अब सरकारी स्कूल के बच्चों को नहीं झेलनी पड़ेगी ये परेशानी, विभाग के एसीएस ने सभी डीईओ को दिए यह निर्देश
डेस्क : बिहार के सरकारी स्कूलों की दशा में सुधार होगा। बच्चों को जमीन पर बैठकर या फिर बरसात में टपकती छतों के नीचे बैठकर पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को राज्य में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कई निर्देश दिये हैं।
इसी क्रम में उन्होंने कहा है कि स्कूल में हर कक्षा के लिए अलग-अलग कमरे सुनिश्चित कराएं। कक्षा के अनुपात में कमरे न हों तो निकट के सामुदायिक भवन या सरकारी भवनों पर भी कक्ष संचालन की व्यवस्था करें। इसमें यह ध्यान रखा जाएगा कि संबंधित भवन स्कूल से 500 मीटर के दायरे में ही हो।
अपर मुख्य सचिव ने यह भी कहा है कि कमरों की साफ-सफाई बेहतर रहनी चाहिए। स्कूल के किसी भी कमरे का उपयोग शैक्षणिक कार्य को छोड़कर अन्य किसी के लिए नहीं होंगे। स्कूल भवन की छत बारिश में टपकती नहीं हो, फर्स टूटे न हो, यह भी सुनिश्चत करें। उन्होंने बेंच-डेस्क भी आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराने को कहा है। यह भी कहा है कि बेंच-डेस्क निर्धारित मानक के रूप में नहीं हैं तो आपूर्तिकर्ता को बदलने का आदेश दें। अगर वे नहीं बदलते हैं को उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
हर स्कूल में पीने के पानी की समुचित व्यवस्था है, यह भी सुनिश्चत करें। जिन स्कूलों में सबरसेबल पंप लगे हैं, वहां हर हाल में टंकी और नल लगाए जायें। चापाकल सही स्थित में है, इसकी भी निरंतर जांच कराते रहें। शौचालयों की सफाई और उसमें पानी की नल से आपूर्ति हो रही है, यह भी सुनिश्चित कराएं।
Jul 04 2024, 19:58