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योगिनी एकादशी वो दिव्य दिन... जब सारे पाप... भगवान विष्णु की कृपा से हो जाते हैं दूर... जानें क्या है पूजा-पाठ के लिए उत्तम मुहूर्त


नयी दिल्ली : इस बार योगिनी एकादशी का व्रत दो शुभ योग में पड़ रहा है. इस दिन त्रिपुष्कर योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. धार्मिक मान्यता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कोई भी कार्य सफल होता हैं।

सुबह 5:27 बजे के बाद से दिन में किसी भी समय कर सकते हैं भगवान विष्णु की पूजा 

योगिनी एकादशी के दिन दान करें अवश्य

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि बेहद खास मानी गई है. साल में कुल 24 एकादशी व्रत रखे जाते हैं. इस दिन भगवान विष्णु की आराधना की जाती है.

आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष तिथि के दिन योगिनी एकादशी मनाई जाती है. योगिनी एकादशी, वो दिव्य दिन है जब सारे पाप और अभिशाप हरि की कृपा से दूर हो जाते हैं. इस दिव्य और परमकल्याणकारी दिन की महिमा का बखान पुराणों और धर्म ग्रंथों में भी है. 

क्या है शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार 1 जुलाई 2024 दिन सोमवार को सुबह 10 बजकर 26 मिनट से आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत हो गई है. यह तिथि 2 जुलाई दिन मंगलवार को सुबह 8 बजकर 44 मिनट तक रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार योगिनी एकादशी व्रत 2 जुलाई को रखा जाएगा. जो लोग योगिनी एकादशी का व्रत रखेंगे, वे 2 जुलाई को सुबह में स्नान आदि के बाद व्रत और पूजा का संकल्प करके उपवास शुरू करें.

पौराणिक है इतिहास, जानिए क्या है इसके पीछे की कथा 

फिर सुबह 5:27 बजे के बाद से दिन में किसी भी समय भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं. सुबह 08:42 से विष्णु पूजा के लिए शुभ फलदायी समय रहेगा. योगिनी एकादशी व्रत रखने वाले 3 जुलाई को व्रत का पारण करेंगे. योगिनी एकादशी व्रत का पारण 3 जुलाई सुबह 5:28 बजे से लेकर सुबह 7:10 बजे के बीच है. उस दिन द्वादशी तिथि का समापन सुबह 7:10 पर होगा.

बन रहे इतने शुभ योग

इस बार योगिनी एकादशी का व्रत दो शुभ योग में पड़ रहा है. योगिनी एकादशी के दिन त्रिपुष्कर योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. त्रिपुष्कर योग का निर्माण सुबह 08:37 बजे से हो रहा है, जो 3 जुलाई को सुबह 04:40 बजे तक रहेगा.

सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण 2 जुलाई को सुबह 05:27 बजे से हो रहा है, जो 3 जुलाई को सुबह 04:40 बजे तक रहेगा. धार्मिक मान्यता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कोई भी कार्य सफल होता है. त्रिपुष्कर योग में पूजा-पाठ, दान, यज्ञ या कोई और शुभ कार्य करने से उसका तीन गुना फल मिलता है. इस योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.

योगिनी एकादशी पूजा विधि

1. योगिनी एकादशी के दिन प्रातः काल उठकर स्नान करना चाहिए. इसके बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करना शुभ होता है.

2. योगिनी एकादशी के दिन विष्णु जी की पूजा का विधान है. साथ ही पीपल के वृक्ष की पूजा भी करनी चाहिए.

3. इस दिन मंदिर की साफ-सफाई करें. इसके बाद भगवान विष्णु का जलाभिषेक करें.

4. भगवान विष्णु को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें. संभव हो तो व्रत रखें और व्रत लेने का संकल्प करें.

5. भगवान विष्णु की पूजा तुलसी के बिना पूरी नहीं होती है, इसलिए एकादशी के दिन भगवान विष्णु को भोग में तुलसी का प्रयोग अवश्य करें.

