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अखिलेश यादव का दावा, फर्जी एनकाउंटरों में 60 फीसदी लोग पीडीए के मारे गए

लखनऊ । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स के माध्य्म से कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि यदि एनकाउंटर पर कोई शक है तो न्यायालय में जाकर गुहार लगाएं। ऐसे लोगों से बस इतना पूछना है कि क्या न्यायालय से किसी की जान भी वापस मिल सकती है।

उन्होंने कहा कि भाजपा राज में एनकाउंटर का आंकड़ा गैर कानूनी हत्याओं की नाइंसाफी का भी आंकड़ा है। साथ ही पीडीए के विरुद्ध हुए अन्याय का भी। फर्जी मुठभेड़ में मारे गए 60 प्रतिशत लोग पीडीए से हैं, जबकि 21 प्रतिशत के बारे में जातिगत आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया है कि प्रदेश में जो एनकाउंटर हुए हैं उनमें से ज्यादातर फेक हैं और इनमें मारे जाने वाले 60 प्रतिशत पीडीए के लोग हैं।

पर्यटकों के लिए खोली गयी भारत-नेपाल सीमा,यह अंतरराष्ट्रीय सीमा कोविड-19 के प्रकोप के दौरान बंद कर दी गयी थी

लखनऊ। भारत और नेपाल के मध्य अंतरराष्ट्रीय सीमा को पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए खोल दिया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय सीमा कोविड-19 के प्रकोप के दौरान बंद कर दी गयी थी। पर्यटन के दृष्टिकोण से यह सीमा भारत और नेपाल के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इसके खुलने से पर्यटक भारत तथा नेपाल के प्राकृतिक एवं रमणीक स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे। इससे दोनों देशों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक सम्बंधों को मजबूती मिलेगी। यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।

धनगढ़ी और गौरीफंटा क्रासिंग दो वर्षों से बंद थी

जयवीर सिंह ने बताया कि भारत नेपाल के बीच स्थित धनगढ़ी और गौरीफंटा क्रासिंग दो वर्षों से बंद थी। गौरीफंटा-धनगढ़ी सीमा को फिर से खोला जाना प्रकृति प्रेमियों के लिए विशेष महत्व है। यह मार्ग विभिन्न परिदृश्यों तथा विविध वन्य जीवन तक सीधी पहुंच प्रदान करता है। उप्र के लखीमपुर जनपद में स्थित दुधवा राष्ट्रीय उद्यान संरक्षित वन क्षेत्र है। घने जंगलों से घिरा यह इलाका रॉयल बंगाल टाइगर के लिए सबसे उपयुक्त क्षेत्र है। हर साल बड़ी संख्या में वन्य जीव प्रेमी यहां पहुंचते हैं। यह राष्ट्रीय उद्यान नेपाल के धनगढ़ी शहर से लगा हुआ है।

पर्यटकों को बर्दिया राष्ट्रीय उद्यान करता है खासा आकर्षित

पर्यटन मंत्री ने बताया कि भारत की ओर से नेपाल जाने के इच्छुक पर्यटकों को बर्दिया राष्ट्रीय उद्यान खासा आकर्षित करता है। नेपाल की सैर पर जाने वालों को बर्दिया उद्यान में बाघों और एक सींग वाले गैंडों की वृहद आबादी देखने को मिलती है। शुक्ला फांटा राष्ट्रीय पार्क लुभावने दृश्य और जैव विविधता का जीता-जागता उदाहरण है। यह एशिया का दूसरा सबसे बड़ा घास का मैदान है। वहीं, नेपाल में चितवन राष्ट्रीय उद्यान, जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है, जाे पर्यटकों की पहली पसंद है। यह घने जंगलों, वन्यजीव सफारी और अद्भुत जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। लम्बे समय बाद भारत और नेपाल के पर्यटकों को एक-दूसरे देश में फिर से जाने और घूमने का अवसर मिलेगा। नेपाल में मौजूद पर्यटन स्थल न केवल प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग समान है, बल्कि दोनों (भारत और नेपाल) देशों के बीच आध्यात्मिक साधकों के लिए एक प्रवेश द्वार भी है।

