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धीरेंद्र शास्त्री ने की सभी हिन्दुओं से की अपने नाम के आगे 'हिन्दू' लगाने की अपील, कहा- हालात करो या मरो जैसे

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने छतरपुर जिले में एक प्रेस वार्ता के दौरान अपील किया है कि सभी हिंदू अपने नाम से पहले हिंदू जरूर लगाएं। अभी हम सभी लोग अपने नाम के आगे जाति लगाते हैं। कोई ब्राह्मण है, कोई ठाकुर है तो कोई वैश्य और शूद्र है। अगर हम अपने नाम के पहले हिंदू लगाएंगे तो अन्य देशों से आने वाले लोग हमें हिंदू के नाम से जानेंगे। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भारत में जात-पात का संकट बहुत ज्यादा बढ़ गया है। हालात करो या मरो जैसे हो गए हैं। इसलिए भारत को भव्य बनाने के लिए भारत से जात-पात खत्म करनी होगी। वह खुद छतरपुर से ओरछा तक पैदल यात्रा करते हुए सभी हिंदुओं को जोड़ने का प्रयास करेंगे और हिंदू एकता पदयात्रा निकालेंगे। धीरेंद्र शास्त्री ने आगे यह भी कहा कि हम यह चाहते हैं कि जब भी कोई विदेशी भारत आए तो वह हिंदू से मिले किसी जाति से नहीं। इसलिए नाम के आगे हिंदू लगाना जरूरी हो गया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जल्द ही हिंदू एकता पदयात्रा का शुरुआत की जाएगी। मोबाइल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। हजारों की संख्या में लोग इस पदयात्रा में शामिल होंगे। यह यात्रा छतरपुर से पवित्र नगरी ओरछा तक होगी और इसका मकसद हिंदुओं को जोड़ना है। छतरपुर जिले में उन्होंने इसी सिलसिले में अलग अलग समाज एवं समुदाय के लोगों से बैठक कर पदयात्रा को लेकर सभी के विचार व सुझाव को सुना।
मदरसे में बच्चियों के प्राइवेट पार्ट छूता था मौलवी, मोबाइल पर दिखाता था अश्लील वीडियो, करतूत उजागर हुई तो हुआ 5 से रेप का खुलासा


कोलकाता, बदलापुर, मुंबई, कोल्हापुर, तमिलनाडु के बाद रुद्रपुर में 5 बच्चियों से रेप हुआ है। मदरसे में पढ़ाने वाले एक मौलवी की शर्मनाक करतूत का खुलासा हुआ है, जो बच्चियों को जिन्न की कहानियां सुनाकर डराता था और डरी सहमी बच्चियों के साथ गलत हरकतें करता था। उनसे रेप करता था। उन्हें अश्लील वीडियो भी दिखाता था। एक बच्ची ने घर जाकर परिजनों को मौलवी की हरकत के बारे में बताया, तब मामले का खुलासा हुआ। बच्ची की मां ने आरोपी मौलवी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने BNS की धारा 351(3) (मौत या गंभीर चोट पहुंचाने की धमकी देकर आपराधिक धमकी देना) और 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग करना) और पॉक्सो एक्ट की धारा के तहत केस दर्ज किया है। आरोपी मौलवी शब्बीर राजा को गिरफ्तार भी कर लिया है। उत्तराखंड में US नगर के रुद्रपुर शहर के SSP मंजूनाथ टीसी ने मामले की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि रुद्रपुर में एक मदरसे में 34 साल का मौलवी शब्बीर राजा उर्दू पढ़ाता है। वह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत का रहने वाला है। उस पर 5 से 9 साल की 5 लड़कियों से दुष्कर्म करने का आरोप है। अभी एक पीड़िता सामने आई है, और पीड़िताओं के भी सामने आने की उम्मीद है। बाल कल्याण आयोग से अनुरोध किया है कि वह मदरसे की लड़कियों और उनके माता-पिता की काउंसिलिंग करें। पुलिस को दी गई पहली शिकायत में लड़की की मां ने आरोप लगाया कि मौलवी ने उसकी बेटी के अलावा 4 और लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है। वह उन्हें डराकर पोर्न फिल्में दिखाता और उनके साथ गलत हरकतें करता है। पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मौलवी उन्हें जिन्नों के बारे में और कैसे वह आत्माओं को मुक्त करके उनके माता-पिता को नुकसान पहुंचा सकते हैं? उनके बारे में बताकर डराता था। फिर वह लड़कियों को एक-एक करके अपने कमरे के अंदर ले जाता था और उनसे छेड़छाड़ करने से पहले उन्हें अपने फोन पर पोर्न क्लिप देखने के लिए कहता था। बच्चे अपना रेगुलर स्कूल खत्म करने के बाद दोपहर में उर्दू की कक्षा में जाते थे, लेकिन मौलवी बड़े बच्चों को होमवर्क न करने के बहाने पीटता था और उन्हें जल्दी घर भेज देता था। बड़ी लड़कियों को वह ढेर सारा होमवर्क देकर भेज देता था, जबकि छोटी लड़कियों, जिनकी उम्र 5-9 साल थी, को एक्स्ट्रा क्लास के बहाने से रोकता था और गलत हरकतें करता था।
जर्मनी में आतंक जारी ! अब 'अरबी' हमलावर ने सरेआम 9 लोगों को घोंपा चाक़ू, 3 ने तोड़ा दम, बाकी की हालत गंभीर

