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एक साल बाद भी “सुलग” रहा मणिपुर, देशभर की यात्रा कर रहे पीएम मोदी ने क्यों इस हिंसाग्रस्त राज्य से बनाई दूरी?

#oneyearofmanipurviolence 

मणिपुर हिंसा के एक साल पूरे हो गए। पिछले साल 3 मई को शुरू हुई इस जातीय हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके है। वहीं, 58 हजार से अधिक बेघर लोग राहत शिविरों में तकलीफों में रह रहें है। हिंसा के एक साल बाद भी राज्य में मैतेई और कुकी-ज़ोमी जनजाति के बीच तनाव जारी है। कुकी बहुल जिलों हों या मैतेई बहुल, सड़कों पर हथियारबंद लोग नजर आ जाएंगे। पूरा राज्य दो हिस्सों में बंटा नजर आ रहा है। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट में मणिपुर सरकार ने कहा था कि इस हिंसा से जुड़े 5,995 मामले दर्ज हुए और 6,745 लोगों को हिरासत में लिया है। मणिपुर हिंसा से जुड़े 11 गंभीर मामलों की जांच सीबीआई कर रही है। इन सबके बीच विपक्ष बार-बार मणिपुर के हालात को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर सवाल उठाता रहा है। विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी से ये भी पूछता रहा है कि आख़िर वो मणिपुर क्यों नहीं जा रहे हैं?

मणिपुर में पिछले एक साल से छिटपुट हिंसा की घटनाए जारी है। के इतिहास में यह दुर्लभ है कि किसी राज्य में एक साल तक नागरिक संघर्ष जारी रहे और आग बुझाने के लिए केंद्र द्वारा कोई ठोस कदम ना उठाया जाए।हालांकि गृहमंत्री अमित शाह ने कई दौरे की बैठकें की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभी हाल ही में असम ट्रिब्यून को दिए गए इंटरव्यू में कहा, राज्य की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे गृह मंत्री अमित शाह, संघर्ष के दौरान राज्य में रहे और इसे सुलझाने के लिए कई पक्षों के साथ 15 से अधिक बैठकें की। 

हालांकि, इतने बैठकों के बाद भी सरकार इस तनाव को ख़त्म करने का फॉर्मूला नहीं निकाल सकी हैं। यही नहीं, गृह मंत्री अमित शाह तो राज्य के दौरे पर पहुंते रहे, लेकिन हिंसा भड़कने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार भी राज्य का दौरा नहीं किया। ना ही इस मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी। हालांकि, हिंसा के बीच 19 जुलाई, 2023 को जब मणिपुर की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का एक भयावह वीडियो सामने आया था। इस घटना के लंबे समय बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मॉनसून सत्र से पहले मीडिया से बातचीत में मणिपुर की घटना का ज़िक्र करते हुए कहा था कि उनका "हृदय पीड़ा से भरा हुआ है।" पीएम मोदी ने कहा था कि देश की बेइज़्ज़ती हो रही है और दोषियों को बख़्शा नहीं जाएगा।यह पहली बार था कि जब प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर में जारी हिंसा पर कुछ कहा।

अविश्वास प्रस्ताव के बाद पीएम ने तीन महीने की चुप्पी तोड़ी

पिछले साल अगस्त में एक संसदीय बहस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में शांति की अपील की थी। ये अपील तब आई जब विपक्षी नेता उन पर चुप्पी साधने का आरोप लगा रहे थे। अगस्त में विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से मजबूर किए जाने के बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर तीन महीने की चुप्पी तोड़ी, और केवल राज्य की समस्याओं के लिए पिछली कांग्रेस सरकार को दोषी ठहराया। और कहा कि उनकी सरकार जल्द ही शांति बहाल करेगी।

