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धरना प्रदर्शन कर पीड़ित लेखपाल दंपति को न्याय दिलाने की मांग करते हुए कार्रवाई की मांग

प्रयागराज।यूपी लेखपाल संघ ने सदर तहसील प्रयागराज में सभी आठों तहसीलों से जुड़े लेखपाल धरना प्रदर्शन कर पीड़ित लेखपाल दंपति को न्याय दिलाने की मांग करते हुए कार्रवाई की मांग की है। मामला गाड़ी पार्किंग का है गाड़ी पार्क करने को लेकर पहले कहासुनी हुई।


मामला एक लाज के मालिक से जुड़ा है लाज मालिक अपने दोस्तों के साथ बैठकर शराब पी रहा था जिसके बाद लाज के मालिक ने अपने दोस्तों के साथ पहले कहासुनी की और बाद में  पेशे लेखपाल पति और पत्नी जो दोनों पति-पत्नी प्रयागराज में लेखपाल के पद पर तैनात है जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नही होती तब तक काम नहीं करेंगे लेखपाल। लेखपालों ने सदर तहसील में लगाया काम न करने का पोस्टर।

अगर मांगे नहीं मानी जाती है तो ऐसे में लेखपालों के हड़ताल पर जाने से तहसीलों में आने वाले लोगों को पिछले दो दिनों से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को तहसील दिवस पर लोग अपनी समस्याएं लेकर तहसील में पहुंचते हैं जहां उच्च अधिकारियों के साथ लेखपालों की मदद से लोगो की समस्याओं को दूर करने का काम किया जाता है।
अब ऐसे में शनिवार तहसील दिवस पर प्रयागराज की आठों तहसीलों में लेखपालों के हड़ताल पर रहने से राजस्व के नुकसान के साथ आम जन को भी दिक्कतें उठानी पड़े।
धरना प्रदर्शन कर पीड़ित लेखपाल दंपति को न्याय दिलाने की मांग करते हुए कार्रवाई की मांग

प्रयागराज।यूपी लेखपाल संघ ने सदर तहसील प्रयागराज में सभी आठों तहसीलों से जुड़े लेखपाल धरना प्रदर्शन कर पीड़ित लेखपाल दंपति को न्याय दिलाने की मांग करते हुए कार्रवाई की मांग की है। मामला गाड़ी पार्किंग का है गाड़ी पार्क करने को लेकर पहले कहासुनी हुई।


मामला एक लाज के मालिक से जुड़ा है लाज मालिक अपने दोस्तों के साथ बैठकर शराब पी रहा था जिसके बाद लाज के मालिक ने अपने दोस्तों के साथ पहले कहासुनी की और बाद में  पेशे लेखपाल पति और पत्नी जो दोनों पति-पत्नी प्रयागराज में लेखपाल के पद पर तैनात है जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नही होती तब तक काम नहीं करेंगे लेखपाल। लेखपालों ने सदर तहसील में लगाया काम न करने का पोस्टर।

अगर मांगे नहीं मानी जाती है तो ऐसे में लेखपालों के हड़ताल पर जाने से तहसीलों में आने वाले लोगों को पिछले दो दिनों से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को तहसील दिवस पर लोग अपनी समस्याएं लेकर तहसील में पहुंचते हैं जहां उच्च अधिकारियों के साथ लेखपालों की मदद से लोगो की समस्याओं को दूर करने का काम किया जाता है।
अब ऐसे में शनिवार तहसील दिवस पर प्रयागराज की आठों तहसीलों में लेखपालों के हड़ताल पर रहने से राजस्व के नुकसान के साथ आम जन को भी दिक्कतें उठानी पड़े।
नेशनल डॉक्टर्स डे पर विशेष:अस्पताल से लेकर समुदाय तक जन स्वास्थ्य की अलख जगा रहे डॉ हरिओम

गोरखपुर।समय के साथ चिकित्सकों की भूमिका में बदलाव हुआ है। अब वह सिर्फ ओपीडी में बैठे चिकित्सक नहीं रहे । उनकी भूमिका अब समुदाय को बीमारी से बचाने और बीमारी का सामना करने में सक्षम बनाने तक विस्तृत हुई है। सरकारी क्षेत्र के एक ऐसे ही चिकित्सक है डॉ हरिओम पांडेय, जो अस्पताल से लेकर समुदाय तक जन स्वास्थ्य की अलख जगाने में जुटे हैं ।

सरदारनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की भूमिका में उन्होंने अपनी टीम की मदद से चार बार अस्पताल को कायाकल्प पुरस्कार दिलवाया। टीबी मरीजों के एडॉप्शन में बढ़ चढ़ कर भाग लिया। वह नियमित टीकाकरण, जेई-एएईस और गैर संचारी रोगों से जुड़े प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिये भी अहम योगदान दे रहे हैं।

राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में पब्लिक प्राइवेट मिक्स (पीपीएम) समन्वयक अभय नारायण मिश्र बताते हैं कि टीबी मरीजों का एडॉप्शन जब पहले चरण में शुरू हुआ, उस समय डॉ पांडेय ने खुद तो मरीजों को गोद लिया ही, कई संस्थाओं को इसके लिए प्रेरित भी किया। डॉ पांडेय ने दस टीबी मरीजों को गोद लेकर स्वस्थ होने में उनकी मदद की। उन्होंने लायंस क्लब के सदस्यों को प्रेरित किया कि वह भी टीबी मरीजों को गोद लें। इस तरह करीब सत्तर और टीबी मरीजों को गोद लिया गया और सभी स्वस्थ हो चुके हैं। इस तरह डॉ हरिओम जिले में सर्वाधिक टीबी मरीजों को गोद लेकर उनका सहयोग करने वाले चिकित्सक बन गये। मूलतः सिद्धार्थनगर जिले के लोटन ब्लॉक के रसियावल खुर्द गांव के रहने वाले डॉ पांडेय के परिवार में कोई अन्य सदस्य चिकित्सक नहीं है।

वह बताते हैं कि बचपन में जब वह अस्पताल जाते थे या किसी डॉक्टर के पास जाते थे तो उसके प्रति लोगों का सम्मान देख कर चिकित्सक बनना उनके जीवन का लक्ष्य बन गया। बड़े हुए तो वर्ष 2011 में पुणे स्थित भारतीय विद्यापीठ से उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई की। छात्र जीवन में उन्होंने महसूस किया कि जन स्वास्थ्य की दिशा में अभी काफी काम किया जाना बाकी है।

लोगों को बीमारियों से बचाना है तो सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा ही एक अच्छा माध्यम है। इसी ध्येय से वर्ष 2012 में रेलवे अस्पताल गोरखपुर से शुरूआत की। इसके बाद जंगल कौड़िया में डोहरिया न्यू पीएचसी पर वर्ष 2014 में ज्वाइन किया । वह बताते हैं कि इस दौरान कई कार्यक्रमों का मास्टर ट्रेनर बनने का मौका मिला। इस अवसर का लाभ उन्होंने अधिकाधिक जानकारी प्राप्त करने और ज्यादा से ज्यादा चिकित्सा अधिकारियों और स्टॉफ का क्षमता संवर्धन करने में किया ।

मंडल स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला के जरिये सैकड़ों चिकित्सा अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों को उन तकनीकी पक्षों की जानकारी दी जिनके जरिये बीमारियों पर नियंत्रण, उनसे बचाव या उनका उन्मूलन किया जा सकता है। डॉ पांडेय राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के भी प्रशिक्षक हैं । सरदारनगर में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी का पद ग्रहण करने के बाद उनके प्रयासों से जिले में आरबीएसके योजना के तहत पहली हार्ट सर्जरी कराई जा सकी । *ऐसे शुरू हुआ कायाकल्प का सफर* डॉ हरिओम पांडेय को जुलाई 2019 में सरदारनगर पीएचसी का प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बनाया गया। उस समय तक इस पीएचसी को एक भी कायाकल्प पुरस्कार नहीं मिला था। वह बताते हैं कि चूंकि उन्हें प्रशिक्षण की महत्ता पता थी, इसलिए सबसे पहले पूरी टीम को क्वालिटी का प्रशिक्षण दिलवाया।

