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*बांग्लादेश के हालात पर दिल्ली में सर्वदलीय बैठक, विदेश मंत्री देंगे स्थिति की जानकारी

#bangladesh_violence_all_party_meeting_in_delhi_india

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अपना देश छोड़कर फिलहाल भारत में हैं और ऐसी खबरें हैं कि वह यहां से लंदन जा सकती हैं। वहीं बांग्लादेश में सेना के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन करने की तैयारी चल रही है और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर सकते हैं। इधर भारत पड़ोसी देश में जारी संकट पर बारीकी से नजर रखे हुए हैष भारत सरकार ने भी इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है। 

बांग्लादेश मामले पर केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता संसद में बैठक करेंगे। विदेश मंत्री एस जयशंकर बांग्लादेश के हालात पर जानकारी देंगे। उसके बाद बांग्लादेश पर संसद में बयान देने पर फैसला लिया जाएगा।

बता दें कि बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने ब्रिटेन की सरकार से शरण मांगी है। हालांकि अभी तक ब्रिटेन सरकार ने शेख हसीना को शरण देने के संबंध में कोई पुष्टि नहीं की है। जब तक शरण नहीं मिलेगी तब तक वो भारत में ही रहेंगी। भारत सरकार ने शेख हसीना को ब्रिटेन में शरण मिलने तक अस्थायी प्रवास की मंजूरी दी है। जानकारी के मुताबिक, शाम तक शरण मिलने की उम्मीद है।

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत में अस्थायी प्रवास पर हैं शेख हसीना, जानें कहां ले रहीं शरण

#sheikh_hasina_in_india

बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर शुरु हुए बवाल ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से उनकी कुर्सी छीन ली। भारी प्रदर्शन के बाद तख्तापलट हो गया। प्रधानमंत्री शेख हसीना को भाग कर भारत पहुंची हैं। शेख हसीना ने ब्रिटेन से शरण मांगी है। जब तक ब्रिटेन सरकार उनको राजनीतिक शरण नहीं देता है, तब तक वह भारत में ही अस्थायी प्रवास करेंगीं। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत शेख हसीना को ब्रिटेन में शरण लेने के लिए व्यापक सैन्य सहायता देगा। 

बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना आज भी भारत में ही रह सकती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने ब्रिटेन की सरकार से शरण मांगी है। हालांकि अभी तक ब्रिटेन सरकार ने शेख हसीना को शरण देने के संबंध में कोई पुष्टि नहीं की है। उनकी छोटी बहन रेहाना ब्रिटेन की ही नागरिक हैं। रेहाना की बेटी ट्यूलिप सिद्दीक लेबर पार्टी से ब्रिटिश संसद की सदस्य भी हैं। ये जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि जब तक शरण नहीं मिलेगी तब तक वो भारत में ही रहेंगी। भारत सरकार ने शेख हसीना को ब्रिटेन में शरण मिलने तक अस्थायी प्रवास की मंजूरी दी है। जानकारी के मुताबिक, शाम तक शरण मिलने की उम्मीद है।

बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन के बीच शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। हालात बिगड़ता देख उन्होंने देश छोड़ दिया और भारत पहुंचीं। उनका विमान दिल्ली के पास गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरा। एनएसए अजीत डोभाल ने उनसे मुलाकात की। हिंडन एयरबेस से उन्हें सेफ हाउस भेज दिया गया। इसके साथ ही वो जहां रूकी हैं उसकी सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई है।

बांग्लादेश में बिगड़े हालात पर भारत की पैनी नजर है। बांग्लादेश में भड़की ताजा हिंसा में 24 घंटों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई, जबकि पिछले 3 हफ्तों में यहां हिंसा में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बांग्लादेश के बिगड़े हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है वहां, 14 पुलिस कर्मियों को जिंदा जला दिया गया। बता दे कि प्रदर्शनकारी विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। इसके तहत 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वालों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था।

