वज्रपात से मरनेवाले लोगों की संख्या बढ़ी, फिर भी नहीं लगी स्कूलों में ताड़ित चालक
सरायकेला : वज्रपात या बिजली गिरने से मरनेवाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद सरकार की ओर से अब तक जिले के सरकारी स्कूलों में तड़ित चालक नहीं लगाया गया ।
सरायकेला खरसावां जिले के प्राथमिक उत्क्रमित विद्यालय में लगभग अधिकतर विद्यालय में तड़ित चालक नहीं है । इसके कारण विद्यार्थी यहां असुरक्षित महसूस करते हैं. एक अनुमान के तहत 90 फीसदी स्कूल ऐसे हैं जहां पर तड़ित चालक नहीं लगाया गया है ।
वर्ष 2009 के बाद तत्कालीन शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की द्वारा एक आदेश के तहत जिले के अधिकतर स्कूलों में तड़ित चालक लगाया गया था लेकिन उसके बाद से अब तक स्कूलों में तड़ित चालक नहीं लगा।
जिले में व्रजपात की ज्यादातर घटनाएं होती है । वर्ष 2024 अब तक बाधुडीह सप्ताहिक हाट एक ही हांसदा गांव के तीन और लोगों की मौतें व्रजपात से हुई है, जिसमें से एक बच्चे शामिल है। डैम जलाश्य केज कल्चर में मछली को चारा देने के दौरान बराबिंधा में दो लोगो की मौत ।हालांकि एक भी स्कूल में व्रजपात से बच्चों की मौत नहीं हुई है ।
प्रशासन की ओर से तड़ित चालक लगा दिया गया है. विद्यार्थियों की सुरक्षा को देखते हुए भवन निर्माण के दौरान ही तड़ित चालक के लिए अलग से राशि की स्वीकृति नही हुई जिसके बाद सभी में तड़ित चालक लगाया नही गया .इधर जिला शिक्षा पाधिकारी श्रीकांत ने कहा कि अधिकतर वर्ष 2009-10 के बाद स्थानों में तड़ित चालक तो लगाए ही नही ओर जहा लगा है लेकिन वे काम नहीं करते, जिसके कारण वज्रपात जैसी घटनाएं होती है । बिजली जब ऊपर से गिरती है तो चारों ओर फैलती है. ग्रामीण क्षेत्र में पेड़ अधिक हैं जिसके कारण बिजली गिरने की अधिक संभावनाएं होती ओर कुल सभी सरकारी गैर सरकारी स्कूल की बात करे तो 1596 स्कूल है पर किसी स्कूल में तड़ित चालक नही ओर स्कूल या विभाग के द्वारा किया जाता है पर फंड नही होने के कारण नही हो पा रहा है. बहरहाल सरकार द्वारा सरकारी अधिकारी और मंत्री विधायक को स्मार्ट बनाने के लिए स्मार्ट मोबाइल फोन 60 हजार का दिया जा रहा है पर छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है ।
Jul 28 2024, 18:44