धीरे धीरे मानकों को पूरा किया । पहले प्रयास में इस योजना के तहत केवल 79.2 फीसदी अंकों के साथ पुरस्कार मिला। टीम का मनोबल बढ़ा और दक्षता बढ़ाई गई तो वर्ष 2020-21 में 80.9 फीसदी, वर्ष 2021-22 में 88.6 फीसदी और वर्ष 2022-23 में 92.55 फीसदी के साथ कायाकल्प पुरस्कार हासिल हुआ। अब उनका प्रयास होगा कि ब्लॉक के अधिकाधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का एनक्वास सर्टिफिकेशन कराया जाए। *सभी चिकित्सकों को बधाई* राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर सभी चिकित्सकों को ढेर सारी बधाई। राष्ट्रीय कार्यक्रमों में अहम भूमिका निभाने वाले चिकित्सक एक नजीर हैं। बाकी लोगों को भी उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि अपने मूल दायित्वों को निभाते हुए जन स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने का प्रयास करें। इस साल इस दिवस की थीम 'हीलिंग हैंड्स, केयरिंग हार्ट्स' है, जो चिकित्सकों के समर्पण, करुणा और उनके जीवनकाल में लाखों लोगों के जीवन बचाने की उनकी भूमिका को रेखांकित करती है।
आज से यूपी में लागू हो गया तीन नया कानून, लांच एप मोबाइल में अपलोड करके प्राप्त करें पूरी जानकारी

लखनऊ । कई दिन से प्रचार-प्रसार व पुलिस अधिकारियों व पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण देने के बाद एक जुलाई से यानी आज से केंद्र सरकार के तीन नये कानून को लागू कर दिया गया। चूंकी पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार के निर्देशन में इसकी तैयारी पहले ही पूरी कर ली गई है। इसी के क्रम में आज प्रदेश के सभी थानों में एक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही एक एप लांच किया है। जिसमें अपने मोबाइल में अपलोड करके नये कानून के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है।

थानों में कार्यक्रम के माध्यम से किया जा रहा जागरूक

जानकारी के लिए बता दें कि नये कानून के बारे में सभी जाने इसके लिए सोमवार से प्रदेश के सभी थानों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। थानों पर संभ्रांत लोगों व मीडिया को बुलाकर तीन नये कानून से रूबरू कराया जा रहा है।  वहीं सभी पुलिसकर्मियों को डीजीपी मुख्यालय की ओर से एक बुकलेट दी गयी है, जिससे वह भविष्य में नए कानूनों के प्रावधानों के मुताबिक विधिक कार्रवाई कर सकेंगे।

तकनीकी सेवा शाखा ने सीसीटीएनएस को अपग्रेड किया

बता दें कि नए कानूनों को लागू करने से पूर्व डीजीपी मुख्यालय की तकनीकी सेवा शाखा ने सीसीटीएनएस को अपग्रेड किया है। इसके अलावा प्रॉसिक्यूसन एंड ई-प्रीजन साफ्टवेयर को भी अपग्रेड किया गया है। मुख्यालय स्तर पर नये कानूनों के सफल क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारी नामित करते हुए समन्वय समिति का गठन किया गया है, जिनके द्वारा नये कानूनों को लेकर होने वाली व्यवहारिक कठिनाइयों का निवारण किया जाएगा।  साथ ही थाना, सर्किल, कमिश्नरेट एवं जिला मुख्यालय, परिक्षेत्र एवं जोन स्तर पर समन्वय समिति का गठन किया गया है।

प्ले स्टोर पर जाकर अपलोड करें एप

एनसीआरबी ने नए कानूनों के संबंध में मोबाइल एप ''एनसीआरबी संकलन ऑफ न्यू क्रिमिनल लॉ'' लांच किया है, जो गूगल प्ले स्टोर और एप्पल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। यह एप सभी के लिए उपयोगी है। यह नए कानूनों के सभी अध्यायों और धाराओं को जोड़ने वाला एक सूचकांक प्रदान करता है। इसे ऑफलाइन मोड में भी चलाया जा सकता है।इसलिए नये कानून के बारे में जानने के लिए यह सबसे आसान तरीका है।
किरायेदार ने अपने मकान मालिक को चाकुओं से गोद डाला, पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक किरायेदार ने अपने मकान मालिक को चाकुओं से गोद डाला है। किरायेदार का नाम मोहम्मद सऊद है जो कि मूल रूप से बिहार का निवासी है। घायल मकान मालिक सचिन अवाना को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जहाँ उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। आरोपित ने सचिन के चाचा को भी जान से मार डालने की धमकी दी है। पुलिस ने आरोपित सऊद को गिरफ्तार कर लिया है।