एक बार फिर खुलना बौद्ध पर्यटकों के लिए खुशखबरी

जयवीर सिंह ने बताया कि गौरीफंटा-धनगढ़ी अंतरराष्ट्रीय सीमा का एक बार फिर खुलना बौद्ध पर्यटकों के लिए खुशखबरी है। यह मार्ग नेपाल से आने वाले पर्यटकों को उत्तर प्रदेश के विभिन्न वन्य जीव अभ्यारण्यों तथा सारनाथ, कुशीनगर जैसे पवित्र बौद्ध स्थलों की यात्रा का अवसर प्रदान करता है। वहीं, बौद्ध सर्किट के अंतर्गत आने वाले डेस्टिनेशन की रोमांचक यात्रा को प्रेरित करता है। इस द्विपक्षीय प्रवेश द्वार से निकट भविष्य में भारत और नेपाल के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक सम्बंधों को मजबूती मिलेगी। दोनों देशों के आपसी सम्बंधों में प्रगाढ़ता के साथ प्राकृतिक और ऐतिहासिक विरासत की गहरी समझ विकसित होने की उम्मीद है।

पुरानी रंजिश में डाले से कार व बाइक में मारी टक्कर,पिकअप डाले की टक्कर से आधा दर्जन से अधिक लोग घायल

मलिहाबाद, लखनऊ । पुरानी रंजिश को लेकर पिकअप डाला चालक ने जान से मारने की नियत से रेलवे फाटक तोड़ स्विफ्ट सवार परिवार को टक्कर मारते हुऐ पास में खड़ी बाइक सवार चार लोगों व एक सिपाही को टक्कर मार दी। जिससे आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये। पुलिस ने युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी पिकअप डाला चालक को जेल भेजा है।

सोमवार बीती रात रहीमाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम अन्नीपुर ससपन निवासी विनय प्रकाश द्विवेदी ने पुरानी रंजिश को लेकर रेलवे फाटक पर खड़ी जुगराजगंज निवासिनी सोनी सिंह व उसके भाई मोनू सिंह को जान से मारने की नियत से पिकअप डाला यूपी 32 जीएन 9940 से रेलवे फाटक तोड़ते हुऐ स्विफ्ट कार यूपी 32 केएन 9330 में जोरदार टक्कर मार फाटक पर खड़े माल थाना क्षेत्र के ग्राम सैदापुर चक निवासी दंपति दिनेश कुमार, पत्नी रूपरानी, पुत्री प्रिंसी व स्तुति को टक्कर मारने के साथ रहीमाबाद थाने में तैनात सिपाही शिवम सिंह को टक्कर मार दी। जिससे स्विफ्ट कार सवार सहित बाइक सवार व सिपाही बुरी तरह से घायल हो गये। गंभीर घायलों बाइक सवारों को ट्रामा सेन्टर में भर्ती कराया गया है।

घायल सिपाही ने दिखाया ज़ज्बा, पकड़ा आरोपी चालक

पिकअप डाले की टक्कर से घायल हुऐ सिपाही शिवम सिंह ने घायल होने के बाद भी घटना कर भागने की कोशिश करने वाले पिकअप डाला चालक विनय प्रकाश द्विवेदी को दौड़ाकर पकड़ लिया। रहीमाबाद पुलिस ने मंगलवार को सोनी सिंह की तहरीर पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी चालक को जेल भेजा है।

लापरवाही -भ्रष्टाचार पर फिर चला सीएम योगी का हंटर, चार पर गिरी गाज,चकबंदी कार्यों में लेटलतीफी, अनियमितता पर कई के खिलाफ की गई अनुशासनात्मक कार्

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लापरवाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत एक बार फिर सख्त कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर चकबंदी संबंधी मामलों के निपटारे में लेटलतीफी, लापरवाही, अनियमितता पर दो चकबंदी अधिकारियों समेत चार को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही कई के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई समेत आरोप पत्र जारी किये गये हैं।

लापरवाही पर बांदा के कई चकबंदी कर्मचारी-अधिकारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन

चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर महाराजगंज के ग्राम बैठवलिया में प्रारंभिक चकबंदी योजना तैयार करने में अनियमितता पर सहायक चकबंदी अधिकारी अखिलेश चंद्र श्रीवास्तव को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उप संचालक चकबंदी को अनियमितताओं को दुरुस्त करने तथा लंबित निगरानियों का ग्राम अदालत के माध्यम से शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिये गये हैं।

