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बिहार में आसमानी बिजली का कहर : ठनका की चपेट में आने से 13 लोगों की मौत, 6 गंभीर रुप से झुलसे

डेस्क : बिहार में कुछ दिनों से जहां सभी जिलों में लगातार हो रही बारिश ने प्रचंड गर्मी का मार झेल रहे बिहारवासियों को बड़ी राहत दी है। वहीं इस दौरान ठनका गिरने से लोगों की जाने भी जा रही है।

बीते रविवार को एकबार फिर आसमानी बिजली ने प्रदेश कहर ढाया। प्रदेश के छह जिलों में रविवार को वज्रपात से 13 लोगों की मौत हो गई। जबकि, छह लोग झुलसकर गंभीर रूप से जख्मी है। कैमूर के 5, नवादा के 3, रोहतास के 2, औरंगाबाद, सहरसा और जमुई के एक-एक व्यक्ति की ठनका के चपेट में आने से मौत हो गई है। वहीं गंभीर रुप से झुलसे 6 लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कैमूर में जैतपुर खुर्द गांव के रामकवल बिंद के 30 वर्षीय पुत्र रामनिवास बिंद, सोनाव गांव के बीरबल सिंह कुशवाहा के 17 वर्षीय पुत्र आशीष कुमार, रामगढ़ के रामयश बिंद की 15 वर्षीया बेटी सीता मुनि, हरिहरपुर डेरा गांव निवासी 53 वर्षीय शिवजी बिंद व अवंती गांव के 45 वर्षीय सुग्रीव पाल की ठनका से मौत हुई है। आशीष अपने पिता का एकलौता पुत्र था।

उधर, रोहतास के करगहर व दिनारा गांव के बधार में दो महिला मजदूरों की मौत हो गई। शिवसागर में तीन भेड़ की जान भी गई। औरंगाबाद में रफीगंज के कजपा गांव में वज्रपात से एक बच्चे की जान चली गई।

नवादा के पकरीबरावां के लक्ष्मीपुर बरेवा गांव में 30 वर्षीय राजेश कुमार की मौत हो गई। वहीं, हसनगंज बधार में मवेशी चरा रहे छोटू कुमार एवं रामविलास यादव झुलस गए। रोह के महकार गांव में वज्रपात से सुदामा यादव की पत्नी लीला देवी की मौत हो गई।

मौसम अलर्ट : पटना समेत सभी जिलों में गरज के साथ वर्षा के आसार, इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

डेस्क : देर से सही, लेकिन बिहार में मानसून के प्रवेश के बाद इसकी सक्रियता बनी हुई है। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के सभी जिलों में बारिश लगातार हो रही है। जिसकी वजह से जहां प्रचंड गर्मी का मार झेल रहे बिहारवासियों को बड़ी राहत मिली है। बीते रविवार को पटना सहित प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों में बारिश हुई। वहीं आज सोमवार को सभी जिलों में मेघ गर्जन के साथ वर्षा की संभावना है।

सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में गरज-तड़क के साथ भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। पिछले 24 घंटों में बिहार में 23.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। राज्य के 17 जिलों में शनिवार की सुबह से रविवार की सुबह तक झमाझम बारिश हुई। बादलों की सक्रियता से राज्य भर में अब मानसून की बारिश में मात्र पांच प्रतिशत कमी रह गई है। 

मौसम विभाग के अनुसार, चंपारण और आसपास के क्षेत्रों के अलावा नेपाल की तराई वाले इलाकों से सटे जिलों में सोमवार को भी भारी बारिश के आसार हैं। राज्य से शेष जिलों में छिटपुट गतिविधि बनी रहेगी। मंगलवार को दरभंगा, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी और किशनगंज में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। बांका के शंभुगंज में सर्वाधिक वर्षा 191.6 मिमी दर्ज की गई। वहीं रविवार को राजधानी में 0.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इस बीच बादलों से सूरज की लुकाछिपी दिन भर बनी रही। 

पटना सहित 17 जिलों के अधिकतम तापमान में आंशिक बढ़ोतरी हुई है। रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 32.0 डिग्री सेल्सियस रहा। 36.5 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। अगले दो दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। रविवार की सुबह पटना व आसपास इलाकों में छिटपुट वर्षा मौसम सामान्य बना रहा। धूप निकलने के कारण शाम में उमस भरी गर्मी का प्रभाव बना रहा।

पटना जिलाधिकारी की बिजली विभाग के विद्युत कार्यपालक अभियंता को सीधी चेतावनी, विभाग के एसडीओ और जेई ने किया यह काम तो सीधे होंगे बर्खास्त

