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पत्रकार की दो पहिया गाड़ी मामा भांजा तालाब नैनी से चोरी हो गई

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज।वरिष्ठ पत्रकार आदरणीय बड़े भैया राजेंद्र प्रसाद पांडे निवासी नैनी उनकी दो पहिया गाड़ी चोरी हो गई मामा भांजा तालाब बैंक आफ बडौदा के बगल गली से जो की टीवी फुटेज वीडियो में साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि एक चोर गाड़ी में चाबी लगाकर खोल रहा है और गाड़ी  लेकर फरार हो गया है।

सभी पत्रकार भाइयों से विनम्र निवेदन है कि चोर का फोटो और वीडियो है उसे ज्यादा से ज्यादा अपने सभी ग्रुप में भेजने की कृपा करें और जिससे चोर पकड़ा जाय जिससे और पत्रकार भाइयों की गाड़ी चोरी न हो और दो पहिया गाड़ी मिलने पर पत्रकार राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय की तरफ़ से मिल जाने पर ₹5000 का नगद पुरस्कार दिया जाएगा जब दो पहिया गाड़ी उनकी मिल जाएगी उनका मोबाइल नंबर 9260980155 पर सूचित करें
उनकी दो पहिया गाड़ी पर उनका बड़ा बेटा बगल खड़ा हैं और दो पहिया गाड़ी का नंबर साफ़ -साफ दिखाई दे रहा है।
जल संरक्षण को बचाए,जन-जन तक पहुचाएं जल

विश्वनाथ प्रताप सिंह,कोरांव प्रयागराज।विकास खण्ड कोरांव परिसर में खण्ड विकास अधिकारी धीरेन्द्र सिंह यादव ने जल संरक्षण को सुरक्षित रखने के लिए लोगों को दिलाई शपथ।


वही इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे खण्ड विकास अधिकारी कोरांव ने लोगो से अपील करते हुए कहा कि पानी को उफालतू न बहाए और पानी की हर एक एक बूंद का महत्व समझे हर एक व्यक्ति को पानी का महत्व समझना चाहिए ताकि पानी गलत तरीके से न बहाया जाए।और पानी को सुरक्षित रखने के लिए प्रेरित किया गया

।इस दौरान उपस्थित रहे ज्ञानेन्द्र सिंह ने भी लोगो से अपील करते हुए कहां कि हम सभी लोग शपथ लें कि जल का बचाव करना चाहिए और जल के सम्बन्ध में भी आम लोगो को  जानकारी देना चाहिए,जिससे पानीं का बचाव हो सके।और ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में भी अनावश्यक पानी बहता रहता है इस पर लोगों का ध्यान नहीं जाता है ऐसा नहीं होना चाहिए हम सब का कर्तव्य बनता है कि लोगों को जागरूक करें।
केंद्र समन्वयकों के सहयोग से पहुंचेगी छात्र संख्या एक लाख : कुलपति
प्रयागराज। अध्ययन केन्द्र समन्वयक विश्वविद्यालय की रीढ़ हैं। केंद्र समन्वयकों के सहयोग से हम विश्वविद्यालय की छात्र संख्या को शीघ्र एक लाख तक पहुंचा सकते हैं।  दूरस्थ शिक्षा विविधता से परिपूर्ण है। यहां किन्नर, जेल बन्दी, ग्रामीण, नौकरी पेशा लोगों के लिए कई तरह की सुविधा उपलब्ध है। विश्वविद्यालय कौशल विकास पर आधारित कई शैक्षिक कार्यक्रमों की शिक्षा युवाओं का प्रदान कर रहा है। उक्त उद्गार उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के वाराणसी क्षेत्रीय केन्द्र से सम्बद्ध अध्ययन केन्द्रों के प्राचार्य एवं समन्वयकों की  शुक्रवार को संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल में आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने व्यक्त किये। प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें ज्ञानात्मक  अध्ययन के साथ ही कौशल का भी अध्ययन कर सकते हैं। मुक्त विश्वविद्यालय कौशल युक्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए संकल्पबद्ध है। हमारे विद्यार्थियों के पास कौशल युक्त शिक्षा होगी तो वह नौकरी के लिए दर-दर नहीं भटकेंगे। उन्होंने लोकल फार वोकल पर जोर देते हुए कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय कौशल युक्त शिक्षा प्रदान कर विद्यार्थियों को सशक्त कर रहे हैं।

