15 साल से जर्जर पड़ा स्कूल भवन, खंडहर में बदला
दरभंगा के गौड़ाबौराम प्रखंड क्षेत्र के बरदाहा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में राशि उठाव होने के 15 साल बाद भी स्कूल भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है।काम कराने वाले प्रभारी प्रधानाध्यापक को उसके मूल स्कूल बरदाहा उर्दू में स्थनांतरित कर दी गई है। आश्चर्य की बात है की स्कूल में भवन निर्माण से संबंधित कार्य स्थल पर योजना पट्ट नहीं लगाई गई है।
वहीं, इस बीच बना बनाया अधूरा भवन खंडहर में तब्दील होने लगा है। भवन का ईंट उखड़ रहा है। स्कूल के छत से मटेरियल झड़ रहे हैं। चारों ओर गंदगी और जंगल का अंबार लग गया है।
जर्जर हालत में छोड़ा भवन
मालूम होता हैं कि साल 2007-2008 में 15 साल पहले लगभग 12 लाख रुपए की लागत से तात्कालीन प्रभारी प्रधानाध्यापक मो.अकरम द्वारा 3 कमरे और एक किचन और बाथरुम के भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। जैसे तैसे भवन के छत की ढलाई कर छोड़ दी गई है।
इस बीच कई बार स्थानीय लोग भवन निर्माण का कार्य पूर्ण करने की मांग करते रहे। लेकिन उक्त भवन को उसी अवस्था में छोड़ दिया गया। इन सालों में अर्ध निर्मित भवन भी जर्जर होने लगा है। जबकि उक्त स्कूल में लगभग 150 छात्र नामांकित हैं। प्रत्येक दिन 120 की संख्या में बच्चों की उपस्थिति रहती है।
भवन के अभाव में छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में काफी परेशानियों का सामना करना पर रहा है। 4 शिक्षक दो कमरे में ही कक्षा 1 से वर्ग 5 तक की छात्रों को पढ़ाने में विवश हैं।
शुक्रवार को स्कूल रहती है बंद
कई लोगों ने बताया कि विभागीय पदाधिकारी और अभियंता की मिली भगत से स्कूल भवन की राशि को निकाल कर बंदरबांट कर लिया गया है।
भवन को यूं ही अधूरा छोड़ दिया गया है। इस दिशा में विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इस संबंध में कई अभिभावकों ने ऐसे अधूरे भवन को शीघ्र पूर्ण कराने के साथ ही वैसे शिक्षक और विभागीय अभियंता पर कार्रवाई की मांग की है।
मुस्लिम क्षेत्र होने की वजह से यह स्कूल शुक्रवार को बंद रहती है। RTI कार्यकर्ता राजकुमार झा ने सूचना अधिकार के तहत उक्त स्कूल के स्थापना काल से ही अब तक विभाग से विभिन्न मद से उठाव और खर्च की गई राशि का विवरण पंजी की मांग BEO से किया है। प्रभारी प्रधानाध्यापक नवीन कुमार ने बताया कि स्कूल के प्रधानाध्यापक के चार्ज लिए डेढ़ साल हुए है। उन्होंने कहा कि हमसे पहले के प्रभारी प्रधानाध्यापक रविंद्र कुमार गुप्ता ने अधूरे भवन का निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए कई बार शिक्षा पदाधिकारी से अनुरोध किया था। लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी आशानंद हाजरा ने बताया कि ये मुझसे पहले का मामला है। मैं इसकी जांच करवाता हूं की आखिर क्या वजह है।
वहीं, DEO समर बहादुर सिंह ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में है। मैं इस बात की जानकारी जुटवाता हूं। उचित समाधान किया जाएगा।

काम कराने वाले प्रभारी प्रधानाध्यापक को उसके मूल स्कूल बरदाहा उर्दू में स्थनांतरित कर दी गई है। आश्चर्य की बात है की स्कूल में भवन निर्माण से संबंधित कार्य स्थल पर योजना पट्ट नहीं लगाई गई है।

