लोकसभा चुनाव में निर्दलिए ने कई सीटों पर बिगाड़ा समीकरण : कही दिग्गजों की हुई हार तो कही तीसरे स्थान पर खिसके
डेस्क : बिहार में इसबार के लोकसभा चुनाव में निर्दलियों ने सभी दलों के समीकरण को बिगाड़ने मे बड़ी भूमिका निभाई। नतीजा यह हुआ कि निर्दलियों के चुनाव मैदान में आने के कारण जहां कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा। वही कई तीसरे स्थान पर खिसक गए।
काराकाट में बीजेपी से टिकट नही मिलने के कारण भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह निर्दलिए चुनाव मैदान में उतर गए। उनकी चुनावी सभा भीड़ तो बड़ी जुटी, लेकिन वे मैदान तो नहीं मार पाए। बदले में एनडीए प्रत्याशी उपेन्द्र कुशवाहा की हार जरुर हो गई। वहीं इसका फायदा माले प्रत्याशी राजाराम सिंह को मिला और वे 3 लाख 80 हजार 581 वोट लाकर चुनाव जीत गए। निर्दलीय पवन सिंह को 2 लाख 74 हजार 723 और तीसरे स्थान पर रहे रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को 2 लाख 53 हजार 876 मत मिले।
इसी तरह सीवान में एनडीए प्रत्याशी विजयलक्ष्मी देवी को 3 लाख 86 हजार 508 मत मिले। वहीं। राजद छोड़ निर्दलिए प्रत्याशी के तौर चुनाव लड़ी हेना शहाब को 2 लाख 93 हजार 651 और राजद के अवध बिहारी चौधरी को 1 लाख 98 हजार 823 मत मिले। इस तरह राजद के वरिष्ठ नेता और साफ-सुथरी छवि होने के बावजूद अवध बिहारी चौधरी तीसरे स्थान पर खिसक गए। हेना शहाब ने राजद के वोट बैंक में ही बड़ी सेंध लगाई। जिसका सीधा फायदा जदयू की विजय लक्ष्मी को हुआ।
बक्सर और सारण में भी जीत का अंतर निर्दलीय को मिले मत से कम रहा। बक्सर में आनंद मिश्रा ने एनडीए तो ददन यादव ने महागठबंधन के वोटबैंक में सेंधमारी की। यहां राजद के सुधाकर सिंह ने भाजपा के मिथिलेश तिवारी को 30 हजार मतों से हराया। निर्दलीय आनंद मिश्रा को 47 हजार 409 और ददन यादव को 15836 मत मिले।
चुनाव से ठीक पहले कांग्रे मे अपनी पार्टी का विलय करने वाले पप्पू यादव को महागठबंधन से टिकट नहीं मिला और निर्दलिए मैदान में उतर गए। उन्होंने जीत भी हासिल कर ली। उनके निर्दलिए मैदान में आने से सीधा नुकसान संतोष कुशवाहा को हुआ और चुनाव हार गए।
Jun 07 2024, 09:28