डेस्क : पटना जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बिजली विभाग के विद्युत कार्यपालक अभियंता, राजेंद्रनगर को सीधे शब्दों मे चेतावनी देते हुए कहा है कि एसडीओ-जेई को समझा दीजिए नहीं तो बर्खास्त कर दिए जाएंगे। फ्यूज कॉल या किसी भी काम के लिए उपभोक्ता से पैसे मांगेंगे तो नौकरी से बर्खास्त कर दिए जाएंगे। डीएम ने यह चेतावनी बीते शनिवार को लोकशिकायत अदालत में सुनवाई के दौरान दी। 

दरअसल बीते शनिवार को शनिवार को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह लोकशिकायत अदालत में अमरुदी गली निवासी कृष्ण कुमार की शिकायत की सुनवाई कर रहे थे। कृष्ण कुमार ने शिकायत की थी कि एसडीओ-जेई ने बिजली पोल से नया कनेक्शन नहीं दिया और फ्यूज कॉल पर बिजली बहाल करने के लिए पैसे की मांग की गई। इस कार्य के लिए उन्हें बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है। 

जिसपर नाराज होते हुए पटना जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बिजली विभाग के विद्युत कार्यपालक अभियंता, राजेंद्रनगर को सीधे शब्दों मे चेतावनी देते हुए कहा है कि एसडीओ-जेई को समझा दीजिए नहीं तो बर्खास्त कर दिए जाएंगे। फ्यूज कॉल या किसी भी काम के लिए उपभोक्ता से पैसे मांगेंगे तो नौकरी से बर्खास्त कर दिए जाएंगे।

लोकशिकायत अदालत में डीएम ने कहा कि जिन बिजली के खम्भे से कनेक्शन नहीं है उन्हें जल्द दें। पोल पर झूल रहे केबल, मोबाइल टावर, ऑप्टिकल फाइबर आदि तारों को भी एक सप्ताह के भीतर हटाने का आदेश कार्यपालक अभियंता को दिया। कहा कि जब नया लग गया है तो पुराना हटा देना चाहिए। उन्होंने लोगों की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करने को कहा।

मजबूर करिएगा तो चलकर जांच कर देंगे 

लोक अदालत में डीएम ने राजेंद्रनगर विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को कहा कि उपभोक्ता हैं, दुश्मन नहीं। एसडीओ को स्वयं मामले की जांच करनी चाहिए। उपभोक्ता की शिकायत पर रिएक्शन में नहीं रहें बल्कि तकनीकी रूप से मदद करनी चाहिए। सकारात्मक दिमाग से जाकर जांच करें और एक सप्ताह में मामले का निष्पादन करें। डीएम ने कहा कि मजबूर करिएगा तो जाकर स्वयं जांच कर देंगे। लोक अदालत में राजेन्द्रनगर और कंकड़बाग की शिकायत आई थी।

बुरी तरह घायल को देखते ही सड़क पर बैठ गए चिराग पासवान, फिर तेजी से उठाया ये कदम

डेस्क: शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर केवटी- दयालीबीघा गांव के पास सड़क पर बेहोशी की अवस्था में एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को हाजीपुर से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मदद की और उसे अस्पताल पहुंचवाया।

जानकारी में बताया गया कि सरमेरा से बरबीघा होते हुए चिराग पासवान जमुई जा रहे थे। इसी बीच केवटी गांव निवासी युगल चौधरी के 45 वर्षीय पुत्र पारो चौधरी सड़क पार कर रहे थे।

घायल व्यक्ति को देखते ही चिराग ने अपना काफिला रोक दिया था

चिराग पासवान जब काफिला लेकर जमुई से पटना जा रहे थे तभी उन्हें सड़क पर बेहोशी की हालत में एक बुजुर्ग दिखा। जिसके पैर को कुचलकर कोई गाड़ी निकल गया था। फिर चिराग ने एंबुलेंस को कॉल करने के लिए कहा लेकिन फिर देरी देख उसे ऑटो में सवार कर अस्पताल भेजा गया। चिराग इस दौरान घायल व्यक्ति को सहारा देते नजर आए।

बिहार में बारिश बनी जानलेवा, बिजली गिरने से 24 घंटों में 9 लोगों की मौत, मुआवजे का ऐलान

डेस्क: बिहार में मौसम ऐसा मेहरबान हुआ कि लोगों की जाम पर बन आया. बारिश के साथ बिजली गिरने से बिहार में पिछले 24 घंटे में 6 जिलों में 9 लोगों की मौत हो गई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख व्यक्त किया और मरने वाले लोगों के परिवारवालों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.

