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हाथरस हादसे के मूल कारणों और लापरवाही उजागर करने के लिए गठित की गई एसआईटी ने 855 पेज की अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी

लखनऊ । हाथरस हादसे के मूल कारणों और लापरवाही उजागर करने के लिए गठित की गई एसआईटी ने 855 पेज की अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। सूत्रों की मानें तो एडीजी आगरा-कमिश्रर अलीगढ़ की संयुक्त एसआईटी की रिपोर्ट में दक्षिण के कुछ राज्यों के नंबर, कुछ अधिकारी-कर्मचारी, सेवादार-आयोजक इस पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार ठहराए गए हैं।  दो जून की दोपहर हुए इस हादसे के बाद ही मुख्यमंत्री स्तर से एसआईटी जांच का आदेश जारी किया गया था। एसआईटी ने 132 लोगों के बयान दर्ज किए।

घटनास्थल पर ही घटना के चंद समय पहले और घटना के बाद के साथ-साथ घटना के समय के सर्विलांस के जरिये बीटीएस टावर की लोकेशन ली गई। उसकी डिटेल में दक्षिण के राज्यों के चार अलग अलग नंबर ऐसे सामने आए, जिनको घटना के पहले और घटना के समय कॉल हुई है। ये नंबर संदिग्ध हैं और उनको घटना से जोड़कर देखा गया है। इसके साथ ही, थाना-तहसील से लेकर कुछ जिला स्तर के अधिकारियों की लापरवाही का भी हवाला दिया गया है। 

हाथरस हादसे पर जांच रिपोर्ट तैयार हो गई और शासन तक भेज दी गई। मगर इसमें हादसे के कारणों?, अनदेखी-लापरवाही को कौन जवाबदेह? आदि तथ्यों को बेहद गोपनीय रखा गया है। गोपनीयता का आलम ये है कि जो कर्मचारी रिपोर्ट तैयार करने में लगाए गए, उनको निगरानी में रखा गया और मोबाइल तक बंद कराकर रखे गए। 

फिर भी सूत्रों से यही पता चला है कि दक्षिण के कुछ राज्यों के नंबर, कुछ अधिकारी-कर्मचारी, सेवादार-आयोजक इस पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार ठहराए गए हैं। बाकी सच शासन स्तर से रिपोर्ट पर एक्शन के आधार पर उजागर किया जा सकेगा। शासन स्तर से गठित की गई इस एसआईटी ने शुरू के दो दिन तक तो कोई काम नहीं किया। बुधवार को मुख्यमंत्री के जाने के बाद इस जांच पर कदम उठाया गया। सबसे पहले घटनास्थल पर क्राइम सीन को दोहराया गया।
लगातार बारिश से बरेली के 94 गांव बाढ़ की चपेट में, चार लोगों की डूबने से मौत


लखनऊ । बारिश के चलते यूपी के कई जिलों में बाढ़ का कहर शुरू हो गई है। कुछ ऐसा ही हाल बरेली जिले का भी है। यहां पर लगातार बारिश और नदियों की उफान की वजह से बरेली जिले के 94 गांव घिर गए हैं। बारिश के दौरान हुए हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। इससे उनके परिवारों में कोहराम मच गया। छह लोगों के घर जमींदोज हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य तैयारियों तक ही सिमटा हुआ है। बाढ़ प्रभावित गांवों के लोग खुद ही जान-माल की सुरक्षा की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं।

बहेड़ी तहसील क्षेत्र के श्यामाचरन गौटिया, मुड़िया मुकर्रमपुर सहित सर्वाधिक 32 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। फरीदपुर के पड़ेरा, कादरगंज, खलपुर, ढकनी, शहपुरा सहित 26, नवाबगंज के अमीरनगर, बढ़ेपुरा, अब्दला सहित 24 तो मीरगंज के धर्मपुरा, सुल्तानपुर, बफरी, गौसगंज सहित 12 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। यहां भोजन-पानी से लेकर पशुचारे तक का संकट खड़ा हो गया है।  कुआंडांडा में दो, भुता के गुलरिया हजारीलाल गांव में एक तो नवाबगंज के अधकटा रवानी बेगम गांव में एक मकान जमींदोज हो गया। गनीमत रही कि इन घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ।

