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सीतापुर में पानी की टंकी गिरने वाले प्रकरण में अधिशासी अभियंता समेत दो निलंबित, जेई बर्खास्त,चितहला में पाैने चार कराेड़ की लागत से बनी थी पानी

लखनऊ। यूपी जल निगम ग्रामीण के महानिदेशक (आईएएस) डाॅ. राजशेखर ने सीतापुर में ट्रायल के दौरान पानी की टंकी धराशाही होने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने मानक विहीन पानी टंकी बनाए जाने के मामले में अधिशासी अभियंता आलोक पटेल और सहायक अभियंता विनोद को निलंबित कर दिया है। जबकि जेई को बर्खास्त करने की कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जा रही है। ठेकेदार समेत अन्य जिम्मेदारों की लापरवाही के आधार पर कार्यवाही प्रचलित है।

उल्लेखनीय है कि उप्र के सीतापुर जनपद में जल जीवन मिशन के तहत विकासखंड महोली के गांव चितहला में पानी की टंकी का निर्माण किया गया था। इसमें तीन करोड़ 75 लाख रुपये की लागत आई थी। बीते रविवार को पानी की टंकी का पेयजल की सप्लाई को लेकर ट्रायल किया गया। ट्रायल के दौरान ही भरभराकर करोड़ों की लागत से बनी पानी की टंकी जमींदोज हो गई। पानी की टंकी के साथ ही बाउंड्री वॉल भी पूरा गिर गयी। गनीमत यह रही कि थोड़ी दूर पर मौजूद गार्ड इसकी चपेट में नहीं आए वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था। इस मामले में जिला स्तर पर एसडीएम अभिनव यादव ने जांच कर पूरी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी थी। इस रिपोर्ट को जिलाधिकारी द्वारा शासन को भेजा गया था। रिपोर्ट के आधार पर उप्र जल निगम ग्रामीण के महानिदेशक डाॅ. राजशेखर ने उक्त कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं।

बहराइच में खूंखार भेड़ियों के आगे पुलिस व प्रशासन का पूरा सिस्टम हुआ असहाय, गांवों में दहशत का माहौल

लखनऊ/बहराइच। अभी तक आप चीता, तेंदुआ, शेर व हाथी से परेशान होने ग्रामीणों को देंखे व सुने होंगे लेकिन यूपी के बहराइच जिले में तो भेड़ियों ने आतंक मचा कर रखा है। यहां महसी तहसील क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों में आतंक का पर्याय बने भेड़ियों ने दहशत के मामले में बाघ व तेंदुओं को भी पीछ़े छोड़ दिया है। इस साल जनवरी माह से अब तक तेंदुओं ने चार को निवाला और 17 लोगों को घायल किया है, लेकिन भेड़ियों ने नौ लोगों को निवाला तो वहीं 35 से अधिक लोगों को घायल कर दिया। इन्हें पकड़ने के लिए योगी सरकार ने सारा सिस्टम लगा लगा दिया है लेकिन भेड़िये सब पर भारी पड़ रहे है।

एक माह में सात बच्चों को मारा और 25 को किया घायल

17 जुलाई से 28 अगस्त के बीच ही सात बच्चों को मारा तो 25 को घायल कर दिया। महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र में तबाही मचाने के साथ ही अब भेड़िया खैरीघाट क्षेत्र में भी सक्रिय हो गए हैं। दहशत का आलम यह है कि हरदी व खैरीघाट से सटे अन्य क्षेत्रों के ग्रामीणों की भी नींद हराम हो गई है।अभी तक के हालात को देखें तो मात्र चार से छह भेड़िये ही पूरे सिस्टम पर भारी पड़ रहे हैं। 17 जुलाई को हुए हमले के बाद से जिला प्रशासन, पुलिस व वन विभाग लगातार भेड़ियों को पकड़ने व हमले रोकने का दावा कर रहा है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है।

