Aug 22 2024, 15:30
डायरिया का प्रकोप: जानें इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीके : डा. आरके कुशवाहा
विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज। हाल ही में डायरिया के मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है, जिससे अस्पतालों में भीड़ लग गई है। प्रतिदिन डायरिया से कई जानें जा रही हैं। डायरिया यानी दस्त होना एक आम समस्या है, जिसमें मल त्यागने की अधिक बार आवश्यकता होती है और मल पतला और पानी जैसा होता है।
डायरिया के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण हैं:
1. वायरल संक्रमण: वायरस जैसे रोटावायरस, नोरोवायरस और एडेनोवायरस डायरिया का कारण बन सकते हैं।
2. बैक्टीरियल संक्रमण: बैक्टीरिया जैसे ई. कोली, साल्मोनेला, शिगेला और कैम्पिलोबैक्टर डायरिया का कारण बन सकते हैं।
3. खाद्य विषाक्तता: दूषित भोजन या पेय पदार्थों का सेवन करने से डायरिया हो सकता है।
बीमारी की प्रगति
शुरुआत में ही दवा शुरू कर दिया जाए तो बीमारी बहुत जल्दी नियंत्रण में आ जाती है। डायरिया के साथ यदि बुखार आए अथवा चक्कर, कमजोरी रहे तो सावधान हो जाना चाहिए। शरीर को आवश्यक भोजन एवं पानी नहीं मिलने एवं कीटाणुओं की वजह से खून भी कम होने लगता है। एक बार डायरिया जब पानी की तरह होने लगे अथवा खून मिला हुआ डायरिया हो तो अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ जाती है। बुखार, चक्कर, कमजोरी आना दर्शाता है कि आपकी समस्या बढ़ रही है। यदि साथ में उल्टी भी होने लगे तो स्थिति और गंभीर हो जाती है। उचित इलाज नहीं करने पर धीरे-धीरे ब्लड प्रेशर कम होने लगता है एवं गुर्दे को नुकसान पहुंचाने लगता है। फल स्वरुप गुर्दा काम करना बंद करने लगता है। ऐसी स्थिति में जीवन पर खतरा उत्पन्न होने लगता है। सही समय पर उचित इलाज नहीं करने पर गुर्दा हमेशा के लिए खराब हो जाता है। यदि पेशाब बहुत कम हो रही है अथवा 6 घंटे से पेशाब नहीं हुई हो तो स्थिति गंभीर मान लेनी चाहिए।
लापरवाही की वजह से अक्सर मरीज काफी गंभीर स्थिति में आते हैं। इस वजह से चिकित्सक को इलाज करने में काफी समस्या होती है एवं इलाज का खर्च बढ़ाने के साथ मरीज के जीवन पर खतरा भी रहता है।
बचाव के उपाय
खाना खाने के पहले एवं शौच से आने के बाद हाथों को साबुन से बढ़िया अवश्य साफ करें।
घर में खाना एवं पानी को ढंक कर रखें, मक्खियों के संपर्क में ना आए।
नाखून छोटा रखें।
पानी फिल्टर का ही पीएं, विशेष कर बारिश के समय में।
दूषित या खराब हो चुके भोजन का सेवन न करें।
खाना पकाने से पहले हाथों को धोएं और खाने की सामग्री को साफ और स्वच्छ रखें।
ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें, लेकिन उन्हें पहले अच्छी तरह से धो लें।
खाने की चीजों को सुरक्षित और स्वच्छ स्थान पर रखें।
ईलाज
डायरिया होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थो का सेवन करें। यदि जरूरत हो तो भर्ती होकर इलाज कराना ठीक रहता है। उल्टी होने की स्थिति में कभी भी घर पर इलाज न कराएं।
ध्यान नहीं देने पर खतरनाक हो सकता है डायरिया।
खानपान में सावधानी ही डायरिया से बचाव
डायरिया खराब कर रहा है गुर्दा
Aug 22 2024, 15:36