फरीदपुर के गांव बिशीपुर निवासी युवा किसान सुमित (20) की बहगुल नदी में डूबने से मौत हो गई। इसी तहसील क्षेत्र के बड़रा कासिमपुर गांव के अतुल (14) भी नहाने के दौरान पुलिया में डूब गए। इससे उनकी जान चली गई। जेड़ गांव के रविंद्र (38) तालाब में मछली पकड़ने गए थे। इस दौरान डूबकर उनकी मौत हो गई। इसके अलावा फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र के गांव खनी नवादा में गड्ढे में भरे पानी में डूबकर विकास (15) की मौत हो गई।

राहुल गांधी आज रायबरेली में कार्यकर्ताओं से करेंगे मुलाकात
लखनऊ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज सुबह 10ः15 बजे रायबरेली में शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के परिजनों से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा भुएमऊ गेस्ट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रतिनिधिनमंडल से चर्चा करेंगे।

राहुल के रायबरेली दौरे का कार्यक्रम कांग्रेस ने एक्स हैंडल पर साझा किया है। उल्लेखनीय है कि कैप्टन अंशुमान सिंह 19 जुलाई 2023 को सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हो गए थे। शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह को कीर्ति च्रक से सम्मानित किया गया था। लोकसभा में नेता विपक्ष और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी का आम चुनाव में जीत के बाद अपने संसदीय क्षेत्र का यह दूसरा दौरा होगा।
फरार चल रहे अपराधी की आत्म समर्पण से पहले संदिग्ध मौत ,आत्म समर्पण से पहले पत्नी को फोन पर बोला जेल नहीं जाऊंगा
लखनऊ।राजधानी के पश्चिम जोन की कमिशनरेट पुलिस के थाना बाजार खाला क्षेत्र से एक सनसनी खेज मामला सामने आया है। जहां  एक  अधेड़ उम्र के अपराधी जो की हत्या के जुर्म में फरार चल रहा था उसने कोर्ट में सोमवार को आत्म समर्पण की बात कहकर कोर्ट और स्थानीय थाना पुलिस को पहले ही अलर्ट कर  दिया था। लेकिन बाजार खाला थाना क्षेत्र में ही फरार अपराधी का शव फन्दे से लटकता मिलने की सूचना पाकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई है।

पुलिस के अनुसार मृतक मकसूद(50)  पुत्र सरदार अहमद निवासी हबीब नगर ए थाना बाजार खाला लखनऊ का निवासी था। सोमवार को उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की बात कही थी जिसके चलते कोर्ट और थाना क्षेत्र में पुलिस ने अलर्ट कर रखा था। लेकिन मृतक ने ऐशबाग कब्रिस्तान में  पेड़ मे रस्सी का फंदा लगाकर आत्म हत्या कर ली। स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी  सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस के अनुसार मृतक हत्या के एक मामले में मुल्जिम था और फरार चल रहा था।

कई दिनों की फरारी से तंग आकर उसने कोर्ट में आत्म समर्पण की जानकारी देकर पुलिस को गुमराह करते हुए कोर्ट नहीं पहुंचा। इसी बीच जब उसकी पत्नी कोर्ट में उसकी पत्नी पहले पहुंच गई और बहुत देर होने पर जब वह कोर्ट नहीं पहुंचा तो उसे अपने पति की चिंतता होने लगी। इसी बीच दोपहर के समय उसके फोन पर उसके पति मकसूद ने फोन कर कहा की उसे कोई  गिरफ्त नहीं कर सकता और न ही जेल में डाल सकता है।वह कई दिनों से वह फरार चल रहा था।उसने मरने से पहले अपनी पत्नी को फोन कर  बताया की मै जेल नहीं जाऊंगा ऐशबाग काबिरिस्तान में फांसी लगा कर आत्महत्या कर रहा हूँ।

जिसके बाद मृतक की पत्नी ने अपने देवर को मामले की सूचना दी। सूचना पाकर परिजन उसकी तलाश करते हुए मौके पर पहुंचे तो  देखा की मृतक का शव पेड़ से लटक  रहा था।उसके भाई वा अन्य लोगों ने उसके भाई को फन्दे से नीचे उतारा। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव लब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई है।
मकान के विवाद में चाचा से झगड़कर भतीजे ने लगाई फांसी, मृतक के परिजनों ने चाचा पर हत्या का लगाया आरोप