इस अवसर पर नामांकन अभिप्रेरण एवं प्रतिपुष्टि विषयक कार्यशाला  में विचार व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जय प्रकाश यादव ने दूरस्थ शिक्षा के महत्व को प्रतिपादित किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एन ई पी 2020 के अंतर्गत सभी शैक्षिक कार्यक्रम संचालित कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस बार समर्थ पोर्टल के माध्यम से प्रथम वर्ष का प्रवेश सुनिश्चित किया गया है।
कार्यशाला में परीक्षा नियंत्रक श्री डी पी सिंह ने कहा कि अध्ययन केन्द्रों पर भेजे जाने वाले अंक पत्रों को छात्रों को यथासमय वितरण किया जाए। उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर  विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त सुविधाओं का लाभ शिक्षार्थियों को अवश्य मिलना चाहिए।

प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत  संत अतुलानंद हिंदू महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस के शुक्ला ने किया।वाराणसी क्षेत्रीय केन्द्र के समन्वयक डॉ सन्तोष कुमार सिंह ने क्षेत्रीय केंद्र की गतिविधियों के साथ ही कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की। संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल के प्रबंधक राहुल सिंह ने कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम एवं विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने बताया कि कार्यशाला में वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत आने वाले जिलों वाराणसी,गाजीपुर, जौनपुर, मिजार्पुर,भदोही,चंदौली एवं सोनभद्र स्थित अध्ययन केन्द्रों के समन्वयकों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर डॉ शिवकुमार, डॉ के एस पाठक, डॉ अनूप कुमार सिंह, डॉ अलका सिंह, रामकेश  आदि ने प्रवेश में लचीलेपन एवं परीक्षा परिणाम के पश्चात अंक पत्र वितरण के संबंध में  कई सुझाव दिए। कार्यशाला का संचालन डॉ गरिमा सिंह  तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ एस के सिंह  ने किया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने परिसर में वृक्षारोपण किया।

कार्यशाला के उपरांत आयोजित पत्रकार वार्ता में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने सत्र 2024- 25 की प्रवेश प्रक्रिया समर्थ पोर्टल के माध्यम से प्रारंभ की है। मुक्त विश्वविद्यालय आज टेक्नोलॉजी का उपयोग कर काफी आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश में भी छात्रों को टेक्नोलॉजी का भरपूर  उपयोग करने के लिए नवीनतम सुविधा प्रदान की जाएंगी।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने शुक्रवार को वाराणसी में क्षेत्रीय केन्द्र से सम्बद्ध अध्ययन केन्द्रों के प्राचार्य एवं समन्वयकों की कार्यशाला के उपरांत पत्रकार वार्ता में यह जानकारी देते हुए बताया कि समर्थ पोर्टल पर प्रवेश प्रारंभ  करने से जहां प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी वहीं एक समान समय पर प्रवेश, परीक्षा तथा परीक्षा परिणाम प्राप्त होंगे। मुक्त शिक्षा के क्षेत्र में लंबा अनुभव रखने वाले प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि हमें एक ऐसा मानक विश्वविद्यालय बनाना है जो सभी मुक्त विश्वविद्यालयों के लिए मानदंड बन सके। उसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि हमें अपने विद्यार्थियों की सेवा में उपस्थित रहना है और विद्यार्थियों के अंदर संतुष्टि का भाव विकसित करना है।

प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि आज मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा विश्व में काफी लोकप्रियता हासिल कर रही है। भारत सरकार ने भी इसके महत्व को पहचाना है और मुक्त विश्वविद्यालय के सभी शैक्षणिक कार्यक्रमों को पारंपरिक विश्वविद्यालय के समान मान्यता प्रदान की है। हमें इसका लाभ समाज के उन लोगों तक पहुंचाना है जो नियमित अध्ययन नहीं कर पाए हैं। मुक्त विश्वविद्यालय से दो डिग्री कोर्स एक साथ करने की सुविधा प्रदान की गई है। इस सुविधा का लाभ उठाकर शिक्षार्थी अपने मनपसंद कार्यक्रम का चयन कर सकते हैं।

कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि विश्वविद्यालय अधिक से अधिक स्वयं प्रभा चैनल के लिए शिक्षकों से कार्यक्रम तैयार करवा रहा है। इस संबंध में प्रस्ताव भी मांगे गए हैं इस कार्य में जो भी चुनौतियां सामने आ रही हैं उसके समाधान के लिए प्रशिक्षण शिविर एवं कार्यशाला का आयोजन शीघ्र किया जाएगा।
प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि विश्वविद्यालय ने यह निर्णय लिया गया है कि अपने सभी शिक्षार्थियों को नवीन प्रवेश सत्र से केवल स्व अध्ययन सामग्री ही प्रदान की जाएगी। इसके लिए हमें अपनी पाठ्य सामग्री की गुणवत्ता एवं शिक्षार्थियों तक उसकी पहुंच बढ़ाते हुए उनके अंदर संतुष्ट का भाव विकसित करना है।
प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि विश्वविद्यालय में सभी प्रकार के लेनदेन आॅनलाइन माध्यम से किए जाएंगे। नगद धनराशि को शुल्क या अन्य कोई सेवा प्रभार के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
एक प्रश्न के जवाब में कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि आध्यात्मिक नगरी वाराणसी में विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र के लिए भूमि क्रय कर ली गई है। यहां  पर भवन का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ कराया जाएगा।  यह केंद्र शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी केंद्र साबित होगा। विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र अभी प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर तथा बरेली में निजी भवन से संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वाराणसी में निजी भवन बनने से दूरस्थ शिक्षा का प्रचार प्रसार तेजी से आगे बढ़ेगा।