यह घटना नोएडा के थानाक्षेत्र फेज-1 की है। यहाँ गुरुवार को केशराम गुर्जर ने शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में केशराम ने बताया कि 27 जून की सुबह लगभग 8:40 पर उनका भतीजा सचिन अवाना अपने किरायेदारों को देखने मकान पर गया था। सचिन ने देखा कि उनका मोहम्मद सऊद नाम का एक किरायेदार बाकी किरायेदारों को गंदी-गंदी गालियाँ दे रहा था। सऊद मूलतः बिहार के खगड़िया जिले के थाना क्षेत्र परसाह में पड़ने वाले गाँव बंदेरा का निवासी है।

शिकायत में आगे बताया गया है कि सचिन अवाना ने बेवजह गालियाँ दे रहे सऊद को टोक दिया। इस पर सऊद भड़क गया। उसने अपने पास छिपा चाकू निकाला और अपने ही मकान मालिक पर ताबड़तोड़ वार करने लगा। ये वार सचिन के पीठ, पेट और हाथों पर किए गए हैं। सचिन अवाना की चीखें सुन कर उनके चाचा केशराम सहित कई अन्य लोग घटनास्थल पर पहुँचे। खुद को घिरता देख कर सऊद हाथों में चाकू लहराता हुआ मौके से भाग निकला। हड़बड़ा कर भागते हुए सऊद सीढ़ी के पास गिर पड़ा लेकिन अगले ही पल वो फिर से उठ खड़ा हुआ।

जाते-जाते सऊद ने सचिन और उसके चाचा केशराम गुर्जर को भविष्य में मार डालने की भी धमकी दी। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस फ़ौरन मौके पर पहुँची। पुलिस की मदद से सचिन अवाना को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालत खराब देखते हुए पीड़ित को कैलाश अस्पताल में शिफ्ट किया गया है जहाँ उनकी हालात गंभीर बनी हुई है। सचिन के चाचा केशराम गुर्जर ने आरोपित सऊद पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने फ़ौरन FIR दर्ज कर के मोहम्मद सऊद की तलाश शुरू कर दी। शातिर सऊद ने लोकेशन न मिले इसके चलते अपना फोन भी बंद कर रखा था।

आखिरकार पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिश दे कर सऊद को दबोच लिया। वह नोएडा के फेज 1 इलाके में ही छिप कर रह रहा था और अपने कमरे पर मौजूद कुछ चीजें निकालने की फिराक में था। सूचना सही पाई गई और सऊद को दबोच कर जेल भेज दिया गया। आरोपित पर IPC की धारा 307, 324, 504 और 506 के तहत कार्रवाई की गई है। हमले में प्रयोग हुआ चाकू भी बरामद कर लिया गया है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। सऊद नोएडा में ही रह कर सिलाई का काम करता था। फ़िलहाल पुलिस जाँच व अन्य कानूनी कार्रवाई कर रही है।
किरायेदार ने अपने मकान मालिक को चाकुओं से गोद डाला, पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक किरायेदार ने अपने मकान मालिक को चाकुओं से गोद डाला है। किरायेदार का नाम मोहम्मद सऊद है जो कि मूल रूप से बिहार का निवासी है। घायल मकान मालिक सचिन अवाना को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जहाँ उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। आरोपित ने सचिन के चाचा को भी जान से मार डालने की धमकी दी है। पुलिस ने आरोपित सऊद को गिरफ्तार कर लिया है।

यह घटना नोएडा के थानाक्षेत्र फेज-1 की है। यहाँ गुरुवार को केशराम गुर्जर ने शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में केशराम ने बताया कि 27 जून की सुबह लगभग 8:40 पर उनका भतीजा सचिन अवाना अपने किरायेदारों को देखने मकान पर गया था। सचिन ने देखा कि उनका मोहम्मद सऊद नाम का एक किरायेदार बाकी किरायेदारों को गंदी-गंदी गालियाँ दे रहा था। सऊद मूलतः बिहार के खगड़िया जिले के थाना क्षेत्र परसाह में पड़ने वाले गाँव बंदेरा का निवासी है।

