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नवपदस्थ कलेक्टर श्री नीलेश क्षीरसागर ने कार्यभार ग्रहण किया


उत्तर बस्तर कांकेर, 09 जून 2024/ जिले के नवपदस्थ कलेक्टर श्री नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने आज अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। वे कांकेर जिले के 22वें कलेक्टर हैं। श्री क्षीरसागर वर्ष 2011 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी हैं। इसके पहले उन्होंने अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ के तौर पर सेवायें दी हैं। श्री क्षीरसागर ने जशपुर, गरियाबंद और महासमुंद जिले के कलेक्टर के पद पर भी अपनी सेवाएं दी हैं।

सुहेला की घटना की होगी मजिस्ट्रियल जांच, जिला प्रशासन के साथ समाज प्रमुखों की बैठक में बनी सहमति

बलौदाबाजार- जिले में सुहेला के आसपास मंदिरों एवं गिरौदपुरी जैतखांभ की असमाजिक तत्वों की गई तोड़-फोड़ की मजिस्ट्रियल जांच होगी. इस संबंधय़ में कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार के साथ विभिन्न समाज प्रमुखों की हुई बैठक में सहमति बनी.

जिला कार्यालय के सभाकक्ष में शांति समिति की बैठक में जिले में हुई घटनाओं को लेकर सिलसिलेवार व्यापक चर्चा की गई. इस दौरान सतनाम समाज के विभिन्न प्रतिनिधियों सहित सभी समाज के प्रमुखों ने आपसी शांति बनाएं रखने एवं प्रशासन को सहयोग प्रदान करने की बात कही. घटनाओं की मजिस्ट्रियल जांच में सभी समाजों के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को सहयोग का वादा किया. इसके साथ ही जिले में भविष्य में इस तरह की घटना ना हो इसके लिए भी व्यापक विचार-विमर्श किया गया.

कलेक्टर केएल चौहान ने कहा कि सुहेला की घटना को निंदनीय और चिंताजनक बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं से समाज का ताना-बाना बिगड़ जाता है. जिले के इतिहास में कभी भी इस तरह किसी भी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई गई है. इस तरह की घटना पहली बार हुई है. इसके साथ ही उन्होंने समाज प्रमुखों से आंदोलन से बचते हुए आपसी शांति के लिए सकारात्मक प्रयास करने पर बल दिया.

बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सदानंद कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए बहुत जल्दी अफवाह फैलाने की बात कहते हुए ऐसे संदेशों से बचने के लिए कहा. इसके साथ ही संदिग्ध कंटेंट मिलने पर इसकी जानकारी तुरंत पुलिस कंट्रोल को देने की बात कही. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में गतिविधियों के निगरानी के लिए पुलिस ने अलग से सेल बनाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने बैठक में दिए गए सलाह व महत्वपूर्ण जानकारी के जरिए जांच में तेजी लाई जाएगी.

बैठक में जिला एवं पुलिस प्रशासन के आला अफसरों के साथ विभिन्न समाज के प्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिक भी शामिल हुए. इस अवसर पर अपर कलेक्टर दिप्ती गौते, एडिशनल एसपी अविनाश ठाकुर, सभी एसडीएम, एसडीओपी, प्रगतिशील सतनामी समाज देवेंद्र चतुर्वेदी, मोहन बंजारे, सतनामी समाज ओमप्रकाश खुटे, एसटी-एससी ओबीसी संघर्ष समिति मोहन राय, ब्राह्मण समाज श्याम शुक्ला, यादव समाज संतोष यदु मौजूद थे.

इनके अलावा सिंधी समाज नरेश गंगशानी, शंकर दुलानी, केवंट निषाद समाज नारद निषाद, वर्मा कुर्मी समाज धर्मेंद्र सरसिहा, आदिवासी समाज डॉक्टर एलएस धुव्र, भूपेंद्र ध्रुववंशी, साहू समाज लेखराम साहू, सतनामी समाज राजमहंत सरजू प्रसाद घृतलहरे, बीएसपी राजकुमार पात्रे, भीम क्रांतिवीर संगठन किशोर नवर्ंगे सहित अन्य सभी समाजों के वरिष्ठ प्रतिनिधी, समाज प्रमुख सहित बड़ी संख्या गणमान्य नागरिक गण भी उपस्थित थे.