लखनऊ।  ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में सोमवार को मकान के विवाद में चाचा से झगड़कर भतीजे ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। परिवार के लोगों ने चाचा पर हत्या का आरोप लगाया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि पुलिस दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है।

पुलिस उपायुक्त पश्चिमी डा. दुर्गेश कुमार ने बताया कि मरी माता मंदिर बरौरा के पास रहने वाला राम भरोसे मौर्या ने सोमवार को कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन की। इस पर मृतक के परिजनों ने बताया कि राम भरोसे के चाचा राम सेवक मौर्या से मकान को लेकर विवाद चल रहा था। मामला न्यायालय में विचाराधीन है और दोनों एक ही मकान में रहते हैं। सोमवार सुबह मकान को लेकर एक बार फिर दोनों विवाद हो गया। मारपीट में रामसेवक की पत्नी और बेटे जितेन्द्र एवं दूसरे पक्ष से रामभरोसे की पत्नी को चोटे आई हैं।

इसी घटना के बाद रामभरोसे ने कमरे में जाकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। घरवालों ने चाचा पर हत्या का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजकर फॉरेंसिक जांच कर घटनास्थल से साक्ष्य को जुटाया। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि परिवार की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।
दहेज की मांग पूरी न होने पर विवाहिता को बंधक बनाकर पीटा ,मायके पक्ष के लोग घायल बेटी को लेकर पहुंचे थाने

लखनऊ ।  राजधानी के कृष्णानगर थानाक्षेत्र में 20 लाख रुपये दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुरालीजनों ने विवाहिता को तीन दिनों तक कमरे में बंधक बनाकर पीटा। पड़ोसियों के सूचना देने पर पहुंचे मायके पक्ष के लोग घायल बेटी को लेकर कृष्णा नगर थाने पहुंचे और तहरीर दी। मामले में पति को हिरासत में ले लिया गया है। जांच की जा रही है। परिजनों ने लड़की के ससुराल वालों पर लगाया दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है। विवाहिता को इलाज के लिए लोक बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया ।

परिजनों के मुताबिक 2022 में अनीता यादव (27) की शादी 2022 में कृष्णा नगर में रहने वाले रोहित यादव (30) से हुई थी। मायके पक्ष का कहना है कि विवाह के बाद से ही ससुरालीजन रुपये की मांग करने लगे थे और बेटी को प्रताड़ित करते थे।बीते तीन दिनों से ससुराल में कमरे में बंद कर बेटी की पिटाई की जाती थी। परिजनों का कहना है ससुराल के पड़ोसियों ने सोमवार सुबह सूचना दी कि आपकी बेटी को उसके ससुराल वाले मिलकर मार रहे हैं और वह अपनी जान बचाने की गुहार लगा रही है। सूचना मिलते ही घर वाले बेटी की ससुराल पहुंचे तो लड़की काफी ज्यादा घायल थी।

परिजनों का आरोप है कि लड़की के ससुराल वाले 20 लाख रुपए दहेज की मांग कर रहे हैं। लड़की के पिता ने बताया कि लड़की का ससुर रिटायर्ड पुलिस अफसर है और उसके कुछ जानने वाले वर्दी में सुबह लोक बंधु अस्पताल पहुंचे और धमकी देने लगे। लड़की के परिजनों ने कृष्णानगर थाने में तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
बगैर फिटनेस मिले स्कूली वाहन तो स्कूल प्रबंधक पर होगी कार्रवाई

लखनऊ। उच्च न्यायालय के  निर्देश पर  प्रदेश भर में परिवहन आयुक्त उत्तर प्रदेश के निर्देश पर राजधानी के समस्त विद्यालय के प्राचार्य, प्रधानाचार्य एवं  प्रबन्धकों को को निर्देशित करते हुए स्कूल में लगे वाहनों की फिटनेस और  सुरक्षा मानकों के अनुरूप संचालन कराये जाने के लिए सूचनाये जारी की। बैठक के दौरान कालेजों एवं स्कूलों के समस्त प्रतिनिधियों को निर्देश दिये गये कि जिन स्कूली वाहनों की फिटनेस वैधता समाप्त हो चुकी है, उनका स्कूलों में संचालन न किया जाए। यदि कोई भी स्कूली वाहन बिना फिटनेस के मार्ग परसंचालित पाई जाती है, तो सम्बन्धित वाहन स्वामी एवं प्रबंधक के विरूद्ध कार्रवाई करायी जायेगी। साथ ही जिन स्कूली वाहनों की आयू सीमा 15 वर्ष या उससे अधिक हो गयी है, उनका नियमानुसार पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा।

