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कर्नाटक बीजेपी नेताओं के साथ आरएसएस पदाधिकारियों की हुई बैठक, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

कर्नाटक बीजेपी नेताओं के साथ आरएसएस पदाधिकारियों की बैठक हुई. सदाशिव नगर के राज्योत्सव परिषद कार्यालय में 6 घंटे तक चली बैठक में बीजेपी के 40 चुनिंदा नेताओं ने शिरकत की. सूत्रों के मुताबिक आरएसएस के पदाधिकारी पार्टी के क्रिया कलाप से खासे नाराज दिखे. बीजेपी नेताओं को संघ पदाधिकारियों ने फटकार भी लगाई.

बैठक में संगठन से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें पार्टी नेताओं के सार्वजनिक बयानबाजी से संघ के पदाधिकारी बिफरे नजर आये.

आरएसएस ने निर्देश दिया कि पार्टी के मुद्दों पर पार्टी के मंच पर चर्चा होनी चाहिए. सार्वजनिक चर्चा से परहेज किया जाना चाहिए.

पार्टी नेताओं को एकजुट होकर काम करने का निर्देश

सूत्रों के मुताबिक संघ पदाधिकारियों ने बीजेपी में एक तरफा फैसले लेने का भी विरोध किया और कहा कि फैसले पार्टी नेता सामूहिक तौर पर ले. संघ ने पार्टी नेताओं को ये भी निर्देश दिया कि सभी नेता आपस में मिलकर काम करें.

बैठक में पार्टी ने कई नेताओं खासकर वासन गौड़ा पाटिल, रमेश जरकिहोली, अरविंद लिंबवड़ी ने मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष के कार्यशैली के खिलाफ बैठक में शिकायत दर्ज करवाई थी.

सूत्रों के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र ने बैठक में सफाई देते हुए कहा कि वो संगठन के सभी लोगों से बातचीत करके ही फैसला लेते हैं. आगे से इसका और ख्याल रखा जायेगा.

आरएसएस ने सीधा-सीधा ये भी कहा कि हर मामले पर दिल्ली की तरफ देखने की जरूरत नहीं है. सब कुछ आलाकमान ही संभालेगा तो आप क्या करेंगे? राज्य स्तर पर भी चर्चा करके पार्टी के नेता आपस में कुछ मुद्दों पर फैसला ले सकते हैं.

दूसरे दलों से आये नेताओं के कल्चर पर जताई चिंता

संघ के तरफ से दूसरे दलों से आये हुए नेताओं के पार्टी में बढ़ते प्रभाव और कल्चर पर भी चिंता जताई गई. संघ ने बैठक के दौरान कहा कि बीजेपी कांग्रेस की तरह नहीं हो सकती. हमे हिंदू ,हिंदुत्व और हमारे संस्कृति की रक्षा के लिए आगे बढ़ना ही होगा.

बैठक में ही संघ पदाधिकारियों ने ये भी कहा कि अमूमन वो बीजेपी के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करते लेकिन पार्टी की अंदरूनी कलह और बिगड़ती स्थित को देखते हुए उन्हें हस्तक्षेप करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

दरअसल ये बैठक बीजेपी समन्यवय और कर्नाटक बीजेपी में नेताओं के बीच आपसी सिर फुटव्वल को देखते हुए बुलाई गई थी.

बैठक में संघ के सह सरकार्यवाह मुकुंद, बीजेपी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष, कर्नाटक के प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र सहित बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता बैठक में शामिल हुए.

मंगेश यादव एनकाउंटर: अखिलेश यादव ने की परिजनों से मुलाकात, बीजेपी पर साधा निशाना

उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर ज्वेलर्स लूट कांड के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर राजनीति तेज हो गई है. मंगेश यादव एनकाउंटर को लेकर विपक्ष सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर हमलावर है. हाल में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने उसके घर जाकर शोक व्यक्त किया था. वहीं, अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने मंगेश यादव के परिजनों से मुलाकात की है.

