झारखंड की 14 लोकसभा सीट पर इंडी एलायंस ने 10 तो एनडीए ने 7 नए चेहरे उतारे
झारखंड की 14 लोकसभा संसदीय क्षेत्र में एनडीए और इंडी गठबंधन ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। झारखंड की लोकसभा सीटों इस बार चुनाव में रोचक मुकाबला दिख सकता है। इस बार लोकसभा आम चुनाव में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला होने के आसार हैं। दोनों दलों ने जीत सुनिश्चित करने के उद्देश्य से नए चेहरे को मैदान में उतारा है।
इंडिया गठबंधन जहां 14 में से 10 तो वहीं एनडीए गठबंधन 7 नए चेहरे को इस चुनाव में टिकट दिया है। सबसे नए चेहरे और चौंकाने वाली बात करें तो कांग्रेस की ओर से सुबोध कांत की बेटी यशस्विनी को रांची लोकसभा से टिकट दिया है।
हालांकि इनमें से कुछ प्रत्याशियों के नाम इसलिए भी बदले गए कि वह इंडी गठबंधन छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। कुछ जगहों पर प्रत्याशी बदलने के कुछ और भी कारण है जैसे की पिछली बार गिरिडीह से जगन्नाथ महतो को उतारा था, जो अब नहीं रहे। जमशेदपुर से पिछली बार चपाई सोरेन को उतारा था जो अब मुख्यमंत्री है। सिंहभूम से कांग्रेस ने गीता कोड़ा को उतरा था जो इस बार भाजपा से खड़ी हो रही है। गुरु जी के स्वास्थ्य ठीक ना रहने के कारण दुमका से भी प्रत्याशी को बदलना पड़ा। टिकट बंटवारे में इंडिया गठबंधन द्वारा की गई छोटी-मोटी गलतियों को छोड़ दें तो इस बार दोनों पक्षों द्वारा पूरी संजीदगी से अपने-अपने प्रत्याशी उतारे हैं।
भाजपा के रणनीतिकार वोटों पर अपनी स्वभाविक हिस्सेदारी मान कर पिछड़ों को लुभाने के प्रयास किया है और सामान्य सीटों पर ओबीसी को प्राथमिकता दी है। 13 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली भाजपा ने 7 सीटों पर नए चेहरे उतारे हैं। जिसमें लोहरदगा से सुदर्शन भगत की जगह समीर उरांव। हजारीबाग से जयंत सिन्हा की जगह मनीष जायसवाल, धनबाद से पीएन सिंह की जगह ढुल्लू महतो, राजमहल से हेमलाल बर्मन की जगह ताला मरांडी चतरा से सुनील सिंह की जगह कालीचरण सिंह को प्रत्याशी बनाया है।
इस बार जो स्थितियां बन रही हैं उसमें मुख्य मुकाबला एनडीए और इंडिया के बीच ही होता दिख रहा है। कुछ नेता जैसे लोहरदगा से चमरा लिंडा, राजमहल से लोबिन हेंब्रम अपना कितना प्रभाव छोड़ पाएंगे यह तो चार जून को मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा।
Apr 27 2024, 14:15