/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्य सचिव बनेंगी सुजाता सौनिक, जानिए इनके बारे में India
महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्य सचिव बनेंगी सुजाता सौनिक, जानिए इनके बारे में

डेस्क: महाराष्ट्र में पहली बार किसी महिला आईएएस अधिकारी को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी मिलने वाली है। इस महिला अधिकारी का नाम है सुजाता सौनिक। वह राज्य के मुख्य सचिव डा. नितिन करीर की जगह लेंगी। पिछले शुक्रवार को अपने वार्षिक बजट में महिला-केंद्रित प्रस्तावों की घोषणा करने वाली महायुति सरकार 1987 बैच की आईएएस अधिकारी सुजाता सौनिक को मुख्य सचिव नियुक्त करेगी, क्योंकि वर्तमान मुख्य सचिव नितिन करीर सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

अगले साल जून में सेवानिवृत्त होंगी सुजाता

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाला राज्य सामान्य प्रशासन विभाग औपचारिक आदेश जारी करेगा ताकि वह निवर्तमान मुख्य सचिव नितिन करीर से कार्यभार ले सकें। सुजाता सौनिक अगले साल जून में सेवानिवृत्त होंगी। सुजाता सौनिक के अलावा राजस्व विभाग से अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश कुमारी (1987 बैच) और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव इकबाल चहल (1989 बैच) मुख्य सचिव पद के लिए दो अन्य प्रमुख दावेदार थे।

शिंदे और फडणवीस ने नियुक्ति को दी हरी झंडी

शीर्ष सरकारी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सुजाता सौनिक को मुख्य सचिव के रूप में चुनने में सर्वसम्मति दिखाई। सरकार आगामी विधानसभा चुनावों से पहले महिला मतदाताओं को एक मजबूत संकेत भेजना चाहती थी। इसके अलावा उनका चयन ऐसे समय में हुआ है जब सरकार ने हाल ही में चौथी महिला नीति के कार्यान्वयन की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य महिलाओं का सशक्तीकरण और विकास करना है।

सख्त और बेबाक अधिकारी

सख्त और बेबाक अधिकारी के रूप में जानी जाने वाली सुजाता सौनिक वर्तमान में राज्य के गृह विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव का कार्यभार संभाल रही हैं। हाल ही में उन्हें कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा सचिव रैंक पर पदोन्नत किया गया था। उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग में भी अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर कार्य किया है। साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य सहित कुछ अन्य विभागों में भी काम किया है।

तीन दशकों का अनुभव

सुजाता सौनिक के पास स्वास्थ्य सेवा, वित्त, शिक्षा, आपदा प्रबंधन एवं जिला, राज्य और संघीय स्तर पर शांति स्थापना और भारतीय प्रशासनिक सेवा और संयुक्त राष्ट्र के हिस्से के रूप में अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सार्वजनिक नीति और शासन का तीन दशकों का अनुभव है। सरकार ने उनके पति मनोज सौनिक को अप्रैल-दिसंबर 2023 तक सीएस नियुक्त किया था। वर्तमान में मनोज सौनिक मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार हैं।

नागालैंड निकाय चुनाव में एनडीपीपी की प्रचंड जीत, कोहिमा, मोकोकचुंग और दीमापुर में बड़ी जीत हासिल की

डेस्क: एनडीपीपी ने कोहिमा नगर परिषद में 19 में से पांच सीटें पहले ही निर्विरोध जीत ली थीं। उसने अंतिम परिणाम की घोषणा के बाद आठ और सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। मोकोकचुंग नगर परिषद में एनडीपीपी ने कुल 18 सीटों में से 15 सीटें जीतीं। इन 15 में से छह सीटें ऐसी हैं, जिन पर उसने निर्विरोध जीत हासिल की। दीमापुर नगर परिषद में एनडीपीपी ने 23 में से 13 सीटें जीतीं। भाजपा ने छह सीटें जीतीं, एनपीपी ने दो और दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की।