इसी तरह बांदा के ग्राम सिलेहटा में अनियमितताओं पर चकबंदी अधिकारी शैलेन्द्र श्रीवास्तव को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। इसी ग्राम के संबंध में अनियमितताओं के लिए पूर्व में निलंबित सहायक चकबंदी अधिकारी अरुण नारायण सिंह के खिलाफ अतिरिक्त आरोप पत्र जारी करने और तत्कालीन चकबंदीकर्ता कामता प्रसाद, संप्रति सहायक चकबंदी अधिकारी को अनियमितता के लिए निलंबित करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश दिये गये।

वहीं चकबंदी लेखपाल विकास सिंह, जो पूर्व से इसी ग्राम में अनियमितताओं के लिए निलंबित हैं, उनके खिलाफ अतिरिक्त आरोप पत्र जारी करने के निर्देश दिये गये हैं। इसी तरह चकबंदी अधिकारी राणा प्रताप (जो पूर्व से ही निलम्बित हैं), उनके खिलाफ भी अतिरिक्त आरोप पत्र निर्गत करने के निर्देश दिये गये।

अनियमितता पर मुजफ्फरनगर के बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी निलंबित

चकबंदी आयुक्त ने बताया कि बिजनौर में चल रही चकबंदी में अनियमितता को लेकर विभिन्न गांव के किसानों ने शिकायत की थी। इस पर जिलाधिकारी की जांच रिपोर्ट के बाद निदेशालय स्तर पर समिति गठित कर जांच कराई गई। जांच में चकबंदी के दौरान अनियमितता की शिकायत सही मिलने पर तत्कालीन बंदोबस्त अधिकारी विजय कुमार, सम्प्रति बंदोबस्त अधिकारी चकबन्दी मुजफ्फरनगर को निलंबित करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश दिये। साथ ही उप संचालक चकबन्दी को अनियमितताओं को दूर करने के निर्देश दिये गये। इसके अलावा गोंडा के बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी देवेंद्र सिंह को वादों के निस्तारण न करने एवं शिथिल पर्यवेक्षण पर अनुशासनिक कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। उन्होंने बताया कि लखनऊ नगर निगम के अपर नगर आयुक्त ने अपने यहां संबद्ध मीरजापुर के चकबंदी लेखपाल राजेंद्र कुमार यादव द्वारा अनियमितताओं की शिकायत की थी। इस पर सम्बद्धीकरण तत्काल प्रभाव से समाप्त करते हुए मीरजापुर के बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी को लेखपाल के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश दिये गये।

लापरवाही पर सेवानिवृत्त चकबंदी अधिकारी, सहायक चकबंदी अधिकारी पर अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश

आजमगढ़ जिलाधिकारी की आख्या के आधार पर चकबन्दी कार्यों के शिथिल पर्यवेक्षण एवं कार्य में शिथिलता के दोषी चकबन्दी अधिकारी (से.नि.) शैल राजीव कमल, सहायक चकबंदी अधिकारी (से.नि.) मोहन लाल श्रीवास्तव, राधेश्याम वर्मा, चक्रधर त्रिगुनायत और जैनेंद्र प्रताप के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश दिये गये। मुजफ्फरनगर में चकबंदी कार्यों में अनियमितता पर चकबन्दी अधिकारी तत्कालीन वीरेन्द्र प्रकाश सम्प्रति सहायक चकबन्दी अधिकारी के खिलाफ पिछले दस वर्ष से चल रही जांच रिपोर्ट अब तक निदेशालय को न दिये जाने पर जांच अधिकारी उप संचालक चकबंदी से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।

प्रदेश के 5 और नये मेडिकल कॉलेज को केंद्र ने दी मान्यता,वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज के संकल्प को मिली बड़ी उपलब्धि, योगी सरकार का प्रयास लाय

लखनऊ। वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज के संकल्प को पूरा करने में जुटी योगी सरकार के प्रयास रंग ला रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी के प्रयासों का ही नतीजा है कि दूसरी अपील में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रदेश के 5 और नये मेडिकल कॉलेज को मान्यता देते हुए एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने के लिए हरी झंडी दे दी है जबकि कानपुर देहात और ललितपुर में मेडिकल कॉलेज की सीटों को बढ़ाकर 50 से 100 कर दिया गया है।

इसी के साथ प्रदेश में एमबीबीएस की 600 और सीटों में बढ़ोतरी हुई। इस प्रकार वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2024-25 एमबीबीएस पाठ्यक्रम की नयी सीटों की संख्या 1200 पहुंच गयी है। इससे पहले प्रदेश के 7 नए मेडिकल कॉलेज को मान्यता दे दी गई थी। इसमें पांच मेडिकल कॉलेज में 100-100 एमबीबीएस सीटों और कानपुर देहात और ललितपुर मेडिकल कॉलेज में 50-50 सीटों पर एमबीबीएस की मान्यता दी गयी थी।