शुक्रवार को सुल्तानपुर ज्वेलर्स लूट कांड के आरोपी मंगेश यादव के परिजनों ने अखिलेश यादव से मुलाकात की. सपा प्रमुख ने खुद इसकी पुष्टी अपने अधिकारिक एक्स अकाउंट पर की है. साथ ही मंगेश यादव के परिजनों के साथ एक तस्वीर भी साझा किए है. उन्होंने कहा कि इस घटना की गहन जांच और सख़्त कार्रवाई ही कानून-व्यवस्था में जनता के खोए हुए विश्वास को वापस ला सकती है.़

BJP ने शासन-प्रशासन का नैतिक आधार खो दिया है

सपा नेता अखिलेश यादव ने अपने एक्स पर लिखा कि, ‘तथाकथित एनकाउंटर में जिस युवा मंगेश यादव का जीवन चला गया, उसके शोक-संतप्त परिवार का कहना है कि पुलिस मंगेश को 2 सितंबर को ले गई थी और 5 सितंबर को उसका एनकाउंटर दिखाया गया.’ उन्होंने मंगेश यादव एनकाउंटर को लेकर बीजेपी पर भी निशाना साधा है.

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने शासन-प्रशासन का नैतिक आधार खो दिया है. मंगेश यादव एनकाउंटर की गहन जांच और सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए. इससे कानून-व्यवस्था में जनता के खोए हुए विश्वास वापस आ सकती है. मंगेश यादव की मौत को लेकर समाजवादी पार्टी यादव और पीडीए कार्ड खेलने में लगी है. वहीं, कांग्रेस ने इस एनकाउंटर को मर्डर बताया है.

कांग्रेस नेता ने मंगेश यादव को बताया देश का भविष्य

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने 9 सितंबर को मंगेश यादव के घर पहुंचकर अपनी संवेदना व्यक्त की थी. इस दौरान उन्होंने एनकाउंटर की घटना की निंदा की और कहा कि जिसका पिता गाड़ी चलाता है वो अपराधी कैसे हो सकता है. मंगेश यादव अपने माता पिता का इकलौता बेटा था. कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार की तरफ से अधिकारियों से दबाव में काम कराया जा रहा है. सरकार अपनी मनमानी चला रही है. देश के भविष्य और नौजवानों की हत्या करा रही है.

आधार अपडेट की लास्ट डेट नजदीक, 14 सितंबर के बाद लगेगी फीस

आधार कार्ड अपडेट करवाने की लास्ट डेट 14 सितंबर है, जिसके बाद मुफ्त में आधार अपडेट की सुविधा समाप्त हो जाएगी. अगर आपने अपने आधार में कोई जानकारी, जैसे कि नाम, बर्थ डेट या दूसरी डिटेल अपडेट करवानी है, तो आपके पास ये काम 14 सितंबर तक मुफ्त में करवाने का मौका है. इसके बाद आपको फीस भरनी होगी.

यूआईडीएआई (UIDAI) की ओर से यह घोषणा की गई थी कि आधार अपडेट के लिए फ्री सर्विस केवल कुछ समय के लिए दी जा रही है. तय समय के पूरा होने के बाद फिर से फीस (करीब 50 रुपये) लागू हो जाएगी. ये फ्री सर्विस ऑनलाइन तरीके से ही उपलब्ध है, जबकि ऑफलाइन (आधार केंद्र पर जाकर) अपडेट करवाने के लिए पहले से ही चार्ज लिया जा रहा है.

आधार अपडेट की लास्ट डेट: 14 सितंबर 2023

आधार अपडेट की फीस: 14 सितंबर के बाद, ऑनलाइन अपडेट के लिए ₹50 देना होगा.

ऑनलाइन आधार अपडेट: myAadhaar पोर्टल से मुफ्त में 14 सितंबर तक आधार अपडेट कर सकते हैं.

AADHAAR अपडेट करवाने का ऑनलाइन तरीका

आधार की वेबसाइट myaadhaar.uidai.gov.in पर जाएं.

आधार नंबर और रजिस्टर्ड नंबर पर आए OTP की मदद से लॉग इन करें.

अपनी पहचान और एड्रेस डिटेल को रिव्यू करें, जानकारी अपडेट करने के लिए ड्रॉप-डाउन मेन्यू से डॉक्यूमेंट का ऑप्शन सलेक्ट करें.