*हिंडन एयरबेस पर हसीना से मिले NSA डोभाल, बांग्लादेश को लेकर दिल्ली में भी सियासी हलचल, पीएम मोदी से मिले जयशंकर

#bangladesh_prime_minister_sheikh_hasina_in_india 

बांग्लादेश छोड़ने के बाद शेख हसीना भारत पहुंची हैं। हसीना के प्लेन ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड किया। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स पर पिछले 2 घंटे से रूकी हुई हैं। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी हसीना से मिलने पहुंचे। शेख हसीना के आगे के रूख को लेकर स्थिति साफ नहीं है।

जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शेख हसीना के आने से पहले ही हिंडन एयरबेस पर आ गए थे। लगभग दो घंटे एयरफोर्स स्टेशन पर रहे। उन्होंने एयरबेस पर शेख हसीना को रिसीव किया था। माना जा रहा कि करीब आधे घंटे तक उनकी ये मुलाकात हुई है।मुलाकात के बाद अजीत डोभाल की गाड़ी हिंडन एयरबेस के अंदर से निकली। कई गाड़ियों का काफिला साथ में था। वेस्टर्न एयर कमांड के एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा भी एयरबेस से बाहर निकले। हालांकि, अब तक इस तरह को कोई खबर नहीं है कि हसीना ने भारत से किसी तरह की कोई मांग की है।

पीएम मोदी से मिले विदेश मंत्री जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर बांग्लादेश की स्थिति पर अपडेट लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे हैं। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने पीएम मोदी को बांग्लादेश के हालात पर जानकारी दी है। जिस तरह से शेख हसीना का विमान भारतीय सरजमीं पर उतरा और बांग्लादेश में जैसे हालात हैं, माना जा रहा कि उस पर भी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री जयशंकर के बीच चर्चा हुई।

बांग्लादेशी दूतावास की सुरक्षा बढ़ाई गई

बांग्लादेश में तख्तापलट को देखते हुए दिल्ली में बांग्लादेश के दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस की ओर से दूतावास के बाहर एक्सट्रा जवान तैनात किए गए हैं। वहीं भारत ने दोनों देशों के बीच चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन भी फिलहाल स्थगित कर दिया है।

हिंडन एयरबेस पर हसीना से मिले NSA डोभाल, बांग्लादेश को लेकर दिल्ली में भी सियासी हलचल, पीएम मोदी से मिले जयशंकर
#bangladesh_prime_minister_sheikh_hasina_in_india


बांग्लादेश छोड़ने के बाद शेख हसीना भारत पहुंची हैं। हसीना के प्लेन ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड किया। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स पर पिछले 2 घंटे से रूकी हुई हैं। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी हसीना से मिलने पहुंचे। शेख हसीना के आगे के रूख को लेकर स्थिति साफ नहीं है।

जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शेख हसीना के आने से पहले ही हिंडन एयरबेस पर आ गए थे। लगभग दो घंटे एयरफोर्स स्टेशन पर रहे। उन्होंने एयरबेस पर शेख हसीना को रिसीव किया था। माना जा रहा कि करीब आधे घंटे तक उनकी ये मुलाकात हुई है।मुलाकात के बाद अजीत डोभाल की गाड़ी हिंडन एयरबेस के अंदर से निकली। कई गाड़ियों का काफिला साथ में था। वेस्टर्न एयर कमांड के एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा भी एयरबेस से बाहर निकले। हालांकि, अब तक इस तरह को कोई खबर नहीं है कि हसीना ने भारत से किसी तरह की कोई मांग की है।

*पीएम मोदी से मिले विदेश मंत्री जयशंकर*
विदेश मंत्री एस. जयशंकर बांग्लादेश की स्थिति पर अपडेट लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे हैं। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने पीएम मोदी को बांग्लादेश के हालात पर जानकारी दी है। जिस तरह से शेख हसीना का विमान भारतीय सरजमीं पर उतरा और बांग्लादेश में जैसे हालात हैं, माना जा रहा कि उस पर भी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री जयशंकर के बीच चर्चा हुई।