प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि सूचना, संचार एवं तकनीक के माध्यम से उच्च शिक्षा में गुणवत्ता का विकास संभव है। संचार के आधुनिक माध्यम से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार हुआ है।
कुलपति ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में मातृभाषा पर विशेष बल दिया गया है। राजर्षि टंडन के नाम पर स्थापित इस मुक्त विश्वविद्यालय में अधिकांश पाठ्य सामग्री हिंदी माध्यम में उपलब्ध है । शोध के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय अच्छा कार्य कर रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अनुदानित शोध परियोजनाएं विश्वविद्यालय के  योग्य शिक्षकों द्वारा सफलतापूर्वक संचालित की जा रही हैं।

प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि विश्वविद्यालय  स्नातक एवं परास्नातक  कार्यक्रमों के प्रथम वर्ष में एक लाख प्रवेश के लक्ष्य को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में नामांकन अभिप्रेरण एवं फीडबैक कार्यशाला आयोजित करा रहा है। जिसका आगाज आज वाराणसी से किया गया है। अगली कड़ी में आजमगढ़, गोरखपुर तथा अयोध्या क्षेत्रीय केंद्र पर कार्यशाला प्रस्तावित है।
इस मृत्युलोक से एक ना एक दिन हमसभी को बारी-बारी से जाना है: जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज।इस मृत्युलोक से एक ना एक दिन हमसभी को बारी-बारी से जाना है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने स्व० लाल शुक्ला के सुपुत्र शशिकान्त शुक्ला एवं मणिकान्त शुक्ला से स्व० लाल शुक्ला के एकादशाह के कार्यक्रम के दिन राजापुर करमा करछना में कही।

ज्ञातव्य कराते चले कि जिला मंत्री राजेश तिवारी एवं स्व० श्री लाल शुक्ला के बीच अभिन्नवत मैत्रिक सम्बन्ध थे एवं दोनों के बीच एकदम घरेलू रिश्ता था।इस एकादशाह कार्यक्रम के मार्मिक अवसर पर जिला मंत्री अपने आँखों में डूबे हुए आँसुओं के रूदन भाषा में अपने परम मित्र स्व० श्री शुक्ला को याद करते हुए कहा कि इस मृत्युलोक से एक ना एक दिन हमसभी को बारी-बारी से जाना है और इसके साथ श्री शुक्ला के सुपुत्रों को ढांढस बँधाते हुए कहा कि वे तनिक भी चिन्ता ना करें जबतक जिला मंत्री जीवित हैं तबतक उनके पूरे परिवार की देखभाल एवं हाल-खबर निरन्तर लेते रहेंगें।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा जब इस पृथ्वी पर अवतरित प्रभू श्रीराम एवं श्रीकृष्ण भी इस धरती को छोड़कर चले गए तो भला इस पृथ्वी पर उत्पन्न प्राणी कौन इस पर चिरायु रह सकता है।इस मृत्युलोक में तो हम मनुष्यों को अपना कर्म करना है जिससे जन्म-मृत्यु के बन्धन से मुक्ति मिल सके और यह तभी सम्भव है जब मनुष्य सत्य,पुण्य एवं न्याय को अपने आत्मा में अभिसिंचित कर दया,करुणा,परोपकार सहित सहानुभूति भरे कर्मों से परिपक्व हो जाता है।जिला मंत्री ने यह भी कहा स्व० श्री शुक्ला निहायत ही ईमानदार एवं सत्यनिष्ठ व्यक्ति थे और साथ ही साथ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक सच्चे सिपाही भी थे जिनकी याद हमसभी के हृदय में हमेशा बसी रहेगी।