समर वेकेशन के बाद सोमवार से शुरू होगी हाईकोर्ट में सुनवाई, रोस्टर किया गया जारी

बिलासपुर- समर वेकेशन खत्म होने के बाद अब हाईकोर्ट में 10 जून से सभी बेंचों में नियमित सुनवाई शुरू होगी. समर वेकेशन के बाद सुनवाई के लिए रोस्टर भी जारी किया गया. हाईकोर्ट में तीन डीविजन और 15 सिंगल बेंचों में सुनवाई की जाएगी, इनमें चार स्पेशल बेंच हैं. 

हाई कोर्ट लगातार चार सप्ताह तक अवकाश रहा. मई के तीसरे सप्ताह से समर वेकेशन शुरू हो गया था. इस दौरान हर सप्ताह अलग से वेकेशन जजों को अलग-अलग बेंच के तौर पर निर्धारित किया गया था. सोमवार और शुक्रवार को वेकेशन बेंच में जरूरी मामलों की सुनवाई की जाती थी.

चीफ जस्टिस के निर्देश पर इस बार सिंगल बेंच के अलावा डीविजन बेंच की व्यवस्था भी अवकाश में रखी गई थी. जरूरी मामलों के अनुसार उन्हें अलग-अलग बेंचों में सुनवाई के लिए निर्धारित किया जाता रहा. वेकेशन में भी कुछ महत्वपूर्ण मामलों में हाईकोर्ट ने निर्णय दिया जाता रहा.

हाईकोर्ट में सोमवार से शुरू हो रहे नियमित कामकाज शुरू हो रहा है. अबकी बार चीफ जस्टिस की फर्स्ट डीविजन बेंच समेत कुल तीन डीविजन बेंचों में नियमित सुनवाई शुरू की जा रही है. इसके अलावा 15 सिंगल बेंचों में भी सुनवाई होगी. इनमें से पहली स्पेशल बेंच में चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा सुनवाई करेंगे, उनके अलावा तीन और स्पेशल बेंच भी रखी गई है.

उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन से नई दिल्ली में इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने की मुलाकात

रायपुर-   छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य, उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन से उनके दो दिवसीय नई दिल्ली के प्रवास के दौरान आज सबेरे इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने मुलाकात की।

मंत्री श्री देवांगन ने छत्तीसगढ़ राज्य में अधिक से अधिक निवेश करने बनाई जा रही नई उद्योग नीति के संबंध में चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों को बताया। उन्होंने कहा की प्रदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार के सुशासन मे प्रमुख लक्ष्य है की बेहतर उद्योग नीति तैयार हो, ताकि देश और विदेशों के अलग अलग सेक्टर के छोटे-बड़े उद्योग प्रदेश में लग सके। जितने नए उद्योग स्थापित होंगे, उतने ही रोज़गार के नए अवसर उपलब्ध होंगे। इसके लिए आप सभी उद्योगपतियों के सुझाव बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगे। उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़ वन, कृषि और खनिज संपदा से समृद्ध राज्य है। इससे संबंधित उद्योग और उसका व्यापार प्रदेश को विकास गति पर बड़ी तेजी से पंख प्रदान करेगी। विशेष कर ऐसे उत्पाद जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग है, उन सेक्टर में नए उद्योग लगाने की आवश्यकता है।

मंत्री श्री देवांगन ने कहा की सभी सेक्टर में नए उद्योगों के लिए सरकार द्वारा आवश्यक सहयोग की जाएगी। इस अवसर पर आईसीसी के जनरल सेक्रेटरी नितिन पंगोत्रा, कोऑर्डिनेटर अतुल आर दयाल, ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री के अमित गर्ग, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के इंटरप्रोन्योर राजेश धर शर्मा, कोरबा के प्रफुल्ल तिवारी, नरेन्द्र पाटनवार, मंत्री के विशेष सहायक भागवत जयसवाल भी उपस्थित थे।

बिलासपुर सांसद तोखन साहू को मिल सकती है मोदी कैबिनेट में जगह

नई दिल्ली- नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन में शाम 7.15 बजे होगा, लेकिन इससे पहले ही संभावित मंत्रिमंडल की तस्वीर साफ हो गई है। कयास हैं कि मोदी के साथ करीब 63 मंत्री शपथ ले सकते हैं।