*बांग्लादेशी दूतावास की सुरक्षा बढ़ाई गई*
बांग्लादेश में तख्तापलट को देखते हुए दिल्ली में बांग्लादेश के दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस की ओर से दूतावास के बाहर एक्सट्रा जवान तैनात किए गए हैं। वहीं भारत ने दोनों देशों के बीच चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन भी फिलहाल स्थगित कर दिया है।
देश छोड़ने के बाद भारत पहुंचीं शेख हसीना, गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरा विमान
#bangladesh_prime_minister_sheikh_hasina_reached_ghaziabad


बांग्लादेश में स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। सेना ने वहां पर अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया है। इससे पहले हजारों प्रदर्शनकारी सोमवार को राजधानी ढाका में शेख हसीना के सरकारी आवास में घुस गए और जमकर लूटपाट तथा तोड़फोड़ की। उनके पिता मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को हथौड़ों से तोड़ डाला। यही नहीं पार्टी के कार्यालयों में आग लगा दी गई। वहीं, तख्तापलट के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्‍तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया। बांग्लादेश छोड़ने के बाद शेख हसीना भारत पहुंची हैं और यहां से लंदन रवाना होने वाली हैं। थोड़ी देर पहले उनका प्‍लेन गाजियाबाद के ह‍िंडन एयरबेस पर उतरा।

कहा जा रहा है कि शेख हसीना भारत के रास्ते लंदन जा सकती हैं।हालांकि अभी यह तय नहीं है कि अगर शेख हसीना भारत से लंदन जाएंगी तो उसी विमान का इस्तेमाल करेंगी या किसी दूसरी फ्लाइट का सहारा लेंगी।


बांग्लादेश के अस्थिर हालात और शेख हसीना के हिंडन एयरबेस पहुंचने के बाद भारत मामले पर गहरी नजर रखे हुए है। विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर पीएम मोदी से मिलने के लिए संसद भवन पहुंचे हैं। वे उन्हें पूरे घटनाक्रम से ब्रीफ कर रहे हैं।

वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच बांग्लादेश के हालात पर चर्चा हुई है।

बता दें कि बांग्‍लादेश के हालात को देखते हुए भारत ने सतर्कता बढ़ा दी है। बीएसएफ को पूरे बॉर्डर पर 24 घंटे पहले ही अलर्ट रहने को कहा गया है। बॉर्डर पर ट्रुप्स की संख्या भी बढ़ाई है। डीजी बीएसएफ पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। वहां हालात का जायजा ले रहे हैं।
बांग्लादेश की 'आयरन लेडी' को क्यों छोड़ना पड़ा देश?
#why_bangladesh_pm_sheikh_hasina_resignation
बांग्लादेश की आयरन लेडी कही जाने वाली शेख हसीना 5 बार देश के प्रधानमंत्री का पद संभाल चुकी हैं। बांग्लादेश की प्रमुख राजनीतिक नेता और अवामी लीग पार्टी की प्रमुख, शेख हसीना, को उनके समर्थनकर्ताओं ने 'आयरन लेडी' का टाइटल दिया है। हालांकि, बांग्लादेश में भड़की हिंसा ने शेख हसीना को पद छोड़ने पर मजबूर कर दिया। यही नहीं उन्हें देश भी छोड़ना पड़ा है।

बांग्लादेश में छात्रों ने सरकारी नौकरियों में मुक्ति संग्राम के सेनानियों के परिजनों के लिए 30 प्रतिशत के आरक्षण को समाप्त करने की मांग के साथ विरोध शुरू किया था। ये आरक्षण 1971 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए लागू था। हाई कोर्ट के इस विवादित कोटा व्यवस्था को बरक़रार रखने के बाद छात्रों के प्रदर्शन और तेज़ हो गए। सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शनकारियों पर हमला करने के बाद ये प्रदर्शन और उग्र हो गए। हालांकि, बाद में बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने इस कोटा व्यवस्था को लगभग समाप्त ही कर दिया।

सुप्रीम कोर्ट के 21 जुलाई के फैसले के बाद माना जा रहा था कि विरोध प्रदर्शन खत्म हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आंदोलन और भी उग्र हो गया। मामले ने तूल और तब पकड़ लिया जब प्रधानमंत्री हसीना ने अदालती कार्यवाही का हवाला देते हुए प्रदर्शनकारियों की मांगों को पूरा करने से इनकार कर दिया। सरकार के इस कदम के चलते छात्रों ने अपना विरोध तेज कर दिया।

बांग्लादेश में दोबारा हुए संग्राम में प्रदर्शनकारी उन छात्रों की रिहाई की मांग पर अड़े हुए हैं, जिन्हें आरक्षण की मांग को लेकर हुई हिंसा में गिरफ्तार कर लिया गया था। शुक्रवार को बांग्लादेश में जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए थे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा शुरू किया था। शनिवार होते होते हजारों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। रविवार को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों और सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थकों में झड़प हो गई।

हिंसा को रोकने के लिए देश में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई, देश में कर्फ्यू लगा दिया गया। सरकार ने तीन दिन की सार्वजनिक छुट्टी घोषित कर दी। इन सब के बाद हालात काबू में नहीं आ सके। बांग्लादेश में जारी हिंसा के चलते भारत, अमेरिका समेत कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए नई एडवाइजरी जारी कर दी। उधर संयुक्त राष्ट्र संगठन ने भी हिंसा पर चिंता जताते हुए इसे तत्काल रोकने की अपील की है।

रविवार (4 अगस्त) को देश भर में हुई हिंसा में करीब 100 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए। पुलिस ने हजारों प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और रबर की गोलियां चलाईं, जिसके चलते ये मौतें हुईं। रविवार को हुई मौतों की संख्या, जिसमें कम से कम 14 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। यह आंकड़ा बांग्लादेश के हाल के इतिहास में किसी भी विरोध प्रदर्शन में एक दिन में सबसे अधिक है। इससे पहले 19 जुलाई को 67 लोगों की मौत हुई थी। उत्तर-पश्चिमी शहर सिराजगंज के इनायतपुर थाने पर हुए हमले में 13 पुलिसकर्मी मारे गये। लगातार हो रही हिंसा और अब तक इस आंदोलन के कारण हुई 200 से ज्यादा मौतों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है।
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट, पीएम शेख हसीने के देश छोड़ने के बाद आर्मी चीफ ने अंतरिम सरकार बनाने का किया ऐलान
#bangladesh_army_cheif_waker_uz_zaman_says_interim_govt_to_be_formed


बांग्लादेश में आरक्षण के मसले पर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब बेकाबू हो गया है। देश के सियासी हालात बिगड़ गए हैं। पीएम पद से शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और वह देश छोड़कर भाग गईं हैं।वहीं इसके बाद देश के सेना प्रमुख ने कहा है कि वो सभी से बातचीत करके देश में अंतरिम सरकार बनवाएंगे।

पीएम शेख हसीना के पद से इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद आर्मी चीफ ने लोगों से शांति की अपील की है। बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकार-उज-जमान ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि शेख हसीना ने पीएम पद छोड़ दिया है और देश छोड़कर चली गई हैं। ऐसे में राजनीतिक उथलपुथल को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों से बात की गई है और अब राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलकर अंतरिम सरकार बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ उनकी बैठक में हसीना की पार्टी अवामी लीग से कोई शामिल नहीं हुआ। बैठक में जमात और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी से देश के मौजूदा हालात पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार सभी दलों की भागीदारी से बनेगी।

वहीं, बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने कहा कि उन्होंने सेना और पुलिस दोनों से कोई गोली न चलाने को कहा है। उन्होंने कहा कि हिंसा से देश को नुकसान हुआ है। हालांकि, सेना देश के हालात को पूरी तरह संभाल लेगी। सेना ने देश में अंतरिम सरकार के गठन के साथ शांति स्थापित करने की भी बात कही। प्रदर्शनकारियों से कानून अपने हाथ में न लेने की अपील भी की गई।
बांग्लादेशी घुसपैठियों का नया अड्डा बना त्रिपुरा, 3 महिलाओं सहित 12 अवैध प्रवासी गिरफ्तार





कोलकाता और चेन्नई जाते समय अगरतला रेलवे स्टेशन पर दो भारतीय दलालों और छह बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिए जाने के ठीक एक दिन बाद, 4 अगस्त को पश्चिमी त्रिपुरा जिले में बिना अनुमति के भारतीय क्षेत्र में घुसने के आरोप में बारह और विदेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया। इनमे तीन महिलाएं भी शामिल थीं।


रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम अगरतला पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर एसके बर्धन ने बताया है कि, 12 बांग्लादेशी घुसपैठियों को राज्य की राजधानी के बाहरी इलाके लंकामुरा और शानमुरा इलाकों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक से हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि, "हम हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। पासपोर्ट और विदेशी अधिनियमों के तहत केस दर्ज किया गया है।'' गिरफ्तार बांग्लादेशी घुसपैठियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उन्हें आगे की जांच के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।

अगरतला रेलवे स्टेशन, चंद्रपुर अंतरराज्यीय बस टर्मिनस, महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डा और त्रिपुरा के अन्य स्थानों पर, राजकीय रेलवे पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, पुलिस और अन्य अधिकारियों ने पिछले कुछ महीनों में 200 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों और 32 रोहिंग्या व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। देश में घुसपैठ करने वाले विदेशी नागरिकों की बढ़ती संख्या के जवाब में, मुख्यमंत्री माणिक साहा ने जुलाई में वरिष्ठ बीएसएफ कर्मियों के साथ मुलाकात की। कमांडर और सीमा चौकी स्तर पर, बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) और बीएसएफ के बीच कई बार बातचीत हुई है।

इससे पहले 1 अगस्त 2024 को अगरतला रेलवे स्टेशन पर आठ बांग्लादेशी नागरिकों और दो भारतीय दलालों को हिरासत में लिया गया था। बांग्लादेश के दलालों की मदद से बांग्लादेश के नागरिक अवैध रूप से भारत में घुसे थे। त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किए गए अवैध घुसपैठियों के खिलाफ विशेष मामला दर्ज किया है। इससे पहले 27 जुलाई को अगरतला रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने 23 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया था।
महाकाल की नगरी उज्जैन ने रचा इतिहास, 1500 लोगों ने एक साथ डमरू बजाकर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड






महाकाल की नगरी उज्जैन ने एक अद्वितीय उपलब्धि हासिल की है। 1500 लोगों ने एक साथ 10 मिनट तक डमरू बजाकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इस रिकॉर्ड को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है। यह रिकॉर्ड सावन के तीसरे सोमवार, आज के दिन बनाया गया। गिनीज बुक की तरफ से ऋषि नाथ ने सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक सतीश मालवीय और स्थानीय संतों को सर्टिफिकेट सौंपा।

महाकाल लोक के पास शक्ति पथ पर 1500 वादकों ने एक साथ डमरू बजाया, तथा उज्जैन का नाम सबसे ज्यादा लोगों के डमरू बजाने के रिकॉर्ड के रूप में गिनीज बुक में दर्ज हो गया। इससे पहले, इस रिकॉर्ड का नाम न्यूयॉर्क स्थित फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन के 488 डमरू वादकों के नाम था। सावन के तीसरे सोमवार को उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर के महाकाल लोक स्थित शक्ति पथ पर 1500 डमरू वादकों ने बेहतरीन प्रस्तुति दी। महादेव के प्रिय वाद्य यंत्र डमरू की ध्वनि से अवंतिका नगरी गूंज उठी। सीएम डॉ. मोहन यादव की पहल से यह रिकॉर्ड स्थापित किया गया। गिनीज बुक के एडिटर ऋषिनाथ ने डमरू वादन के वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट प्रदान किया।

सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस उपलब्धि के लिए उज्जैन को बधाई दी। सोमवार की शाम महाकाल सवारी महाकाल मंदिर से शिप्रा नदी तक चलेगी, जिसमें सीएम के नेतृत्व में कई विशिष्ट व्यक्ति सम्मिलित होंगे। महाकाल सवारी को भव्यता प्रदान करने के लिए सीएम की विशेष पहल रही। बीते 2 सालों की सवारियों में जनजातीय लोकनृत्यों और 350 सदस्यीय पुलिस बैंड की प्रस्तुति दी गई थी। इस साल तीसरी सवारी में डमरू वादन को सम्मिलित किया गया है। महाकाल लोक के शक्ति पथ पर 1500 डमरू वादकों ने एक साथ 10 मिनट तक डमरू बजाकर नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। महापौर मुकेश टटवाल ने बताया, बीते 3 दिनों से दो सत्रों में इस रिकॉर्ड के लिए प्रैक्टिस की जा रही थी। इसके अतिरिक्त, 25-25 डमरू वादकों के विभिन्न दल भी शाम की सवारी के चलते डमरू बजाते हुए साथ चलेंगे।

पहले का रिकॉर्ड 498 लोगों द्वारा एक साथ डमरू बजाने का था, जो अब उज्जैन में 1500 लोगों के रिकॉर्ड से तोड़ा गया है। मंदिर प्रशासक मृणाल मीणा ने पुष्टि की है कि गिनीज बुक से आई टीम ने 1390 लोगों द्वारा 10 मिनट तक डमरू बजाने की पुष्टि की है।
2029 में कौन होगा प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार? अमित शाह ने कर दिया बड़ा ऐलान, कहा- विपक्ष को जो मन हो करे...




केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चंडीगढ़ के मनीमाजरा में चौबीस घंटे जलापूर्ति सुनिश्चित करने वाली परियोजना का रविवार को उद्धाटन किया। कुल 75 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित इस परियोजना से मनीमाजरा के एक लाख से अधिक निवासियों को लाभ मिलेगा, जिनमें मॉडर्न हाउसिंग कॉम्प्लेक्स, शिवालिक एन्क्लेव, इंदिरा कॉलोनी और शास्त्री नगर में रहने वाले लोग भी शामिल हैं। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला बोला और कांग्रेस को आईना दिखाते हुए यह दावा किया कि 2029 में भी एनडीए की सरकार बनेगी और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे।

पंजाब के राज्यपाल एवं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे। ‘स्मार्ट सिटी मिशन’ के तहत शुरू की गई इस परियोजना का उद्देश्य निरंतर उच्च दबाव आपूर्ति के माध्यम से इसके भंडारण को कम करके पानी की बर्बादी को रोकना है। परियोजना के अन्य उद्देश्यों में रिसाव में कमी, ‘स्मार्ट मीटरिंग’, भूजल पर सीमित निर्भरता और ऊर्जा खपत की निगरानी के माध्यम से जल संवर्धन शामिल हैं। इस परियोजना के लिए कुल 22 किलोमीटर लंबी जलापूर्ति पाइपलाइन बिछाई गई है और दो भूमिगत जलाशय बनाए गए हैं।


अमित शाह ने कहा, "मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि विपक्ष को जो करना है करने दीजिए। 2029 में एनडीए आएगा, मोदी जी आएंगे। उन्हें (विपक्ष को) पता नहीं है कि कांग्रेस को 3 चुनावों में जितनी सीटें मिलीं, उससे ज्यादा सीटें इस चुनाव में भाजपा ने जीती हैं। ये लोग जो अस्थिरता फैलाना चाहते हैं, बार-बार कहते हैं कि यह सरकार चलने वाली नहीं है। मैं उन्हें विश्वास दिलाने आया हूं कि न केवल सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी बल्कि अगली सरकार एनडीए की होगी और विपक्ष में बैठने के लिए तैयार रहें और विपक्ष में काम करने का तरीका ठीक से सीखें।"