देशभर में भूमे पीएम पर नहीं ली मणिपुर की सुध

बता दें कि हिंसा भड़कने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार भी राज्य का दौरा नहीं किया। वहीं, सरकारी रिकॉर्ड से पता चलता है कि मणिपुर में शुरुआती उथल-पुथल के सप्ताह में प्रधानमंत्री मोदी ने दो घरेलू यात्राएं की थीं। पहली यात्रा कर्नाटक की, और दूसरी राजस्थान की। छह मई को उन्होंने बेंगलुरु में रोड शो किया। मई, 2023 से अप्रैल, 2024 के बीच उन्होंने अलग-अलग राज्यों की लगभग 160 यात्राएँ की, जिनमें सबसे ज़्यादा 24 बार वो राजस्थान के दौरे पर रहे। औपचारिक और गैर-आधिकारिक दौरों को मिलाकर पीएम ने 22 बार मध्य प्रदेश का और 17 बार उत्तर प्रदेश का दौरा किया। इस साल फरवरी-मार्च में प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर के असम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया लेकिन मणिपुर नहीं गए। उन्होंने असम के तीन दौरे, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश का एक-एक दौरा किया है। पिछले साल नवंबर में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हुए थे। वो राज्य थे मिज़ोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना। प्रधानमंत्री मोदी बाकी सभी राज्यों में गए लेकिन मिज़ोरम नहीं गए जो कि मणिपुर से सटा हुआ राज्य है और वहाँ मणिपुर की हिंसा से विस्थापित लोग बड़ी तादाद में हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने विकसित भारत, विकसित उत्तर-पूर्व कार्यक्रम के लिए नौ मार्च को पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था।

मणिपुर समेत पूर्वोतर के राज्यों की अनदेखी का आरोप

ऐसे में विपक्ष केन्द्र की मोदी सरकार पर मणिपुर समेत पूर्वोतर के राज्यों को अनदेखा करने का आरोप लगाती आ रही है। अभी 3 मई को मणिपुर हिंसा के एक साल पूरे होने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अहंकार ने मणिपुर जैसे खूबसूरत राज्य के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाया है।

खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मणिपुर ठीक एक साल पहले 3 मई, 2023 को जलना शुरू हुआ था। उदासीन मोदी सरकार और अयोग्य भाजपा राज्य सरकार के क्रूर संयोजन ने राज्य को वस्तुतः दो हिस्सों में विभाजित कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि "पश्चातापहीन" प्रधानमंत्री ने मणिपुर में कदम नहीं रखा है क्योंकि यह "उनकी रैंक की अक्षमता और पूर्ण उदासीनता" को उजागर करेगा। “मणिपुर के सभी समुदायों के लोग अब जानते हैं कि भाजपा ने उनके जीवन को कैसे दयनीय बना दिया है। खड़गे ने ट्वीट किया, पूर्वोत्तर के लोग अब जानते हैं कि तथाकथित विकास के बारे में मोदी सरकार के बेशर्म ढोल ने क्षेत्र में मानवता की आवाज को दबा दिया। भारत के लोग अब जानते हैं कि पीएम मोदी और उनकी सरकार को मणिपुर में नष्ट हुई अनगिनत जिंदगियों के प्रति रत्ती भर भी सहानुभूति नहीं है।

प्रज्वल रेवन्ना मामले में पीएम मोदी ने तोड़ी चुप्पी, बोले-ऐसे व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए, कर्नाटक सरकार को भी घेरा

#pm_modi_interview_zero_tolerance_policy_for_people_like_prajwal_revanna 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रज्ज्वल रेवन्ना यौन शोषण मामले में चुप्पी तोड़ी है। पीएम मोदी ने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना जैसे व्यक्ति के लिए जीरो टॉलरेंस नीति होनी चाहिए। ऐसे अत्याचारियों को सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग करते हुए कठोर से कठोर सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उसने जद (एस) सांसद को देश से बाहर जाने दिया और वोक्कालिगा बहुल क्षेत्र में चुनाव संपन्न होने के बाद आपत्तिजनक सेक्स वीडियो जारी किए। पेम ने समाचार चैनल टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही।

समाचार चैनल टाइम्स नाउ से बात करते हुए मोदी ने कहा कि हजारों वीडियो की मौजूदगी से पता चलता है कि ये उस समय के हैं, जब जदएस और कांग्रेस के बीच गठबंधन था। ये वीडियो तब एकत्र किए गए जब वे सत्ता में थे। लेकिन, इन्हें जारी तब किया गया, जब वोक्कालिगा बहुल क्षेत्र में मतदान संपन्न हो गया। घटनाक्रम को बेहद संदिग्ध बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वीडियो उनके देश से बाहर जाने के बाद जारी किए गए। अगर राज्य सरकार के पास जानकारी थी, तो उसे नजर रखनी चाहिए थी। हवाई अड्डे पर भी निगरानी रखनी चाहिए थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है क्योंकि यह कानून और व्यवस्था का मुद्दा था। उन्होंने कहा, आपने कुछ नहीं किया। भारत सरकार को सूचित नहीं किया गया। इसका मतलब है कि यह एक राजनीतिक खेल था। हालांकि, यह मेरा मुद्दा नहीं है, मेरा मुद्दा यह है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए। हमारे देश में इस प्रकार के खेल बंद होने चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हमें उन्हें वापस लाना चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। कोई अगर-मगर नहीं होना चाहिए। 