जर्मनी के पश्चिमी शहर सोलिंगेन में एक संदिग्ध आतंकी हमले की घटना सामने आई है। शुक्रवार, 23 अगस्त की रात को शहर में एक कार्यक्रम के दौरान, एक अज्ञात हमलावर ने चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि घायलों में से 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि हमलावर का हुलिया अरबी मूल का जैसा दिखता है, और उसकी तलाश में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। सोलिंगेन शहर अपनी स्थापना के 650 साल पूरे होने का जश्न मना रहा था, जिसमें लगभग 10,000 लोग फ्रॉनहोफ चौक पर एकत्र हुए थे। कार्यक्रम में लाइव बैंड भी बज रहा था। रात 9:30 बजे के आसपास, एक व्यक्ति ने अचानक भीड़ में शामिल लोगों पर चाकू से हमला करना शुरू कर दिया। हमलावर राह चलते लोगों पर चाकू से वार करता रहा और फिर मौके से फरार हो गया। घटना के बाद, पुलिस ने कार्यक्रम को रद्द कर दिया और लोगों को इलाके को खाली करने का आदेश दिया। पुलिस ने सोलिंगेन शहर में 40 टैक्टिकल व्हीकल और हेलीकॉप्टर के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हमलावर की पहचान के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि हमलावर के बारे में अभी कम जानकारी है, लेकिन यह घटना अकेले उसी ने अंजाम दी है। पुलिस ने इस घटना को आतंकवादी हमले की संभावना से इनकार नहीं किया है। जर्मनी की मीडिया के अनुसार, हमलावर ने कुछ लोगों की गर्दन पर चाकू से वार किया है, जिससे कई घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सोलिंगेन उत्तरी राइन-वेस्टफेलिया राज्य में स्थित है, जो जर्मनी का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। इस राज्य के बड़े शहरों में कोलोन और डसेलडोर्फ भी शामिल हैं। राज्य के गृहमंत्री हर्बर्ट रूल ने घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि ऐसा लगता है कि हमलावर का उद्देश्य कई लोगों को मारने का ही था। इससे पहले भी इस साल 31 मई को जर्मनी के मैनहेम शहर में एक इस्लाम विरोधी प्रदर्शन के दौरान इसी तरह का हमला हुआ था। उस घटना में भी एक अज्ञात हमलावर ने चाकू से हमला कर 7 लोगों को घायल कर दिया था, जिनमें एक पुलिस अधिकारी भी शामिल था। उस हमलावर को पुलिस ने मौके पर ही मार गिराया था।
देश के इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बदरा, IMD ने जारी किया नया अलर्ट, नदियां बह रही खतरे के निशान के ऊपर