एक मादा भेड़िया की मौत होने के बाद हमले में आयी तेजी

वन विभाग ने तीन अगस्त को एक मादा भेड़िया को पकड़ा था। वन प्रभाग लाते समय उसकी मौत हो गई। इसके बाद भेड़ियों के हमले तेजी से बढ़े। वहीं इसके बाद आठ अगस्त को एक नर व 18 को एक मादा भेड़िया को भी वन विभाग ने पकड़ा, लेकिन हमलों में कोई कमी नहीं आई। हमले बढ़ते ही गए। इसके बाद ग्रामीण झुंड की मुखिया के मौत के बाद बदला स्वरूप हमला करने की भी बात कह रहे हैं।भेड़ियों को पकड़ने के लिए बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप बधावन को स्पेशल टास्क फोर्स के रूप में बुलाया गया। इसके बाद भी भेड़ियों ने रीता देवी, अयांश को निवाला बना लिया और तीन मासूम सहित चार को घायल किया। यही नहीं, भेड़ियों के आगे वन विभाग की ओर से लगाए गए 10 ट्रैप कैमरे, जाल, पिंजरा व ड्रोन कैमरे भी असहाय नजर आ रहे हैं।

डर के मारे बच्चे नहीं जा रहे स्कूल

महसी तहसील के गांवों में दहशत का आलम यह है कि किसान छुट्टा मवेशियों से फसल रखवाली के लिए खेत नहीं जा रहे हैं। इससे उनकी फसल मवेशी चट कर रहे हैं। वहीं नौनिहालों की पढ़ाई भी बाधित है। भेड़ियों के डर से अधिकतर अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। इस बीच जो बच्चे स्कूल जा भी रहे है, तो उनके अभिभावक साथ रह रहे हैं।भेड़ियों का डर इस कदर व्याप्त है कि लोगों की सुबह हांका व ड्रोन कैमरों की आवाज सुनने से हो रही। वहीं रात भी टार्च की दूधिया रोशनी व हांके की आवाज के बीच जागकर बीत रही है। खूंखार भेड़ियों की दहशत का आलम यह है कि बच्चे दिन के समय भी खेलते नजर नहीं आते हैं।

बदले की भावना वाला जानवर है भेड़िया : डीएफओ

कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के सेवानिवृत्त डीएफओ ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया कि भेड़िया काफी चालाक और बदले की भावना वाला जानवर है। नदी के कछार में मांद बनाकर स्थानीय जंतुओ का शिकार करता है। मनुष्यों पर बहुत की कम हमले करता है, लेकिन इसमें बदले की प्रबल भावना होती है। उन्होंने बताया कि इनके बच्चे को मारने पर कुनबे का नर या मादा मुखिया उग्र होकर हमले करता है। हरदी में भी हो सकता है किसी ने इनके बच्चे को छति पहुंचाई हो, जिसके बाद से सभी बदले की भावना से हमले कर रहे हों।

भेड़ियों ने नौ को मारा, 35 को किया घायल

हरदी थाना क्षेत्र में भेड़ियों ने 10 मार्च को मिश्रनपुरवा निवासी सायरा (03) व 23 मार्च को नयापुरवा निवासी छोटू (02) को शिकार बनाया। इस दौरान लगभग 10 लोगों को घायल भी किया, लेकिन 17 जुलाई के बाद हमले तेज कर दिए। भेड़ियों ने खैरीघाट के दीवानपुरवा निवासी अयांश (05), हरदी के कुम्हारन पुरवा निवासी रीता देवी(52), हरदी निवासी खुशबू(05), संध्या(04), कोलैला निवासी किशन(07), नकवा निवासी प्रतिभा (2) व मक्कापुरवा निवासी अख्तर रजा (डेढ़ वर्ष) को मौत के घाट उतार दिया।

इन्हें भेड़ियों ने किया घायल

वहीं कटैलापुरवा निवासी राजपत (08), सुखरामपुरवा निवासी सोनू (8), नथुवापुर निवासी फकीरे (70), संपत (20), सिसैया चूड़ामड़ि निवासी मखाना (80) व सोनम (10), खौरहवा बाबा निवासी छोटेलाल(60), दरैहिया निवासी उत्कर्ष(10), गंगापुरवा निवासी कांति(07), अजीत (12), बैरागीपुरवा निवासी पल्लवी(06), दिव्यांशी (5), अनुराधा (9), किलाची(07), काजल(25), वंश (08), शिवानी(09), हरियाली (06) आदि समेत 25 को घायल कर चुके हैं।


