सरायकेला :लकड़ी माफिया राज्य में पेड़ों की कर रहे अंधाधुंध कटाई, पर्यावरण को खतरा
सरायकेला : जिले में एक बार फिर से लकड़ी माफियाओं का आतंक देखने को मिल रहा है ,हाल के दिनों मे गम्हरिया प्रखंड क्षेत्र के मुर्गागुट्टू गांव में तकरीबन 30 एकड़ में फैले वन भूमि से शाल के सैकड़ो पेड़ की कटाई हो गयी। वहीं एक बार फिर दुस्साहस का परिचय देते हुए कांड्रा गिदीबेड़ा जंगल के हजारों पेड़ों की कटाई की जा रही है।
बता दूं कि कांड्रा गिदीबेड़ा टोल प्लाजा से महज 200 मीटर की दूरी पर मुख्य सड़क किनारे जंगल में सैकड़ो शाल की पेड़ों की कटाई माफियाओं ने कर ली है, मुख्य सड़क किनारे होने के बावजूद वन विभाग को इसकी भनक तक नहीं है।
लकड़ी माफिया ने पहले यहां आग लगाई थी जिससे कई पेड़ पौधे जल गए थे, बाद में उन्हें बड़े ही आसानी से काटकर ले गए ।
कुछ स्थानीय ग्रामीण भी इस अंधाधुंध कटाई में शामिल है, इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल है कि वन विभाग जिसका मुख्य काम वनों का संरक्षण करना है वह पूरे मामले पर मौन है, वन संरक्षण समिति के अध्यक्ष संतोष हेंब्रम बताते हैं कि वन विभाग कभी -कभार चक्कर लगाने यहां आती है, जिसका नतीजा है कि माफियाओं ने आसानी से तकरीबन आधा किलोमीटर दूरी में वनों की कटाई कर दी है।
एक तरफ केंद्र सरकार और दूसरी ओर राज्य सरकार द्वारा जंगल एवं जंगली जीवजंतु और पेड़ पौधे की संरक्षण के लिए प्रति वर्ष करोड़ो रुपया वन एवं पर्यावरण विभाग को मुहैया कराते हैँ ,जिसे जंगल में आग लगना रुके ओर जंगली जीवजंतु की सुरक्षा हो ।उसके वाबजूद आग लगना ओर जंगली जीव जंतु की शिकार साथ ही पेड़ की कटाई धड़ले से चल रहा है। और वन विभाग कुंभकरण की नीद सो रही है । जो उच्चस्तरीय जांच का विषय है।
Jun 07 2024, 20:06