ध्यान रहे आप जो फाइल अपडेट कर रहे हैं, उसका साइज 2MB से कम हो और वो JPEG, PNG, या PDF फॉरमेट में हो.

बेहतर होगा कि आखिरी मौके पर सर्वर डाउन जैसी समस्या से बचने के लिए आप आधार डिटेल अपडेट करने का काम जल्द से जल्द निपटा लें.

बता दें आधार कार्ड भारतीय नागरिकों की पहचान के लिए अनिवार्य डॉक्यूमेंट है, जिसे यूआईडीएआई (UIDAI) की तरफ से जारी किया जाता है. इसमें 12 डिजिट का खास नंबर होता है, जिसे हर भारतीय नागरिक के लिए जारी किया जाता है. आधार कार्ड में पर्सनल डिटेल जैसे नाम, बर्थडेट, पता और बायोमेट्रिक डेटा (उंगलियों के निशान और आंखों की पुतलियों का स्कैन) शामिल होते हैं.

आधार एक वैलिड आईडी प्रूफ है, जिसे बैंक, सरकारी स्कीम और दूसरी सर्विस में पहचान के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ लेने के लिए आधार अनिवार्य हो चुका है. आधार के जरिए किसी भी व्यक्ति की डिटेल जल्दी और सटीक तरीके से वेरिफाई की जा सकती है.

छोटे बच्चों में फोन की आदत को कम करने के लिए स्कूल की अनोखी पहल

स्कूल एक ऐसी जगह होती है जहां से बच्चे जिन्दगी के सबसे बड़े सबक सीखते हैं. यहां से बच्चे जो भी सीखते हैं अक्सर वो हर चीज उनके साथ हमेशा रहती है और इसलिए बहुत जरूरी है कि उनको शिक्षा के साथ अच्छी बातें भी सिखाई जाएं ताकी वो उनके साथ जीवनभर रहें. ऐसी ही कोशिश की उत्तर प्रदेश के बदायूं के एक स्कूल में पढ़ाने वाली टीचर्स ने. उन्होंने बच्चों की फोन की आदत छुटाने के लिए एक ऐसा नाटक किया जिससे छोटे बच्चों में फोन ना इस्तेमाल करने की सीख मिली.

आज कल देखने में आ रहा है कि छोटे-छोटे बच्चों में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की आदत कुछ ज्यादा ही बढ़ती चली जा रही है और अक्सर घर वाले भी इस आदत को नजरअंदाज कर देते हैं जिससे बच्चों की आंखों पर बहुत छोटी सी उम्र से खराब प्रभाव पड़ने लगता है लेकिन बदायूं के एक प्राइवेट स्कूलों ने छोटे बच्चों की मोबाइल फोन छुड़ाने की आदत को एक नाटक के जरिए मासूम बच्चों के सामने पेश किया और वह नाटक खत्म होने के बाद जब बच्चों के हाथों में मोबाइल फोन देने की कोशिश की गई तो बच्चे फोन से दूर होते नजर आए.

आंख पर पट्टी बांधकर किया नाटक

उन्होंने फोन छूने से मना कर दिया. बदायूं के एक प्राइवेट एचपी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल की कुछ शिक्षिकाओं ने आंख पर पट्टी बांधकर मासूम बच्चों के सामने रोने का नाटक किया और जब पूछा गया कि वह क्यों रो रही हैं तो उन्होंने बच्चों के सामने बताया कि वह मोबाइल फोन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करती थी और अब उनकी आंखों से खून आने लगा है. मासूम बच्चों को यह नहीं मालूम था कि उनके सामने नाटक हो रहा है लेकिन अपने टीचर की ऐसी हालत देखकर बच्चे घबरा गए.

बच्चों को दी बड़ी सीख

उन्होंने यह तय किया कि अब वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगे और ऐसा हुआ भी. जब टीचर्स ने नाटक खत्म किया और उसके बाद बच्चों को मोबाइल फोन देने की कोशिश की गई तो बच्चों ने मोबाइल फोन छूने से इनकार कर दिया. स्कूल की टीचर्स की इस पहल को काफी जगह सराहा जा रहा है. इस पूरे एक्ट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था जहां लोगों ने स्कूल टीचर्स के इस नाटक की काफी तारीफ की और कहा कि छोटे-छोटे बच्चों को ऐसे ही प्यार से समझाया जाना चाहिए.