पीएम ने कहा, जहां तक मोदी की बात है, जहां तक भाजपा की बात है, जहां तक हमारे संविधान की बात है, मेरा स्पष्ट विचार है कि ऐसे लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (कतई बर्दाश्त नहीं करने) की नीति होनी चाहिए। उपलब्ध सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग करके कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

बता दें कि कांग्रेस और जनता दल (सेक्यूलर) ने 2018 के चुनावों के बाद कर्नाटक में गठबंधन सरकार बनाई थी और 2019 का लोकसभा चुनाव साथ लड़ने के बाद दोनों अलग हो गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा नीत पार्टी ने पिछले साल सितंबर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन किया था और दोनों दल मौजूदा लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ रहे हैं।

पीएम मोदी ने अहमदाबाद में डाला वोट, कहा-भारत की चुनाव प्रक्रिया दुनिया के लिए उदाहरण

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देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए वोटिंग जारी है। तीसरे चरण में 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर मतदान हो रहा है। सुबह से ही मतदान केन्द्रों में लोग अपने मताधिकार के प्रयोग के लिए पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में अपना वोट डाल दिया है। उन्होंने अहमदाबाद के पोलिंग बूथ पहुंच कर मतदान किया. इस दौरान उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।

दुनिया के बड़े विश्वविद्यालयों को केस स्टडी करनी चाहिए-पीएम मोदी

अहमदाबाद में अपना वोट डालने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की चुनाव प्रक्रिया और प्रबंधन दुनिया के लोकतंत्रों के लिए सीखने का एक उदाहरण है। दुनिया के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों को एक केस स्टडी करनी चाहिए। करीब 64 देशों में चुनाव हैं और सभी की तुलना होनी चाहिए। यह वर्ष लोकतंत्र के उत्सव की तरह है। मैं देशवासियों से फिर कहता हूं कि बड़ी संख्या में मतदान करें और लोकतंत्र का त्योहार मनाएं।

पत्रकारों को अपना ध्यान रखने को कहा

वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया कर्मियों से लोकसभा चुनाव को कवर करते समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने को कहा है। पीएम मोदी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि इस गर्मी में आप लोग दिन रात मेहनत कर रहे हैं। आप अपने सेहत की चिंता करें। मीडिया में कंपीटशन है। आप लोगों को समय से आगे दौड़ना पड़ता है। पीएम मोदी ने कहा, आपको अधिक पानी पीना चाहिए और यह आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा और आपको ऊर्जा भी देगा।

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सोशल मीडिया पर एक एनिमेटेड वीडियो सामने आया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डांस करते दिखाई दे रहे हैं।लोकसभा चुनाव के लिए जारी प्रचार के बीच पीएम मोदी ने खुद अपने एक्स हैंडल से एक वीडियो को रिपो

फेक वीडियो में खुद का डांस करता देख पीएम मोदी ने लिए मजे, बोले- चुनावी गहमा-गहमी के बीच चेहरे पर मुस्कान लाते हैं ऐसे वीडियो
सोशल मीडिया पर एक एनिमेटेड वीडियो सामने आया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डांस करते दिखाई दे रहे हैं।लोकसभा चुनाव के लिए जारी प्रचार के बीच पीएम मोदी ने खुद अपने एक्स हैंडल से एक वीडियो को रिपोस्ट किया है। पीएम मोदी ने वीडियो की तारीफ करते हुए कहा है कि चुनाव की गहमा-गहमी के बीच ऐसे वीडियो चेहरे पर मुस्कान लाने का काम करते हैं। वीडियो में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा प्रधानमंत्री को एक बड़ी सभा में डांस करते हुए दिखाया गया है। पीएम मोदी ने पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा है कि आप सभी की तरह मुझे भी खुद को डांस करते हुए देखकर मजा आया। चुनावी मौसम में ऐसी ऐसी रचनात्मकता सचमुच आनंददायक है! यह वीडियो ‘एथीस्ट कृष्णा’ आईडी से पोस्ट किया गया है और इसमें लिखा है, ‘‘यह वीडियो पोस्ट कर रहा हूं क्योंकि मैं जानता हूं कि ‘‘द डिक्टेटर’’ मुझे इसके लिए गिरफ्तार नहीं करेंगे।’’
तीसरे चरण में 10 केन्द्रीय मंत्री, 4 पूर्व सीएम के भाग्य का होगा फैसला, अमित शाह, सिंधिया और डिंपल समेत इनकी साख दांव पर