शिकायत में आगे बताया गया है कि सचिन अवाना ने बेवजह गालियाँ दे रहे सऊद को टोक दिया। इस पर सऊद भड़क गया। उसने अपने पास छिपा चाकू निकाला और अपने ही मकान मालिक पर ताबड़तोड़ वार करने लगा। ये वार सचिन के पीठ, पेट और हाथों पर किए गए हैं। सचिन अवाना की चीखें सुन कर उनके चाचा केशराम सहित कई अन्य लोग घटनास्थल पर पहुँचे। खुद को घिरता देख कर सऊद हाथों में चाकू लहराता हुआ मौके से भाग निकला। हड़बड़ा कर भागते हुए सऊद सीढ़ी के पास गिर पड़ा लेकिन अगले ही पल वो फिर से उठ खड़ा हुआ।

जाते-जाते सऊद ने सचिन और उसके चाचा केशराम गुर्जर को भविष्य में मार डालने की भी धमकी दी। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस फ़ौरन मौके पर पहुँची। पुलिस की मदद से सचिन अवाना को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालत खराब देखते हुए पीड़ित को कैलाश अस्पताल में शिफ्ट किया गया है जहाँ उनकी हालात गंभीर बनी हुई है। सचिन के चाचा केशराम गुर्जर ने आरोपित सऊद पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने फ़ौरन FIR दर्ज कर के मोहम्मद सऊद की तलाश शुरू कर दी। शातिर सऊद ने लोकेशन न मिले इसके चलते अपना फोन भी बंद कर रखा था।

आखिरकार पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिश दे कर सऊद को दबोच लिया। वह नोएडा के फेज 1 इलाके में ही छिप कर रह रहा था और अपने कमरे पर मौजूद कुछ चीजें निकालने की फिराक में था। सूचना सही पाई गई और सऊद को दबोच कर जेल भेज दिया गया। आरोपित पर IPC की धारा 307, 324, 504 और 506 के तहत कार्रवाई की गई है। हमले में प्रयोग हुआ चाकू भी बरामद कर लिया गया है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। सऊद नोएडा में ही रह कर सिलाई का काम करता था। फ़िलहाल पुलिस जाँच व अन्य कानूनी कार्रवाई कर रही है।
शान्ति, सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था के दृष्टिगत जनपद के थानों द्वारा अपने-अपने थानाक्षेत्रों में की गई पैदल गश्त

अमेठी ।शांति, सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु आज पुलिस अधीक्षक अमेठी अनूप कुमार सिंह के निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक अमेठी हरेन्द्र कुमार के पर्यवेक्षण में, “मिशन शक्ति” नारी सुरक्षा/नारी सम्मान/नारी स्वावलंबन के दृष्टिगत महिलाओं व बालिकाओं में सशक्तिकरण व विश्वास का वातावरण तथा आमजनमानस में विश्वास व सुरक्षा का वातावरण बनाने के उद्देश्य से क्षेत्राधिकारी अमेठी लल्लन सिंह द्वारा कस्बा अमेठी में, क्षेत्राधिकारी गौरीगंज मयंक द्विवेदी द्वारा कस्बा गौरीगंज में, क्षेत्राधिकारी तिलोई अजय कुमार सिंह द्वारा थानाक्षेत्र इन्हौना में एवं जनपद के थानों द्वारा पुलिस बल के साथ अपने-अपने थानाक्षेत्र में भीड़भाड़ एवं संवेदनशील स्थानों पर पैदल गश्त किया गया तथा जनपद के समस्त थानों द्वारा अपने-अपने बॉर्डर क्षेत्रों पर विशेष चेकिंग अभियान चलाकर दोपहिया/चार पहिया वाहनों पर लाल-नीली बत्ती व हूटर/सायरन एवं मुख्य मार्गों, हाइवे, चौराहों पर संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु एवं वाहनों की चेकिंग की गयी ।
आईआईटी कानपुर में दीक्षांत समारोह के दौरान क्षितिज श्रीवास्तव को सैमसंग कंपनी के चेयरमैन बलविंदर सिंह ने प्रदान की उपाधि

