'एक पहल' अभियान के अंतर्गत शुरू हुई संवाद श्रृंखला,यूपी-112 की सेवाओं से रूबरू हुए विभिन्न स्कूलों के बच्चे
लखनऊ। यूपी-112 ने सामुदायिक पुलिसिंग के लिए जन-जागरूकता अभियान एक पहल के अंतर्गत शनिवार को 'संवाद श्रृंखला' कार्यक्रम शुरू किया। इस मौके पर राजधानी के विभिन्न स्कूल के बच्चों ने यूपी- 112 की विभिन्न सेवाओं और इनका उपयोग कब और कैसे करना है के बारे में जाना। नागरिकों से सीधे जुड़ने के लिए 'संवाद श्रृंखला' कार्यक्रम को शहर से लेकर कस्बे, गांव तक यूपी-112 नागरिकों के बीच लेकर जायेगा, ताकि नागरिक बेझिझक अपने और दूसरों की मदद के लिए 112 की सेवाएं ले सकें। कार्यक्रम का आयोजन शहीद पथ स्थित यूपी- 112 मुख्यालय में हुआ। एडीजी यूपी-112 नीरा रावत ने बताया कि कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को दूसरों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
गीत, नाटक और लघु फिल्म के माध्यम से बच्चों को किया जागरूक
एडीजी ने बताया कि हम सब आसपास की गतिविधियों पर नजर रख न सिर्फ सजग व सर्तक नागरिक होने का परिचय देते हैं बल्कि किसी घटना या संदिग्ध की समय से सूचना देकर किसी बड़े अपराध को कारित होने से रोककर, कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में बहुमूल्य योगदान कर सकते हैं। 12 अगस्त 2024 को शुरू हुए 'एक पहल' अभियान के अंतर्गत किसी व्यक्ति द्वारा दूसरे की मदद के लिए की गई कॉल पर अभी तक 112 ने 20,625 नागरिकों तक मदद पहुंचाया है। जिसमें से 95 मामलों में 112 की पीआरवी ने मौके पर पहुंच जीवन रक्षण का कार्य किया है। यूपी-112 पर कॉल करके सभी आकस्मिक सेवाएं प्राप्त की जा सकती हैं। लेकिन आमजन में व्याप्त उदासीनता के कारण लोग इससे वंचित रह जाते हैं। इसे दूर करने के लिए यूपी-112 की तरफ से एक पहल अभियान के अंतर्गत संवाद श्रृंखला की शुरूआत की गई है।
दूसरों की मदद कर सामाजिक जिम्मेदारी के भाव से परिचित हुए बच्चे
इसके तहत सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें यूपी-112 लोगों को विभिन्न माध्यमों से बताएगी कि किस तरह सजग नागरिक की भूमिका में वह पुलिस के साथ कदम मिलाकर चल सकते हैं। दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए कैसे समय पर पुलिस को सूचना देने के साथ उन्हें अस्पताल पहुंचाना है। संदिग्ध व्यक्ति, वाहन की सूचना पुलिस को तत्काल देकर किसी बड़े अपराध के कारित होने से पहले रोकना, दो समूहों में विवाद की स्थिति उत्पन्न होने की जानकारी देकर उसे रोकना जैसे प्रयासों से लोगों को अवगत कराया जा रहा है। यह अभियान आकस्मिक परिस्थितियों में दूसरों की मदद करने की ओर व्यक्ति को प्रेरित करता है, साथ ही ऐसे सभी कॉलर की पहचान गोपनीय रखी जाती है।
दूसरों की समस्याओं के प्रति बने संवेदनशील
इस अभियान को आगे बढ़ते हुए विभिन्न चरणों में ट्रांसपोर्ट, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, निजी सुरक्षा एजेंसियों तथा अन्य समूहों को भी जोड़ा जायेगा। कार्यक्रम में नीरा रावत, अपर पुलिस महानिदेशक, यूपी 112, शहाब रशीद खान, पुलिस उपमहानिरीक्षक, एसपी सिंह, उपमहानिरीक्षक, टेलीकॉम, अरविंद पांडेय, अपर पुलिस अधीक्षक,मोहिनी पाठक, अपर पुलिस अधीक्षक, दिनेश पुरी, अपर पुलिस अधीक्षक, अनिल, एआरओ, शैलेश मौर्य, एआओ, करुणा शंकर सिंह, मीडिया सेल प्रभारी, यूपी 112 उपस्थित रहे।
Sep 09 2024, 10:23