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देश में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जा रहे हैं। आज तीसरे चरण के लिए वोटिंग जारी है। 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 93 सीटों पर 1300 से अधिक उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। आज शाम को 1300 उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य ईवीएम में कैद हो जाएगा। इनमें कई बड़े चेहरों की किस्मत दांव पर लगी है। इस चरण में मोदी सरकार के 10 मंत्री मैदान में हैं। 10 केंद्रीय मंत्रियों के अलावा चार पूर्व मुख्यमंत्री भी केंद्र की राजनीति में एंट्री लेने की तैयारी कर रहे हैं।

इन केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत दांव पर

केंद्रीय मंत्रियों की बात करें लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में कुल 10 केंद्रीय मंत्री अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे, एसपी सिंह बघेल, प्रह्लाद जोशी, पुरुषोत्तम रूपाला, श्रीपद नाईक, भगवंत खूबा और देवु सिंह चौहान के नाम शामिल हैं।

अमित शाह: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुजरात की गांधीनगर सीट से एक बार फिर से चुनाव मैदान में हैं। शाह 2019 में यहां से जीते थे। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस की सोनल पटेल से है। सोनल गुजरात महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं। 2019 में गांधीनगर लोकसभा सीट पर 69.3% मतदान हुआ था। 

ज्योतिरादित्य सिंधिया: हर बार की तरह गुना लोकसभा सीट की इस चुनाव में एक चर्चित सीट बनी हुई है। गुना लोकसभा सीट से भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनावी मैदान में हैं। नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री सिंधिया अभी मध्य प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं। इस चुनाव के लिए कांग्रेस ने सिंधिया के सामने राव यादवेंद्र सिंह यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। 2019 लोकसभा चुनाव में गुना सीट पर भाजपा के उम्मीदवार डॉ. केपी यादव ने कांग्रेस के टिकट पर उतरे ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया था। उस चुनाव में यहां 73% मतदान दर्ज किया गया था। 

प्रह्लाद जोशी: जिन मंत्रियों की सियासी किस्मत इस चरण में दांव पर है उनमें प्रह्लाद जोशी भी शामिल हैं। केंद्रीय कोयला एवं संसदीय कार्य मंत्री कर्नाटक की धारवाड़ सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। यहां कांग्रेस ने पार्टी के युवा नेता विनोद आसुती को उतारा है। भाजपा के प्रह्लाद जोशी 2019 में यहां से जीतकर संसद पहुंचे थे। पिछले चुनाव में धारवाड़ सीट पर 72.1% वोटिंग दर्ज की गई थी। 

मनसुख मांडविया: महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर में भाजपा के उम्मीदवार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया हैं। मांडविया अभी तक गुजरात से राज्यसभा के सांसद थे। इस चुनाव में उनका मुकाबला कांग्रेस के ललितभाई वसोया से है। भाजपा के रमेशभाई लवजीभाई धाडुक 2019 में यहां से जीते थे। पिछले चुनाव में पोरबंदर सीट पर 58.9% मतदान हुआ था। 

नारायण राणे: महाराष्ट्र की रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग सीट पर भी लड़ाई रोचक है। यहां से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को उतारा है। इससे पहले राणे महाराष्ट्र से भाजपा के राज्यसभा सांसद थे। वह कोंकण के कुडाल विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक भी रह चुके हैं। इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री का मुकाबला शिवसेना (उद्धव गुट) के दो बार के सांसद विनायक राउत से है। 2019 लोकसभा चुनाव में रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग सीट पर शिवसेना के विनायक राउत ने सफलता हासिल की थी। उस चुनाव में यहां 65.6% मतदान दर्ज किया गया था।

एसपी सिंह बघेल: भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा से चुनावी मैदान में हैं।