आज इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बिहार के कई इलाकों में अच्छी बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, बिहार में आज भी आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहेंगे और एक या दो बार बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी. आईएमडी ने आज दोपहर तक सारण, पटना, भोजपुर, रोहतास, जहानाबाद, गया और नवादा जिले के कुछ भागों में हल्के से मध्यम दर्जे के बादल गरजने के साथ बिजली गिरने और भारी बारिश होने की संभावना जताई है. इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है.

वहीं मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी, स्काईमेट के मुताबिक, बिहार के उत्तरी आधे हिस्से में अन्य क्षेत्र की तुलना में गंभीर गतिविधि होगी. जिसमें चंपारण, सीतामढी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, फॉर्ब्सगंज, किशनगंज, पूर्णिया और दरभंगा में भारी बारिश और बाढ़ की संभावना है. बिहार के अन्य हिस्सों में भी मध्यम और तेज़ बारिश देखी जाएगी. फिर इसमें थोड़ी कमी आएगी क्योंकि 07 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती परिसंचरण उभरेगा, जिससे 07 और 08 जुलाई के बीच बारिश थोड़ी कम हो सकती है. लेकिन, 09 जुलाई से एक बार फिर भारी बारिश की सिलसिला शुरू होगा.

बाढ़ के लिए अलर्ट हुई सरकार

भारी बारिश को देखते हुए अब सरकार भी अलर्ट मोड में है. बिहार में बार-बार आने वाली बाढ़ के दीर्घकालिक समाधान के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय समिति ने शुक्रवार को बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और राज्य में बाढ़ शमन उपायों पर चर्चा की. जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडी) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, "पांच सदस्यीय समिति ने मंत्री और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और राज्य में केंद्र द्वारा उठाए जा रहे कई बाढ़ शमन उपायों पर चर्चा की."

समिति के सदस्यों ने मंत्री को बाढ़ प्रबंधन और नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार द्वारा तैयार की गई विभिन्न चल रही और प्रस्तावित परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी दी. नदियों से गाद हटाकर बाढ़ को कम करने से संबंधित मुद्दों और बांधों के निर्माण की संभावना पर भी विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में बिहार के दो अन्य मंत्री - अशोक चौधरी और बिजेंद्र प्रसाद यादव भी शामिल हुए.

गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि, ट्रेनों के परिचालन पर पड़ सकता है असर

डेस्क: भागलपुर जमालपुर सेशक्शन में बरियारपुर रतनपुर के बीच बाढ़ का पानी पुल संख्या 195 को छूने के कारण साहिबगंज भागलपुर किऊल रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया था। भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी, साहिबगंज- दानापुर इंटरसिटी व पैसेंजर सहित दस ट्रेनें एक सप्ताह तक रद रही थी।

वनांचल एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक गुवाहाटी एक्सप्रेस, विक्रमशिला एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, ब्रह्मापुत्र मेल सहित लंबी दूरी तय करने वाली एक दर्जन से अधिक ट्रेनें रूट बदलकर चलाई जा रही थी।

जलस्तर बढ़ते देख तैयारी में जुटा रेलवे

इधर, पिछले चार दिन से लगातर हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ते देख रेलवे अभी से तैयारी में जुट गया है। बाढ़ की आशंका पर रेलवे अभी से ही सतर्कता बरतने लगा है। बाढ़ से ट्रेनों के परिचालन पर असर नहीं पड़े इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। पेट्रोलिंग की जा रही है। गंगा के जलस्तर के बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है।

रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, पुलों की जांच कराई जा रही है। रेलवे ट्रैक या पुल में मामूली खराबी को तुरंत ठीक करा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आइजीडब्ल्यू सहित अन्य अधिकारियों को स्थिति पर नजर बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।

रात में भी पेट्रोलिंग करने को कहा गया है। बाढ़ की आशंका पर स्टोन का स्टोर किया जा रहा है। ताकि जरूरत पड़ने पर त्वरित कार्रवाई कर स्टोन का उपयोग किया जा सके। ट्रेनों का परिचालन बाधित नहीं हो।

पीएचईडी विभाग ने 836 करोड़ रुपये का टेंडर रद्द करने के बाद अब 3600 करोड़ के टेंडर को किया रद्द