6. योगिनी एकादशी की व्रत कथा का पाठ करें. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें.

7. अंत में भगवान विष्णु की आरती करें. इस दिन जरूरतमंद लोगों को भोजन व दान दक्षिणा दें. 

8. योगिनी एकादशी के दिन पीपल का पौधा लगाएं.

योगिनी एकादशी व्रत के दिन न करें ये काम

1. एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए. 

2. इस दिन भूलकर भी मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए. हर तरह के नशे से दूर रहें

3. मान्यता है कि एकादशी के दिन साबुन और तेल का प्रयोग नहीं करना चाहिए. 

4. इस दिन नाखून भी नहीं काटने चाहिए. 

5. एकादशी व्रत के दिन क्रोध या लड़ाई-झगड़ा से बचें. 

योगिनी एकादशी को लेकर क्या है मान्यता

धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि प्राचीन काल में हेममाली नाम का एक माली था, जो काम भाव में लीन होकर ऐसी गलती कर बैठा कि उसे राजा कुबेर का श्राप मिला. इससे उसे कुष्ठ रोग हो गया. तब एक ऋषि ने उसे योगिनी एकादशी का व्रत करने को कहा. मुनि के आदेश का पालन करते हुए हेममाली ने योगिनी एकादशी का व्रत किया. 

इस व्रत के प्रभाव और भगवान विष्णु के आशीर्वाद से वो पूरी तरह से रोगमुक्त हो गया और उसे शाप से मुक्ति मिल गई. तभी से इस एकादशी का इतना महत्व है. मान्यता ये भी है कि योगिनी एकादशी के दिन गीता का पाठ भगवान विष्णु की मूर्ति के समाने बठकर करने से पित्रों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. 

पौराणिक कथा के अनुसार योगिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से व्यक्ति को मृत्यु के बाद स्वर्ग प्राप्त होता है. भगवान श्रीकृष्ण ने खुद युधिष्ठिर को योगिनी एकादशी के महत्व के बारे में बताया था. ऐसी मान्यता है कि जो इस व्रत को करता है, उसे पृथ्वी पर सभी तरह के सुख प्राप्त होते हैं.

अंतिम स्वतंत्र नवाब की हत्या के बाद भारत में शुरू हुआ अंग्रेजों का राज, जानें इतिहास


नयी दिल्ली : आज 2 जुलाई है. साल के सातवें महीने का ये दूसरा दिन इतिहास में अपनी एक खास जगह रखता है. दो जुलाई भारत के इतिहास का एक काला दिन है. बंगाल के अंतिम स्वतंत्र नवाब सिराजुद्दौला की हत्या के साथ ही उनके शासन की समाप्ति को भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन की नींव माना जाता है. प्लासी की लड़ाई में नवाब की सेना के सेनापति मीर जाफर ने धोखा किया औऱ 23 जून, 1757 को बंगाल की सेना रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व वाली ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना से हार गई.

हार के बाद 02 जुलाई 1757 को नवाब सिराजुद्दौला को पकड़ लिया गया. ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ हुए समझौते के मुताबिक, मोहम्मद अली बेग ने नमक हरामी देवड़ी में नवाब की हत्या कर दी. सिराजुद्दौला की हत्या को लेकर ही ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मीर जाफर के बीच समझौता हुआ था. नवाब की कब्र पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के खुशबाग में स्थित है.

इतिहास का दूसरा अंश : सुभाष चंद्र बोस से जुड़ा हुआ है. अंग्रेजों से लड़कर देश को आजाद कराने के समर्थक सुभाष चंद्र बोस को 2 जुलाई 1940 को ही गिरफ्तार किया गया था. उन पर अंग्रेज शासन ने विद्रोह भड़काने का आरोप लगाया था. नेताजी को उनके जीवनकाल में करीब 11 बार गिरफ्तार कर जेल में रखा गया.