हाल के दिनों में देश के कई प्रदेशों में भारी बारिश ने हालात को गंभीर बना दिया है। कई शहरों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है तथा कई नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग ने अगले सात दिनों के लिए मौसम की भविष्यवाणी की है, जिसमें कई प्रदेशों में भारी एवं बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है। दिल्ली-एनसीआर में 23 से 25 अगस्त के बीच बारिश की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर के अतिरिक्त, मौसम विभाग ने उत्तर भारत और उत्तर पूर्व के प्रदेशों के लिए अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को पूरे गुजरात में भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा एवं महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी वर्षा की संभावना के चलते ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को भी कई राज्यों में भारी बारिश के आसार हैं। विशेषकर पूर्वी गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके अतिरिक्त, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र एवं उत्तर पूर्व के कई प्रदेशों में भी भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान एवं तेलंगाना में भी बारिश का अलर्ट जारी है। यह बारिश का दौर मौसम विभाग के मुताबिक, 26 अगस्त तक जारी रहेगा, उसके बाद कई प्रदेशों में भारी बारिश से राहत मिल सकती है। अधिकांश प्रदेशों में धूप खिलने की संभावना है, केवल गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर पूर्व के प्रदेशों को छोड़कर। दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखी गई, वहीं कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हुई। शनिवार को बारिश की तीव्रता में कमी आ सकती है। अगले कुछ दिनों में दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है। हालांकि, 28-29 अगस्त के आसपास मौसम बदल सकता है और दिल्ली में फिर से भारी बारिश हो सकती है।
*कोलकाता रेप-मर्डर केसः आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल,मुख्य आरोपी संजय रॉय समेत सात का पॉलीग्राफ टेस्ट*
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कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर करने के आरोपित संजय रॉय समेत 7 लोगों का पॉलीग्राफी टेस्ट होगा। इनमें कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और पीड़ित डॉक्टर के साथ आठ अगस्त की रात डिनर करने वाले चार ट्रेनी डॉक्टर भी शामिल हैं। साथ ही अस्पताल के एक सिविल वॉलंटियर का भी पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जा रहा है। कोलकाता की प्रेसीडेंसी जेल में पॉलीग्राफ टेस्ट सीबीआई टीम कर रही है। महिला डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की भूमिका संदिग्ध है। सीबीआई द्वारा बीते हफ्ते भर से ज्यादा समय से लगातार संदीप घोष से पूछताछ की जा रही है।बीते 8 दिनों में संदीप घोष से करीब 100 घंटे पूछताछ हुई है। शुक्रवार को करीब 11 घंटे सीबीआई ने पूछताछ की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूछताछ के दौरान संदीप घोष के बयानों में विरोधाभास है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी सुनवाई के दौरान संदीप घोष की भूमिका को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे। यही वजह है कि संदीप घोष सीबीआई की जांच के रडार पर हैं। आरोपी संजय रॉय का जेल में ही पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जा रहा है। वहीं, अन्य लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट सीबीआई दफ्तर कोलकाता में हो रहा है। संदीप घोष के अलावा जिन चार अन्य डॉक्टर्स का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जा रहा है, उन्होंने ही मृतका के साथ घटना वाली रात डिनर किया था। सीबीआई ने अदालत में अर्जी देकर संदीप घोष, आरोपी संजय रॉय और चार अन्य डॉक्टर्स और एक सिविल वॉलंटियर का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की मंजूरी मांगी थी। सीबीआई की याचिका पर सियालदह कोर्ट ने इसकी मंजूरी दे दी है।
कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन के बाद भी सीट बंटवारें पर फंसा पेंच, जानें कहां अटक रही बात

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केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए अक्टूबर में चुनाव होने हैं।इस चुनाव में कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने 22 अगस्त को सभी 90 सीटों पर गठबंधन का ऐलान किया। सीट बंटवारे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस के बीच अब तक बात नहीं बन पाई है।

सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस 52 और कांग्रेस 38 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। दोनों पार्टियों के बीच अभी भी कुछ सीटों को लेकर पेंच फंसा है। इन सीटों में नगरोटा, विजयपुर और हब्बा कदल की सीटें शामिल हैं। इसको लेकर दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के बीच चर्चा चल रही है।

सीटों के बंटवारे पर एनसी के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि "ज्यादातर सीटों पर हम सर्वसम्मति बना चुके हैं।कुछ सीटों पर हम अड़े हुए हैं और कुछ सीटों पर कांग्रेस के क्षेत्रीय नेता अड़े हुए हैं। आज हम फिर चर्चा करेंगे और कोशिश करेंगे कि जहां तक हो सके बाकी सीटों को गठबंधन की सीमा में लाकर अपने उम्मीदवारों का एलान करें।

