घोरप्रस और जंगली सूअर से अब किसानों का फसल नहीं होगा बर्बाद, सरकार ने कर दिया है यह इंतजाम
*
* पटना : घोरप्रस और जंगली सूअर से अब किसानों का फसल बर्बाद नहीं होगा। इसका इंतजाम सरकार ने कर दिया है। इस बात की जानकारी आज बुधवार को पटना में सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के "संवाद" कक्ष में कृषि विभाग के प्रेस कॉन्फ्रेंस कृषि मंत्री मंगल पांडे ने दी। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग ने किसानों को लेकर एक बड़ा निर्णय लिया है। घोरप्रस और जंगली सूअर लगातार किसने की फसल को बर्बाद कर रहे हैं इसको लेकर बैंड पर्यावरण विभाग पंचायती राज विभाग कृषि विभाग और गृह विभाग पुलिस विभाग की sit बना दी गई है। इन जानवरों के खिलाफ कृषि विभाग एक बड़ी रणनीति बना रहा है। वहीं बिहार में कम बारिश के मार झेल रहे किसानों को डीजल अनुदान मिलने में हो रही देरी पर उन्होंने कहा कि स्वीकृत 150 करोड़ रुपए में से 10 दिनों में मात्र 12 लख रुपए डीजल अनुदान बांटे गए हैं। कृषि मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि 26 जुलाई से डीजल अनुदान की राशि बाटी जा रही है। अब तक 10 से 12 लख रुपए की राशि बांटी गई है। किसान कृषि विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। अब तक 32 हजार किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है।लआने वाले दिनों में जल्द ही तेजी आएगी। बिहार में मानसून की काम हुई बारिश के बीच अब तक 29 लाख 68 हजार 634 हेक्टेयर धान का आच्छादन हो पाया है।धान की रोपनी कुल लक्ष्य 36 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 80 फीसदी हो सकी है। कृषि मंत्री मंगल पांडे ने जानकारी दी है कि अगले एक सप्ताह में 90 फीसदी तक रोपनी हो जायेगी। किसानो ने मक्के की खेती में भी सूची दिखाई है। मक्के की रोपनी अभी तक 2 लाख 71 हजार 185 हेक्टेयर आच्छादन हुआ है। पांच जिले जहां सबसे कम धान की रोपनी हुई। दक्षिण बिहार के जिले में कम बारिश हुई है। नतीजा, धान की रोपनी कम हुई। जमुई में 46.4 फ़ीसदी की रोपनी हो सकी है । बांका जिला में 49 फ़ीसदी धान का अच्छादन हुआ। गया में 54 प्रतिशत का अच्छाधन है। नवादा जिले में भी 54 फीसदी रोपनी। औरंगाबाद जिला में 55 फ़ीसदी का आच्छादन हुआ है। पटना से मनीष प्रसाद
Aug 07 2024, 14:38