मोदी ने रविवार सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे अटलजी की समाधि और नेशनल वॉर मेमोरियल गए। सुबह मोदी ने अपने आवास पर संभावित मंत्रियों के साथ मीटिंग की।

मोदी के घर पहुंचे नेताओं में शाह, राजनाथ, निर्मला और जयशंकर के साथ शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और कुमारस्वामी भी पहुंचे। वहीं, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अर्जुन राम मेघवाल भी नजर आए।

TDP सांसद राम मोहन नायडू (36) राम मोहन भारत के सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री होंगे। इधर, महाराष्ट्र में NCP (अजित पवार गुट) के किसी नेता के पास मंत्री पद के लिए फोन नहीं आया है। इसे लेकर NCP नेताओं के नाराजगी है। महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में NCP नेता सुनील तटकरे के घर NCP नेताओं को मनाने में जुटे हैं।

मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से मंत्री बनेंगे तोखन साहू

पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ से बिलासपुर सांसद तोखन साहू को जगह मिल सकती है। शपथ ग्रहण से पहले उनके पास PMO से कॉल आया है। इसके बाद तोखन साहू प्रधानमंत्री आवास पहुंचे थे।

ये हैं बिलासपुर सांसद तोखन साहू

सांसद तोखन साहू वर्तमान में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। बात इनके सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन की करें, तो तोखन साहू 2013 में पहली बार विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। 2014-15 में श्री साहू सदस्य महिलाओं एवं बालकों के कल्याण सम्बंधी समिति ,सदस्य प्रत्यायुक्त विधानसभा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा रह चुके हैं। उसके बाद 2015 में वह संसदीय सचिव छत्तीसगढ शासन रहे। 2013 में तोखन ने निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 26 लोरमी से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में तोखन को 52302 मत मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर कांग्रेस के धर्मजीत सिंह थे, जिन्हें 46061 वोट मिले और तोखन साहू विधायक चुने गए।

पंडित नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे मोदी

शपथ लेने के साथ ही मोदी पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू के लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनने के 62 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। नेहरू 1952, 1957 और 1962 में लगातार 3 बार विजयी होकर पीएम बने थे। हालांकि, नेहरू की सरकार पूर्ण बहुमत की थी। मोदी की तीसरी पारी गठबंधन की बुनियाद पर चलेगी।

पीएम आवास पर ये नेता पहुंचे

पीएम आवास पर जो 63 नेता पहुंचे हैं, उनमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, मनोहर लाल खट्टर, सर्बानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, धर्मेंद्र प्रधान, डॉ. एस जयशंकर, जयंत चौधरी, किरण रिजिजू, अनुप्रिया पटेल, रवनीत सिंह बिट्टू, जितिन प्रसाद, पंकज चौधरी, राजीव (ललन) सिंह, संजय सेठ, शोभा करंदलाजे, गिरिराज सिंह, रामदास अठावले, नित्यानंद राय, बीएल वर्मा, अन्नपूर्णा देवी, अर्जुन राम मेघवाल, पीयूष गोयल, राव इंद्रजीत सिंह, अजय टम्टा, जीतन राम मांझी, चिराग पासवान, निर्मला सीतारमण, जी किशन रेड्डी, बंदी संजय आदि शामिम हैं। इनके अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।

हाईकोर्ट का बड़ा फैसला : पति की मौत के बाद तलाकशुदा पत्नी पेंशन, अनुकंपा नियुक्ति की हकदार नहीं

बिलासपुर- हाईकोर्ट ने एक बड़ा फैसला देते हुए कहा है कि, तलाकशुदा पत्नी मृत पति की पारिवारिक पेंशन व अनुकंपा नियुक्ति की हकदार नहीं हो सकती। दरअसल कानूनी रूप से अलग हुई पत्नी ने पति की आकस्मिक मौत के बाद लाभ पाने यह याचिका पेश की थी। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि तलाक की डिक्री से पति- पत्नी के मध्य कानूनी बंधन भंग होने से मृतक के पारिवारिक पेंशन का लाभ पाने का हक समाप्त हो जाता है। कोर्ट ने कहा है कि वसीयतनामा जरूर अलग से मृतक की संपत्ति का निपटान का अधिकार देती है।