ऑपरेशन भेड़िया पर सीएम की नजर, बहराइच पहुंच पीड़ितों से मिले वन मंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच में ऑपरेशन भेड़िया पर नजर बनाए हुए हैं। उनके निर्देश पर वन व पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना बुधवार को बहराइच पहुंचे। वन मंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों संग बैठक भी की।उन्होंने यहां के कई गांवों में पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि आमजन की सुरक्षा व भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम मुस्तैदी से जुटी है। वन विभाग सुरक्षा के लिए ड्रोन मैपिंग कर रहा है। साथ ही थर्मल ड्रोन से भी भेड़ियों को पकड़ने के लिए निगरानी जारी है। वहीं बीते दिनों चार मृतकों के आश्रितों को जिला प्रशासन की तरफ से पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि पहले ही दी जा चुकी है। शेष के परिजनों को जल्द ही राशि जारी की जाएगी।


तीन भेड़िए पकड़े जा चुके, तीन को पकड़ने में जुटी वन विभाग की टीम

प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव संजय श्रीवास्तव ने बताया कि भेड़ियों को पकड़ने के लिए 16 टीमें तैनात की गई हैं। यहां जिला स्तर के 12 अधिकारी भी कैंप कर रहे हैं। भेड़िया पकड़े जाने तक अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह यहां कैंप करती रहेंगी। डीएफओ बाराबंकी आकाश बधावन व डीएफओ नवीन प्रकाश भी 'ऑपरेशन भेड़िया' को सकुशल पूरा करने में जुटे हैं।मुख्य वन संरक्षक व वन राज्यमंत्री ने सिर्फ तीन भेड़ियों के होने का दावा किया है। यही तीन भेड़िये बीते 41 दिनों से 32 राजस्व टीमों, 200 से अधिक पुलिसकर्मियों, मंडलीय समेत 10 से अधिक वन टीमों को चकमा दे रहे हैं और लगातार स्थान परिवर्तन कर उन्हें नचा रहे हैं।

भेड़ियों को ट्रैंकुलाइज करने के लिए दो डॉक्टर भी पहुंचे

भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग सजग है। ड्रोन व थर्मल ड्रोन से मैप किया जा रहा है। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डेन से भेड़ियों को ट्रैंकुलाइज करने की अनुमति मिल गई है। इसके लिए दो डॉक्टर भी बहराइच में टीम के साथ जुटे हैं।बैठक में जिलाधिकारी की ओर से बताया गया कि जिन घरों में दरवाजे नहीं हैं, वहां विभिन्न फंड के जरिए दरवाजे लगवाए जा रहे हैं। इसके लिए सीएसआर समेत अन्य फंड से पैसा दिया जा रहा है। गांवों में रात्रि गश्त किया जा रहा है। वहीं आमजन व महिलाओं को जागरूक करने के लिए आशा वर्कर्स की भी ड्यूटी लगाई गई है।

चार मृतकों के परिजनों को दिया जा चुका पांच-पांच लाख का चेक

भेड़ियों के हमले में जान गंवाने वाले चार मृतकों के परिजनों को सीएम योगी के निर्देश पर पांच-पांच लाख का चेक दिया जा चुका है, जबकि शेष पीड़ित परिवारों को जल्द ही अनुग्रह राशि दी जाएगी। अब तक जिला प्रशासन की तरफ से अख्तर रजा, प्रतिभा, किशन, संध्या के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का चेक प्रदान किया जा चुका है। शेष मामलों पर कार्रवाई की जा रही है।

लखनऊ में कुल्हाड़ी से काटकर बुजुर्ग की हत्या,हत्यारोपी को पकड़ने के लिए दो टीमें गठित

लखनऊ। बंथरा थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात को एक बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का मौका मुआयना करते हुए मामले की जांच के लिए दो टीमें गठित कर दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। साथ ही गांव के दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस उपायुक्त दक्षिणी केशव कुमार ने बुधवार को बताया कि गांव का बलवंत (85) मंगलवार की शाम खेत जाने के लिए घर से निकला और रात तक वापस नहीं लौटा। इस पर परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू कर दी। गांव से बाहर बाग किनारे बलवंत का खून से सना हुआ शव पड़ा मिला।