श्रीपद नाइक: तीसरे चरण में जिन केंद्रीय मंत्रियों का चुनावी भविष्य दांव पर है, उनमें केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग और पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद येस्सो नाइक भी शामिल हैं। नाइक भाजपा के टिकट पर उत्तर गोवा से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने कांग्रेस ने रमाकांत खलप को उतारा है। पूर्व लोकसभा सदस्य खलप गोवा के उप-मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में उत्तर गोवा सीट से श्रीपद येस्सो नाइक को जीत मिली थी। उस चुनाव में यहां 79.9% मतदान दर्ज किया गया था।

ये बड़े चेहरे भी मैदान में

केन्द्रीय मंत्रियों के अलावा लोकसभा के तीसरे चरण मेंकई बड़े चेहरे चुनावी मैदान में हैं। ये वो चेहरे हैं, जिन पर अधिकांश लोगों की निगाहें टिकी हैं। उनमें उत्तर प्रदेश की मैनपुरी से सपा उम्मीदवार डिंपल यादव, फ़िरोज़ाबाद सीट से रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव, शिवपाल यादव के बेटे बदायूं से आदित्य यादव, एटा से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह, छत्तीसगढ़ के दुर्ग से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे विजय बघेल, महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा सीट पर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले, इसी सीट पर सुप्रिया सुले की भाभी और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार, महाराष्ट्र की सोलापुर सीट से पूर्व मुख्यमंत्री सुशील शिंदे की बेटी प्रणीति शिंदे, कर्नाटक की गुलबर्गा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि, कर्नाटक की शिवमोगा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस येडियुरप्पा के बेटे बी.वाई. राघवेंद्र जैसे नाम शामिल हैं।

लोकसभा चुनाव 2024: तीसरे चरण में 11 राज्यों की 93 सीटों पर वोटिंग आज, पीएम मोदी अहमदाबाद में करेंगे मतदान*
#lok_sabha_chunav_2024_phase_3_voting
लोकसभा चुनाव के लिए दो चरण सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद आज तीसरे चरण की वोटिंग हो रही है। पहले चरण में 102 तो वहीं दूसरे चरण में 88 सीटों पर मतदान हुए थे। आज तीसरे चरण में 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर आज मतदान होगा। तीसरे चरण में 120 महिलाओं समेत 1,300 से अधिक प्रत्याशी मैदान में हैं। इनके भाग्य का फैसला 17.24 करोड़ से अधिक मतदाता करेंगे। इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह गुजरात में वोट डालेंगे। *कहां-कहां वोटिंग आज* इस चरण में गुजरात की शेष 25 सीटों, उत्तर प्रदेश की 10, महाराष्ट्र की 11, कर्नाटक की शेष 14, छत्तीसगढ़ की सात, बिहार की पांच, मध्य प्रदेश की नौ, असम व पश्चिम बंगाल की चार-चार व गोवा की दो सीटों पर वोटिंग होगी। वहीं, केंद्रशासित प्रदेश दादरा-नगर हवेली एवं दमन व दीव की दो सीटों पर वोट डाले जाएंगे। पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त के बीच स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी राज्यों में मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। *यहां है पीएम मोदी का मतदान केंद्र* लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अहमदाबाद के रानिप में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोट डालने के लिए गुजरात छह मई की रात गुजरात पहुंच गए थे। वह गांधीनगर स्थित राजभवन में रुके थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 7:30 बजे वोट डालेंगे। गुजरात में लोकसभा चुनावों के लिए कुल 4 करोड़ 97 लाख 68 हजार योग्य मतदाता है। इनमें 2.56 करोड़ पुरुष और 2.41 करोड़ महिलाएं शामिल हैं।12 लाख से ज्यादा युवा पहली बार वोट करेंगे। राज्य में 50 हजार 960 ईवीएम और 49 हजार 140 वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। *इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर* 93 सीटों में कुछ सीट ऐसी हैं जो हाईप्रोफाइल की कैटिगरी में आती हैं। इनमें गांधीनगर, गुना, पोरबंदर, राजकोट, धारवाड़, गुना, विदिशा और राजगढ़ जैसी सीटें शामिल हैं। बड़े नेताओं में केंद्रीय मंत्री अमित शाह (गांधीनगर), ज्योतिरादित्य सिंधिया (गुना), मनसुख मंडाविया (पोरबंदर), पुरुषोत्तम रूपाला (राजकोट), प्रह्लाद जोशी(धारावाड़) और एसपी सिंह (आगरा) कि किस्मत दांव पर लगी है। वहीं मुलायम परिवार के लोगों की भी किस्मत आज ईवीएम में कैद हो जाएगी। इसमें सबसे बड़ा नाम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव का है। डिंपल यादव के खिलाफ योगी सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह चुनाव मैदान में हैं। *सबसे हॉट सीट गांधीनगर* आज सबसे ज्यादा नजर गांधीनगर की लोकसभा सीट पर रहेगी। यहां से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा प्रत्याशी हैं। भाजपा का गढ़ माने जाने वाली इस सीट का प्रतिनिधित्व लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज कर चुके हैं। पार्टी 1989 से इस सीट पर अपराजित है।
टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम की जर्सी लॉन्च, बीसीसीआई के इस खास अंदाज ने खिलाड़ियों को किया हैरान
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टी20 वर्ल्ड कप अगले महीने होने वाला है। टूर्नामेंट का पहला मैच एक जून को खेला जाएगा। वेस्टइंडीज और अमेरिका की सह मेजबानी में होने वाले इस विश्व कप को लेकर सभी टीमों ने तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर टीम इंडिया का ऐलान पहले ही हो चुका है। अब नई जर्सी भी लॉन्च हो गई। बीसीसीआई ने खास अंदाज में  भारत की जर्सी लॉन्च की, जिसे देखकर रोहित शर्मा समेत दूसरे खिलाड़ी हैरान रह गए।दरअसल, धर्मशाला के पहाड़ों के बीच एक हेलीकॉप्टर के जरिए टीम इंडिया की जर्सी को लॉन्च किया गया।