बताया जाता है कि 29 नवंबर, 1940 को सुभाष चंद्र बोस ने जेल में अपनी गिरफ्तारी के विरोध में भूख हड़ताल शुरू कर दी थी. एक सप्ताह बाद 5 दिसंबर को गवर्नर जॉन हरबर्ट ने एक एंबुलेंस में बोस को उनके घर भिजवा दिया, ताकि अंग्रेज सरकार पर ये आरोप न लगे कि उनकी जेल में बोस की मौत हुई है. ऐसा कहा जाता है कि सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु 18 अगस्त 1945 को ताइवान के एक जापानी अस्पताल में जलने के कारण हुई थी.

इतिहास का तीसरा अंश भारत-पाक मुद्दे से जुड़ा हुआ है. साल 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के बाद दो जुलाई 1972 को शिमला समझौता हुआ था. इस समझौते पर भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो ने हस्ताक्षर किए थे.इसमें तय हुआ था कि दोनों देश आपस में बातचीत के जरिए कश्मीर से जुड़े विवाद सुलझाएंगे. इसमें तीसरी ताकत का दखल बिल्कुल भी नहीं होगा.समझौते में कहा गया था कि दोनों देशों के बीच हालात समान्य होंगे. दोनों के बीच फिर से व्यापार शुरू किए जाएंगे और किसी भी मुद्दे का हल शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा. समझौते में कश्मीर में नियंत्रण रेखा स्थापित करने की बात कही गई थी. साथ ही कभी भी एक दूसरे देश के सैनिक बल प्रयोग नहीं करेंगे.

जानें 02 जुलाई का इतिहास-

1306: अलाउद्दीन खिलजी ने 2 जुलाई को ही सिवाणा के किले पर हमला किया था. तब उस दुर्ग पर कान्हड़देव के भतीजे चौहान सरदार शीतलदेव का कब्जा था.

1934: भारत के महान क्रांतिकारियों में से एक असित भट्टाचार्य का निधन हुआ था.

1948: प्रसिद्ध जनकवि आलोक धन्वा का जन्म हुआ था.

1950: स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक यूसुफ़ मेहरअली का निधन.

1956: तूफ़ानी सरोज का जन्म हुआ था. वह तेरहवीं और पंद्रहवीं लोकसभा के सदस्य चुने गए थे.

1985: आंद्रेई ग्रोमिको को सोवियत संघ का राष्ट्रपति निर्वाचित किया गया था.

2004: भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने जकार्ता में आपसी बातचीत की.

2004: छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन को यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।

राजधानी दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने तीन अदालत परिसरों की आधारशिला रखी


दिल्ली:- राजधानी दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने तीन अदालत परिसरों की आधारशिला रखी है।शास्त्री पार्क और रोहिणी (सेक्टर-26) में कोर्ट परिसरों के निर्माण की आधारशिला रखी गई है। इस मौके पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मौजूद रहीं। 

आम लोगों को मिलेगी सुविधाएं: सीजेआई चंद्रचूड़

शिलान्यास के मौके पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि आज हमने तीन अदालतों की आधारशिला रखी है। यह आधारशिला समारोह दिल्ली के नागरिकों और अन्य लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जो न्याय की तलाश में यहां आएंगे। ये पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ इमारतें हैं, जो न्यायाधीशों, वकीलों और सभी वादियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं प्रदान करेंगी। मुझे उम्मीद है कि यह परियोजना तय समय पर पूरी हो जाएगी, ताकि सभी वादियों को बहुत जरूरी सुविधाएं मिल सकें। सबसे बढ़कर, हमें वादियों को ध्यान में रखना होगा और उनके हितों की सेवा करनी होगी।

न्यायिक प्रणाली को मजबूत करना जरूरी: दिल्ली उपराज्यपाल

उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा, 'यह महसूस किया गया है कि हमारे जैसे विशाल लोकतंत्र में, कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए कानून और न्याय के शासन की आवश्यकता है। असमानता की खाई को पाटने के लिए न्यायिक प्रणाली को मजबूत करना और हमारे समाज के तेजी से बदलते ढांचे में असमानता को कम करने के सभी प्रयास करना अनिवार्य है। 