दिल्ली-एनसीआर में मौसम की करवट, तेज बारिश से लोगों की मुश्किलें बढ़ी

दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने करवट ले ली है. आसमान में बादल तो रात से ही छाए हुए थे, लेकिन सुबह से ही आसमान में अचानक काली घटाएं छा गई और दिन चढ़ते ही रात जैसी स्थिति बन गई. देखते ही देखते गाजियाबाद, नोएडा और गुरुग्राम समेत दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश होने लगी. इसके चलते अपने घरों से दफ्तरों के लिए निकले लोग बीच रास्ते में ही फंस कर रह गए. वहीं कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई. हालत ये है कि शाम के वक्त चार बजे से ही अंधेरा छा गया.

बीते तीन-चार दिनों से लगातार कहीं हल्की फुहारें तो कहीं झमाझम बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश से हर जगह सड़कों पर पानी भर गया है. पानी भर जाने और निकासी ना हो पाने के चलते सड़कों पर लंबे जाम की स्थिति बनी हुई है. लो प्रेशर का असर दिल्ली एनसीआर से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार के अलावा राजस्थान के बड़े हिस्से में पड़ने की संभावना जताई गई थी जिसका असर भी देखने को मिल रहा है.

लोगों का आना-जाना हुआ मुश्किल

दिल्ली से सटे एनसीआर के गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम, नजफगढ़ और द्वारका जैसे इलाकों में तेज बारिश से लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है. जहां मौसम सुहाना बना हुआ है वहीं दूसरी तरफ दिन में कुछ-कुछ इलाकों में हल्की धूप खिलने से उमस भी देखने को मिल रही है. मौसम विभाग के दिल्ली केंद्र के मुताबिक अभी पूरे दिन रूक रुककर बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है. उधर, शुक्रवार की सुबह-सुबह अपने घरों से कामकाज के लिए निकले लोग इस बारिश की वजह से फंस गए.

दिल्ली गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर लगा जाम

सड़कों पर कई जगह जाम लग गया क्योंकि लोग भींगने से बचने के लिए पेड़ों या फिर फ्लाई ओवर के नीचे अपनी बाइक रोक कर खड़े हो गए थे. गुरुग्राम में हो रही वर्षा के दौरान साइबर सिटी के एंबिएंस मॉल के सामने दिल्ली गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे की लेन जलमग्न हो गई। साथ ही काले बादलों के साथ घिरा आसमान के चलते इस कदर अंधेरा छा गया कि लोगों को अपने वाहनों की हेडलाइट जलानी पड़ी. ये हाल शाम को 4 बजे का था जब पूरी तरह से अंधेरा छा गया. इससे पहले बृहस्पतिवार के लिए मौसम विभाग ने आरेंज अलर्ट जारी किया था, विभिन्न क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना भी जताई थी. बृहस्पतिवार को बारिश तो ज्यादा नहीं हुई लेकिन पूरा दिन बादल जरूर छाए रहे.

फुकेट जाने वाली इंडिगो फ्लाइट पेनांग डायवर्ट, खराब मौसम के कारण बदला रूट

इंडिगो की मुंबई से थाईलैंड के फुकेट जा रही फ्लाइट को शुक्रवार को मलेशिया के पेनांग की ओर डायवर्ट कर दिया. बुधवार को खराब मौसम के कारण विमानन कंपनी ने यह फैसला किया. हालांकि कुछ लोगों ने विमान डायवर्ट किये जाने की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए भी दी है.

विमानन कंपनी इंडिगो की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि फुकेट में मौसम खराब था. इस कारण मुंबई से फुकेट जा रही फ्लाइट 6ई 1701 का रूट डायवर्ट करने का निर्णय किया गया है. फ्लाइट को निकटतम हवाई अड्डे मलेशिया के पेनांग की ओर डायवर्ट कर दिया गया है, ताकि उसे सुरक्षित रूप से पेनांग में उतारा जा सके.

विमानन कंपनी की ओर से बताया गया है कि फुकेट (थाईलैंड) तक उड़ान संचालन के लिए आवश्यक अनुमति थाईलैंड सरकार से मांगी गई है. सरकार की ओर से अनुमति प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है, हालांकि इसमें कुछ विलंब लग सकता है.