अमेठी : जिले के टीकरमाफी गांव के निवासी डा. शरद श्रीवास्तव के सुपुत्र क्षितिज श्रीवास्तव ने आईआईटी कॉलेज कानपुर परिसर में आयोजित एक भव्य समारोह में आईआईटी की उपाधि सैमसंग कंपनी के चेयरमैन बलविंदर सिंह के हाथों पाकर क्षेत्र का मान बढ़ाया है।

इस दौरान कॉलेज के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष वैभव श्रीवास्तव के साथ क्षितिज के माता पिता भी मौजूद रहे। क्षितिज श्रीवास्तव का चयन साल 2020 में आईआईटी कानपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश हुआ था। अपनी लगन और मेहनत से सफलता की ओर बढ़ते हुए क्षितिज को चौथे साल में मल्टीनेशनल कंपनी सिस्को में एक बड़े पैकेज के साथ प्लेसमेंट हो गया।

आपको बता दें क्षितिज श्रीवास्तव टीकरमाफी निवासी अवकाश प्राप्त शिक्षक भगवंत किशोर श्रीवास्तव के पोते और डा शरद श्रीवास्तव और डा अंशु श्रीवास्तव के सुपुत्र हैं जो वर्तमान में यूपी कॉलेज वाराणसी में प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हैं।

क्षितिज का चयन साल 2019 में  ट्रिपल आईटी में हो गया था जिसमें प्रवेश लेकर एक साल तक पढ़ाई भी की थी लेकिन क्षितिज का मुख्य उद्देश्य आईआईटी में जाना था, उन्होंने मेहनत कर परीक्षा दी और उन्हें आईआईटी कानपुर में इलेक्ट्रिकल ट्रेड में प्रवेश मिल गया तब उन्होंने ट्रिपल आईटी को छोड़कर आईआईटी ज्वाइन कर लिया।

क्षितिज ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने बाबा, माता पिता, ताऊ ताई और चाचा चाची को देते हुए कहा कि बाबा जी का आशीर्वाद मिला था और आज सफल हो गया। क्षितिज की इस सफलता पर क्षेत्र के लोगों ने क्षितिज के बाबा भगवंत किशोर श्रीवास्तव से मिलकर उन्हें शुभकामना व बधाइयां दे रहे हैं।
तीन नये कानून आज से लागू, प्रदेश के सभी थानों में जागरूकता के लिए हो रहे विशेष कार्यक्रम

लखनऊ । केंद्र सरकार के तीन नए कानून सोमवार से प्रदेश में भी लागू हो जाएंगे। डीजीपी प्रशांत कुमार के निर्देशन में प्रदेश पुलिस ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। सभी पुलिसकर्मियों को डीजीपी मुख्यालय ने एक बुकलेट भी दी है ।

जिससे वे नए प्रावधानों के मुताबिक विधिक कार्रवाई कर सकें। डीजीपी मुख्यालय ने इन कानूनों के प्रभावी होने से पहले अपनी तकनीकी सेवाओं को भी अपग्रेड किया है। मुख्यालय स्तर पर नोडल अधिकारी नामित कर समन्वय समिति भी बनाई गई है। ये सभी नए कानूनों की व्यावहारिक कठिनाइयों का समाधान कराएंगे।

नए कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए थाना, सर्किल, कमिश्नरेट एवं जिला मुख्यालय, परिक्षेत्र एवं जोन स्तर पर भी समन्वय समितियां बनाई गई हैं। प्रदेश के सभी पुलिस थानों पर सोमवार को नए कानूनों के बारे में लाेगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम होंगे। इसमें क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों को आमंत्रित किया जाएगा। थाना प्रभारी आमंत्रित सदस्यों को विस्तार से नए कानूनों को बताएंगे। महिला पुलिस अधिकारी महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित अपराधों की जानकारी देंगी। अंत में राष्ट्रगान भी होगा।