बीसीसीआई ने नई जर्सी को लॉन्च करने के लिए खास अंदाज अपनाया। टीम इंडिया की नई टी20 जर्सी को हेलीकॉप्टर से लॉन्च किया गया। जर्सी लॉन्च करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वीडियो में रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव नजर आ रहे हैं।रोहित कुलदीप और जडेजा को कुछ इशारा करते हैं, तभी हेलीकॉप्टर नजर आता है और उस पर टीम इंडिया की नई टी20 जर्सी टंगी दिखाई पड़ती है। ये तीनों खिलाड़ी इसे देख हैरान रह जाते हैं।


नई जर्सी में वी-शेप की गर्दन पर तिरंगे रंगों की धारियां और बाजू पर भगवा रंग पर एडिडास की तीन धारियां दिख रही हैं। सामने और पीछे का हिस्सा ब्लू कलर का है। इसके साथ ही साइड में भी एक भगवा धारी बनी है। जर्सी लॉन्च होने से पहले ही इसकी फोटो सोशल मीडिया पर लीक हो गई थी। अब एडिडास ने जर्सी भी जारी कर दी है।

टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया

इससे पहले बीसीसीआई ने 30 अप्रैल को टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम की घोषणा की थी।टीम की कमान रोहित शर्मा को ही सौंपी गई थी, जबकि हार्दिक पांड्या को उपकप्तान बनाया गया था। इसके अलावा टीम में विराट कोहली, यशस्वी जायसवाल, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, संजू सैमसन, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज।

5 जून से शुरू होगा भारतीय टीम का सफर
भारतीय टीम का टी20 वर्ल्ड कप में सफर 5 जून से होगा। पहला मैच आयरलैंड के खिलाफ न्यूयॉर्क में होगा। 9 जून को टीम इंडिया और पाकिस्तान के बीच टक्कर होगी। इसके बाद 12 जून को यूएस और 15 जून को कनाडा के खिलाफ मुकाबला होगा। टी20 वर्ल्ड कप में सुपर 8 के मुकाबले 19 जून से शुरू होंगे। 27 जून को सेमीफाइनल और 29 जून को फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ NIA जांच की सिफारिश, एलजी ने लगाया आतंकी संगठन से फंड लेने का आरोप
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले में कथित मनीलॉन्ड्रिंग को लेकर फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर एक नई मुसीबत आई है। दरअसल, उप-राज्यपाल वी.के. सक्सेना ने केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है। उप-राज्यपाल वी.के. सक्सेना ने खालिस्तानी फंडिंग के मामले में उनके खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है। सूत्रों के मुताबिक उपराज्यपाल को शिकायत मिली है कि आम आदमी पार्टी ने सिख फॉर जस्टिस से 16 मिलियन डॉलर का फंड लिया है।