आगे कहा कि मुख्य न्यायाधीश शीघ्र समाधान के हित में भौतिक न्यायिक बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के मुद्दों को लगातार उठाते रहे हैं। उन्होंने न केवल मामलों के तेजी से निपटान के लिए, बल्कि जांच और सुनवाई में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग पर भी जोर दिया है।'

आतिशी ने गिनाई दिल्ली सरकार की उपलब्धियां

इस मौके पर दिल्ली मंत्री आतिशी ने कहा कि मैं आज कहना चाहूंगी कि हमें भारतीय संविधान के दृष्टिकोण को पूरा करने में कई जिम्मेदारियां दी गई हैं। इस उद्देश्य के लिए, हम स्कूल बनाते हैं, हम अपने बच्चों को विश्व स्तरीय शिक्षा देने की दिशा में काम करते हैं, हम अस्पताल बनाते हैं, हम लोगों के घरों के पास प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा का बुनियादी ढांचा ले जाते हैं, हम युवाओं को संपन्न उद्यमियों में बदलने की दिशा में काम करते हैं, हम महिलाओं को आर्थिक अवसरों तक पहुंचने में मदद करते हैं, हम बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने की दिशा में काम करते हैं। दिल्ली सरकार लगातार काम कर रही है। ताकि समाज के सबसे गरीब तबके का भी सम्मानजनक अस्तित्व हो। संविधान और कानून की नजर में हम सभी समान हैं।

दिल्ली में होंगी 11 जिला अदालतें

बता दें कि अभी दिल्ली में सात कोर्ट कॉम्प्लेक्स में 11 जिला अदालतें संचालित हैं। तीन नए भवन बन जाने से 10 कोर्ट कॉम्प्लेक्स में 11 जिला अदालतें संचालित होंगी। कड़कड़डूमा कोर्ट कॉम्लेक्स से पूर्वी और उत्तर पूर्वी जिले की जिला अदालतें शिफ्ट की जाएंगी। मौजूदा कोर्ट कॉम्लेक्स में सं सिर्फ शाहदरा जिले की कोर्ट चालित होगी।

दिल्ली में आज से दो दिन तक बारिश का ऑरेंज अलर्ट,मौसम विभाग ने दी जानकारी


दिल्ली:- राजधानी में उमस भरी गर्मी ने लोगों को दिनभर परेशान किया। उमस से लोग बेहाल दिखे। हालांकि, बीच-बीच में तेज हवा चलने से थोड़ी राहत मिलती रही। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार और बुधवार के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

मौसम विभाग ने मंगलवार को तेज बारिश होने का अनुमान जताया है। इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे। साथ ही, 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से तेज हवा और धूल भरी आंधी चलेगी। इससे अधिकतम तापमान 33 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है।

सोमवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। दोपहर 12 बजे के बाद हल्की धूप खिली। इससे उमस और बढ़ गई। ऐसे में लोग उमस से परेशान नजर आए। मौसम विभाग के मुताबिक अधिकतम तापमान एक डिग्री कम 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री ऊपर 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। 

मौसम विभाग के अनुसार पालम व आया नगर इलाका सर्वाधिक गर्म रहा। यहां अधिकतम 36.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। वहीं, लोधी रोड व रिज में 36 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया। सबसे कम न्यूनतम तापमान रिज में 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मध्यम श्रेणी में आबोहवा

राजधानी में आबोहवा मध्यम श्रेणी में बरकरार है। सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 105 रहा, जोकि मध्यम श्रेणी में है। सर्वाधिक इलाकों में एक्यूआई 200 के नीचे दर्ज किया। दिल्ली की हवा समग्र रूप से मध्यम श्रेणी में बनी रही। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार तक हवा मध्यम श्रेणी में रहने का अनुमान है। सीपीसीबी के अनुसार एनसीआर में नोएडा की हवा सबसे साफ रही। यहां एक्यूआई 72 दर्ज किया गया। यह संतोषजनक श्रेणी में है। 