रायपुर निवासी याचिकाकर्ता महिला की वर्ष 2005 में चर्च में शादी हुई थी। उसने पारिवारिक विवाद पर परिवार न्यायालय में पति से तलाक लेने आवेदन दिया। जून 2008 में न्यायालय ने पत्नी के पक्ष में तलाक का डिक्री पारित कर पति को प्रति माह दो हजार रुपए मेंटेनेंस व्यय देने का आदेश दिया। पति-पत्नी स्थाई रूप से अलग रह रहे थे। दिसंबर 2012 में तलाकशुदा पति की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। पति की मौत के तुरंत बाद तलाकशुदा पत्नी ने पारिवारिक पेंशन व अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन कर दिया। विभाग ने उसके तलाकशुदा होने व मृतक द्वारा सेवा पुस्तिका में भाई को नामिनी किए जाने पर महिला के आवेदन को खारिज कर दिया। इसके खिलाफ उसने याचिका पेश की थी। मामला पेचीदा होने पर कोर्ट ने न्याय मित्र की सहायता ली। 10 वर्ष की लंबी सुनवाई व सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न न्यायदृष्टांत को देखते हुए कोर्ट ने महिला की याचिका को खारिज कर दिया है।

तलाक के बाद अधिकार और दायित्व समाप्त

कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि, एलआईसी पेंशन विनियमन, 1995 का नियम 2 (के) भी परिवार को परिभाषित करता है। इसमें न्यायिक रूप से अलग हुई पत्नी या पति भी शामिल है। कोर्ट ने कहा है कि न्यायिक अलगाव और तलाक यह कानून की स्थापित स्थिति है। तलाक की डिक्री पति और पत्नी के बीच के कानूनी बंधन को निर्णायक रूप से भंग कर देती है। पत्नी को उनके वैवाहिक कर्तव्यों और दायित्वों से मुक्ति करता है। तलाक के मामले में अलग होने से पत्नी की स्थिति में बदलाव आने के साथ ही विवाह और सभी पारस्परिक अधिकार और दायित्व समाप्त हो जाते हैं। हालांकि वे दोबारा शादी करने के लिए स्वतंत्र होते हैं।

लॉरेंस बिश्नोई छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए बड़ी चुनौती, राजधानी में अपराध का ग्राफ घटा

रायपुर-  आईजी अमरेश मिश्रा और रायपुर एसपी संतोष कुमार सिंह ने राजधानी की कमान संभालने के बाद लगातार कई उपलब्धियां हासिल की है। एक ओर राजधानी रायपुर में चाकूबाजी, नशा और लूट जैसी घटनाओं में कमी आई है। साथ ही लोकसभा चुनाव भी बड़ी आसानी से पूर्ण कराया है।

दरअसल अपराध में कमी आने का सबसे बड़ा कारण आईजी अमरेश मिश्रा और एसपी संतोष सिंह का कड़क मिजाज और इसके साथ ही निजात अभियान से नशाखोरी कम होना है।

तेज तर्रार आईजी अमरेश मिश्रा और एसपी संतोष सिंह ने देश के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर्स को गिरफ्तार कर शहर में होने वाली बड़ी वारदात पर लगाम लगाया है। लेकिन अब देखना यह होगा कि कैसे छत्तीसगढ पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गैंग को छत्तीसगढ़ में अपराध करने से रोक पाती है।

छत्तीसगढ़ में समय से दो दिन पहले मानसून की एंट्री:अगले 3 दिन में रायपुर पहुंचने की संभावना

रायपुर- छत्तीसगढ़ में सुकमा के रास्ते दक्षिण-पश्चिम मानसून की एंट्री हो गई है। प्रदेश में 2 दिन पहले मानसून के बस्तर पहुंचने की घोषणा की गई है। आमतौर पर प्रदेश में 10 जून को मानसून की एंट्री होती है। मानसून के आते ही बस्तर संभाग के कई जिलों में बारिश शुरू हो गई है। अगले 3 दिनों में सुकमा से आगे बढ़ते हुए मानसून रायपुर पहुंचेगा।