खराब मौसम के कारण फ्लाइट की रूट डायवर्ट

विमानन कंपनी की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि फ्लाइट के पैसेंजर्स को अप्रत्याशित रूप से रूट डायवर्ट किये जाने की जानकारी दी गई है और यात्रियों को कोई असुविधा नहीं हो. इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. यात्रियों के लिए जलपान की भी व्यवस्था की गयी है.

हालांकि विमानन कंपनी ने फ्लाइट में सवार यात्रियों की संख्या को लेकर कोई खुलासा नहीं गया है. फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटराडार24 के अनुसार यह फ्लाइट ए320 श्रेणी के विमान से संचालित हो रही है.

यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर लिया फैसला

इंडिगो की ओर से कहा गया है कि विमानन कंपनी का इससे कोई प्रत्यक्ष संबंध था. इसके बावजूद यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ये कदम उठाये गये हैं. और आवश्यक एहतियात के तौर पर फ्लाइट को पेनांग की ओर डायवर्ट कर दिया गया है.

विमानन कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मौसम विभाग ने थाइलैंड में खराब मौसम की जानकारी दी थी. उसके बाद ही कंपनी की ओर से फ्लाइट को डायवर्ट करने का फैसला किया गया है.

गणेश विसर्जन 2024: जानें विसर्जन के शुभ मुहूर्त और समय

गणेश चतुर्थी का त्योहार धूम-धाम से मनाया जा रहा है और इसकी झलकियां भी खूब देखने को मिल रही हैं. अब धीरे-धीरे बप्पा के विसर्जन का समय भी नजदीक आ रहा है. यूं तो 10 दिन बाद बप्पा का विसर्जन किया जाता है लेकिन आप उससे पहले भी ऐसा कर सकते हैं. अगर आप 7वें दिन बप्पा की मूर्ति को विसर्जित करना चाहते हैं तो इसका भी सही समय है. अगर सही ग्रह-नक्षत्र के दौरान बप्पा का विसर्जन किया जाए तो इसे शुभ माना जाता है और इससे लाभ होता है.

13 सितंबर के शुभ मुहूर्त क्या हैं?

गणेश चतुर्थी के दौरान विसर्जन के 4 दिन होते हैं. डेढ़ दिन पर, 3 दिन पर, 7 दिन पर या फिर 10वें दिन यानि अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. सातवें दिन का विसर्जन हो रहा है. अगर आप भी 7वें दिन बप्पा की मूर्ति का विसर्जन करने जा रहे हैं तो आपको इसका सही मुहूर्त जान लेना चाहिए. पांचांग की मानें तो सुबह 6 बजकर 4 मिनट पर शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगा और ये 10 बजकर 43 मिनट तक रहेगा. इसके बाद दूसरा मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर शुरू होगा और ये दोपहर 01 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. शाम के शुभ मुहूर्त की बात करें तो आप 04 बजकर 54 मिनट से लेकर 06 बजकर 27 मिनट के बीच में बप्पा की मूर्ति का विसर्जन कर सकते हैं.

सबसे महत्वपूर्ण कौन सा दिन है?

बप्पा को लेकर भक्तों के बीच अपार श्रद्धा है और खासतौर पर गणेश चतुर्थी के मौके पर तो भक्तों का अलग ही समर्पण भाव भगवान को लेकर दिखता है. पहले तो भक्त अपने घर में बप्पा का स्वागत करते हैं. उन्हें 10 दिनों तक अपने घरों में रखते हैं, उनकी पूजा करते हैं. इसके बाद भक्त उनका विसर्जन करते हैं. ये बहुत ही भावुक क्षण भी होता है. भक्त, भगवान से अगले सार फिर से मिलने का वादा करते हैं और विदा लेते हैं. बप्पा की विदाई के 4 दिन शुभ माने गए हैं. लेकिन इनमें से सबसे शुभ होता है अनंत चतुर्थी का दिन. मतलब कि 10वां दिन. 10वें दिन भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है और इस दिन को ही गणेश विसर्जन के तौर पर जाना जाता है.