परिजनों की सूचना पर पुलिस उपायुक्त, थाना की फोर्स मौके पर पुहंच गयी। घटनास्थल की जांच कर साक्ष्य के तौर बुजुर्ग जो अपने साथ कुल्हाड़ी लेकर आया था वो खून से सनी हुई शव के पास ही मिली है।डीसीपी साउथ ने बताया कि घटना के संबंध में परिवार से पूछताछ की गयी है। दो टीमें गठित की गई हैं, जल्द वारदात का खुलासा किया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ परिवार के लोगों ने बताया कि बलवंत सिंह मंगलवार की शाम को चार बजे घर से निकले थे। देर रात तक वापस नहीं आये तो तलाश की जाने लगी। पास के ही एक रास्ते पर उनका शव खून से लतपथ मिला। पास से एक कुल्हाड़ी भी बरामद हुई है। घटना के बारे में पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि तीन दिन पहले उनकी कुछ युवकों से लड़ाई हुई थी। इसी से आशंका जताई जा रही है उन्हीं द्वारा हत्या की गई होगी। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
बहन बेटियों के साथ गलत बर्ताव करने वाले के लिए यमराज का दरवाजा खुला है: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ/अलीगढ़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ में एक बार फिर से स्पष्ट किया कि उनकी अपराधियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई रुकने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि जैसे हमने प्रयागराज में माफिया के जमीन पर गरीबों के आवास बनाये, ऐसे ही आगे भी चलेगा। जिनके पास काम नहीं वो विरोध कर रहे हैं, जिन्होंने कार्य नहीं, कारनामे किये,वो लोग बोल रहे हैं, उनके समय में कहा जाता था लड़के हैं गलती कर जाते हैं।योगी ने कड़े शब्दों में कहा कि हम किसी को गुण्डागर्दी करने की छूट नहीं देंगे। बहन बेटियों के साथ गलत बर्ताव करने वाले के लिए यमराज का दरवाजा खुला है। जाति के नाम पर इन लोगों ने हमे लड़ाया है।

सीएम ने अलीगढ़ में पांच हजार से अधिक युवाओं को बांटे नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अलीगढ़ में जनपद स्तरीय वृहद रोजगार एवं ऋण मेला के अंतर्गत पांच हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे। उद्यमियों को 35 करोड़ से अधिक का ऋण वितरित किया। 1,500 से अधिक छात्र-छात्राओं को टैबलेट दिए और 705 करोड़ की 305 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता। इसके लिए सुरक्षा जरुरी है। आजादी के बाद के भारत को आप सबने देखा है। खिसक खिसक कर किसी तरह से चल रहा था। जातिवाद, क्षेत्रवाद के आधार पर बांटा जा रहा था। हमने साढ़े छह लाख से अधिक सरकारी नौकरी दी। पानी, बिजली, उज्ज्वला योजना के तहत सबको लाभ मिला लेकिन भेदभाव किसी के साथ नहीं हुई। क्योंकि मोदी जी का मंत्र है कि सबका साथ सबका विकास।

कांग्रेस को केवल एक ही परिवार दिखाई देता था

सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा महापुरुषों का अपमान किया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में महाराजा सुहेलदेव, महेंद्र सिंह के नाम पर हो या माता शाकुम्भरी देवी के नाम पर मेडिकल काॅलेज खोला जा रहा है। कांग्रेस को केवल एक ही परिवार दिखाई देता था। अयोध्या में समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी द्वारा बेटी के साथ दुराचार किया। इन लोगों के अंदर जिन्ना की आत्मा घुस गई है। वे समाज को बांट रहे हैं। इस अवसर पर सीएम योगी ने बच्चों का अन्नप्रासन भी कराया। बच्चों को उपहार भेंट किया।

डिजिटल मीडिया पॉलिसी से नये रोजगार का सृजन होगा : राकेश त्रिपाठी
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने योगी सरकार की डिजिटल मीडिया पॉलिसी की सराहना करते हुए कहा कि इससे नये रोजगार का सृजन होगा।भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बुधवार को कहा कि डिजिटल मीडिया पॉलिसी से नये रोजगार का सृजन होगा। योगी सरकार नवाचारों के साथ चलती है। भाजपा सरकार समाज में हो रहे बदलावों पर ध्यान रखती है।