पिछले साल छत्तीसगढ़ में मानसून देरी से पहुंचा था। 23 जून को मानसून आने के बाद भी प्रदेश में बारिश का पर्याप्त कोटा पूरा हो गया था। वहीं, इस साल मानसून के जल्द आने से प्रदेश में औसत से ज्यादा बारिश की उम्मीद है। मौसम विभाग ने आज रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और बस्तर संभाग के जिलों में थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी का यलो अलर्ट जारी किया है।

रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग में यलो अलर्ट

मौसम विज्ञानी गायत्री वानी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में मानसून पहुंच चुका है। अब आगे चलकर यह रायपुर और पूरे प्रदेश में पहुंचेगा। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है । रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग में अगले दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। 10 जून तक थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी में गिरावट देखने को मिलेगी।

भविष्य पूछने गई युवती को नौकरी लगाने का झांसा, ऐसे की 5 लाख रुपए की ठगी

बिलासपुर- दूसरी बटालियन सकरी में रहने वाली युवती अपना भविष्य जानने के लिए ज्योतिष के पास गई थी। इस दौरान ज्योतिष ने नौकरी का योग बताया। साथ ही आयकर विभाग में नौकरी लगाने का झांसा देकर पांच लाख की ठगी कर ली। युवती ने घटना की शिकायत सकरी थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

सकरी के दूसरी बटालियन में रहने वाली अंजली श्रीवास ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। युवती ने बताया कि दिसंबर 2022 में वह अपने पिता के साथ खमतराई में रहने वाले ज्योतिष तेजेश्वर सिंह राजपूत के पास गई थी। इस दौरान कथित ज्योतिष ने हाथों की रेखा को देखकर विवाह का योग नहीं बताया। साथ ही सरकारी नौकरी का योग होने की बात कही।

ऐसे की 5 लाख रुपए की ठगी

उसने बताया कि आयकर विभाग में दो पद के लिए वेकेंसी निकली है। इसमें नौकरी लगवाने के लिए उसने 5 लाख रुपये की मांग की। भरोसा जीतने के लिए कथित ज्योतिष ने 5 लाख रुपये का चेक देने की बात भी कही। इस पर युवती रुपये देने के लिए राजी हो गई। दिसंबर महीने में ही कथित ज्योतिष ने दूसरी बटालियन स्थित मकान में जाकर युवती के स्वजन से पांच लाख रुपये ले लिए।

इस दौरान उसने युवती के नाम पर 3 लाख और 2 लाख के दो चेक भी दिए। रुपये लेने के बाद कथित ज्योतिष उन्हें घुमाने लगा। कई महीने बाद भी नौकरी नहीं लगने पर युवती ने अपने रुपये वापस मांगे तो उसने स्टांप में लिखकर रुपये लौटाने का आश्वासन दिया। इसके बाद भी रुपये नहीं मिलने पर युवती ने पूरे मामले की शिकायत सकरी थाने में की है। युवती की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

उदंती सीतानदी अभयारण्य की मॉनिटरिंग अब AI आधारित गूगल अर्थ इंजन से, देश में पहली बार किसी अभयारण्य की सैटेलाइट के जरिए हो रही निगरानी

गरियाबंद- उदंती सीता नदी अभयारण्य प्रशासन अब अपने 1842 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र की निगरानी सैटेलाइट के जरिए करने जा रहा है. क्लाउड कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल कर गूगल अर्थ इंजन की मदद से रिमोट सेंसिंग का संचालन किया जाएगा. गूगल अर्थ इंजन में मौजूद रिकार्ड को अपने पोर्टल में बड़ी आसानी से और बेहतर क्वालिटी के साथ देखने, सुरक्षित किया जायेगा. देश में यह पहली बार है कि किसी अभयारण्य की मॉनिटरिंग सैटेलाइट के जरिए की जाएगी.

उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया की सुरक्षा गत कारणों के कारण यह डेटा पब्लिक डोमेन पर उपलब्ध नहीं होगा. लेकिन अभ्यारण्य इलाके में जारी प्रत्येक वानिकी कार्य का डेटा ड्रोन मेपिंग पोर्टल के जरिए कोई भी व्यक्ति आसानी से देख सकेगा. आईआईआरएस (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसर) के पूर्व छात्रों द्वारा बनाई गई एक संस्थान के साथ मिल कर यह पोर्टल तयार किया गया है. उपनिदेशक जैन ने दावा किया है कि यह देश की पहली संस्थान है जिसकी मॉनिटरिंग सेटलाइट पोर्टल से होगी. इसकी रूपरेखा 2022 में बनाई गई थी. तकनीकी कारणों से इसे पिछले 7 माह में नए सिरे से तैयार किया गया है इसकी लागत 2.85 लाख आया. उन्होंने बताया कि फिलहाल विभाग इसकी मदद लेना शुरू कर दिया है. आने वाले 10 दिनो में इसे आम पब्लिक के लिए सार्वजनिक कर दिया जाएगा.

बाघ कारीडोर की निगरानी भी इसी से

400 किलोमीटर लम्बे इन्द्रावती-सीतानदी-उदंती-सुनाबेडा टाइगर कॉरिडोर में वर्ष 2010-2023 तक वन एवं जल आवरण में आये परिवर्तन को इस पोर्टल से देखा जा सकेगा.कॉरिडोर में डिस्टर्बेस की वजह से महाराष्ट्र के अतिरिक्त बाघों (जो नयी टेरिटरी की खोज में विचरण करते है) की छत्तीसगढ़ और ओडिशा में आवाजाही लगभग बंद है, ऐसे में टाइगर कॉरिडोर में आये नकारात्मक वन एवं जल आवरण बदलाव वाले क्षेत्रो को चिन्हांकित कर अवैध वृक्ष कटाई विरोधी अभियान एवं शिकारियों के विरुद्ध एन्टी पोचिंग ऑपरेशन चलाये जा सकेंगे.

अवैध कटाई पर लगेंगे लगाम

उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व की 125 किलोमीटर सीमा ओडिशा से लगी हुई है, जो अतिक्रमण और अवैध कटाई के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील है.दुर्गम और नक्सल प्रभावित होने के कारण यहा की पेट्रोलिंग जोखिम भरा होता था.अब इमेजरी की तुलानात्म अध्ययन से पता अवैध कटाई व अन्य गतिविधियों का पता आसानी से लग जायेगा.पोर्टल में आए इमेज लाल डॉट्स से अवैध कटाई के संकेत देंगे.

वन जल आवरण का आंकलन भी हो सकेगा

पोर्टल हर पांच दिवस में सेटेलाइट डाटा के माध्यम से वन आवरण और जल आवरण की तुलनात्मक रिपोर्ट बताने में सक्षम होगा.जल ,भूमि सरंक्षण व पर्यावरण के लिए काम करने वाले विभाग के लिए भी आवरण रिपोर्ट सहायक साबित होगा.

ड्रोन मैपिंग पोर्टल अभ्यारण्य के सभी कार्यों को पारदर्शिता रखेगा

कहावत थी “जंगल में मोर नाचा किसने देखा” पर विभाग के ड्रोन पोर्टल के माध्यम से आमजन जंगल के भीतर हो रहे कार्य को आसानी से देख सकता है. योजनाओं के तहत कराए जा रहे वानिकी कार्यों को ड्रोन मैपिंग कर हाई रिसोलूशन इमेजरी पब्लिक डोमेन पर उपलब्ध रहेगी.

वृक्षारोपण क्षेत्र में पौधा संख्या, गड्डा संख्या, सालाना पौधे का विकास देख और माप सकेंगे. वृक्षारोपण के पूर्व और पश्चात की इमेजरी/लेयर को एक के ऊपर एक सुपर इम्पोस कर लेयर को ऑन-ऑफ कर आंकलन कर सकते है. पोर्टल पर ही अपनी शिकायत या सुझाव साझा भी कर सकेंगे. विभाग के प्रति लोगो का विश्वास व संबंध गहरा होगा.अवैध कटाई वाले स्थानों में कराए जा रहे वानिकी कार्य भी विभाग के लगन मेहनत को दर्शाया गया. इससे अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान चलाने में लोगों की मदद मिलने लगेगा. मनोभाव परिवर्तन करने में भी यह पोर्टल सहायक साबित होगा.