भारतीय ज्ञान प्रणाली और जीवन प्रबंधन पर राष्ट्रीय सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न
अयोध्या- 29-30 अगस्त 2024 को व्यापार प्रबंधन और उद्यमिता विभाग द्वारा भारतीय ज्ञान प्रणाली और जीवन प्रबंधन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर के विद्वानों, शिक्षकों और विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस सम्मेलन का उद्देश्य भारतीय ज्ञान प्रणाली की समृद्ध परंपराओं और उनके आधुनिक जीवन में प्रासंगिकता पर गहन चर्चा करना था।
सम्मेलन के दूसरे दिन, प्रोफेसर नीलम पाठक ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, भारतीय ज्ञान प्रणाली में निहित प्राचीन ज्ञान और प्रथाएँ आज भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनका समावेश करके हम मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक संतुलन प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा प्रणाली में इन प्राचीन सिद्धांतों का समावेश आवश्यक है, ताकि युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ी रह सके और एक संतुलित जीवन शैली अपना सके।
प्रोफेसर गीतिका श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा, "भारतीय दर्शन और जीवन प्रबंधन के सिद्धांत, जैसे आयुर्वेद और योग, जीवन को स्वस्थ और समृद्ध बनाने में अत्यंत सहायक हैं। इन प्रथाओं को आधुनिक शिक्षा और चिकित्सा के साथ एकीकृत करना समय की आवश्यकता है, ताकि वर्तमान जीवनशैली की चुनौतियों का प्रभावी समाधान मिल सके।
प्रोफेसर हिमांशु शेखर सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि भारतीय ज्ञान प्रणाली को मुख्यधारा की शिक्षा में अधिक व्यापक रूप से शामिल किया जाना चाहिए। प्रोफेसर शैलेन्द्र वर्मा ने कहा, "यह सम्मेलन भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें इस ज्ञान को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। डा. राणा रोहित सिंह ने आयोजन को अत्यधिक सराहा और इसे एक सफल और प्रेरणादायक कार्यक्रम बताया।
डा प्रवीण कुमार राय ने समापन समारोह में सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों और आयोजन टीम को हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा, आप सभी के सक्रिय योगदान और समर्पण ने इस सम्मेलन को बेहद सफल और सार्थक बनाया है। मंच सञ्चालन डा अनुराग तिवारी ने किया। इस मौके पर डॉ. कपिल देव, डॉ. रामजीत सिंह यादव , डॉ. अंशुमान पाठक, डॉ. महेंद्र पल सिंह, डॉ. आशुतोष कुमार सिंह, डॉ. निमिष मिश्र, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. दीपा सिंह, डॉ. विवेक उपाध्याय, डॉ. संजीत पाण्डेय, डॉ सूरज सिंह आदि उपस्थित रहे।
Aug 31 2024, 17:54