उल्लेखनीय है कि इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी बात की थी, जिसके बाद कॉलेज के प्रधानाचार्य ने मान्यता के लिए एनएमसी में अपील दायर की थी। इसमें पहली अपील में प्रदेश के 7 मेडिकल कॉलेज को मान्यता दी गयी थी। इसी के साथ प्रदेश में अब कुल एमबीबीएस की 11200 सीटें हो गयी हैं। इनमें सरकारी मेडिकल कॉलेज की 5150 और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की 6050 एमबीबीएस की सीटें शामिल है।

औरैया समेत पांच जिलों के मेडिकल कॉलेज को मिली मान्यता

डीजीएमई किंजल सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से प्रदेश के पांच जिले औरैया, चंदौली, गोंडा, लखीमपुर खीरी और कौशांबी के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों की 100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश की अनुमति और कानुपर देहात, ललितपुर की 50-50 सीटों के स्थान पर 100-100 एमबीबीएस पाठ्यक्रम की सीटों पर प्रवेश की अनुमति के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के समक्ष दोबारा अपील की गई थी। इसी क्रम में इन सभी मेडिकल कॉलेज में 100-100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश के लिए अनुमति दे दी गयी है।

सौ एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश को एनएमसी के समक्ष अपील की थी

वहीं इससे पहले बिजनौर, बुलंदशहर, कुशीनगर, पीलीभीत, कानपुर देहात, ललितपुर और सुल्तानपुर के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों की 100-100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश के लिए एनएमसी के समक्ष अपील की थी। ऐसे में एनएमसी ने पांच जिले बिजनौर, बुलंदशहर, कुशीनगर, पीलीभीत और सुल्तानपुर के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों की 100-100 सीटों पर एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश की अनुमति दी थी जबकि कानुपर देहात और ललितपुर के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों की 50-50 सीटों पर एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश की अनुमति दी थी।डीजीएमई ने बताया कि एनएमसी एक्ट 2019 की धारा 28 (6) के तहत यदि पहली अपील करने के बाद भी एनएमसी द्वारा एलओपी प्रदान नहीं की जाती है तो उक्त धारा के तहत 30 दिन के अंदर दोबारा अपील की जा सकती है। इसी नियम के तहत दोबारा अपील की गई थी।

सेमीकॉन इंडिया के आयोजन की सभी तैयारियां पूर्ण, सीएम ने लिया जायजा,रूट डायवर्जन आज से

गौतमबुद्धनगर। ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में सेमीकॉन इंडिया के आयोजन की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी हैं। इस कार्यक्रम का देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उद्घाटन करेंगे जबकि मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ समेत दुनियाभर के 589 एग्जिबिटर्स हिस्सा लेंगे।

सीएम योगी ने तैयारियों का लिया जायजा

मुख्यमंत्री योगी मंगलवार को नोएडा पहुंचे और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निरीक्षण करने के तैयारियों का जायजा भी लिया। जिसके बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मंगलवार से ही वीवीआईपी मूवमेंट शुरू हो गया है। जिसके मद्देनजर कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए8M गए हैं। नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने 11 सितम्बर की सुबह से रात 11 बजे तक ट्रैफिक डायवर्जन की बात कही है, वहीं नोएडा एक्सप्रेसवे व अन्य मार्गों पर जाम की समस्या हो गयी। वाहन चालक अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए सर्विस रोड का सहारा ले रहे हैं।

यह रहेगा रुट डायवर्जन

दिल्ली से चिल्ला रेड लाइट (बॉर्डर) से प्रवेश कर जाने वाले वाहन चिल्ला रेड लाइट से यू-टर्न लेकर एनएच-9 से एनएच-91 व ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से होकर जा सकेंगे। दिल्ली से डीएनडी से प्रवेश कर जाने वाले वाहन डीएनडी टोल प्लाजा से यू-टर्न लेकर एनएच-9/24 से एनएच-91 व ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे होकर जा सकेंगे। कालिंदी कुंज से प्रवेश कर जाने वाले वाहन एनएच-9/24 से होकर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे एवं एनएच-91 होकर जा सकेंगे।