ग्रेटर नोएडा का सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया। यहां एक्यूआई 124 रहा, यह मध्यम श्रेणी है। फरीदाबाद में 131, गुरुग्राम में 118, गाजियाबाद में 96 एक्यूआई दर्ज किया।

सोमवार को दिल्ली का तापमान

अधिकतम तापमान - 36 डिग्री सेल्सियस

न्यूनतम तापमान - 28.4 डिग्री सेल्सियस

मंगलवार को दिल्ली के मौसम का अनुमान

अधिकतम तापमान - 33 डिग्री सेल्सियस

न्यूनतम तापमान - 27 डिग्री सेल्सियस

आज का इतिहास:आज ही के दिन देश में माल एवं सेवा कर प्रणाली हुई थी लागू, आइए जानते है 1 जुलाई की महत्वपूर्ण घटनाएं

नयी दिल्ली : देश की अर्थव्यवस्था के लिए साल के सातवें महीने का यह पहला दिन इतिहास में अपनी जगह बना गया, जब केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार 2017 में इस दिन देश में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली को अमल में लेकर आई. देश की कर प्रणाली में सुधार की दिशा में इसे अत्यंत महत्वपूर्ण कदम करार दिया गया. देश दुनिया के इतिहास में एक जुलाई की तारीख पर दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1781 : हैदर अली और ब्रिटिश सेना के बीच युद्ध.

1852 : सिन्ध के मुख्य आयुक्त सर बर्टलेफ्रोरे द्वारा सिर्फ़ सिंध राज्य में और मुंबई कराची मार्ग पर प्रयोग के लिए ‘सिंध डाक’ नामक डाक टिकट जारी किया गया.

1862 : कलकत्ता उच्च न्यायालय का उद्घाटन.

1879 : भारत में पोस्टकार्ड की शुरुआत.

1955 : इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का राष्ट्रीयकरण किया गया और इसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का नाम दिया गया. 1960 : अफ्रीकी देश घाना को गणराज्य घोषित किया गया.

1962 : बिधान चंद्र रॉय का निधन.

1964 : भारतीय औद्योगिक विकास बैंक की स्थापना

1968 : अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और 59 अन्य देशों ने परमाणु हथियारों का प्रसार रोकने के लिए परमाणु अप्रसार संधि पर दस्तख्त किए..

1975 : तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 20 सूत्री कार्यक्रम का ऐलान किया.

1991 : वारसा संधि भंग की गयी.

1995 : अमेरिका ने ताइवान के खिलाफ लागू प्रतिबंध हटाये.

1996 : इच्छा मृत्यु कानून विश्व में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी प्रांत में लागू.

1997 : भारत की पहली साईंस सिटी कलकत्ता में खोली गई

1997 : हांगकांग ने 156 वर्ष के ब्रिटिश शासन के बाद चीन का अधिकार स्वीकार किया.

2000 : लार्ड्स के 100वें ऐतिहासिक टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को हराया.

2006 : शतरंज खिलाड़ी परिमार्जन नेगी सबसे कम उम्र के दूसरे ग्रैंडमास्टर बने.

2017 : भारत में अर्थव्यवस्था के एक महत्वपूर्ण सुधार के रूप में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू किया गया.

बीसीसीआई सचिव जय शाह ने खोला पिटारा, टी-20 विश्व कप विजेता टीम के लिए किया , 125 करोड़ रुपये इनाम की घोषणा


नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टी-20 विश्व कप 2024 जीतने पर टीम इंडिया के लिए 125 करोड़ रुपये के पुरस्कार राशि देने की घोषणा की है. 

भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने शनिवार को बारबाडोस में फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को सात रनों से हराकर आईसीसी ट्रॉफी के लिए अपने 11 साल के इंतजार को खत्म कर दिया.