कब है अनंत चतुर्दशी

साल 2024 में अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर को पड़ रही है. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी 16 सितंबर, 2024 को दोपहर 3 बजकर 10 मिनट से शुरू हो रही है. इसका समापन अगले दिन 17 सितंबर को 11 बजकर 44 मिनट पर होगा. इस लिहाज से अनंत चतुर्दशी मंगलवार के दिन 17 सितंबर को मनाई जाएगी.

पंजाब में एनआईए की छापेमारी, जानिए किस मामले में हुआ एक्शन


राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को पंजाब के कई हिस्सों में छापेमारी की. ये छापेमारी पंजाब के मोगा, अमृतसर , गुरदासपुर , जालंधर में हुई. ये छापेमारी कनाडा के ओटावा स्थित भारतीय हाई कमीशन में खालिस्तान समर्थक के हमले के मामले में हुई. एनआईए ने इस मामले में पिछले साल जून में केस दर्ज किया था. इस मामले में पंजाब के खंडूर साहिब से निर्दलीय संसद अमृत पाल सिंह का साला अमर जोत सिंह आरोपी है .

एनआईए ने एफआईआर में लिखा है कि मार्च 2023 में कनाडा के ओटावा स्थित भारतीय हाई कमीशन पर खालिस्तान समर्थकों ने धरना प्रदर्शन किया था, जिसमें भारत विरोधी नारे लगाना, कमीशन की दीवार पर खालिस्तानी झंडे लगाना और हैंड ग्रेनेड फेंकना शामिल था.

पिछले साल ओटावा स्थित उच्चायोग पर हमले के बाद भारत और कनाडा के संबंधों में दरार आ गई थी. मामला इतना बढ़ गया था कि भारत ने सुरक्षा का हवाला देते हुए कनाडा से अपने 41 राजनयिक वापस बुला लिए थे, जिसके जवाब में कनाडा ने भी अपने राजनयिक वापस बुला लिए थे. कुछ समय बाद दोनों देशों के संबंध सामान्य हो गए थे.

यह विरोध-प्रदर्शन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का दोष भारत पर मढ़ने की कोशिश के बाद भड़के थे. इसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों में काफी तनाव आ गया था. गौरतलब है कि निज्जर की जून में ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. खालिस्तान समर्थक निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाते हुए विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए गए, जिसमें कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका के दूतावास शामिल थे

ओडिशा में पूर्व-अग्निवीरों को मिलेगा 10 प्रतिशत आरक्षण, सरकार ने दी मंजूरी

ओडिशा सरकार ने गुरुवार को पूर्व-अग्निवीरों के लिए राज्य में 10 प्रतिशत आरक्षण की मंजूरी दी है. राज्य सरकार की ओर से पूर्व-अग्निवीरों को पुलिस, वन, आबकारी, अग्निशमन सुरक्षा संबंधी सेवाओं के लिए भर्ती में ये आरक्षण की मंजूरी दी गई है. सरकार ने शापूरजी पालोनजी पोर्ट मेंटेनेंस प्राइवेट लिमिटेड और ओडिशा स्टीवडोर्स लिमिटेड से इक्विटी शेयर को अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) को हस्तांतरित करने की भी अनुमति दी.

मुख्य सचिव मनोज आहुजा ने कहा कि इस संबंध में प्रस्ताव को मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई. कैबिनेट ने सरकारी कर्मचारियों की अविवाहित और सौतेली बेटियों को अनुकंपा के आधार पर नौकरियां देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी.

ग्रुप ‘सी’ और ‘डी’ पदों में उम्र सीमा में 3 साल की छूट

ओडिशा सरकार की प्रस्तावित नियमों का लक्ष्य पूर्व-अग्निवीरों को सुरक्षा से संबंधित पुलिस, वन, आबकारी, अग्निशमन या अन्य सेवाओं में अवसर उपलब्ध कराना है. सरकार ने इससे पहले राज्य की सुरक्षा संबंधी सेवाओं में समूह सी और डी के पदों पर पूर्व-अग्निवीरों की भर्ती में 10 प्रतिशत आरक्षण को मंजूरी दी थी.