इस दौरान  सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन)को निर्देश दिये गये कि गीष्म कालीन अवकाश समाप्त होने के उपरान्त स्कूलों का संचालन पुन: प्रारम्भ हो  गया है के दृष्टिगत आईएनसी सेन्टर पर स्कूली वाहनों की फिटनेस के लिए एक अलग से काउन्टर खुलवाया जाए। ताकि उनके स्कूलों में संचालित स्कूली वाहनों के प्रपत्रों की जांच किये जाने के लिए एक नोडल टीचर नामित करे, ताकि स्कूली वाहनों का संचालन वैध प्रपत्रों एवं विद्यालय परिवहन सुरक्षा समिति में दिये गये निर्देशों के अनुरूप हो सके और  संभागीय निरीक्षक (प्रावि.) को निर्देशित किया गया कि स्कली वाहनों की फिटनेस की जांच मानक के अनुरूप होने के उपरान्त ही निर्गत किया जाये। इन्सपेक्शन एण्ड सर्टिफिकेशन सेंटर ट्रान्सपोर्ट नगर में आयोजित बैठक में  संदीप कुमार पंकज, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) प्रदीप कुमार सिंह, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन), जिला विद्यालय निरीक्षक, लखनऊ द्वारा नामित सदस्य ए विष्णु कुमार, संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) ने भाग लिए।
नाबालिगों के वाहन चलाने पर पुलिस सख्त, वाहन चलाते पाए जाने पर वाहन स्वामी व अभिभावकों पर दर्ज होगा मुकदमा
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में अब नाबालिग को वाहन चलाने की अनुमति देने परिजनों की खैर नहीं है। चूंकि यातायात विभाग यातायात नियमों को लेकर कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है। अब सड़क पर नाबालिग छात्र-छात्रा वाहन चलाते मिल गए तो वाहन स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के साथ-साथ पचीस हजार का जुर्माना लगाया जाएगा। इसका अनुपालन राजधानी लखनऊ में सोमवार से शुरू कर दिया गया। पहले दिन अभियान चलाकर जागरूक करने के साथ-साथ चालान करने की कार्रवाई की गई।

यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों की अब खैर नहीं

जानकारी के लिए बता दें कि राजधानी की कमिश्नरेट पुलिस की  यातायात पुलिस 18 वर्ष से कम आयु के स्कूली छात्र और छात्राओं के वाहन  चलाने के मामलों पर अंकुश लगाने के लिये अभिभावकों से अपील है कि वह अपने नाबालिग बच्चों को दो पहिया और चार पहिया वाहन चलाने के लिए न दें ताकि सड़क हादसों पर लगाम लगाईं जा सके। कमिश्नरेट पुलिस ने यातायात नियमों का उलंघन करने वाले अभिभावकों और वाहन स्वामियों पर सख्त कार्रवाई करने के  आदेश जारी करते हुए कहा की  यातायात नियमों का उलंघन करने वाले लोगों के खिलाफ चेकिंग अभियान रोजाना चलाया जाएगा। इस दौरान ड्राइविंग लाइसेंस के बिना पाए जाने पर अभिभावक, संरक्षक, वाहन स्वामी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 125 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

अभियान चलाकर ऐसे लोगों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई

यातायात पुलिस ने नाबालिग छात्र छात्राओं और बच्चों द्वारा दो पहिया और चार पहिया चलाने को लेकर  सख्त  कार्रवाई करने के सख्त निर्देश जारी कर दिए है।पुलिस आयुक्त अमरेंद्र कुमार सेंगर के निर्देश पर डीसीपी यातायात  कमलेश दीक्षित ने राजधानी में तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को नाबालिग बच्चों,छात्र और छात्राओं द्वारा  यातायात नियमो की अनदेखी कर वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिसके बाद सोमवार से राजधानी की ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को जागरूक करने और यातायात नियमों का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई से अवगत कराया।