बीसीसीआई सचिव जय शाह ने रविवार को विजेता टीम के लिए 125 करोड़ रुपये के पुरस्कार की घोषणा की और भारत की उत्कृष्ट उपलब्धि में उनके योगदान के लिए खिलाड़ियों और सभी कोचिंग स्टाफ को बधाई दी.

जय शाह ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, 'मुझे आईसीसी पुरुष टी-20 विश्व कप 2024 जीतने के लिए टीम इंडिया के लिए 125 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है.' उन्होंने कहा कि टीम ने पूरे टूर्नामेंट में असाधारण प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और खेल भावना का प्रदर्शन किया है. इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए सभी खिलाड़ियों, कोचों और सहयोगी स्टाफ को बधाई.

बता दें कि इससे पहले बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शनिवार को टी-20 विश्व कप में भारत की ऐतिहासिक खिताबी जीत की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने असाधारण प्रदर्शन से अपने आलोचकों को चुप करा दिया है. शाह ने एक बयान में कहा था कि रोहित शर्मा के असाधारण नेतृत्व में इस टीम ने उल्लेखनीय संकल्प और लचीलापन दिखाया है, जो आईसीसी टी-20 विश्व कप के इतिहास में टूर्नामेंट को अपराजित रहते हुए जीतने वाली पहली टीम बन गई है. शाह ने भारत के खिताबी जीत को प्रेरणादायक बताया.

जय शाह ने कहा कि उन्होंने बार-बार शानदार प्रदर्शन करके अपने आलोचकों का सामना किया और उन्हें चुप कराया. उन्होंने कहा कि उनका सफर प्रेरणादायक रहा है और आज वे महान खिलाड़ियों की श्रेणी में शामिल हो गए हैं. उन्होंने टीम के मजबूत कार्य नैतिकता की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि इस टीम ने अपनी लगन, कड़ी मेहनत और अदम्य भावना से हम सभी को गौरवान्वित किया है. रोहित शर्मा के नेतृत्व में और विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और अन्य खिलाड़ियों की मदद से उन्होंने 1.4 अरब भारतीयों के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा किया है.

30 वें सेनाध्यक्ष के रूप में जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कार्यभार संभाला

नई दिल्ली: जनरल उपेन्द्र द्विवेदी देश के 30वें सेना प्रमुख बने. इस पद उन्होंने योगदान दे दिया. वर्तमान सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे सेवानिवृत्त हो गए हैं. जनरल द्विवेदी को चीन और पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर व्यापक ऑपरेशनल अनुभव है. वह सेना के उपप्रमुख के रूप में कार्यरत थे. 

19 फरवरी को सेना के उप प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, जनरल द्विवेदी 2022-2024 तक उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में कार्यरत थे.उन्होंने ऐसे समय में 13 लाख सैनिकों वाली सेना की कमान संभाली थी, जब भारत, चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) सहित विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा था. थल सेना प्रमुख के रूप में उन्हें थिएटर कमांड शुरू करने की केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना पर नौसेना और भारतीय वायु सेना के साथ समन्वय भी करना होगा. 

सैनिक स्कूल रीवा के पूर्व छात्र जनरल द्विवेदी को 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सेना की 18 जम्मू- कश्मीर राइफल्स में कमीशन मिला था. बाद में उन्होंने यूनिट की कमान संभाली.

अपने लगभग 40 वर्षों के लंबे और प्रतिष्ठित करियर में उन्होंने विभिन्न कमांड, स्टाफ, इंस्ट्रक्शनल और विदेशी नियुक्तियों में काम किया है जनरल द्विवेदी की कमांड नियुक्तियों में रेजिमेंट (18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स), ब्रिगेड (26 सेक्टर असम राइफल्स), महानिरीक्षक, असम राइफल्स (पूर्व) और 9 कोर की कमान शामिल हैं. उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक और तीन जीओसी-इन-सी प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है.

अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी सेना के कमांडर के रूप में जनरल द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर में गतिशील आतंकवाद-रोधी अभियानों का संचालन करने के अलावा, उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर निरंतर अभियानों की योजना बनाने और उन्हें क्रियान्वित करने के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन और ऑपरेशन का निरीक्षण किया.

उन्होंने बताया कि इस दौरान अधिकारी चीन के साथ चल रही बातचीत में सक्रिय रूप से शामिल थे, ताकि विवादित सीमा मुद्दे को हल किया जा सके. 

वह भारतीय सेना की सबसे बड़ी सेना कमान के आधुनिकीकरण और उपकरणों से लैस करने में भी शामिल थे, जहां उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के हिस्से के रूप में स्वदेशी उपकरणों को शामिल करने का काम किया.

मथुरा में पानी की टंकी गिरने से मलबे में 11 लोग दबे, दो व्यक्ति की हुई मौत 9 अन्य घायल, चल रहा इलाज


नई दिल्ली, दिल्ली एनसीआर के मथुरा में रविवार देर शाम शहर के कृष्ण विहार में विशालकाय पानी की टंकी भरभराकर गिर गई. टंकी के मलबे के नीचे कई लोग दब गए चीख पुकार सुनते ही स्थानीय लोग और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे. 

मलब में दबे 11 लोगों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें से 2 लोगों की मौत हो गयी. मौके पर बचाव दल की कई टीमें लगी हुई हैं. कुछ और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. बचाव कार्य के लिए भारतीय सेना के जवान भी मौके पर पहुंच गये हैं.

कृष्ण विहार कॉलोनी में हुआ हादसा: शहर के कृष्ण बाहर स्थित विशाल पानी की टंकी लीकेज होने के कारण अचानक भरभराकर गिर गई. टंकी गिरने की आवाज करीब 2 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. अचानक लोगों को भूकंप के झटके जैसे महसूस हुए. पानी की टंकी गिरने की आवाज इतनी भयंकर थी कि लोग डर के मारे घरों से बाहर आ गए. टंकी के नीचे बच्चों के खेलने का पार्क भी बनाया गया था. सूचना मिलने के बाद आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. मौके पर बचाव कार्य जारी है. हादसे में छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. सभी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.

ढाई लाख लीटर की टंकी गिरी: 

कृष्ण विहार में स्थित पानी की टंकी का निर्माण 2021 में जल कल विभाग ने कराया गया था. स्थानीय लोगों ने निर्माण को लेकर कई सवाल खड़े किए थे, लेकिन अधिकारियों ने अनदेखा करते हुए विशाल टंकी बनवा दी थी. टंकी में ढाई लाख लीटर थी. इससे घरों में पानी सप्लाई किया जाता था.

दो दिन से जनपद में हो रही बारिश: 

उत्तर भारत में मानसून के चलते जनपद में पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है. इसके कारण गलियों में नाली नाले पानी के कारण भर गए. शहर के कई चौराहों पर जल भराव की समस्या हो गयी. कृष्ण विहार स्थित पानी की टंकी भी रिसाव होने की शिकायत की गई, लेकिन अधिकारियों ने अनदेखा कर दिया.

जिलाधिकारी शैलेश कुमार सिंह ने बताया कृष्ण विहार कॉलोनी में स्थित पानी की टंकी गिरने के कारण 6 लोग मलबे में दब गए थे. घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सभी की हालत खतरे से बाहर है. मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

30 जून का इतिहास : 1894 में आज ही के दिन पेरिस में हुई थी अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना

नयी दिल्ली :* 30 जून का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1894 में आज ही के दिन सोलबॉन पेरिस में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना हुई थी। 1938 में 30 जून को ही बच्चों का पसंदीदा कार्टून चरित्रों में शुमार सुपरमैन पहली बार कॉमिक्स के पन्नों पर आया था। 

1947 में आज ही के दिन भारत के विभाजन की घोषणा के बाद बंगाल और पंजाब के लिए बाउंड्री कमीशन के सदस्यों की घोषणा थी।