अग्निवीरों को ये आरक्षण संबंधित भर्ती नियमों के अनुसार पदों के लिए मांगी गई आवश्यक न्यूनतम योग्यता के आधार पर भूतपूर्व सैनिकों को दिए जाने वाले आरक्षण के अतिरिक्त होगा. सुरक्षा संबंधी सेवाओं के समूह ‘सी’ और ‘डी’ पदों की सीधी भर्ती में अग्निवीरों को अत्यधिक उम्र सीमा में तीन साल की छूट दी गई है. उन्हें शारीरिक दक्षता परीक्षा से भी छूट दी गई है.

मुख्य सचिव ने पत्रकारों को बताया कि अदाणी पोर्ट्स ने इससे पहले रीयल एस्टेट समूह शापुरजी पालोनजी ग्रुप (एसपी ग्रुप) से गोपालपुर पोर्ट में 56 प्रतिशत और उड़ीसा स्टीवडोर्स में 39 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी. गोपालपुर पोर्ट परियोजना में अदाणी पोर्ट्स की 95 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी जबकि उड़ीसा स्टीवडोर्स की शेष पांच प्रतिशत हिस्सेदारी होगी.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आज

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में ही रहेंगे या उन्हें राहत मिलेगी, इसका पता आज चल जाएगा. सुप्रीम कोर्ट केजरीवाल की जमानत याचिका पर आज अपना फैसला सुनाएगा. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच फैसला सुनाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों की जिरह के बाद 5 सितंबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था.

केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की हैं. पहली जमानत याचिका और दूसरी सीबीआई द्वारा की गई गिरफ्तारी और रिमांड को चुनौती दी गई है. ED के केस में केजरीवाल को जमानत मिल चुकी है जबकि यह मामला CBI की ओर से की गई गिरफ्तारी और रेगुलर बेल से जुड़ा है. ईडी मामले में केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई को जमानत मिली थी.

ईडी केस में अंतरिम जमानत मिलने के बाद सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल 26 जून को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था.

सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षित रखा था फैसला

सुप्रीम कोर्ट पांच सितंबर को केजरीवाल की जमानत याचिका पर फैसला 5 सितंबर को सुरक्षित रखा था. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.

सिंघवी ने पेश की थीं ये दलीलें

पिछली सुनवाई के दौरान अरवंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कई दलीलें पेश की थीं.

केजरीवाल को तत्काल रेगुलर जमानत मिलनी चाहिए.

केजरीवाल की गिरफ्तारी जानबूझकर की गई.

जेल में रखने के लिए केजरीवाल को अरेस्ट किया गया

केजरीवाल के खिलाफ कोई नया सबूत नहीं.

CBI की FIR में केजरीवाल का नाम तक नहीं

FIR में केजरीवाल का नाम बाद में जोड़ा गया.

CBI ने 2 साल बाद केजरीवाल को गिरफ्तार किया.

सिर्फ एक गवाही का आधार बनाकर उनकी गिरफ्तारी हुई.

PMLA केस में केजरीवाल की दो बार रिहाई हुई.

नॉन अरेस्ट को गिरफ्तारी के मामले में बदल दिया गया.

दोबारा गिरफ्तारी से पहले नोटिस नहीं दिया गया.

केजरीवाल एक राजनीतिक व्यक्ति हैं, वह कहीं भाग नहीं रहे

केजरीवाल को राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने से रोक गया.

CBI द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी उचित नहीं है.

सिंघवी ने कहा कि जमानत नियम है और जेल अपवाद है.

SC का ये फैसला ED और CBI मामले में भी लागू होगा.

केजरीवाल के मामले में भी लागू होगा.

CBI ने दी थीं ये दलीलें

ASG ने कहा कि केजरीवाल शराब घोटाले में मुख्य आरोपी हैं. उनके खिलाफ सबूत हैं.

सिसोदिया, कविता, सभी ट्रायल कोर्ट से गुजरे. केजरीवाल सांप-सीढ़ी का खेल खेल रहे

CBI सीबीआई की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका सही नहीं है.

किसी भी संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन नहीं हुआ है.

जांच के आधार पर मजिस्ट्रेट ने गिरफ्तारी की मंजूरी दी.

CBI की अर्जी को राउज एवेन्यू कोर्ट से अनुमति मिली थी.

कोर्ट की अनुमति के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी.