जानें कौन हैं शुभांशु शुक्ला, जिसे इंडो यूएस स्पेस मिशन के लिए चुना गया मुख्य अंतरिक्ष यात्री
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भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला जल्द ही देश के दूसरे अंतरिक्ष यात्री बन सकते हैं। कैप्टन शुक्ला को इसरो और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के संयुक्त अंतरिक्ष मिशन के लिए चुना गया है।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए आगामी भारत-अमेरिका मिशन पर उड़ान भरने के लिए अपने अंतरिक्ष यात्री-नियुक्तों में सबसे कम उम्र के व्यक्ति को मुख्य अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना है।राष्ट्रीय मिशन असाइनमेंट बोर्ड ने इस मिशन के लिए दो ‘गगनयात्रियों’ की सिफारिश की है, जिसमें से एक को मुख्य पायलट और दूसरे को बैकअप के रूप में नामित किया गया है।इस साल अक्टूबर के बाद वो कभी भी इस मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जा सकते हैं।
इसरो ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) भेजेगा। इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (एचएसएफसी) ने आईएसएस के लिए अपने आगामी एक्सिओम-4 मिशन के लिए अमेरिका स्थित एक्सिओम स्पेस के साथ अंतरिक्ष उड़ान समझौता (एसएफए) किया है। इसमें दो भारतीय मुख्य और बैकअप मिशन पायलट होंगे। बयान के अनुसार, ग्रुप कैप्टन शुक्ला प्राइमरी मिशन पायलट होंगे, जबकि भारतीय वायु सेना के एक अन्य अधिकारी, ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, बैकअप मिशन पायलट होंगे।
इसरो ने कहा, “यह सहयोग जून 2023 में पीएम मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा के दौरान दिए गए संयुक्त बयान के बाद हुआ है, जिसमें आईएसएस पर इसरो-नासा के संयुक्त प्रयास की कल्पना की गई थी।”
इसरो ने कहा, “चयनित अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण अगस्त 2024 के पहले सप्ताह में शुरू होगा। आईएसएस पर अपने समय के दौरान, वे वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रौद्योगिकी प्रदर्शन करेंगे और अंतरिक्ष आउटरीच गतिविधियों में शामिल होंगे। इस मिशन से भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए मूल्यवान अनुभव मिलने और इसरो और नासा के बीच अंतरिक्ष उड़ान सहयोग को मजबूत करने की उम्मीद है।”
शुक्ला और नायर इंसानों को अंतरिक्ष में ले जाने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष मिशन गगनयान में भी शामिल हैं। इसके तहत भारतीय वायुसेना के चार अफ़सरों का चयन किया गया है। हालांकि ये मिशन अगले साल अंतरिक्ष में जाएगा।अगर कैप्टन शुक्ला इस मिशन के तहत अंतरिक्ष जाते हैं तो पिछले 40 साल में वो ऐसा करने वाले भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे। इससे पहले राकेश शर्मा 1984 में सोवियत मिशन के साथ अंतरिक्ष में गए थे।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला जिस एक्सिओम-4 मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वाले हैं वो एक निजी स्पेस कंपनी एक्सिओम स्पेस का चौथा मिशन है। यह मिशन अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के साथ मिलकर शुरू होगा. ये अंतरिक्ष यान स्पेसएक्स रॉकेट के ज़रिये लॉन्च होगा। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचने वाले इस अंतरिक्ष यान में ग्रुप कैप्टन शुक्ला के साथ पौलेंड, हंगरी और अमेरिका के भी अंतरिक्ष यात्री होंगे।
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच इस मिशन पर सहमति बनी थी। नासा ने एक्सिओम-4 मिशन के लिए कोई तारीख निर्धारित नहीं की है लेकिन उसकी वेबसाइट ने कहा है ये मिशन अक्टूबर 2024 से पहले लॉन्च नहीं हो पाएगा।
Aug 03 2024, 13:13