विज्ञापन

26 जून को हुए थे चुनाव

26 जून को हुए निकाय चुनावों में 2.23 लाख से अधिक मतदाताओं में से लगभग 82 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। नगालैंड राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि पहली बार महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण के साथ शहरी स्थानीय निकाय चुनाव कराए गए। पूर्वोत्तर के इस राज्य में यह एक ऐतिहासिक चुनाव है क्योंकि तीन नगरपालिकाओं और 22 नगर परिषद के लिए चुनाव 20 वर्ष के अंतराल के बाद कराया गया। इससे पहले, नगर निकाय चुनाव 2004 में हुआ था।

523 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला

सरकार ने पहले भी कई बार शहरी स्थानीय निकायों के लिए चुनाव की घोषणा की थी, लेकिन महिलाओं के लिए आरक्षण, भूमि तथा संपत्तियों पर कर के खिलाफ जनजातीय संगठनों और नागरिक संस्थाओं की आपत्तियों के कारण चुनाव नहीं कराया जा सका। इस चुनाव में 11 राजनीतिक दलों के 523 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला हुआ। अन्य 64 उम्मीदवार नगर निकायों में निर्विरोध चुने गए।

ये दल मैदान में

चुनाव लड़ रहे दलों में एनडीपीपी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ), राइजिंग पीपुल्स पार्टी, आरपीआई (आठवले), जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) शामिल थीं।

छह जिलों में नहीं हुआ था चुनाव

नागालैंड में कुल 39 नगर परिषदें हैं, लेकिन राज्य के पूर्वी हिस्से के छह जिलों में 14 शहरी स्थानीय निकायों में कोई चुनाव नहीं हुआ क्योंकि ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गेनाइजेशन (ईएनपीओ) ने क्षेत्र के छह जिले में चुनावों में भाग नहीं लेने का फैसला किया था। छह पूर्वी जिलों में निवास करने वाली सात नगा जनजातियों की सर्वोच्च संस्था ईएनपीओ ‘फ्रंटियर नगालैंड क्षेत्र’ की मांग करती रही है। उसका दावा है कि इस क्षेत्र को वर्षों से नजरअंदाज किया गया है।

ईएनपीओ इलाके में 14 नगर परिषद हैं। इस इलाके से 59 नामांकन पत्र स्वीकार किए गए थे, लेकिन आदिवासी संगठनों ने उम्मीदवारों को अपना नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया। ईएनपीओ ने राज्य की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए 19 अप्रैल को हुए चुनाव में भी भाग नहीं लिया था।

डॉक्टर गौरव दीक्षित अपने X अकाउंट पर इस पहली तस्वीर को शेयर करके लिखा...

"दिल्ली में 'पॉश' GK में मेरी पत्नी का क्लिनिक। 30% इनकम टैक्स, 20% जीएसटी, प्रॉपर्टी टैक्स, रोड टैक्स, सेस के बाद जो कुछ बचा,

 उसके बाद यह बनाया गया।

 राष्ट्र के निर्माण और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने में हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं

 गौरव दीक्षित ने एक दम से सच कहा है क्योंकि मिडिल क्लास आदमी हर चीज़ पर टैक्स देता है उसके बाद सरकारें उसे बदले में यह सब देतीं हैं।

मुनव्वर फारुकी के बाद धर्म का मजाक उड़ाना इस मशहूर कॉमेडियन को पड़ा भारी, साउथ में कैंसिल हुए शो


डेस्क: कॉमेडियन के स्टैंड-अप शो रद्द होना कोई बड़ी बात नहीं है। 2022 में मुनव्वर फारुकी का बेंगलुरु में होने वाला शो दक्षिणपंथी समूहों के विरोध के बाद रद्द कर दिया गया था। वहीं अब बिग बॉग में नजर आ चुके मुनव्वर फारुकी के बाद धर्म का मजाक उड़ाने पर स्टैंड अप कॉमेडियन डेनियल फर्नांडिस मुसीबत में फंस गए हैं, जिसके चलते हैदराबाद में उनके शोज को कैंसिल कर दिया गया है। इतना ही नहीं कॉमेडियन डेनियल फर्नांडिस को धमकी भी दी जा रही है। सोशल मीडिया पर खुद उन्होंने इस बात की जानकारी शेयर की है।

धर्म का मजाक बनाने के बाद बुरे फंसे कॉमेडियन

मशहूर कॉमेडियन डेनियल फर्नांडिस ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए जैन धर्म के लोगों से माफी मांगी है और खुलासा किया है कि जैन धर्म पर बने उनके इस वीडियो के कारण उन्हें धमकी मिल रही है। कॉमेडियन ने ये भी बताया कि हैदराबाद में उनका होने वाला शो जो 29 जून को शाम 4 बजे होने वाला था। उसे धमकियां मिलने के बाद रद्द कर दिया गया। कड़ी आलोचना के बाद डेनियल ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक लंबा नोट भी पोस्ट किया है।

डेनियल फर्नांडिस ने जैनियों से मांगी माफी

कॉमेडियन डेनियल फर्नांडिस की जैनियों पर बनी वीडियो विवादों के चलते अब हटाए जा चुके है। जो लोग नहीं जानते, उन्हें बता दें कि 'जैन बकरियां खरीदते हैं' इस वीडियो के कारण वे विवादों में आ गए। वीडियो के वायरल होने के बाद, डेनियल को धार्मिक भावनाओं से जुड़े अपने चुटकुलों, खासकर जैन और मुस्लिम समुदायों से जुड़े चुटकुलों के लिए भारी आलोचना का सामना करना पड़ा। उक्त वीडियो में कॉमेडियन ने जैनियों के मांस के कारोबार में शामिल होने का मजाक भी उड़ाया था। दोनों समुदायों के बीच अराजकता पैदा करने के लिए उनकी आलोचना की गई। इन सबके बीच अब उन्होंने लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए माफी मांगी है।

कौन हैं डेनियल फर्नांडिस?

मशहूर स्टैंड-अप कॉमेडियन डेनियल फर्नांडिस डार्क कॉमेडी की वजह से हमेशा चर्चा में बने रहते हैं। फर्नांडिस का जन्म मुंबई में हुआ था और उनका पालन-पोषण गोवा में हुआ। फर्नांडिस को भारतीय सामाजिक मुद्दों जैसे छात्र आत्महत्या, मृत्युदंड और वैवाहिक बलात्कार के बारे में बात करने के लिए भी जाना जाता है।

मनोज कुमार सिंह होंगे यूपी के नए मुख्य सचिव, दुर्गा शंकर मिश्रा की लेंगे जगह
* डेस्क: उत्तर प्रदेश सरकार ने सीनियर आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह को राज्य का नए मुख्य सचिव नियुक्त किया है। मनोज कुमार 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। बता दें कि यूपी के मौजूदा मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। दुर्गा शंकर मिश्रा को तीन बार सेवा विस्तार मिल चुका है। अब उन्हें सेवा विस्तार नहीं मिला है और आज वह रिटायर हो रहे हैं। उनकी जगह मनोज कुमार सिंह मुख्य सचिव का कार्य संभालेंगे। सीएम योगी के भरोसेमंद अधिकारी बता दें कि मनोज कुमार सिंह सीएम योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारी माने जाते हैं। वे पिछले काफी समय से कृषि उत्पादन आयुक्त और अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त जैसी अहम जिम्मेदारियां निभा रहे थे। मनोज कुमार सिंह पूर्व में ललितपुर, गौतमबुद्धनगर, पीलीभीत और मुरादाबाद के जिलाधिकारी रह चुके हैं। ग्राम विकास आयुक्त की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी उन्होंने निभाई है। तीन बार मिल चुका है सेवा विस्तार गौरतलब है कि दिसंबर 2021 में दुर्गा शंकर मिश्रा को रिटायर होने से ठीक पहले सेवा विस्तार दिया गया था। इसके बाद 2022 और दिसंबर 2023 में तीसरी बार उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। दिसंबर 2023 में उनका कार्यकाल खत्म हो रहा था लेकिन चुनावों के चलते उन्हें 6 महीने का सेवा विस्तार मिला था। अब चौथी बार उन्हें सेवा विस्तार नहीं दिया गया है। मूल रूप से बिहार के रहनेवाले हैं मनोज कुमार सिंह 1988 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह मूल रूप से बिहार के रहनेवाले हैं। मौजूदा समय में कई अहम विभागों की जिम्मेदारियां उनके पास हैं। राज्य की कई योजनाओं को जमीन पर उतारने में उनकी अहम भूमिका रही है। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अच्छे कामों के चलते इन्हें कई बार सम्मानित किया जा चुका है।
रोहित शर्मा के बाद अब कौन होगा टीम इंडिया का अगला कप्तान, लिस्ट में ये 4 खिलाड़ी

 भारतीय टीम ने टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका को हराकर टी20 विश्व कप के खिताब को अपने नाम किया। टीम इंडिया ने रोहित शर्मा की कप्तानी में पहली बार विश्व कप का खिताब जीता है। वहीं फाइनल मैच जीतने के बाद रोहित शर्मा ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से भी संन्यास लेने का फैसला किया। अब बड़ा सवाल है कि टी20 टीम इंडिया का अगला कप्तान कौन होगा? इस लिस्ट में इन खिलाड़ियों का नाम सबसे पहले आ रहा है। जानिए, इन दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में ...

1. शुभमन गिल

टीम इंडिया के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल को जिम्बाब्वे दौरे के लिए टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया है। गिल पहली बार टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए दिखाई देंगे। इससे पहले आईपीएल 2024 में गिल को गुजरात टाइटंस की कप्तानी करते हुए देखा गया था। ऐसे में अगर गिल की कप्तानी में जिम्बाब्वे दौरे पर टीम इंडिया का प्रदर्शन शानदार रहता है तो उनको अगला कप्तान नियुक्त किया जा सकता है।

2. हार्दिक पांड्या

टी20 विश्व कप में हार्दिक पांड्या टीम इंडिया के उपकप्तान थे। इस विश्व कप में हार्दिक ने कमाल का प्रदर्शन करके दिखाया। फाइनल में पांड्या ने टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई। अब रोहित शर्मा के टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद ये बड़ा सवाल सामने निकलकर आ रहा है कि कौन टीम इंडिया अगला कप्तान होगा, जिसमें हार्दिक पांड्या का नाम सबसे पहले लिया जा रहा है। हार्दिक को कप्तानी अच्छा अनुभव है उनकी कप्तानी ने कई टी20 सीरीज को भी जीता है। इसके अलावा आईपीएल में भी हार्दिक तीन सीजन कप्तानी कर चुके हैं।

3. सूर्यकुमार यादव

टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का नाम भी रोहित के बाद टी20 टीम का कप्तान बनने को लेकर सामने निकलकर आ रहा है। सूर्यकुमार टी20 क्रिकेट सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक हैं। टी20 विश्व कप में भी सूर्या का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। सूर्याकुमार यादव टीम इंडिया के लिए पहले भी टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में कप्तानी कर चुके हैं। सूर्या की कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका को हराया था।

4. श्रेयस अय्यर

टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर के शानदार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर भले ही फिलहाल टीम इंडिया से बाहर चल रहे हो लेकिन वे भी कप्तान के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। श्रेयस अय्यर की कप्तानी में इस बार कोलकाता नाइट राइडर्स ने आईपीएल 2024 का खिताब जीता था।

India

25-year-old Shahaaz raped a 76-year-old woman who was staying alone in her house. The woman is now undergoing treatment at Vandanam Medical College. Shahaz was arrested by the police after reviewing C

Kayamkulam, Kerala: Md. Shahaaz entered a house of a 76-year-old woman, brutally raped her. Turned out to be a serial rapist.
25-year-old Shahaaz raped a 76-year-old woman who was staying alone in her house. The woman is now undergoing treatment at Vandanam Medical College. Shahaz was arrested by the police after reviewing CCTV footage. Authorities reported that he was in an inebriated state at the time of his arrest. Shahaz is a serial offender with a criminal track record, including multiple cases for drug trafficking. A few days ago, a case was registered against him for sexually assaulting another elderly woman in Kayamkulam. The investigation was ongoing in that case, and now he has been arrested again for committing the same crime for the second time.
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने नाक रगड़कर माफी मांगी, अचानक पहुंचे बरसाना मंदिर, राधारानी पर की थी ये टिप्पणी

 राधा रानी पर दिए बयान के बाद विवादों में आए कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा शनिवार दोपहर बरसाना पहुंचे। वह 5 मिनट तक बरसाना में रहे। राधा-रानी को दंडवत प्रणाम किया और नाक रगड़कर माफी मांगी। इसके बाद मंदिर से बाहर निकले। हाथ जोड़कर ब्रज वासियों का अभिनंदन किया। सुरक्षा को देखते हुए श्रीजी मंदिर के पास फोर्स तैनात है। 

उन्होंने कहा-सभी ब्रजवासियों को बहुत-बहुत बधाई। राधा-रानी के दर्शन करने के लिए यहां पधारा हूं। मैं ब्रजवासियों के प्रेम की वजह से यहां आया हूं। लाडली जी ने खुद ही इशारा कर मुझे यहां बुलाया, इसलिए मुझे यहां आना पड़ा। उन्होंने कहा- मेरी वाणी से किसी को ठेस पहुंची, तो उसके लिए माफी मांगता हूं। मैं ब्रजवासियों के चरणों में दंडवत प्रणाम कर माफी मांगता हूं। मैंने लाडली जी और बरसाना सरकार से क्षमा चाहता हूं। 

उन्होंने कहा, सभी से निवेदन है कि किसी के लिए कोई अपशब्द न कहें. राधे-राधे कहें, महादेव कहें। मैं सभी महंत, धर्माचार्य और आचार्य से माफी मांगता हूं। प्रदीप मिश्रा ने अपने प्रवचन में कहा था- राधा जी का विवाह छाता में हुआ था। राधा जी बरसाना की नहीं, रावल की रहने वाली थीं। बरसाना में तो राधा जी के पिता की कचहरी थी, जहां वह सालभर में एक बार आती थीं।

बीजेपी को अहंकार...अयोध्या में भाजपा को मिली हार पर उमा भारती ने कही बड़ी बात, सपा प्रमुख पर भी जमकर साधा निशाना

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहती हैं। हाल ही में उन्होंने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तरप्रदेश में मिली कम सीट और अयोध्या में भाजपा की हार पर बड़ा बयान दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हर राम भक्त हमें वोट देगा, ऐसा अहंकार हमें नहीं पालना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि जो भाजपा को (हमें) वोट नहीं देगा, वो राम भक्त नहीं है। ऐसी शंका भी हमको नही करनी चाहिए। यूपी में हमसे कहीं अनदेखी हो गयी होगी। जिसका परिणाम हमको देखने को मिला है। दरअसल, उमा भारती आज अल्प समय के लिए शिवपुरी पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने बीजेपी की अयोध्या में हार को लेकर बयान दिया। इस दौरान उन्होंने उन्होंने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। 

उन्होंने अखिलेश यादव के उस बयान जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद को अयोध्या का राजा बताया, इस पर इसे पूर्वजों का अपमान बताते हुए कहा, इससे यह समझ में आता है कि वे पूर्वजों के लिए और परंपराओं के लिए छोटा भाव रखते हैं। अपमानजनक और खिल्ली उड़ाने वाला भाव रखते हैं।

T20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारतीय टीम पर हुई पैसों की बारिश, जानिए किस टीम को कितनी राशि मिली

भारत ने टी20 विश्व कप 2024 का खिताब जीत लिया है। बारबाडोस में खेले गए फाइनल में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को सात रन से हरा दिया। अब भारतीय टीम पर पैसों की बारिश हुई है। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही आईसीसी ने प्राइज मनी की घोषणा की थी। आईसीसी ने टूर्नामेंट में प्राइज मनी का बजट 93.51 करोड़ रुपये (11.25 मिलियन यूएस डॉलर) रखा था, जो कि एक रिकॉर्ड है। यह पिछले सभी आईसीसी टी20 विश्व कप टूर्नामेंट से ज्यादा है। वहीं, पिछले साल भारत में हुए वनडे विश्व कप में प्राइज मनी का बजट 82.93 करोड़ रुपये (10 मिलियन अमेरिकी डॉलर) था। 

आईसीसी के एलान के मुताबिक विश्व विजेता भारतीय टीम को 20.36 करोड़ रुपये (2.45 मिलियन यूएस डॉलर) मिले हैं। पिछले किसी भी टी20 विश्व कप टीम में विजेता टीम को इतने रुपये नहीं मिले थे। इस साल रिकॉर्ड 20 टीमें इस टूर्नामेंट में खेली थीं। इस वजह से यह अब तक का सबसे बड़ा टी20 विश्व कप रहा। वहीं, फाइनल में हारने वाली टीम यानी उपविजेता दक्षिण अफ्रीका को 10.64 करोड़ रुपये (1.28 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से संतोष करना पड़ा। सेमीफाइनल खेलकर बाहर होने वाली टीमों को 6.54 करोड़ रुपये (787,500 यूएस डॉलर) मिले। इनमें अफगानिस्तान और इंग्लैंड की टीमें शामिल हैं।

दूसरे दौर यानी सुपर-8 राउंड को पार करने में नाकाम रहने वाली टीमों को 3.17 करोड़ रुपये (382,500 यूएस डॉलर) मिले। सुपर आठ राउंड से ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, वेस्टइंडीज और अमेरिका की टीम बाहर हो गई थी। वहीं, नौ से 12वें स्थान पर रहने वाली टीमों को 2.05 करोड़ रुपये (247,500 यूएस डॉलर) मिले। 13 से 20वें स्थान पर रहने वाली हर एक टीम को 1.87 करोड़ रुपये (225,000 यूएस डॉलर) मिले। इसके अलावा हर एक टीम को टूर्नामेंट में एक मैच जीतने पर अतिरिक्त 25.89 लाख रुपये (31,154 यूएस डॉलर) दिए गए। इसमें सेमीफाइनल और फाइनल के मैच शामिल नहीं हैं। यह नियम सुपर-8 राउंड तक लागू है। 

किस राउंड में कितने रुपये मिलेंगे:

राउंड प्राइज मनी

विजेता (भारत) 20.36 करोड़ रुपये (2.45 मिलियन अमेरिकी डॉलर) 

उप-विजेता (दक्षिण अफ्रीका) 10.64 करोड़ रुपये (1.28 मिलियन अमेरिकी डॉलर)

सेमीफाइनल में हारने पर

(अफगानिस्तान, इंग्लैंड) 6.54 करोड़ रुपये (787,500 अमेरिकी डॉलर)   

सुपर-8 राउंड से बाहर होने पर

(ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, वेस्टइंडीज,

अमेरिका) 3.17 करोड़ रुपये (382,500 अमेरिकी डॉलर)

9 से 12वें स्थान पर रहने पर 2.05 करोड़ रुपये (247,500 अमेरिकी डॉलर)

13 से 20वें स्थान पर रहने पर 1.87 करोड़ रुपये (225,000 अमेरिकी डॉलर)

टी20 विश्व कप में शुरुआती राउंड यानी ग्रुप स्टेज मं 40 मैच खेले गए। 20 टीमों को पांच-पांच के चार ग्रुप में बांटा गया था। ग्रुप स्टेज में अपने-अपने ग्रुप पर शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें सुपर-8 में पहुंचीं। इसके बाद सुपर-8 राउंड की शुरुआत हुई। फिर सेमीफाइनल (पहला मैच द. अफ्रीका और अफगानिस्तान, दूसरा मैच भारत और इंग्लैंड) और 29 जून को बारबाडोस में फाइनल (भारत और दक्षिण अफ्रीका) मैच खेला गया। आईसीसी ने प्राइज मनी का एलान करते हुए कहा था कि यह टूर्नामेंट कई मायनों में ऐतिहासिक है, इस वजह से प्राइज मनी भी ऐतिहासिक रखा गया। हम इसे सबसे सफल टी20 विश्व कप बनाना चाहते हैं। आईसीसी इसमें कामयाब भी रहा। आतंकियों की तमाम धमकियों के बीच आईसीसी ने सफलतापूर्वक टूर्नामेंट का आयोजन किया।