जिला मंत्री ने अपने आध्यात्म चक्षु के ज्ञान उत्सर्जित वाणी में कहा जब मनुष्य यह भलीभाँति जानता है कि आता भी वह खाली हाथ है और जाएगा भी खाली हाथ फिर भी वह काम,क्रोध,मद,लोभ एवं मोह में फँसकर गलत पर गलत करता चला जाता है और स्वयं को नर्क में झोंककर यहीं चौरासी लाख योनियों में फटकता हुआ जन्म-मृत्यु के बन्धन में बँधा रहता है जबकि बड़े भाग्य से मनुष्य का तन मिलता है और मानवता के सभी कर्मों को अपने हृदय में पिरोकर यहाँ से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करना ही मनुष्य का वास्तविक जीवन है।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिला मंत्री ने कितने सरलतम भाषा में मनुष्य के मुक्ति के मार्ग का वर्णन किया जिसे सुनकर मैं भावविभोर एवं गदगद हो गया।

इस मार्मिक एकादशाह कार्यक्रम के अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी एवं संघ खण्ड कार्यवाह मेजा विंध्यवासिनी यादव,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद राम प्रसाद पटेल,रवि कुमार एवं शोकाकुल परिवार से मंजीत शुक्ल,कुलदीप,शिवम,शिवा,आशुतोष,उत्कर्ष,कार्तिकेय,हर्ष,मयंक सहित बहुतायत क्षेत्रीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।

"जनसंख्या नियंत्रण सेनानी"की उपाधि अविवाहित को मिले: सरदार पतविंदर सिंह

विश्वनाथ प्रताप सिंह,नैनी प्रयागराज /भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि चालीस आयु के ऊपर अविवाहित युवा-युवतियों ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए मूल्यवान योगदान किया है भारत में जहां एक और जनसंख्या विस्फोट को रोकना जरूरी है।

अविवाहित रहने का दृढ़ निश्चय ही भारत की दिशा और दशा को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण कुर्बानी हैं नीति को दृढ़ता पूर्वक अपनाया जाए गरीबी,बेरोजगारी,कुपोषण, शहरीकरण,मलिन बस्ती फैलाव जैसी कई चुनौतियों को नियंत्रित किया जा सकेगा राष्ट्रीय स्तर पर जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए आगे बढ़ने की भी जरूरत हैl सरदार पतविंदर सिंह ने आगे कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून में यह भी प्रावधान होना चाहिए जो अविवाहित युवा-युवतियों की आयु 40 या 45 बरस हो गए हैं और उन्होंने समाज हित,राष्ट्र हित में विवाह नहीं कराया है तो उन्हें "जनसंख्या नियंत्रण सेनानी"की उपाधि से नवाजा जाए।

उनकी राष्ट्रहित में कुर्बानी को देखते हुए अविवाहित सेनानियों को पेंशन,आवास और अन्य सरकारी योजनाओं में प्रथम वरीयता से लाभ मिले जो जनसंख्या नियंत्रण मापदंडों का पालन करें अविवाहित सेनानियों का जनसंख्या को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण कुर्बानियां हैं उन्हें भुलाया नहीं जाना चाहिए उन्हें पानी,आवास,

गृह,चिकित्सा सुविधा जैसे लाभ निःशुल्क सुविधा मिलेl

सरदार पतविंदर सिंह ने आगे कहा कि जन घनत्व कम होने से लोगों को बेहतर पर्यावरण मिल सकेगा,स्वस्थ समाज की स्थापना के लिए जनसंख्या का स्थिरीकरण आवश्यक है इससे समय की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकता है जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू कराने में सख्ती बरतेंl l

भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र,क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने अंत में कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के मामले में अब आवश्यक यह है कि सभी राजनीतिक दल दलगत भावना से ऊपर उठकर जाति,मजहब,और संप्रदाय से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में राज्यों के साथ-साथ केंद्र स्तर पर भी जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने में मदद करें लेकिन जिस प्रावधानों के साथ उत्तर प्रदेश में नई जनसंख्या नीति घोषित की है उस पर अमल किए जाने पर सबकी भलाई हैl

नम आंखों से अक़ीदतमन्दों ने दफ्न किए ताज़िया, अलम ताबूत झूला व ज़ुलजनाह पर चढ़े फूल

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज।

इन्सानियत का पैग़ाम सारी दुनिया में फैलाकर करबला के मैदान में तीन दिन के भूखे प्यासे खानदाने रिसालत की शहादत यानि आशूरा पर हर तरफ ग़म की चादर और आंखों में आंसू लिए अक़ीदतमन्दों ने नंगे पैर इमामबाड़ों से करबला तक का पैदल सफर तय कर इमामबाड़ों में रखे ताज़िये और अलम ताबूत झूला व ज़ुलजनाह पर चढ़े फूलों को नम आंखों से सुपुर्द-ए-खाक किया।बख्शी बाज़ार इमामबाड़ा नज़ीर हुसैन से लगभग उन्नीस सौ अट्ठाईस (1928)में लड्डन मरहूम द्वारा क़ायम किया गया तुर्बत का क़दीमी जुलूस निकाला गया।