यातायात विभाग द्वारा लागू किया गया है यह नियम

ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने राहगीरों और स्थानीय लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि 18 वर्ष से कम आयु वाले स्कूल के छात्र  व छात्राओं द्वारा बिना ड्राइविंग लाईसेंस के दो पहिया व चार पहिया वाहन चलाया जाना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। कोई भी अभिभावक अपनें 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को दो पहिया, चार पहिया वाहन किसी भी दशा में वाहन ना दें। यदि यातायात पुलिस लखनऊ द्वारा अभियान के दौरान ऐसे वाहनों को पाया गया जिनका संचालन नाबालिग द्वारा किया जा रहा था। वाहन अधिनियम  के तहत कार्रवाई कि जायेगी। साथ हीअभिभावक,संरक्षक और वाहन  स्वामी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा या पचीस हजार रुपये का जुर्माना किया जाएगा। साथ ही एक वर्ष के लिए वाहन कि परमिशन को रदद किया जायेगा। वही आपराधिक गतिविधि में संलिप्त  बच्चों का 25 वर्ष तक कि उम्र में लाइसेंस नहीं बन सकता है।

18 साल से कम उम्र वालों की रफ्तार पर लगी ब्रेक

सोमवार को राजधानी में ट्रैफिक पुलिस ने 18 साल से कम उम्र में वाहन चलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर चालान की कार्रवाई की गई। इसके अलावा कमर्शियल और स्कूल वाहनों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई।  सोमवार को यातायात पुलिस व लखनऊ पुलिस स्कूल खुलते ही  नाबालिग बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए चेकिंग अभियान शुरू कर दिया। एक तरफ पुलिस स्कूलों के पास छुट्टी  के समय पहुंचकर बच्चों के जीवन के प्रति लापरवाही करने वाले अभिभावकों को जागरूक करते हुए 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को दो पहिया और चार पहिया वाहन संचालन न करने की अपील की, तो कही आवश्यकता पड़ने पर चालान भी काटा।

शहर में अभियान चलाकर स्कूल वाहनों के खिलाफ हुई कार्रवाई

नाबालिगो के  वाहन संचालन  पर रोक लगाने और जनता को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए चलाये जा रहे अभियान के तहत सोमवार को सहायक पुलिस आयुक्त यातायात मध्य क्षेत्र के निर्देशन में हजरतगंज क्षेत्र में वेंकटेश्वर सिंह, टीआई हजरतगंज तथा  देशदीपक सिंह,  कैसरबाग क्षेत्र प्रभारी एवं यातायात पुलिस टीम द्वारा अभियान चलाकर 18 वर्ष से कम उम्र के स्कूली छात्र, छात्राओं द्वारा दोपहिया,चारपहिया वाहनों के संचालन के विरूद्ध चालान किए गए। साथ ही अभिभावकों को जागरूक करते हुए भविष्य के लिये चेतावनी दी गयी।

ट्रैफिक पुलिस जागरूकता व चालान की सख़्ती से व्यवस्था को सुधारने में जुटी

अभियान के दौरान छात्र,छात्राओं को ले जा रहे स्कूली वाहनों की चेकिंग की गई और अनफिट वाहनों के विरूद्ध  कार्रवाई की गई। चेकिंग अभियान के दौरान थाना हजरत गंज प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह ने ट्रैफिक पुलिस का साथ स्कूली वाहनों की फिटनेस को लेकर चेकिंग की। ट्रैफिक पुलिस ने स्कूली बच्चों की छुट्टी के समय सभी अभिभावकों से अनुरोध करते हुए कहा कि अपनें 18 वर्ष के कम उम्र के बच्चों को मोटर वाहन ना दें, तथा शहर की यातयात व्यवस्था को सुगम व सुचारू रूप से संचालन में यातायात पुलिस का सहयोग करें।
ऐतिहासिक सारनाथ में जल्द दिखेगा नए कलेवर में लाइट एंड साउंड शो,पहले हिंदी व अंग्रेजी भाषा में शो

लखनऊ । भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली ऐतिहासिक सारनाथ में देव दीपावली के पहले लाइट एंड साउंड शो नए कलेवर में दिखाई और सुनाई देगा। एनालॉग डिजिटल सराउंडिंग सिस्टम और एडवांस्ड लेज़र तकनीक से यहां शो दिखाया जाएगा । भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़े सारे प्रसंगों को समेटे हुए लाइट एंड शो के संचालन की तैयारी चल रही है। इसे उच्च तकनीक से दिखाने की तैयारी चल रही है। दो भाषा में संचालित होने वाले लाइट एंड साउंड शो में भविष्य में तीसरी भाषा पाली को भी जोड़ा जाना भी प्रस्तावित है। देव दीपावली के पहले पर्यटकों के लिए लाइट एंड साउंड शो शुरू करने का पूरा प्रयास पर्यटन विभाग कर रहा है।