एक्सपो मार्ट के आसपास प्रवेश रहेगा प्रतिबंधित

जेवर टोल की ओर से दिल्ली जाने वाले वाहनों को जेवर टोल से पूर्व में ही बने यू-टर्न से अलीगढ़ की ओर डायवर्ट किया जाएगा। जेवर टोल पार करने के बाद जेवर, जहांगीरपुर की ओर डायवर्ट किया जाएगा। वहीं, नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर भारी मालवाहक वाहन, मध्यम मालवाहक वाहन और हल्के मालवाहक वाहन एक्सपो मार्ट के आसपास प्रवेश प्रतिबंधित रहेंगे। सिर्फ दूध, सब्जियां, फल, चिकित्सा आपूर्ति आदि लेकर जाने वाले मालवा हक वाहन नो एंट्री निर्देशों के अनुसार जा सकेंगे।

बरसाना राधारानी मंदिर भीड़ के चलते दो महिला श्रद्धालु हुई बेहोश

लखनऊ/मथुरा। बरसाना राधारानी मंदिर में मंगलवार शाम दिल्ली एवं बरेली की दो महिला श्रद्धालु भीड़ के दबाव में बेहोश हो गईं। मंदिर में तैनात गार्ड व पुलिसकर्मियों ने भीड़ में दबी महिलाओं को स्वास्थ्य कैम्प तक पहुंचाया। इलाज के बाद स्वस्थ्य होकर दोनों अपने परिजनों के साथ चली गई।

मंगलवार की शाम को अष्टमी की पूर्व संध्या पर मंदिर के अंदर भीड़ का दबाव बढ़ गया था। 67 वर्षीय जगदम्बा पत्नी रामगोपाल निवासी सोनिया विहार दिल्ली बेहोश हो गई। मंदिर में तैनात डॉक्टर मौजूद नहीं थे। बेहोश महिला का इलाज वार्ड बॉय हंसराज ने ओआरएस का घोल पिलाकर किया। वहीं उसके कुछ देर बाद ही आकांक्षा पत्नी सत्यम निवासी सुरेंद्र नगर दर्शन के दौरान भीड़ बढ़ने से बेहोश हो गई। इसका चेकअप डॉक्टर रवि पालीवाल व फार्मासिस्ट जितेंद्र शर्मा ने किया। दोनों महिलाओं को प्राथमिक उपचार के बाद स्वस्थ्य होने पर अपने परिवार के साथ चली गई। इन दो महिलाओं के अचेत होने की खबर से स्वास्थ्य महकमे में हलचल मच गई।

निर्धारित समयसीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा हो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण : योगी अदित्यनाथ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को गौतमबुद्ध नगर पहुंचे। यहां उन्होंने जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। तेज बारिश के बावजूद मुख्यमंत्री ने चल रहे विभिन्न कार्यों का अवलोकन किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन, प्राधिकरण एवं एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कम्पनी के अधिकारियों के साथ निर्माण कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक भी की। उन्होंने निर्देश दिए कि एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तय समय सीमा के अंतर्गत गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट निर्माण कार्यों में यदि किसी भी तरह की परेशानी आती है तो शासन स्तर पर अवगत कराते हुए उसका निस्तारण कराया जाए।

बाहरी व्यक्ति ग्रामवासियों को न कर पाएं भ्रमित

समीक्षा बैठक में निर्माण कार्यों के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जिन गांवों में भूमि अधिग्रहण करने में समस्या आ रही है, वहां जनपद के उच्च अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर ग्राम वासियों से वार्ता करते हुए उनकी समस्याओं का निस्तारण कराएं और शांतिपूर्ण तरीके से भूमि अधिग्रहण कार्य पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण कार्य में अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान रखें की कोई भी बाहरी व्यक्ति ग्राम वासियों को भूमि अधिग्रहण के संबंध में भ्रमित न करने पाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि यूपीडा संस्था को भूमि अधिग्रहण का काफी अनुभव है, इसलिए अधिकारीगण नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर की भूमि अधिग्रहण हेतु उनके अनुभव का भी लाभ प्राप्त करें।