डेस्क : बिहार की पीएचईडी विभाग ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। पिछले महीने 836 करोड़ रुपये का टेंडर रद्द करने के बाद अब 3600 करोड़ के टेंडर को रद्द कर दिया है। एक महीने के भीतर अब दोबारा टेंडर निकाला जाएगा। इस बात की जानकारी लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) के मंत्री नीरज सिंह बबलू ने मीडिया को दी है। 

उन्होंने बताया कि पीएचईडी विभाग के कुल 4400 करोड़ रुपए के ठेकों को संशोधित किया जा रहा है। बिहार में जब महागठबंधन की सरकार थी तब कुछ टेंडर में गड़बड़ी मिली थी। उसी को संशोधित किया जा रहा है। पिछले टेंडर को रद्द कर नये सिरे से अब टेंडर निकाला जाएगा। मंत्री नीरज बबलू ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह सपना है कि हर-घर में नल का जल पहुंचे। 

उन्होंने कहा कि पानी की समस्या को देखते हुए विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि कहीं भी पानी को लेकर लोगों को दिक्कत ना झेलनी पड़े इसका ख्याल रखे। 4000 चापाकल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक 1500 चापाकल लगाये जा चुके हैं। अगले कुछ दिनों में सभी चापाकल लगाए जाएंगे। 

वही खराब पड़े 8000 चापाकल को ठीक किया जा चुका है। किसी भी गांव में पानी का दिक्कत नहीं होने दिया जाएगा। 500 टैंकर भी लगाए गए हैं यदि जरूरत पड़ी तो और भी टैंकर लगाए जाएंगे। सरकार का संकल्प है कि हर घर लोगों को शुद्ध नल का जल पहुंचे। इसे लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। पानी टंकी के ऊपर सोलर प्लेट लगाने का काम किया जा रहा है। हर जगह पर ऑटोमेटिक सिस्टम लगाया जा रहा है। जिसके जरिए स्वत टाइम के अनुसार पानी भरेगा और बंद होगा।

बीजेपी ने 23 राज्यों में बनाये नये प्रभारी और सह प्रभारी, बिहार के इन तीने नेताओं को मिली अहम जिम्मेवारी

डेस्क : बीजेपी ने देश के 23 राज्यों में नये प्रभारी और सह प्रभारी की नियुक्ति की है। पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर नये प्रभारियों की सूची जारी की गयी। 

बिहार में विनोद तावड़े प्रदेश प्रभारी बने रहेंगे। इसके साथ ही झारखंड के दीपक प्रकाश को बिहार बीजेपी का सह प्रभारी बनाया गया है। वहीं प्रदेश प्रभारियों की सूची में बिहार के तीन नेताओं को अहम जिम्मेवारी दी गयी है।

बिहार के इन तीन नेताओं को मिली अहम जिम्मेवारी

बीजेपी ने बिहार भाजपा के तीन नेताओं को राज्यों का प्रभारी बनाया है। इनमें मंत्री नितिन नवीन और दिलीप जायसवाल के साथ साथ एमएलसी देवेश कुमार का नाम शामिल है। 

बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन को एकबार फिर से छत्तीसगढ़ बीजेपी का प्रभारी बनाया गया है। नितिन नवीन पहले छत्तीसगढ बीजेपी के सह प्रभारी हुआ करते थे।

वहीं बिहार के एक और मंत्री दिलीप जायसवाल को सिक्किम का प्रभारी बनाया गया है। दिलीप जायसवाल बिहार के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री हैं। जबकि बिहार में बीजेपी के एमएलसी देवेश कुमार को पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम का प्रभारी बनाया गया है।

राजद के शासनकाल में बिहार के सड़कों का हो गया था बंटाधार, एनडीए सरकार ने बिहार में सड़कों का जाल बिछाने का किया है काम एनडीए : अरविन्द सिंह

डेस्क : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि राजद को एनडीए सरकार पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। 2005 के पहले लालू यादव के शासन काल में बिहार में चारों तरफ सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे हुआ करते थे एक जिला से दूसरे जिला जाने में लोगों को सड़कों के अभाव में अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था सात,आठ घंटे में घर पहुंचते थे और काफी समय लग जाता था। राजद के द्वारा बिहार को रसातल के गर्त में पहुंचा दिया गया था।

हालत यह थी कि पता ही नहीं चलता था की गड्ढे में सड़क है, या फिर सड़क में गड्ढे। लेकिन 2005 के बाद एनडीए सरकार ने बिहार में मा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्व सुशील कुमार मोदी के नेतृत्व में चारों तरफ सड़कों का जाल बिछाने का काम किया हैं।