मौलाना आमिरुर रिज़वी ने शहादत का मसायब पढ़ा। तुर्बत व अलम का जुलूस बख्शी बाज़ार ,दायरा शाह अजमल,रानी मण्डी ,बच्चा जी धर्मशाला तक ज़ैग़म अब्बास की मर्सिया ख्वानी करते हुए इमामबाड़ा मीर हुसैनी पहुंचा।इमामबाड़े में ज़ाकिरे अहलेबैत रज़ा अब्बास ज़ैदी ने ग़मगीन मसायब ए हुसैन पढ़े।बाद मजलिस अन्जुमन आबिदया के नौहाख्वान मिर्ज़ा काज़िम अली व वेज़ारत ने पुरदर्द नौहा पढ़ते हुए जुलूस को इमामबाड़े से बाहर लाकर डॉ चड्ढा रोड ,कोतवाली ,नखास कोहना , खुल्दाबाद , हिम्मतगंज होते हुए चकिया स्थित शिया करबला पर पहुंच कर सम्पन्न कराया वहीं दूसरा क़दीमी दुलदुल जुलूस इमामबारगाह मिर्ज़ा नक़ी बेग से बशीर हुसैन की सरपरस्ती में निकाला गया। 

अन्जुमन हैदरिया रानीमंडी के नौहाख्वान हसन रिज़वी व साथियों ने पुरदर्द नौहों की सदाओं के साथ जुलूस को अपने परम्परागत मार्गो से होते हुए चकिया करबला पहुंचे। दरियाबाद से आशूरा को निकाले गए जुलूस दरियाबाद स्थित क़ब्रिस्तान पहुंचे जहां अक़ीदत के फूलों व ताज़िये को दरगाह इमाम हुसैन के पास बने छोटे छोटे गड्ढों में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

करबला में खुले आसमान अक़ीदतमन्दों ने किया आमाले आशूरा

छै माह के मासूम अली असग़र की शहादत के बाद हज़रत इमाम हुसैन जब लाशा ए बेशीर को खैमे में वापिस लेकर जाने लगे तो तो सात बार आगे बढ़े और फिर अपने क़दमों को पीछे कर लिया।वह यही सोच रहे थे कि कैसे मैं इस बेज़ुबान बेटे की लाश को उसकी मां रबाब के पास लेकर जाएं।इसी मरहले को याद करते हुए शिया समुदाय के लोग यौमे आशूरा को खुले आसमान में उसी अमल को करते हैं जिसे आमाले आशूरा कहा जाता।करबला में सैकड़ों लोगों ने मौलाना सैय्यद रज़ी हैदर रिज़वी की क़यादत आमाले आशूरा किया और नमाज़ अदा की।

हाय सकीना हाय प्यास की सदाओं के साथ लाईटों को बुझा कर अंधेरे में निकला शामें ग़रीबां का जुलूस

चौदह सौ साल पहले करबला के मैदान में शहीद हुए उम्मते मुसलिमा के रसूल हज़रत मोहम्मद ए मुस्तफा के चहेते नवासे हज़रत इमाम हुसैन व अन्य खानदाने रिसालत के शहीद हो जाने के बाद यज़ीदी लश्कर द्वारा खैमों में आग लगा देने और सैदानियों के सरों से चादरें छीनने के साथ लूट पाट का बाज़ार गर्म हो गया। बीबीयां सर बरैहना कभी एक लाशें के क़रीब तो कभी दूसरे लाशें के क़रीब पहुंच कर फरयाद करती रहीं।उस दर्दअंगेज़ अंधेरी रात और बियाबान के मंज़र की याद में रानीमंडी क़ाज़मी लॉज व इमामबाड़ा आबिदया में शामें ग़रीबां की मजलिस हु्ई।सड़कों गलियों व घरों की सभी लाईटों को बन्द कर या हुसैन या हुसैन की सदाओं के साथ जुलूस निकाला गया। असगर अब्बास ने पढ़ा भय्या तुझे घर जा के कहां पाएगी ज़ैनब।घबराएगी ज़ैनब तो हर तरफ से आहो बुका की सदा गूंजने लगी।