कनेक्टिविटी पर रखें विशेष फोकस

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता पर बल देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर से सभी मार्गों को कनेक्ट किया जाए। साथ ही, कार्ययोजना बनाकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक रेल, मेट्रो तथा अन्य परिवहन सुविधा का कार्य पूर्ण किया जाए, ताकि एयरपोर्ट के साथ ही रेल, मेट्रो तथा अन्य परिवहन सुविधा भी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर पर मल्टी लेवल पार्किंग का भी निर्माण कराया जाए, ताकि आने वाले यात्रियों को असुविधा न हो।

समीक्षा बैठक में सांसद महेश शर्मा, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, यमुना प्राधिकरण के अधिकारी एवं नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनियों के अधिकारी उपस्थित रहे।

17 आईपीएस अफसरों का तबादला,बदले गए अलीगढ़ के आईजी, आठ जिलों के कप्तान हुए इधर से उधर

लखनऊ । शासन के निर्देश पर डीजीपी मुख्यालय ने 17 आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया। डीजीपी मुख्यालय में एडीजी स्थापना संजय सिंघल के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की वजह से अलीगढ़ रेंज के आईजी शलभ माथुर को आईजी स्थापना बनाया गया है। इसके अलावा झांसी, सोनभद्र, उन्नाव, औरैया, महोबा, शाहजहांपुर, रायबरेली, संभल के पुलिस कप्तान बदले गए हैं। डीजीपी मुख्यालय में डीआईजी स्थापना प्रभाकर चौधरी को अलीगढ़ रेंज का डीआईजी बनाया गया है।

झांसी के एसएसपी राजेश एस. को शाहजहांपुर का एसपी बनाया गया है। वहीं गाजियाबाद स्थित 47वीं वाहिनी पीएसी में तैनात सुधा सिंह को झांसी का एसएसपी बनाया गया है। सोनभद्र के एसपी डॉ. यशवीर सिंह को रायबरेली का एसपी बनाया गया है। उन्नाव के एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना को प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त बनाया गया है। औरैया की एसपी चारू निगम को 47वीं वाहिनी पीएसी भेजा गया है। महोबा की एसपी अपर्णा गुप्ता को लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त बनाया गया है। शाहजहांपुर के एसपी अशोक कुमार मीना को सोनभद्र का एसपी बनाया गया है।

प्रयागराज कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त दीपक भूकर को उन्नाव का एसपी बनाया गया है। संभल के एसपी कुलदीप सिंह गुनावत को प्रयागराज कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त बनाया गया है। गोरखपुर में एएसपी सिटी कृष्ण कुमार को संभल का एसपी बनाया गया है। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अभिजीत आर. शंकर को औरैया और अलीगढ़ में एएसपी ग्रामीण पलाश बंसल को महोबा का एसपी बनाया गया है। कुशीनगर के एएसपी अभिनव त्यागी को गोरखपुर का एएसपी सिटी बनाया गया है।

अलीगढ़ में सहायक पुलिस अधीक्षक अमृत जैन को अलीगढ़ में प्रभारी एएसपी ग्रामीण बनाया गया है। रायबरेली के एसपी अभिषेक कुमार अग्रवाल को शिकायतों के बाद हटाया गया है। उनको आगरा पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त बनाया गया है। उनके खिलाफ टैक्सी आॅपरेटर को प्रताड़ित करने के मामले में अदालत के आदेश पर डीजीपी मुख्यालय ने जांच भी कराई थी। वहीं हाल ही में एक युवक को लूट के झूठे मुकदमे में फंसाने की वजह से रायबरेली पुलिस की कार्यशैली पर तमाम सवाल उठे थे।

उत्तर प्रदेश बनेगा देश का फूड बास्केट, जानिये कैसे

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शुरू से मंशा रही है कि उत्तर प्रदेश देश का "फूड बास्केट" बने। इस मंशा के पीछे उनके ठोस तर्क हैं। मसलन इंडो गेंगेटिक बेल्ट की सबसे उर्वर भूमि, अलग-अलग फसलों और फलों की खेती के लिए नौ तरह की कृषि जलवायु, वर्ष पर्यन्त पानी की उपलब्धता वाली गंगा, यमुना, सरयू जैसी नदियां, सर्वाधिक आबादी के नाते प्रचुर मात्रा में श्रम और बाजार की उपलब्धता आदि।

योगी सरकार लगातार कर रही उत्पादन बढ़ाने का प्रयास

विभिन्न योजनाओं के जरिए योगी सरकार लगातार फसलों की उपज बढ़ाने का प्रयास कर रही है। इसके नतीजे भी निकले हैं। पर राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर अलग-अलग फसलों के उत्पादन पर गौर करें तो अब भी उपज बढ़ाने की बहुत सम्भावना है। सरकार अब इस पर ही फोकस कर रही है। यूपी एग्रीज जैसी महत्त्वाकांक्षी परियोजनाओं के केंद्र में भी उपज बढ़ाने को मुख्य घटक माना गया है।

