कांग्रेस के मंच पर उद्धव ठाकरे ने किया ED-CBI का जिक्र, कहा- केवल विपक्ष पर हो रही छापेमारी
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गर्म है। विपक्षी दलों का गठबंधन, जिसे इंडिया गठबंधन के नाम से जाना जाता है, राज्य की महायुति सरकार पर जमकर निशाना साध रहा है। इसी बीच, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं।
उद्धव ठाकरे ने हाल ही में देश में हो रही ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) की छापेमारियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये छापेमारियां केवल विपक्ष के नेताओं पर की जा रही हैं। ठाकरे ने उदाहरण देते हुए कहा कि उनके पिता, बालासाहेब ठाकरे, ने राजीव गांधी की कड़ी आलोचना की थी, लेकिन तब किसी भी शिवसैनिक के घर ईडी, सीबीआई, या इनकम टैक्स विभाग की रेड नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि नेताओं ने कभी भी एक-दूसरे के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई नहीं की।
उद्धव ठाकरे ने ये बयान राजीव गांधी की 80वीं जयंती के अवसर पर आयोजित 'सद्भावना दिवस' कार्यक्रम में दिया। इस कार्यक्रम में ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे और राजीव गांधी के रिश्तों का जिक्र कर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब बाल ठाकरे ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आलोचना की थी, तब भी शिवसेना नेताओं को किसी भी केंद्रीय एजेंसी द्वारा परेशान नहीं किया गया था। यह टिप्पणी वर्तमान में चल रही राजनीतिक स्थिति पर एक कड़ा प्रहार था, जहां विपक्षी नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों की लगातार छापेमारी हो रही है।
इस कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस का पट्टा भी पहना, जो कि साल 2019 में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस से हाथ मिलाने के बाद एक महत्वपूर्ण संकेत है। यह पहली बार था जब ठाकरे ने कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और कांग्रेस के प्रतीक चिन्ह को धारण किया। इस अवसर पर एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे।
शरद पवार का बीजेपी पर हमला
सद्भावना दिवस कार्यक्रम में शरद पवार ने भी बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेहरू-गांधी परिवार के प्रति बदले की भावना रखना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जवाहरलाल नेहरू और उनके परिवार ने देश के लिए जो योगदान दिया है, उसे इतिहास से मिटाया नहीं जा सकता। शरद पवार ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस परिवार की चार पीढ़ियों ने देश के लिए कठिन मेहनत की है, और इस योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक तापमान बढ़ता जा रहा है, और आने वाले विधानसभा चुनावों में ये मुद्दे प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं। उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बयान बीजेपी के खिलाफ एकजुट विपक्ष की रणनीति को दर्शाते हैं, जो चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।
Aug 21 2024, 13:33