काली चादर में ढ़ली ज़ीन का दुलदुल निकाला गया।बच्चे व छोटी बच्चियां हाथों में खाली कूज़े और मशालें लेकर हाय सकीना हाय प्यास ,अम्मू मैं प्यासी हूं की सदा बुलन्द करते हुए जुलूस के साथ साथ चलती रहीं।वहीं दरियाबाद में दरगाह इमाम हुसैन के बाहर क़ब्रिस्तान में जुटे अक़ीदतमन्दों ने मजलिस व मातम किया मोमबत्ती की रौशनी में ज़ुलजनाह निकाला गया। मौलाना आमिरुर रिज़वी के अज़ाखाने पर देर रात शामें ग़रीबां की मजलिस हुई अशरफ अब्बास खां ने मजलिस को खिताब किया तो अन्जुमन नक़विया के नौहाख्वानो ने नौहा पढ़ा ।

कर्तव्य पथ पर सत्यनिष्ठा सहित कठिन परिश्रम एवं प्रेम-व्यवहार से सबकुछ पाया जा सकता है: जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज।कर्तव्य पथ पर सत्यनिष्ठा सहित कठिन परिश्रम एवं प्रेम-व्यवहार से सबकुछ पाया जा सकता है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने श्याम ऑटोमोबाइल्स आर्थोराइज्ड सबडीलर-टीवीएस मोटर कम्पनी लिमिटेड के प्रोपराइटर बी०एल०साहू(गोलू) से कौआ बाजार करछना में कही।

ज्ञातव्य कराते चले कि जिला मंत्री एवं टीवीएस मोटर कम्पनी के प्रोपराइटर साहू के बीच अनन्तवत बहुत ही मृदुल गहरे मैत्रिक सम्बन्ध हैं।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसी भी प्रकार का व्यवसाय हो उसमें सत्यनिष्ठा सहित कठिन परिश्रम एवं प्रेम-व्यवहार की कुशलता ही व्यक्ति को उस व्यवसाय में उसके सबसे उच्चतम शिखर पर ले जाती है,दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि कर्तव्य पथ पर सत्यनिष्ठा सहित कठिन परिश्रम एवं प्रेम-व्यवहार से सबकुछ पाया जा सकता है।जिला मंत्री ने यह भी कहा कि प्रोपराइटर श्री साहू बहुत ही ईमानदार एवं कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति हैं जिनमें सत्यनिष्ठा कूट-कूटकर भरी है और इसी के बदौलत आज समूचे कौआ बाजार में प्रोपराइटर साहू सुप्रसिद्ध हैं एवं ईश्वर की कृपा से सबकुछ प्राप्त है और साथ ही साथ पूरे क्षेत्र में श्री साहू की यश-कीर्ति भी फैली हुई है।

जिला मंत्री ने अपने आध्यात्म चक्षु के ज्ञान उत्सर्जित वाणी में वर्णित किया कि कोई भी व्यवसाय छोटा या बड़ा नही होता यह कर्म-पथ पर निर्भर करता है कि छोटे व्यवसाय से कैसे बड़े व्यवसाय को प्राप्त किया जा सकता है।यदि कर्म-पथ सही दिशा में नही है तो बड़ा से बड़ा व्यवसाय भी नष्ट हो जाता है।वैसे तो इस संसार में वही होता है जो विधि का विधान है।ईश्वर ने आपको जिस कर्म के लिए रचा है।अन्ततः उसी कर्म-पथ पर आपको चलना होगा और यदि दूसरे कर्म-पथ को यदि आप चुनना चाहते हैं तो ईश्वर से उस कर्म-पथ हेतु प्रार्थना एवं सत्यनिष्ठा सहित कठिन परिश्रम करें तो आपको एक ना एक दिन अवश्य कामयाबी मिलेंगी।ईश्वर महादयालु है उससे जो भी माँगेंगे वह वही प्रदान करेगा परन्तु आपके कर्म-पथ पर यह निर्भर है कि उसमें आप कितना सफल होंगे।

इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं०शेषमणि शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिला मंत्री ने मनुष्य के सफलता हेतु एवं अपने जीवन में जो कुछ भी पाना या बनना चाहते हैं उसकी विवेचना ईश्वर भक्ति एवं कर्म-पथ पर सत्यनिष्ठा सहित कठिन परिश्रम बतलाया है।यह मार्ग वास्तव में मनुष्य को सबकुछ प्रदान करता है।इस मैत्रिक भेंटवार्ता के दौरान वरिष्ठ समाजसेवी एवं संघ खण्ड कार्यवाह मेजा विंध्यवासिनी यादव,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद राम प्रसाद पटेल एवं रवि कुमार सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

आवारा पशुओं व बिजली, जल की समस्यायों किया गया चर्चा

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज। भारतीय किसान यूनियन भानू के प्रदाअधिकारी प्रदेश महासचिव डा० बी के सिंह के निदेर्शानुसार कोरांव तहसील के अन्तर्गत बड़ोखर के पास मानपुर गांव में जिला मिडिया प्रभारी विश्वनाथ प्रताप सिंह के घर पर किसान चौपाल का आयोजन किया गया।