राकेश त्रिपाठी ने योगी सरकार की सोशल मीडिया पॉलिसी पर कहा कि यूपी की सोशल मीडिया पॉलिसी देश भर में नजीर बनेगी। वहीं सोशल मीडिया परअफवाह फैलाकर कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर कठोरता से शिकंजा कसा जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी से मिले विहिप के संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे
लखनऊ। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर बुधवार को मुलाकात की। मिलिंद परांडे ने मुख्यमंत्री से मतांतरण, लव जिहाद, कानून व्यवस्था एवं गोरक्षा के विषय पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने मुख्यमंत्री को विश्व हिंदू परिषद के 60 वर्ष पूर्ण होने पर संगठन की ओर से चलाये जा रहे कार्यक्रमों की भी विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे।

विहिप के महामंत्री तीन दिवसीय प्रवास पर लखनऊ आये थे। इस दौरान उन्होंने समाज के प्रबुद्ध वर्ग, अधिवक्ताओं व सेवानिवृत्व अधिकारियों के साथ अलग—अलग बैठक की। इसके अलावा विहिप के स्थापना दिवस समरोह में भी मुख्य वक्ता के रूप में वह शामिल हुए
उत्तर प्रदेश डिजिटल मीडिया नीति-2024 को मंजूरी,राष्ट्र विरोधी कंटेट पोस्ट करने पर होगी कार्रवाई

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश डिजिटल मीडिया नीति-2024 को मंजूरी दे दी गई है। इसमें जहां सोशल मीडिया पर काम करने वाली एजेंसी व फर्म को विज्ञापन की व्यवस्था की गई है, वहीं अभद्र या राष्ट्र विरोधी पोस्ट डालने पर कानूनी कार्रवाई के प्रावधान भी किए गए हैं।

प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी, लाभकारी योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी और उसके लाभ को लोगों तक डिजिटल व सोशल मीडिया के माध्यम से पहुंचाने के लिए यह नीति लाई गई है। इसके तहत एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब पर प्रदेश सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों पर आधारित कंटेंट, वीडियो, ट्वीट, पोस्ट और रील को प्रदर्शित किए जाने के लिए इनसे संबंधित एजेंसी व फर्म को विज्ञापन देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे  बड़ी संख्या में रोजगार मिल सकेगा।

इस नीति के तहत सूचीबद्ध होने के लिए एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब में से प्रत्येक को सब्सक्राइबर व फॉलोअर्स के आधार पर चार श्रेणियों में बांटा गया है। एक्स, फेसबुक व इंस्टाग्राम के एकाउंट होल्डर, संचालक, इन्फ्लूएंसर (प्रभाव रखने वाले) को भुगतान के लिए श्रेणीवार अधिकतम सीमा क्रमशः 5 लाख, 4 लाख, 3 लाख और 3 लाख रुपये प्रतिमाह निर्धारित की गई है। यू-ट्यूब पर वीडियो, शार्ट्स, पॉडकास्ट भुगतान के लिए श्रेणीवार अधिकतम सीमा क्रमशः 8 लाख, 7 लाख, 6 लाख और 4 लाख प्रतिमाह निर्धारित की गई है।

इस संबंध में नीति लाने के लिए लंबे समय से प्रयासरत निदेशक सूचना शिशिर सिंह ने बताया कि पोस्ट किया गया कंटेंट अभद्र, अश्लील और राष्ट्र विरोधी नहीं होना चाहिए।अभी सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर पुलिस द्वारा आईटी एक्ट की धारा 66 (ई) और 66 (एफ) के तहत कार्रवाई की जाती है। अब प्रदेश सरकार पहली बार ऐसे मामलों पर नियंत्रण के लिए नीति ला रही है। इसके तहत दोषी पाए जाने पर तीन साल से लेकर उम्र कैद (राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में) तक की सजा का प्रावधान है।

इसके अलावा अभद्र एवं अश्लील सामग्री पोस्ट करने पर आपराधिक मानहानि के मुकदमे का सामना भी करना पड़ सकता है। केंद्र  सरकार ने ऐसी हरकतों पर अंकुश लगाने के लिए तीन वर्ष पूर्व इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड जारी किए थे।
यूपी कैबिनेट : प्रदेश में निवेश करने वाले अल्ट्रा मेगा इकाईयों को खोला गया प्रोत्साहन का पिटारा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लोकभवन में सम्पन्न हुई कैबिनेट बैठक उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी भी सम्मिलित हुए।कैबिनेट बैठक के बाद मंत्री नन्दी ने बताया कि बैठक में उत्तर प्रदेश में निवेश करने वाले अल्ट्रा मेगा इकाईयों के लिए प्रोत्साहन का पिटारा खोले जाने का निर्णय लिया गया था।