पहले से ही कथित शराब घोटाले के आरोप में तिहाड़ में बंद केजरीवाल पर प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस से राजनीतिक चंदा लेने का आरोप लगा है। एलजी को मिली शिकायत के मुताबिक, आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस से अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को 16 मिलियन अमेरिकी डालर मिले। ये रकम देवेंद्र पाल भुल्लर की रिहाई में मदद और खालिस्तानी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए मिली। इसी शिकायत पर एलजी वीके सक्सेना ने गृह मंत्रालय से केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की मांग की है।

पत्र में इन बातों का जिक्र
एलजी ने जनवरी 2014 में केजरीवाल द्वारा इकबाल सिंह को लिखे गए लेटर का भी जिक्र किया है। इसमें कहा गया है, आम आदमी पार्टी पहले भुल्लर की रिहाई की सिफारिश करेगी। फिर एसआईटी के गठन सहित अन्य मुद्दों पर काम होगा। भुल्लर की रिहाई के लिए इकबाल सिंह जंतर-मंतर पर अनशन पर बैठे थे। केजरीवाल का पत्र मिलने के बाद अनशन खत्म किया था। इस मामले में आतंकी पन्नू के एक वीडियो का भी हवाला दिया गया है। जिसमें उसके द्वारा जिक्र किया गया है कि साल 2014 से 2022 के बीच अरविंद केजरीवाल को खालिस्तानी समूहों द्वारा 16 मिलियन डालर मिले।