अब मखाना की खेती और इसके ग्लोबिंग मार्केटिंग के माध्यम से करोड़ों लोगों को रोजगार मुहैया होगी। दरभंगा के सांसद डॉ.गोपाल जी ठाकुर ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के सहायक महानिदेशक डॉ.के.नरसैया और राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.मनोज कुमार के साथ दरभंगा स्थित अपने आवासीय कार्यालय में एक बैठक के बाद उपरोक्त बातें कहीं।
इसकी उत्पादकता इस दौरान 14-16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 20-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक बढ़ गई है। प्रति हेक्टेयर आमदनी 50-60 हजार रुपए से बढ़कर 1.5 से दो लाख तक अनुमानित है। मखाना किसानों और उद्यमियों की संख्या भी अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है।
किसानों को डीएपी खाद मिलने में कठिनाई हो रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिछले करीब 4 महीने से जिले में डीएपी की भारी किल्लत चल रही है। किसानों का कहना है कि 1350 रुपए की डीएपी के लिए वह 1700 रुपए देने के लिए भी तैयार हैं।
जानकारी हो की वरीय पुलिस अधीक्षक ने 8 थानों के थानेदार को बदल दिया है। इसमें कुछ थानेदार को इधर से उधर कर दिया है। इसके अलावा नए कनीय अवर निरीक्षक को भी थानाध्यक्ष का मौका एसएसपी ने दिया है। ये वैसे कनीय अवर निरीक्षक हैं, जिन्होंने थाना में रहते हुए बेहतर पुलिसिंग की है।
18 से 32 साल के युवक इस जॉब कैंप में भाग ले सकते है। फील्ड एसिस्टेंट ट्रेनी के पदों पर चयनित युवकों की बहाली की जाएगी। बहाली इन्टरव्यू के आधार पर रोगी। जॉब कैंप में कुल 50 सीट निर्धारित है। बहाली Bharat Financial Inclusion LTD की ओर से होगी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कॉर्पियो के आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में 8 लोग घायल हो गए। पुलिस ने सभी को इलाज के लिए राघोपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद दो घायलों को रेफर कर दिया गया।
अररिया से दरभंगा जाने के दौरान हादसा
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कॉर्पियो के आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में 8 लोग घायल हो गए। पुलिस ने सभी को इलाज के लिए राघोपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद दो घायलों को रेफर कर दिया गया।
अररिया से दरभंगा जाने के दौरान हादसा
तालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर 60 लाख रुपए की पहले तो बंदरबांट हुई। फिर विरोध होने पर इसको प्राकृतिक स्वरूप में लाने के लिए भी मोटी रकम खर्च की गई। लेकिन ट्रिब्यूनल इससे संतुष्ट नहीं हुआ। मिथिला विशेष रूप से दरभंगा में तालाबों के संरक्षण में जुटी संस्थान तालाब बचाव अभियान इस मामले में अपना जोरदार विरोध दर्ज करते आ रहा है।
पिछले 22 अगस्त को भी मामले की सुनवाई ट्रिब्यूनल में हुई। ट्रिब्यूनल ने विश्वविद्यालय की ओर से विस्तृत शपथ पत्र दाखिल नहीं करने पर अपनी नाराजगी जताई है। विश्वविद्यालय इस मामले में गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। उसने कुलपति पर व्यक्तिगत रूप से 5 हजार रुपए का जुर्माना करते हुए बिहार पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को आदेश दिया है।
हाथों में अलग-अलग बैनर पोस्टर लेकर इंसाफ की मांग कर रहीं थीं। वी वांट जस्टिस के अलावा 1 2 3 4 बंद करो अत्याचार जैसे नारे लगाकर महिला अत्याचार के खिलाफ विरोध जताया। तकरीबन आधे घण्टे तक सड़क पर खड़े होकर प्रदर्शन करने के बाद सभी छात्राएं नारे लगाते हुए अपने स्कूल तक गईं।
Aug 27 2024, 20:55
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