पहले चरण की 24 सीटों में कांग्रेस 9 या 10 सीटें लड़ेगी

फिलहाल पहले चरण की 24 सीटों में कांग्रेस 9 या 10 सीटें पर लड़ेगी, जिसमें वो घाटी की 4 सीटों पर दावा ठोक रही है। इसमें दो सीटें देवसर और शांगस पर कांग्रेस ने 2014 में जीत हासिल की थी। तीसरी दुरु विधानसभा सीट है, जहां गुलाम अहमद मीर 161 वोट के करीबी मार्जिन से पीडीपी के उम्मीदवार सैयद फारूक अहमद अंदराबी से हार गए थे। वहीं चौथी कोकर नाग विधानसभा सीट है, जहां से कांग्रेस के सीनियर लीडर पीरजादा मोहम्मद सैयद आते हैं। इसलिए यह सीट कांग्रेस मांग रही है। हालांकि 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां से पीडीपी जीत गई थी। इस चुनाव में कांग्रेस को 34 प्रतिशत वोट मिला जबकि पीडीपी को 42 प्रतिशत वोट मिला था। पीडीपी के अब्दुल रहीम राथर चुनाव जीत गए थे।कुल मिलाकर कांग्रेस अपनी सिटिंग सीट और पीडीपी की सीटें मांग रही है, जहां से उसके उम्मीदवार रनर अप रहे थे।

आज जारी हो सकती है कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट

वहीं, खबर है कि एनसी-कांग्रेस गठबंधन के कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट शनिवार (24 अगस्त) को जारी होगी। सूत्रों के मुताबिक, पहली लिस्ट में नेशनल कॉन्फ्रेंस के 13 से 17 और कांग्रेस के 7 से 10 कैंडिडेट के नामों की घोषणा हो सकती है।

2014 में हुए थे आखिरी विधानसभा चुनाव

आखिरी बार 2014 में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव हुए थे। तब बीजेपी और पीडीपी ने गठबंधन सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी। इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन (उस समय जम्मू-कश्मीर संविधान के अनुसार) रहा। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।

राष्ट्रपति शासन के बीच ही 2019 के लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें बीजेपी भारी बहुमत के साथ केंद्र में लौटी। इसके बाद 5 अगस्त 2019 को बीजेपी सरकार ने आर्टिकल-370 खत्म करके राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया था। इस तरह जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

भारत चाहे तो रूस से युद्ध रुक जाए, पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे के बाद बोले जेलेंस्की

#volodymyr_zelensky_on_pm_modi_ukraine_visit

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को यूक्रेन की सात घंटे की यात्रा के बाद यहां से रवाना हो गए। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ वार्ता की और रूस के साथ जारी युद्ध को समाप्त करने में व्यक्तिगत रूप से योगदान देने का आश्वासन दिया। पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा पर जेलेंस्की ने कई अहम बात की हैं।उन्होंने पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा को सराहा। साथ ही कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति प्रतिबद्ध है और कीव की संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करता है।

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और यूक्रेन के बीच संबंध लगातार अच्छे रहे हैं, और लंबे भी। उन्होंने ये भी कहा कि पीएम की ये यात्रा ऐतिहासिक है, क्योंकि यह 30 सालों में पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन आया है। जेलेंस्की ने मोदी से बातचीत के दौरान कृषि, बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और रक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की उम्मीद जताई है।

जेलेंस्की ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, 'आज इतिहास रच दिया गया। आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन का दौरा किया, जो भारत और स्वतंत्र यूक्रेन के बीच संबंधों की स्थापना के बाद से इस तरह की पहली यात्रा है। हमारे बीच हुईं बातचीत व्यापक थीं, जिनमें यूक्रेन के खिलाफ रूस का युद्ध और न्यायपूर्ण शांति का मुद्दा शामिल था। हम दिल से सराहना करते हैं कि प्रधानमंत्री ने रूस के हमले में मारे गए यूक्रेनी बच्चों की स्मृति का सम्मान करते हुए अपनी यात्रा शुरू की। मैं इस पूरे युद्ध के दौरान भारत द्वारा प्रदान किए गए मानवीय सहायता पैकेजों के लिए आभारी हूं।