आप ने एलजी को बताया भाजपा का एजेंट
एनआईए जांच की सिफारिश पर आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रतिक्रिया देते हुए एलजी वी.के. सक्सेना को भाजपा का एजेंट बताया है। ‘आप’ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, “यह सीएम केजरीवाल के खिलाफ एक और बड़ा षड्यंत्र है, जो कि भाजपा के इशारे पर रचा गया है।’ उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली में सातों सीट हार रही है और इसी हार के डर से वह बौखला गई है। भारद्वाज ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भी भाजपा ने इसी तरह की साजिश की थी।
प्रमोद कृष्णम का बड़ा दावा, बोले-'शाह बानो की तरह राम मंदिर के फैसले को पलट देगी कांग्रेस'*
#acharya_pramod_krishnam_claims_congress_will_overturn_ram_mandir_decision पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस और राहुल गांधी को लेकर बड़ा दावा किया है। आचार्य प्रमोद ने कहा कि अगर देश में कांग्रेस की सरकार बनी तो वो राम मंदिर का फैसला पलट सकते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इसको लेकर योजना बना चुके हैं और अपने नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम के इस दावे के बाद एक बार फिर सियासत गरमा गई है। पूर्व कांग्रेस नेता व ऐंचोड़ा कंबोह स्थित श्री कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दावा किया है कि राहुल गांधी और उनकी टीम इस देश को किसी न किसी बहाने से तोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि पहले की कांग्रेस और वर्तमान की कांग्रेस में काफी फर्क है। वह कांग्रेस में 32 साल से अधिक समय तक रहे हैं। जब राम मंदिर का फैसला आया तो राहुल गांधी ने अपने करीबियों के साथ बैठक की थी। इसमें कहा था कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद वह एक सुपरपावर कमेटी का गठन करेंगे। राम मंदिर के फैसले को वैसे ही पलट देंगे जैसे राजीव गांधी ने शाह बानो के फैसले को पलट दिया था। आचार्य प्रमोद पहले भी कांग्रेस को राम मंदिर के मुद्दे पर घेरते रहे हैं। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर आचार्य ने कांग्रेस के बड़े नेताओं पर निशाना साधा था। इसी कारण उन्हें पार्टी ने निष्कासित कर दिया था। आचार्य ने कहा था कि कांग्रेस के नेता राम विरोधी हैं और तभी वो राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में नहीं गए थे। इससे पहले कृष्णम ने कहा था कि चार जून के बाद कांग्रेस पार्टी के दो धड़े हो जाएंगे। एक धड़ा राहुल गांधी का होगा तो दूसरा प्रियंका गांधी वाड्रा का। आचार्य का कहना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं के दिल में एक ज्वालामुखी रही है जो चार जून के बाद फट जाएगा। शनिवार को एक चैनल से बातचीत करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि प्रियंका गांधी के साथ साजिश हो रही है। प्रियंका गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनने और राज्यसभा में जाने से रोका गया। कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी नहीं दी गई।यह साजिश उनके खिलाफ कई वर्षों से चल रही है। राहुल गांधी का खेमा चाहता है कि प्रियंका गांधी राजनीति से बाहर हो जाएं। इस वजह से प्रियंका गांधी के समर्थक दुखी हैं। इसके चलते ही चार जून के बाद कांग्रेस के दो धड़े होने वाले हैं।
टी20 वर्ल्ड कप पर मंडराया आतंकी हमले का खतरा, वेस्टइंडीज को मिली धमकी के बाद हरकत में आया आईसीसी*
#terror_threat_to_t20_world_cup_in_west_indies वेस्‍टइंडीज और अमेरिका की संयुक्‍त मेजबानी में होने वाले टी20 वर्ल्‍ड कप को आतंकी हमले की धमकी मिली है। जिसके बाद मेजबान देशों की एजेंसियां अलर्ट मोड पर पहुंच गई हैं, और जरूरी कदम उठाने की बात की जा रही है। बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट का आयोजन अमेरिका और वेस्टइंडीज में होना है, लेकिन कैरेबिया में अधिकांश मुकाबले खेले जाने हैं। त्रिनिदाद के प्रधानमंत्री डॉक्‍टर कीथ रॉले ने खुलासा किया है कि टी20 वर्ल्‍ड कप को आतंकी हमले की धमकी मिली है। टी20 विश्व कप का काउंटडाउन शुरू हो चुका है और अब इस टूर्नामेंट को शुरू होने में एक महीने से भी कम का समय रह गया है। अगले महीने से शुरू होने वाले इस वैश्विक टूर्नामेंट में 20 टीमें हिस्सा ले रही है जिसमें भारत भी शामिल है। इस टूर्नामेंट का आयोजन अमेरिका और वेस्टइंडीज में होना है, लेकिन कैरेबिया में अधिकांश मुकाबले खेले जाने हैं। वेस्टइंडीज में ग्रुप चरण के कुछ मैचों के अलावा सुपर आठ चरण के सभी मैच, सेमीफाइनल और फाइनल का आयोजन होना है। इस बीच, टूर्नामेंट पर आतंकी हमले का साया छा गया है। त्रिनिदाद के प्रधानमंत्री डॉक्‍टर कीथ रॉले ने खुलासा किया कि वेस्‍टइंडीज और अमेरिका की संयुक्‍त मेजबानी में होने वाले टी20 वर्ल्‍ड कप को आतंकी हमले की धमकी मिली है। रॉले ने कहा कि खतरे को संभालने के लिए राष्‍ट्रीय सुरक्षा तैयारियों और प्रतिक्रिया तत्‍परता पर अतिरिक्‍त प्रयास लगाया जाएगा। रॉले के हवाले से त्रिनिदाद डेली एक्‍सप्रेस ने कहा, ''दुर्भाग्‍य से आतंकवाद का खतरा अपनी अनेक और विविध अभिव्यक्तियों में 21वीं सदी की दुनिया में हमेशा मौजूद रहने वाला खतरा है।''रॉले ने विशेषकर किसी संस्‍था का नाम नहीं लिया, लेकिन रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस्‍लामिक स्‍टेट ने अपने प्रचार माध्‍यम से यह धमकी दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक,"प्रो-इस्लामिक स्टेट (आईएस) मीडिया स्रोतों ने खेल आयोजनों के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले अभियान शुरू किए हैं, जिसमें अफगानिस्तान-पाकिस्तान शाखा, आईएसखोरासन (आईएस-के) के वीडियो संदेश शामिल हैं, जिसमें कई देशों में हमलों पर रोशनी डाली गई है और समर्थकों से युद्ध के मैदान में शामिल होने की गुजारिश की है." प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ''यह इस पृष्ठभूमि में है कि सभी राष्ट्र, हमारे क्षेत्र की तरह, जब बड़ी या कमजोर सभाओं की मेजबानी करते हैं, तो व्यक्त या निहित सभी खतरों को गंभीरता से लेने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों और प्रतिक्रिया तत्परता में अतिरिक्त प्रयास करते हैं।'' आतंकी हमले की धमकी मिलने के बाद आईसीसी भी हरकत में आया और उसने तैयारियों को लेकर आश्वासन दिया है। आईसीसी के प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा, टूर्नामेंट में शामिल होने वाले सभी लोगों की सुरक्षा और सिक्योरिटी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारे पास सुरक्षा स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त प्लान है। हम मेजबान देश और अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में बने हुए हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं। किसी भी तरह के जोखिम से निपटने के लिये सुरक्षा के चाक चौबंद उपाय किए जा रहे हैं।