कस्टमाइज पैकेज की सुविधाएं दी जाएंगी

कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि कोई कम्पनी प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 3000 करोड़ से अधिक का निवेश करती है और कम्पनी प्रोत्साहन के लिए आवेदन करती है तो कम्पनी के निवेश को एकीकृत मानते हुए ऐसी कम्पनी को कस्टमाइज पैकेज की सुविधाएं दी जाएंगी। जिसके तहत मेसर्स आवाडा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड को कस्टमाइज पैकेज का लाभ दिया जाएगा।

11,399 करोड़ के निवेश की पेशकश की

मंत्री नन्दी ने बताया कि मेसर्स अवाडा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उत्तर प्रदेश में पांच गीगा वाट एकीकृत सौर विनिर्माण इकाई में सौर इनगॉट-वेफर, सोलर सेल एवं सौर मॉड्यूल का उत्पादन किया जाएगा। मेसर्स अवाडा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड को प्रस्तावित परियोजना में कुल 11,399 करोड़ के निवेश की पेशकश की गई है। परियोजना हेतु 150 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। जिसमें 50 एकड़ ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्ध नगर एवं गाजियाबाद क्षेत्र) तथा 100 एकड़ हाथरस (पश्चिमांचल) में उपलब्ध है।

11,399 करोड़ से अधिक का निवेश सोलर क्षेत्र में प्रस्तावित

मंत्री नन्दी ने बताया कि उत्तर प्रदेश औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति 2022 के प्रस्तर केस टू केस आधार पर प्रोत्साहन का प्राविधान किया गया है। यह प्रोत्साहन विशेष महत्व की अल्टा मेगा श्रेणी परियोजनाओं (3000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं) को यथाशक्ति केस टू केस के आधार पर कस्टमाइज पैकेज के रूप में प्रदान किया जाएगा। इसी क्रम में मेसर्स अवार्डा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ग्रेटर नोएडा एवं हाथरस में 11,399 करोड़ से अधिक का निवेश सोलर क्षेत्र में प्रस्तावित किया गया है।

दो चरणों की इस परियोजना में 4500 रोजगार सृजित होंगे

इस निवेश में पांच गीगा वाट एकीक्रृत सौर विनिर्माण इकाई स्थापित किया जाएगा। जिसमें सौर इन गॉट वेफर, सोलर सेल एवं सोलर मॉड्यूल का उत्पादन किया जाएगा। इसके लिए 50 एकड़ भूमि ग्रेटर नोएडा एवं 100 एकड़ भूमि हाथरस में उपलब्ध कराया जाएगा। दो चरणों की इस परियोजना में 4500 रोजगार सृजित होंगे। कम्पनी द्वारा बुन्देलख्ण्ड में सोलर पॉवर उत्पादन इकाई स्थापित की जाएगी।आवेदक इकाई द्वारा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में सौर ऊर्जा इकाई हेतु 3054 करोड़, उत्कृष्टता केंद्र हेतु 20 करोड़, इन हाउस अनुसंधान के लिए 40 करोड़ का अतिरिक्त निवेश किया गया है। चूंकि इकाई द्वारा भिन्न भिन्न स्थानों पर निवेश किया जा रहा है, इसलिए केस टू केस आधार पर इन परियोजनाओं को एक परियोजना मान कर ही मंत्री परिषद द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया है।
सपा का नया दांव,सबला सुरक्षा वाहिनी के बहाने महिला वोटर्स को लुभाएगी सपा

लखनऊ। यूपी के 10 विधानसभा उपचुनाव में सफलता को लेकर उत्साहित समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव खास तैयारियों में रत हैं। सपा ने पीडीए फार्मूले की लोकसभा चुनाव में सफलता के बाद अब उपचुनाव और 2027 के उप्र विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए रक्षाबंधन के बहाने महिला वोटर्स को लुभाने के लिए समाजवादी सबला-सुरक्षा वाहिनी की शुरुआत की है।