उन्होंने आगे कहा कि यह जरूरी है कि अधिक से अधिक वैश्विक नेता स्पष्ट रूप से अपना रुख व्यक्त करें और ठोस शब्दों में अपना समर्थन प्रदर्शित करने के लिए यूक्रेन का दौरा करें। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, ''हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि भारत अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति प्रतिबद्ध है और हमारी संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता के मूल सिद्धांतों का समर्थन करता है। भारत शांति फार्मूले पर हमारे कार्य में भी शामिल है, जिसका शांति शिखर सम्मेलन में प्रतिनिधित्व किया गया है और संबंधित समूहों में भाग लिया गया है। यह सब हमें उम्मीद देता है और यह महत्वपूर्ण है कि जितना संभव हो उतने वैश्विक नेता अंतरराष्ट्रीय कानून के मूलभूत मानदंडों पर अपना रुख स्पष्ट रूप से व्यक्त करें और अपना समर्थन दिखाने के लिए यूक्रेन का दौरा करें।'

वहीं, पीएम मोदी से मुलाकात के बाद समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा, 'भारत अपनी भूमिका निभाएगा। मुझे लगता है कि भारत ने यह पहचानना शुरू कर दिया है कि यह केवल संघर्ष नहीं है। यह एक असली युद्ध है, जिसे एक व्यक्ति पुतिन ने एक पूरे देश यूक्रेन के खिलाफ छेड़ा हुआ है। आप एक बड़े देश हैं। आपका प्रभाव बहुत बड़ा है और आप पुतिन को रोक सकते हैं और उनकी अर्थव्यवस्था को रोक सकते हैं और उन्हें वास्तव में उनकी जगह पर ला सकते हैं।'