आज बिहार में सड़कों के कनेक्टिविटी के कारण कुछ ही घंटे में लोग एक जिला से दूसरे जिला आ जा रहे हैं। लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बिहार में आधारभूत संरचनाओं का निर्माण करा कर बिहार को नई ऊर्जा प्रदान करने का काम किया गया है और वह निरंतर जारी है।

श्री अरविन्द ने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार अपने विकास के पथ पर अग्रसर चलते हुए बरसात के बाद चार आम सड़क पुल परियोजनाओं पर काम करेगी जिसमें पटना से आरा होते हुए सासाराम तक 120 किलोमीटर तक 3600 करोड़ की लागत से फोरलेन सड़क बनेगी और छपरा में 303 करोड़ की लागत से 16 किलोमीटर का बाईपास का अतिरिक्त तीन लेने चौड़ीकरण होगा और साथ ही सीतामढ़ी में बागमती नदी पर 268 करोड़ की लागत से 5 किलोमीटर लंबा पुल का निर्माण होगा और बेगूसराय में गंगा नदी पर 36 किलोमीटर लंबा पुल सड़क का निर्माण 3550 करोड़ लागत से होगा।

उन्होंने कहा हैं कि वहीं बिहार की जनता से अपार स्नेह के कारण प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी बिहार की उन्नति के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इसलिए उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा अररिया के बहादुरगंज में 1143।46 करोड़ के लागत से 49।95 किलोमीटर लंबी 4 लेन सड़क का निर्माण होगा, बख्तियारपुर के रजौली में 2156।22 करोड़ के लागत से 50।89 किलोमीटर लंबी फोर लेन सड़क का निर्माण होगा और आरा के मोहनिया में 984।63 करोड़ के लागत से 60।8 किलोमीटर सड़क का निर्माण होगा। 

जहां लालू यादव के शासनकाल में राजद के द्वारा बिहार का बंटाधार कर के बिहार को गड्ढों के जाल में झोंक दिया गया था वहीं एनडीए सरकार ने अपने दृढ़ इच्छाशक्ति से पूरे बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कराकर बिहार में कायापलट करने का काम किया हैं और लगातार कर रही है। 

दूसरी ओर एनडीए सरकार बिहार को देश के अग्रणी राज्यों में सम्मिलित करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

30 वर्ष पुराने सभी पुल-पुलियों की होगी जांच, 15 दिनों के अंदर पूरा होगा सर्वे का काम : चैतन्य प्रसाद

डेस्क : बिहार में लगातार गिर रहे पुल-पुलिया को लेकर अब सरकार गंभीर हो गई है। इसे लेकर अब सरकार ने बड़ा फैसला किया है। सूबे के 30 वर्ष पुराने सभी पुल-पुलियों का सर्वे करेगा। सुरक्षा मानकों पर उन्हें परखा जाएगा। यह जानकारी देते हुए विभाग के अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद ने कहा कि 15 दिनों के अंदर यह सर्वे पूरा कर लिया जाएगा। 

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि पिछले दो दिनों में सीवान व सारण जिले में छाड़ी-गंडकी नदी पर अवस्थित छह पुल-पुलियों के ध्वस्त होने को सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक कर कई दिशा-निर्देश दिये। इसके तहत पुलों के रखरखाव को लेकर अहम निर्णय लिये गये हैं। इन घटनाओं के लिए प्रथम दृष्टया संवेदक और संबंधित अभियंता जवाबदेह दिखते हैं। 

कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि नहरों की उड़ाही के दौरान संबंधित अभियंताओं द्वारा पुल-पुलियों को सुरक्षित रखने को कदम नहीं उठाये गए। तकनीकी रूप से संतुष्ट होने के बाद ही संरचनाओं के निकट खुदाई होनी चाहिए थी, जो नहीं किया गया। पुल-पुलियों के धवस्त होने की जांच विभाग के उड़नदस्ता को सौंपी गयी है। दोषी संवेदकों व अभियंताओं को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।

विकास आयुक्त ने बताया कि छाड़ी नदी पर नये पुलों के निर्माण की स्वीकृति एक सप्ताह में दी जाएगी। इनके निर्माण पर होने वाले व्यय की वसूली संबंधित संवेदक से होगी। जिन विभागों की सड़कों पर पुल-पुलिया बने हैं, रखरखाव भी उन्हीं विभागों को करना होगा। जिन पुलों की नींव कमजोर है, उन्हें ध्वस्त करके नया पुल बनेगा। डिजाइन और एनओसी को ध्यान में रखते हुए पुल-पुलियों का निर्माण किया जाएगा। सभी विभाग पुल-पुलियों के रखरखाव की नीति लाएंगे।