र जडेजा ने टेस्ट फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए बल्ले से काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. साल 2016 तक जडेजा ने 38 पारियों में 26.5 के औसत से सिर्फ 848 रन ही बनाए थे और 4 अर्धशतक जड़ थे. लेकिन साल 2017 के उनके प्रदर्शन में काफी बदलाव देखने को मिला है. 2017 से उन्होंने 43.1 के औसत से टेस्ट में रन बनाए हैं और 17 अर्धशतक भी जड़े हैं. टेस्ट में उनके नाम 4 शतक हैं, ये सभी शतक 2016 के बाद ही आए हैं

विराट कोहली की टेस्ट क्रिकेट में वापसी पर फ्लॉप शुरुआत: बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में 6 रन बनाकर हुए आउट

टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली करीब 9 महीने के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की. चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ हो रहे मुकाबले विराट फ्लॉप हो गए. वह पहली पारी में सिर्फ 6 रन बनाकर आउट हो गए. बांग्लादेश के तेज गेंदबाज हसन महमूद ने उनका शिकार किया. महमूद ने आउट साइड ऑफ पर फुल लेंथ की गेंद फेंकी. इस पर विराट खेलने गए और विकेटकीपर लिट्टन दास को एक आसान कैच थमा दिया. वह एक बेहद ही खराब शॉट खेलकर पवेलियन लौट गए. महमूद ने इसके साथ भारतीय टीम को तीसरा झटका दिया. इसके पहले वो रोहित शर्मा और शुभमन गिल को आउट कर चुके थे.

एक गलती के कारण छोड़ना पड़ा मैदान

विराट की पिछली 10 टेस्ट पारियों को देखें तो उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने दो अर्धशतक और दो शतक भी जमाए हैं. लेकिन टेस्ट मैच से वह करीब 9 महीने से दूर थे और टी20 क्रिकेट खेल रहे थे, जिसका असर चेन्नई में देखने को मिला. उन्होंने आउटसाइड ऑफ की गेंद को खेलने की कोशिश में अपनी विकेट गंवा दी. हसन महमूद ने शरीर से दूर गेंद फेंकी थी, जो पड़कर और चौथे स्टंप की तरफ जा रही थी. कोहली इस गेंद को छेड़ने गए और 6 रन के निजी स्कोर पर स्लिप में आउट हो गए. विराट इससे पहले भी चौथे-पांचवें स्टंप की गेंदों को छेड़कर आउट होते रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात ये रही कि केवल चौथा ही मैच खेल हसन महमूद ने उनकी इस कमजोरी का फायदा उठा लिया.

कोहली का फ्लॉप शो जारी

विराट कोहली टी20 वर्ल्ड कप 2024 से लगातार फ्लॉप होते आ रहे हैं. टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में खेली गई उनकी अर्धशतकीय पारी को छोड़ दें तो वह इंटरनेशनल क्रिकेट की पिछली 10 पारियों में रन बनाने में नाकाम रहे हैं. कोहली पिछली 10 पारियों में केवल एक अर्धशतक जड़ सके हैं. बांग्लादेश से पहले उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज खेली थी. श्रीलंका दौरे के 3 पारियों में वह केवल 58 रन बना सके थे. उसके पहले टी20 वर्ल्ड कप के 8 पारियों में वह केवल 151 रन बना सके थे, जिसमें फाइनल में खेली गई 76 रन की पारी भी शामिल है.