भारत चाहे तो रूस से युद्ध रुक जाए, पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे के बाद बोले जेलेंस्की*
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को यूक्रेन की सात घंटे की यात्रा के बाद यहां से रवाना हो गए। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ वार्ता की और रूस के साथ जारी युद्ध को समाप्त करने में व्यक्तिगत रूप से योगदान देने का आश्वासन दिया। पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा पर जेलेंस्की ने कई अहम बात की हैं।उन्होंने पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा को सराहा। साथ ही कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति प्रतिबद्ध है और कीव की संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करता है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और यूक्रेन के बीच संबंध लगातार अच्छे रहे हैं, और लंबे भी। उन्होंने ये भी कहा कि पीएम की ये यात्रा ऐतिहासिक है, क्योंकि यह 30 सालों में पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन आया है। जेलेंस्की ने मोदी से बातचीत के दौरान कृषि, बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और रक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की उम्मीद जताई है। जेलेंस्की ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, 'आज इतिहास रच दिया गया। आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन का दौरा किया, जो भारत और स्वतंत्र यूक्रेन के बीच संबंधों की स्थापना के बाद से इस तरह की पहली यात्रा है। हमारे बीच हुईं बातचीत व्यापक थीं, जिनमें यूक्रेन के खिलाफ रूस का युद्ध और न्यायपूर्ण शांति का मुद्दा शामिल था। हम दिल से सराहना करते हैं कि प्रधानमंत्री ने रूस के हमले में मारे गए यूक्रेनी बच्चों की स्मृति का सम्मान करते हुए अपनी यात्रा शुरू की। मैं इस पूरे युद्ध के दौरान भारत द्वारा प्रदान किए गए मानवीय सहायता पैकेजों के लिए आभारी हूं। उन्होंने आगे कहा कि यह जरूरी है कि अधिक से अधिक वैश्विक नेता स्पष्ट रूप से अपना रुख व्यक्त करें और ठोस शब्दों में अपना समर्थन प्रदर्शित करने के लिए यूक्रेन का दौरा करें। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, ''हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि भारत अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति प्रतिबद्ध है और हमारी संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता के मूल सिद्धांतों का समर्थन करता है। भारत शांति फार्मूले पर हमारे कार्य में भी शामिल है, जिसका शांति शिखर सम्मेलन में प्रतिनिधित्व किया गया है और संबंधित समूहों में भाग लिया गया है। यह सब हमें उम्मीद देता है और यह महत्वपूर्ण है कि जितना संभव हो उतने वैश्विक नेता अंतरराष्ट्रीय कानून के मूलभूत मानदंडों पर अपना रुख स्पष्ट रूप से व्यक्त करें और अपना समर्थन दिखाने के लिए यूक्रेन का दौरा करें।' वहीं, पीएम मोदी से मुलाकात के बाद समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा, 'भारत अपनी भूमिका निभाएगा। मुझे लगता है कि भारत ने यह पहचानना शुरू कर दिया है कि यह केवल संघर्ष नहीं है। यह एक असली युद्ध है, जिसे एक व्यक्ति पुतिन ने एक पूरे देश यूक्रेन के खिलाफ छेड़ा हुआ है। आप एक बड़े देश हैं। आपका प्रभाव बहुत बड़ा है और आप पुतिन को रोक सकते हैं और उनकी अर्थव्यवस्था को रोक सकते हैं और उन्हें वास्तव में उनकी जगह पर ला सकते हैं।'
शिखर धवन ने क्रिकेट को कहा अलविदा, वीडियो शेयर कर की संन्यास की घोषणा
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* शिखर धवन ने इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया है।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। 37 साल के इस खिलाड़ी ने 2010 में भारत के लिए डेब्यू किया था। अपने 13 साल के करियर में वह 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। शनिवार 24 अगस्त की सुबह एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने संन्यास की घोषणा करते हुए सभी फैंस को शुक्रिया कहा। क्रिकेट को अलविदा कहते हुए उन्होंने खासतौर से अपने परिवार, बचपन के कोच, टीम इंडिया और बीसीसीआई को धन्यवाद कहा। शिखर ने वीडियो पोस्ट कर कहा,” नमस्कार आज मैं एक ऐसे मोड़ पर खड़ा हूं जहां से पीछे देखने पर सिर्फ यादें नजर आती है। मेरी हमेशा से एक ही मंजिल थी कि मैं इंडिया के लिए खेलूं, जो कि हुआ भी। जिसके लिए मैं कई लोगों का शुक्रगुजार हूं। सबसे पहले मेरी फैमिली, मेरे बचपन के कोच। जिनके अंडर मैंने क्रिकेट सीखी। धवन ने आगे कहा कि कहते हैं न कि कहानी में आगे बढ़ने के लिए पन्ने पलटने जरूरी है। बस, मैं भी ऐसा करने जा रहा हूं। मैं अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास का एलान कर रहा हूं। अब जब मैं इस क्रिकेट यात्रा को अलविदा कह रहा हूं कि तो मेरे दिल में एक सुकून है कि मैं लंबे समय तक देश के लिए खेला। मैं बीसीसीआई और डीडीसीए को भी शुक्रिया कहना चाहूंगा कि उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। मैं अपने फैंस का भी शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया। मैं बस खुद से यही कहता हूं कि तुम इस बात से दुखी मत हो कि अब तुम देश के लिए नहीं खेलोगे, बल्कि इससे खुश हो कि तुम देश के लिए बहुत खेले।' बता दें कि शिखर पिछले डेढ़ साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे।शिखर धवन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी शुरुआत 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच से की थी। विशाखापट्टनम में खेले डेब्यू मैच की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी. वो बिना रन बनाए पारी की दूसरी गेंद पर ही आउट हो गए थे। इसके बाद 2011 में उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया। वहीं 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। अपने टेस्ट डेब्यू में धवन ने 187 रन की शानदार पारी खेली थी।2013 के चैंपियंस ट्रॉफी की जीत में उनका बेहद अहम योगदान था। वो प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे। धवन ने भारत के लिए कुल 269 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 10867 रन बनाए। धवन ने टेस्ट में 34 मुकाबले खेल, जिसकी 58 पारियों में 40.61 की औसत से 2315 रन बनाए। वहीं वनडे के 167 मुकाबलों में 44.11 की औसत से 6793 रन और टी20 के 68 मैचों में 1759 रन बनाए। धवन ने अपने इंटरनेशनल करियर में 24 शतक और 55 अर्धशतक जड़े हैं। वनडे में उनके नाम 17 सेंचुरी और 39 हाफ सेंचुरी है। वहीं टेस्ट में 7 शतक और 5 अर्धशतक बनाए हैं। धवन ने टी20 में भी 11 अर्धशतक बनाए हैं।
हिंद महासागर में चीन का बढ़ता प्रभाव भारत के लिए बड़ा “सिरदर्द