यह कार्यक्रम सुचार रुप से सम्पन्न हुआ । जिसमे संगठन से प्रदेश महा सचिव डाङ्म विके सिंह, प्रदेश सचिव लाल पुष्पराज सिंह, मंण्डल प्रभारी (मण्डल मिडिया प्रभारी कष्ण राज सिंह जिला पत्रकार ), महिला मार्चा मण्डल अध्यक्ष सुमन अवस्थी, जिला अध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह जिला मिडिया प्रभारी विश्वनाथ प्रताप सिंह, जिला महासचिव सकल्प सिंह, जिला सचिव शंकर सिंह, विधान सभा अध्यक्ष ऐ पी पाण्डेय करछना ब्लाक अध्यक्ष सुमन देवी, कोरांव ब्लाक अध्यक्ष प्रदुम कुमार मिश्रा तथा क्षेत्र से आये हुये किसान मुन्नू सिंह, पीपी ० सिंह, परोमद सिंह, रोहित शुक्ला, प्रमोद तिवारी( पी ० के ), गुड्ड सिंह, विजेश सिंह, राम ललन, दिनेश, विनोद तिवारी,सिद्ध नारायण सिंह, राजकुमार पाल , कमला कांन्त पाण्डेय , संजय दूबे पत्रकार,विनय सिंह, धनु सिंह,श्रीकान्त तिवारी इत्यादि किसान चोपाल में उपस्थित रहे।

शंकरगढ क्षेत्र में जिलापंचायत के नाम पर हो रही खुलेआम अवैध वसूली

विश्वनाथ प्रताप सिंह,शंकरगढ/बारा(प्रयागराज) शंकरगढ क्षेत्र में इन दिनों भारी वाहनों से जिलापंचायत के नाम पर गुंडा टैक्स की वसूली जोरों से चल रही है । सामाजिक तत्वों व हथियारबंद लोगों की अवैध वसूली की वजह से शंकरगढ़ के अंदर पूरा दिन आम आदमी को भारी वाहनों के कारण यमराज से सामना करना पड़ रहा है ।

नेशनल हाईवे गौहनिया - बारा के रास्ते ना जाकर नारीबारी - शंकरगढ के रास्ते से पावर प्लांट व अल्ट्राटेक कंपनी के लिए भारी वाहन सैकड़ा भर की संख्या में प्रतिदिन गुजरते हैं । शंकरगढ के पास कल्यानपुर गांव में जिला पंचायत के नाम पर शंकरगढ के वरिष्ठ एवं सामाजिक भाजपा नेता की आड़ में कुछ असमाजिक तत्वों व हथियारबंद लोगों के द्वारा दो सौ से लेकर पांच सौ रुपए तक की भारी वाहनों से अवैध वसूली की जा रही है । जिसमे सौ रुपए की एक फर्जी रसीद जिला पंचायत के नाम की होती है और वाहन चालकों को पकड़ा दी जाती है ।

इस प्रकार यहां दिनभर में कम से कम 25 हजार रुपयों की लूट हो रही है । की जाती है मारपीट पैसा देने से मना करने पर ड्राइवरों के साथ गाली - गलौज एवं मारपीट भी की जाती है । जिले व प्रदेश से बाहरी होने की वजह से हर गाड़ी वाले चुपचाप पैसा देने में ही अपनी भलाई समझते हैं ।

इन असमाजिक तत्वों एवं हथियारबंद लोगों को शंकरगढ के कल्यानपुर चौराहे पर खुलेआम उगाही करते देखा जा सकता है । इन भारी वाहनों की वजह से शंकरगढ में कई बार बड़ी दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं । जिसको बाद में ले देकर रफ - दफा कर दिया गया था । इस अवैध वसूली के सम्बंध में प्रयागराज के प्रशासनिक अधिकारियों से क्षेत्रीय लोगों द्वारा कई बार शिकायत की जा चुकी है । लेकिन इसके रसूख के आगे अधिकारी भी मौन हो जाते हैं । शासन का आदेश बेअसर आखिरकार शंकरगढ के वरिष्ठ एवं भाजपा नेता व जिला जिला पंचायत की आड़ में इस प्रकार की अवैध वसूली किन माफियाओं के इशारे पर हो रही है । जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का माफियाओं पर फ्री हैंड का आदेश भी बेअसर हो रहा है । यही कारण था कि इस बार लोकसभा चुनाव में प्रयागराज से भाजपा को लगभग पचहत्तर हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा है । जनता की परेशानी को देखते हुए हिंदू संगठन के कुछ लोगों ने जिले के उच्च अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से ध्यान देने की मांग की है ।