30 जून का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 2000 में आज ही के दिन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने अमेरिका में डिजिटल हस्ताक्षर को कानूनी मान्यता दी थी। 2012 में आज ही के दिन मोहम्मद मुर्सी मिस्र के राष्ट्रपति बने थ्

2012 में 30 जून को ही मोहम्मद मुर्सी मिस्र के राष्ट्रपति बने थे।

2005 में आज ही के दिन ब्राजील ने कनफ़ेडरेशन फ़ुटबाल कप जीता था।

2005 में आज ही के दिन स्पेन ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दी थी।

2000 में 30 जून को ही अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने अमेरिका में डिजिटल हस्ताक्षर को कानूनी मान्यता दी थी।

1997 में आज ही के दिन हांगकांग से ब्रिटिश हुकूमत खत्म हुई थी।

1960 में 30 जून को ही अमेरिका ने क्यूबा से चीनी का आयात बंद करने का फैसला किया था।

1938 में आज ही के दिन कार्टून सुपरमैन पहली बार कॉमिक में नजर आया था।

1894 में 30 जून के दिन ही लंदन में टॉवर ब्रिज काे खोला गया था। 

1894 में आज ही के दिन सोलबॉन पेरिस में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना हुई थी।

1876 में 30 जून को ही सर्बिया ने तुर्की के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी।

1868 में आज ही के दिन क्रिस्टोफर श्लेस ने टाइपराइटर के लिए पेटेंट अधिकार हासिल किया था।

1294 में 30 जून को ही स्विट्जरलैंड के बर्ने प्रांत से यहूदियों को बाहर निकाला गया था।

झारखंड क्षेत्रीय कार्यकर्ता प्रतियोगिता परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी, 510 पदों के लिए आवेदन 1 अगस्त से


 नई दिल्ली:- दसवीं उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा मौका है। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की ओर से झारखंड क्षेत्रीय कार्यकर्ता प्रतियोगिता परीक्षा 2024 के लिए नोटिफिकेशन जारी कर भर्ती का एलान किया गया है। अधिसूचना के मुताबिक इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 अगस्त 2024 से शुरू की जाएगी।

आवेदन शुरू होते ही अभ्यर्थी ऑनलाइन माध्यम से जेएसएससी की ऑफिशियल वेबसाइट jssc.nic.in पर जाकर फॉर्म भर सकेंगे। आवेदन की लास्ट डेट 31 अगस्त 2024 तय की गई है। एप्लीकेशन फॉर्म भरने से पहले उम्मीदवार पात्रता एवं मापदंड की जांच अवश्य कर लें।

कौन ले सकेगा इस भर्ती में भाग

इस भर्ती में आवेदन के लिए अभ्यर्थी ने आवेदन प्राप्त होने की अंतिम तिथि तक मान्यता प्राप्त शैक्षिणक संस्थान से न्यूनतम मैट्रिक/ 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके साथ ही अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष से कम और अधिकतम आयु 35 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग से आने वाले उम्मीदवारों को आयु सीमा में निर्धारित वर्षों की छूट दी जाएगी। आयु की गणना 1 अगस्त 2024 को ध्यान में रखकर की जाएगी।

आवेदन शुल्क

इस भर्ती में आवेदन के लिए अभ्यर्थियों को 100 रुपये शुल्क के रूप में भुगतान करना होगा। एससी/ एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों को 50 रुपये जमा करना होगा। आवेदन शुल्क ऑनलाइन माध्यम से जमा किया जा सकेगा।

भर्ती विवरण

इस भर्ती के माध्यम स कुल 510 रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इसमें से अनारक्षित वर्ग के लिए 230 पद, अनुसूचित जनजाति के लिए 133 पद, अनुसूचित जाति के लिए 44 पद, अत्यंत पिछड़ा वर्ग (अनु.-1) के लिए 45 पद, पिछड़ा वर्ग (अनु.-2) के लिए 7 पद और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 51 पद आरक्षित हैं।