प्रमुख फसलों के उत्पादन के गैप को पाटने का चल रहा कार्य

करीब दो साल पहले भी सरकार ने जिलेवार और फसलवार अधिकतम और न्यूनतम उत्पादकता के आंकड़े निकलवाए थे। इसका मकसद यह जानना था कि किन वजहों से किसी फसल के अधिकतम और न्यूनतम

उत्पादन में इतना अंतर है। इस अंतर को पाटने के लिए न्यूनतम उत्पादन वाले जिलों में सम्बंधित फसल का उत्पादन बढ़ाने के लिए क्या किया जाना चाहिए।

यूपी एग्रीज में अब कम उत्पादन वाले बुंदेलखंड व पूर्वांचल पर फोकस

अब यही कवायद एक बार फिर योगी सरकार विश्वबैंक की मदद से यूपी एग्रीज (उत्तर प्रदेश: कृषि एवम ग्रामीण उद्यमिता सुदृढ़ीकरण कार्यक्रम) के जरिए अधिक संसाधनों के साथ व्यापक इलाके में समयबद्ध और नियोजित तरीके से जा रही है।उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश करीब 24% उत्पादन के साथ कुल कृषि उत्पादन में देश में नम्बर एक है। रबी की प्रमुख फसल गेंहू के मामले में यह नम्बर एक (31%) तो खरीफ की प्रमुख फसल धान के उत्पादन में इसका देश में दूसरा (15%) है।

सर्वाधिक उत्पादन वाले राज्यों की तुलना में यूपी पीछे

सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि कुछ फसलों को छोड़ दें तो इनका प्रति हेक्टेयर उत्पादन प्रति कुंतल राष्ट्रीय एवरेज से कम है। प्रति हेक्टेयर, प्रति कुंतल सर्वाधिक उत्पादन लेने वाले राज्यों की तुलना में तो कम है ही, वैश्विक स्तर के अधिकतम उत्पादन से तो कोई तुलना ही नहीं है। उदाहरण के तौर पर चावल, गेंहू, बाजरा, ज्वार और चना को छोड़ दें तो बाकी प्रमुख फसलों में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक उत्पादन करने वाले राज्यों से पीछे है। उत्तर प्रदेश में प्रति हेक्टेयर चावल की उत्पादकता 27.59 कुंतल है तो पंजाब की उत्पादकता 43.66 कुंतल।

इसी तरह यूपी में गेंहू का उत्पादन 36.04 पंजाब में 48.62, ज्वार 15.78 आंध्र प्रदेश 30.70, बाजरा 22.21 हरियाणा 23.72, मक्का 23.31 तमिलनाडु 68.20, उर्द 4.98 महाराष्ट्र 5.68 , मूंग 3.58 महाराष्ट्र 5.55, तिल 2.26 पश्चिम बंगाल 9.74, चना,13.76, गुजरात 15.68, अरहर 9.88 झारखंड 11.38, मसूर 9.88 मध्य प्रदेश 11.39, दलहन 10.79 गुजरात 12.75, राई सरसो 14.12, हरियाणा 22.17, तिलहन 10.54 तमिलनाडु 20.43 प्रति हेक्टेयर कुंतल।इनका उत्पादन बढ़ाने के लिए यूपी एग्रीज ने पूर्वांचल और बुंदेलखंड के उन जिलों को चुना है, जिनका उत्पादन अपेक्षाकृत कम है।

छह साल में 30 प्रतिशत उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य

सरकार और संस्था को उम्मीद है कि वह किसानों, वैज्ञानिकों के जरिए नवाचार और तकनीक के प्रयोग इनपर 4000 करोड़ रुपये के निवेश के जरिए उत्पादकता में 30 फीसद तक वृद्धि कर सकते हैं। चूंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों की उत्पादकता पहले से अधिक है। ऐसे में बुंदेलखंड और पूर्वांचल के जिलों की बढ़ी उत्पादकता यूपी को दुनिया का फूड बास्केट बनने के राह पर अग्रसर करेगी। क्योंकि इसके बावजूद भी संभावना अभी बाकी रहेगी।