सारनाथ में अब भगवान बुद्ध की जीवनी और उनसे जुड़ा प्रसंग थ्री-डी इफ़ेक्ट में दिखाई देगा । उपनिदेशक पर्यटन आरके रावत की माने तो लाइट एंड शो के पुराने स्क्रिप्ट को और विस्तृत किया जा रहा है। इसमें भगवान बुद्ध की संपूर्ण जीवनी रहेगी। लाइट एंड साउंड शो की अवधि लगभग 35 से 40 मिनट की होगी। अभी ये शो हिंदी और इंग्लिश भाषा में चलेगा, लेकिन भविष्य में इसमें पाली भाषा जोड़ने की योजना है।

18 करोड़ रुपये से किया जाएगा आधुनिकीकरण

उपनिदेशक पर्यटन के अनुसार एनालॉग नार्मल की जगह अब एनालॉग डिजिटल सराउंड सिस्टम और एडवांस लेज़र बेस्ड तकनीक से लाइट एंड शो दिखाया जाएगा ,नई टेक्नॉलजी से संचालित होने वाले शो में आवाज और पिक्चर की क्वालिटी काफी उच्च गुणवक्ता की होगी। सारनाथ में पहले से चल रहे लाइट एंड साऊंड शो को नए और आधुनिक तकनिकी से बनाया जा रहा है। जिसकी लागत लगभग 18 करोड़ है।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर: शारदा, राप्ती, गण्डक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में निरंतर वर्षा से शारदा, राप्ती, गण्डक नदियों का जलस्तर बढ़कर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। सोमवार को नेपाल की सीमा से जुड़े जनपदों लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर और श्रावस्ती में नदियां ऊफान मार रही है। वहीं पीलीभीत जनपद में शारदा नदी के बढ़े जलस्तर से रेलवे लाइन की पुलिया की मिट्टी बहाव में बह गई।

पलियांकलां के गावों में अलर्ट

लखीमपुर खीरी के पलियांकलां में शारदा नदी का जलस्तर 154.68 मीटर पर पहुंच चुका है, जो खतरे के निशान से .90 मीटर ज्यादा है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान पार करने पर पलियांकलां के गावों में अलर्ट कर दिया गया है। वहीं खीरी के ही शारदानगर हिस्से में शारदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र .69 मीटर ही बाकि रह गया है। वहां भी ग्रामीणों को सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।

राप्ती का जलस्तर खतरे का निशान पार

उत्तर प्रदेश में राप्ती नदी अपने ऊफान पर है। श्रावस्ती जनपद में काकरधारी और भिनगा दो स्थानों पर नदी तट बने है। जिसमें भिनगा क्षेत्र में राप्ती का जलस्तर खतरे का निशान पार कर गया है। भिनगा में राप्ती नदी 119.88 मीटर पर बह रही है, जो सामान्य से .38 मीटर ऊपर है। वहीं काकरधारी क्षेत्र में राप्ती का जलस्तर खतरे के निशान से .96 मीटर ही नीचे है।

बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ा

गण्डक नदी का बहाव उत्तर प्रदेश से बिहार की ओर है। यह नदी कुशीनगर जनपद के खड्डा क्षेत्र में खतरे के निशान से .25 मीटर ऊपर बह रही है। इसी तरह बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है, सिद्धार्थनगर के ककरही क्षेत्र में नदी .80 मीटर ऊपर बह रही है। इसी तरह अयोध्या में सरयू नदी का भी जलस्तर बढ़ा है। सरयू अभी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे है।

आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें लग गयी

उत्तर प्रदेश में नदियों के जलस्तर बढ़ने से गहराये संकट में आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें लग गयी है। श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर में राप्ती और बूढ़ी राप्ती नदियों के जलस्तर बढ़ने के बाद गांवों में फंसेे ग्रामीणों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया। वहीं पीलीभीत में रेलवे लाइन की पुलिया के बहने की सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन की टीम वहां पहुंची। फिर भी रेलवे प्रबंधन की ओर से रेलवे लाइन के निर्माण के लिए समय मांगा गया है।