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भारत और चीन के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चला आ रहा है। साल 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई सैन्य झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव ज़्यादा गहरा गया है। जानकारों की मानें तो ये तनाव हिन्द महासागर में भी महसूस हो रहा है क्योंकि दोनों ही देश इस इलाक़े में अपना दबदबा बनाना चाहते हैं। हिंद महासागर में चीन की बढ़ती समुद्री गतिविधियों के बीच हाल ही में भारतीय विदेश मंत्री ने बड़ा बयान दिया है। एस जयशंकर का कहना है कि हिंद महासागर में अशांति पैदा करने वाले बदलाव होने की आशंका है और भारत को इसके लिए तैयार रहने की जरूरत है।

हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी नौसेना की बढ़ती उपस्थिति और गतिविधियां भारतीय नीति निर्माताओं और सुरक्षा विशेषज्ञों के लिए चिंता और चर्चा का विषय बनी हुई है। रक्षा विश्‍लेषकों का कहना है कि जिस तरह से चीन हिंद महासागर में अपनी ताकत बढ़ा रहा है, उसको देखते हुए भारत को तत्‍काल इस बात की आवश्‍यकता है कि वह अंडमान के पास अपनी नौसैनिक उपस्थिति को जोरदार तरीके से बढ़ाए। 

हिन्द महासागर में चीन जिस रणनीति को विकसित करता दिख रहा है उसे "स्ट्रिंग ऑफ़ पर्ल्स" के नाम से जाना जाता है। इस रणनीति के मुताबिक़ हिंद महासागर के आसपास के देशों में रणनीतिक बंदरगाहों और बुनियादी ढांचे का निर्माण और सुरक्षा शामिल है जिसका उपयोग ज़रूरत पड़ने पर सैन्य उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। माना जाता है कि ये "पर्ल्स" चीन की ऊर्जा हितों और सुरक्षा उद्देश्यों की रक्षा के लिए मध्य पूर्व से दक्षिण चीन सागर तक समुद्री मार्गों पर कई देशों के साथ रणनीतिक संबंध बनाने में मदद करने के लिए बनाए जा रहे हैं।

चीन हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका में जिबूती में और पाकिस्तान के ग्वादर में बंदरगाह बना रहा है। साथ ही उसने श्रीलंका के हंबनटोटा को 99 साल की लीज़ पर ले लिया है। ये बंदरगाह चीन को हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी नौसैनिक पहुँच और प्रभाव बढ़ाने में मददगार हैं।

2010 के अंत से ही, श्रीलंका, म्यांमार और मालदीव जैसे रणनीतिक महत्त्व के देशों के आस-पास के एरिया में चीन जासूसी जहाजों को तैनात कर रहा है, हालांकि वह कहता रहा है कि यह समुद्री रिसर्च के लिए तैनात किए गए जहाज़ हैं। वे समुद्र पर प्रभुत्व के लिए अपनी नौसैनिक क्षमताओं को मजबूत करने के चीन के व्यवस्थित प्रयासों के साथ-साथ अपनी समुद्री क्षमताओं को मजबूत करते हुए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपने प्रभाव का विस्तार करने के देश के प्रयास पर प्रकाश डालते हैं। विशेष रूप से ध्यान देने योग्य बात यह है कि चीन के पास दोहरे उद्देश्य वाले नागरिक अनुसंधान जहाजों के दुनिया के सबसे बड़े बेड़े का कब्ज़ा है, जो स्पष्ट रूप से वैज्ञानिक और वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए तैनात किया गया है, लेकिन इसके व्यापक रणनीतिक उद्देश्यों के साथ भी जुड़ा हुआ है।

हाल ही में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और चीन के बीच मतभेद सीमा विवाद से कहीं आगे तक जाते हैं। यह निर्विवाद रूप से हिंद महासागर क्षेत्र तक विस्तृत है। पिछले साल सितंबर में, विदेश मंत्री ने कहा था, चीनी नौसेना के आकार और हिंद महासागर क्षेत्र में तैनाती में बहुत तेज वृद्धि हुई है। भारतीय दृष्टिकोण से, हमारे लिए तैयारी करना बहुत उचित है। हमने पहले की तुलना में कहीं अधिक बड़ी चीनी उपस्थिति देखी है।

चीन के बढ़ते नौसैनिक प्रभाव के बीच बड़ा सवाल ये है कि चीनी नौसेना भारत के लिए कितना बड़ा ख़तरा है और उसके मुक़ाबले भारतीय नौसेना कहां खड़ी है?