कांग्रेस को मिली 37 सीटों ने सपा को बूस्टर डोज दिया

समाजवादी ने सबला-सुरक्षा वाहिनी की शुरुआत करके बड़ा सियासी दांव खेला है। कहने को सपा मुखिया योजना का उद्देश्य महिला सुरक्षा को बढ़ावा व महिलाओं के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाना कहते हैं पर विशुद्ध रूप से यह महिलाओं को इंडिया गठबंधन व सपा के पाले में करने का प्रयास समझा जा रहा है। लोकसभा चुनाव 2024 में सपा और इंडिया गठबंधन के बहाने कांग्रेस को मिली 37 सीटों ने सपा को बूस्टर डोज दिया है जिसके सहारे अब सपा उपचुनाव की 10 में से 5-7 सीटें जीतकर भाजपा और योगी आदित्यनाथ को एक और तगड़ा झटका देना चाहती है। इतना ही नहीं, सपा लोकसभा चुनाव के बाद उपचुनाव के बहाने पीडीए फार्मूले को एक बार फिर कसौटी पर कस लेना चाहती है ताकि 2027 के लिए पार्टी की तैयारियों को परखा जा सके।

नई अवधारणा सामाजिक सोच में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी

सबला सुरक्षा वाहिनी इसी कड़ी में पार्टी का नया कदम है। यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए व्यापक सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिससे वे जीवन के सभी क्षेत्रों में सक्रिय रूप से भाग ले सकें। अखिलेश यादव ने इस बात पर जोर दिया कि यह नई अवधारणा सामाजिक सोच में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी। समानता और सद्भावना प्रयासों के विचारों को बढ़ावा देकर इसका उद्देश्य महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण को सकारात्मक रूप से बदलना है। इस बदलाव से महिलाओं को समावेशी विकास का अभिन्न अंग बनाने की उम्मीद है।समाजवादी सबला-सुरक्षा वाहिनी महिलाओं को समावेशी विकास का एक अनिवार्य हिस्सा बनाने की दिशा में काम करेगी।

संगठन व सत्ता में समन्वय बनाने के लिए प्रयासरत

दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद 2027 में उप्र में तीसरे कार्यकाल के लिए सोच रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सोच और कार्यशैली में परिवर्तन किया है। अब योगी न केवल मीडिया फ्रेंडली व्यवहार कर रहे हैं बल्कि संगठन व सत्ता में समन्वय बनाने के लिए प्रयासरत हैं। यही कारण है कि कुछ समय पहले तक जिन केशव मौर्य से उनका 36का आंकड़ा चल रहा था, वही मौर्य अब मुख्यमंत्री की शान में कसीदे पढ़ने में पीछे नहीं हैं। भाजपा में संगठन व सत्ता में मची इस खींचतान के चलते सपा को 2027 का सफ़र आसान लग रहा था। लेकिन भाजपा में हुए इस डैमेज कंट्रोल से अखिलेश भी सकते में हैं। इसीलिए अब पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यकों को पीडीए का चारा फेंकने के बाद अब उन्होंने महिलाओं के सामने सबला सुरक्षा वाहिनी का दाना डाला है।
उत्तर रेलवे के आठ स्टशेनों के बदले नाम, नए नाम शहीद व धार्मिक स्थलों के नाम पर रखे गए
लखनऊ । उत्तर रेलवे का फुर्सतगंज रेलवे स्टेशन अब तापेश्वरनाथ धाम स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। उत्तर रेलवे मुख्यालय ने लखनऊ मंडल में आने आठ स्टेशनों के नाम बदल दिए हैं।जिनकी सूची भी जारी कर दी गई है। नए नाम शहीद और धार्मिक स्थलों के नाम पर रखे गए हैं। फुर्सतगंज के अलावा जिन और स्टेशनों के नाम बदले गए हैं उनमें कासिमपुर हाल्ट का नाम जायस सिटी, जायस का नाम गुरु गोरखनाथ धाम, मिश्ररौली का मां कालिकान धाम, बनी का स्वामी परमहंस, निहालगढ़ का महाराजा बिजली पासी, अकबरगंज का मां आहोरवा भवानी धाम और वारिसगंज हाल्ट अमर शहीद भाले किया गया है।