आन्दोलनरत शिक्षकों के समर्थन में उतरा दिशा छात्र संगठन

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज।दिशा छात्र संगठन और नौजवान भारत सभा की ओर से प्रदेश भर में ऑनलाइन अटेण्डेंस के ख़िलाफ़ आन्दोलनरत शिक्षकों के समर्थन में लल्ला चुंगी पर विरोध प्रदर्शन किया गया।

विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकार से ऑनलाइन अटेण्डेंस के निर्णय को वापस लेने की माँग की गयी तथा शिक्षकों के आन्दोलन के समर्थन में पर्चे बाँटकर लोगों से आन्दोलन के पक्ष में एकजुट होने की अपील की गयी।

दिशा छात्र संगठन के आकाश ने कहा कि जिस प्रेरणा ऐप के माध्यम से शिक्षकों को उपस्थिति दर्ज करानी है, वह ऐप्लिकेशन कई जगहों पर ग़लत लोकेशन बता रहा है। साथ ही ऐप्लिकेशन के खुलने का समय केवल आधे घण्टे ही निर्धारित है। बहुत से प्राथमिक विद्यालय दूर-दराज़ के ऐसे ग्रामीण इलाक़ों में स्थित हैं जहाँ पर नेटवर्क आदि की भयंकर दिक्कतें हैं। बहुत सारे गाँवों में बिजली बहुत कम रहने से यह समस्या और बढ़ जाती है। बरसात के मौसम में पानी भर जाने या सड़क न होने के कारण स्कूल तक पहुँच पाना भी नामुमकिन हो जाता है।

साथ ही सर्वर क्रैश होने की स्थिति में शिक्षक स्पष्ट दिशा-निर्देश दिये जाने की माँग कर रहे हैं। सरकारी विद्यालयों के इन्फ़्रास्ट्रक्चर सुधारने से लेकर शिक्षकों की भर्ती जैसी चीज़ों पर कोई ठोस काम करने की बजाय योगी सरकार शिक्षकों की अटेण्डेंस जैसी चीज़ों को मुद्दा बनाकर असली सवालों को छिपा देना चाहती है। प्रदेश में पिछले छः सालों से शिक्षकों की कोई भर्ती नहीं आयी है। आँकड़े बताते हैं प्रदेश के आधे से ज़्यादा प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल एक या दो अध्यापकों के भरोसे चल रहे हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि सबसे पहली ज़रूरत यह है कि सरकारी विद्यालयों में सभी विषय के अध्यापकों की पर्याप्त संख्या में भर्ती की जाये। इन्फ़्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त किया जाये। इसके अलावा लेकिन योगी सरकार किसी भी तरह से शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का ठीकरा अध्यापकों के सिर पर फोड़ कर सरकारी विद्यालयों को बन्द करने, शिक्षकों की भर्ती न करने जैसे अपने कुकर्मों पर पर्दा डालने में लगी है। ऐसे में दिशा छात्र संगठन इस तानाशाहीपूर्ण फ़ैसले को तत्काल वापस लेने की माँग करता है।

दिशा छात्र संगठन की ओर से अविनाश ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों से पढ़ाई के अलावा तरह-तरह के काम करवाये जाते हैं। लेकिन दूसरी ओर उन्हें कर्मचारियों को मिलने वाली सामान्य सुविधाएँ भी हासिल नहीं हैं। सरकार की नीतियों के वजह से शिक्षा का पूरा तन्त्र चौपट हो रहा है, लेकिन जानबूझकर अटेण्डेंस जैसी चीज़ों को मुद्दा बनाया जा रहा है ताकि इसका ठीकरा कर्मचारियों के सिर पर फोड़ दिया जाये। सरकार को ऐसे क़दम उठाने की बजाय शिक्षकों के ठोस सवालों पर कार्रवाई करनी चाहिए। शिक्षकों की माँगें हैं कि अन्य राज्य कर्मचारियों की तरह उन्हें भी आधे दिन का अवकाश दिया जाना चाहिए, राज्य कर्मचारियों की तरह उन्हें 30 अर्जित अवकाश या कॉलेज शिक्षकों की तरह उन्हें पी.एल. मिलना चाहिए, अन्य विभागों की तरह उन्हें प्रतिपूरक अवकाश भी मिलना चाहिए।

दिशा छात्र संगठन शिक्षकों की इन माँगों का समर्थन करता है तथा यह भी माँग करता है कि सरकारी स्कूलों में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों को भर्ती किया जाये तथा उनके इन्फ़्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त किया जाये।

विरोध प्रदर्शन में संजय, गौतम मौर्य, अमरेश, प्रशान्त, प्रियांशु, चंद्रप्रकाश, शिवा, प्रेमचन्द, विकास आदि शामिल रहे।