थाना क्षेत्र के प्रमुख स्थानों पर बैनर एवं पोस्टर भी लगाए जाएंगे और पम्फलेट का वितरण होगा। ध्वनि विस्तारक यंत्रों से भी प्रचार-प्रसार होगा। सोशल मीडिया से भी नए कानूनों का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा। इन कार्यक्रमों की फोटो और वीडियो को ई-फाइल में संरक्षित किया जाएगा।
2033 तक अयोध्या को विश्व का सर्वोत्तम शहर बनाएगी योगी सरकार, 27 बिन्दुओं को ध्यान में रखकर कराया जा रहा विकास कार्य

लखनऊ। योगी सरकार वर्ष 2033 तक अयोध्या को विश्व का सर्वोत्तम शहर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। इसके लिए वहां संचालित विभिन्न परियोजनाओं में 85 हजार करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है। यह बात उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा कराई गई एक स्टडी में सामने आई है।

यह स्टडी भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआई), अहमदाबाद गुजरात ने की है।ईडीआई ने अपनी स्टडी में बताया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या का विकास इंफ्रास्ट्रक्चर, परिवहन और सौंदर्यीकरण से जुड़े हुए मुख्यतः 27 बिंदुओं को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। इनमें से बहुत सारे प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं। वहीं कुछ पर अभी काम संचालित है, जिनके जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है।

इन 27 बिंदुओं को ध्यान में रखकर किया जा रहा है विकास

रोड और पार्किंग, रेल लाइन का दोहरीकरण, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, एयरपोर्ट, गुप्तारघाट, मंदिर संग्रहालय, वैक्स संग्रहालय, सांध्य सरोवर, अयोध्या बाजार, 37 धार्मिक स्थलों का पुनर्विकास एवं सौंदर्यीकरण, 25 पौराणिक एवं 39 चौराहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, साउंड लाइट शो के साथ वाटर स्पोर्ट्स और सरयू में क्रूज का संचालन, सरयू के घाटों पर 500 प्रीफ़ैब शौचालय की स्थापना, परिक्रमा मार्गों का विकास, विभिन्न मंदिरों का सौंदर्यीकरण एवं पुनर्विकास, 140 भाषाओं में मौसम का पूर्वानुमान, सोलर बोट्स का संचालन, 28 भाषाओं में पथ प्रदर्शक बोर्ड, हेलीकॉप्टर की सुविधा, ई-कार्ट सुविधा, दिव्यंगों एवं वृद्धजनों के लिए व्हीलचेयर, रेल ओवरब्रिज, लक्ष्मण पथ का निर्माण, सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना, कैफेटेरिया एवं ओपन थियेटर की सुविधाएं, सफाई मित्रों की तैनाती और स्ट्रीट लाईट जैसे अन्य प्रोजेक्ट शामिल हैं।

वैश्विक मानकों को ध्यान में रखकर बनी हैं परियोजनाएं

ईडीआईआई स्टडी में इस बार की पुष्टि की गई है कि नव्य अयोध्या के विकास के लिए बनी परियोजनाएं विश्वस्तरीय हैं। इसके लिए अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट और इंटरनेशनल बस स्टेशन का विकास किया जा रहा है। इसमें पहले फेज का कार्य पूर्ण हो चुका है। वहीं अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन को देशभर के प्रमुख शहरों के साथ निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक मानकों को ध्यान में रखकर उसका पुनर्विकास किया गया है।

क्या कहते हैं ईडीआई के महानिदेशक

ईडीआई के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ला ने कहा कि "अयोध्या में दुनिया की सबसे लंबी सौर स्ट्रीट लाइट परियोजना संचालित है, जिसमें गुप्तारघाट से लक्ष्मण घाट तक 10 कि.मी. के क्षेत्र में 400 से अधिक स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रही हैं।उन्होंने बताया कि इस प्रकार की विकासात्मक पहल से अयोध्या एक विकसित धार्मिक स्थल के रूप में पहचान बनाने के साथ-साथ प्रगतिशील शहरों के मानचित्र पर भी स्थापित हो जायेगी। उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बताया कि अयोध्या में स्थान आधारित पर्यटन केंद्र बनाने पर दिया जा रहा ध्यान विभिन्न प्रकार के आगंतुकों, पर्यटकों, वास्तुकारों को आकर्षित करेगा, जो आने वाले वर्षों में शहर प्रबंधन और नगर नियोजन पर अध्ययन करेंगे।