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गांडेय उपचुनाव को लेकर आजसू भाजपा में मतभेद,आजसू यहां के कार्यकर्ताओं से बात कर अपने स्टैंड का करेगी खुलासा


झारखंड डेस्क

गिरिडीह के गांडेय विधानसभा में हो रहे उपचुनाव के कारण जेएमएम के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को मैदान में होने से यह सीट चर्चा में आ गया है। इस सीट को लेकर एनडीए की घटक दल आजसू के सुप्रीमो भाजपा से नाराज चल रहे हैं।आजसू का आरोप है कि भाजपा उनकी पार्टी से विचार विमर्श किए बिना दिलीप वर्मा को मैदान में उतार दिया है, लेकिन उसी दिन से आजसू में इसको लेकर नाराजगी चल रही है।

 गांडेय विधानसभा क्षेत्र में आजसू का मतदाताओं पर अगर कितनी पकड़ है इस पर बात करें तो इतना मजबूत पकड़ भी नही कहा जा सकता है। इसके बावजूद आजसू के अंदर इस सीट को लेकर मंथन चल रहा है।

अब इस सीट को लेकर आजसू पार्टी का क्या स्टैंड होगा, इसका खुलासा अभी पार्टी ने नहीं किया है। लेकिन वहां के जमीनी हकीकत जानने के लिए पार्टी ने पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गयी थी। अब वहां की वस्तुस्थिति जानने के लिए पार्टी प्रमुख सुदेश महतो खुद 14 अप्रैल को गांडेय आ रहे हैं। 

आजसू गांडेय विस के तीन चुनाव (2005, 2009, 2019) लड़ चुकी है, पर तीनों में मिले वोट की संख्या भी 20 हजार के पार (19389) नहीं पहुंच पाई है।

 वहीं, भाजपा व आजसू पार्टी को मिले वोट की तुलना करें तो आजसू की स्थिति में सुधार तो हुआ, लेकिन भाजपा उससे काफी आगे रही।

विधानसभा चुनाव 2005 में जहां भाजपा तीसरे नंबर पर और आजसू 10 वें नंबर पर रही थी। आजसू से करीब 22 गुना ज्यादा वोट भाजपा को मिले थे। 2009 के चुनाव में भाजपा फिर तीसरे और आजसू खिसककर छह नंबर पर आ गया। इसमें भी दोनों में अंतर का फासला करीब नौ गुना रहा। 

बीते 2019 के चुनाव में आजसू पार्टी तीसरे व भाजपा दूसरे नंबर पर आ गई, लेकिन इसमें भी दोनों दलों में वोट का अंतर करीब चार गुना रहा।

आजसू के प्रत्याशी की जमानत हो चुकी है जब्त

विगत तीनों चुनाव में आजसू पार्टी के प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गयी थी। 2005 में सनातन मरांडी को एक प्रतिशत से भी कम सिर्फ 1488 वोट मिले थे। 2009 में आजसू के अनिमा हांसदा को 1.9 यानी 2540 वोट, 2019 में अर्जुन बैठा को 8.2 यानी 15361 वोट मिले थे। पिछले तीन चुनावों में आजसू पार्टी का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।

कार्यकर्ताओं से बात कर आजसू लेगी निर्णय

पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने बताया कि 14 को हमलोग गांडेय जा रहे हैं। वहां विधानसभा क्षेत्र के सभी पंचायत प्रमुख, ग्राम प्रभारी एवं चूल्हा प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में वस्तुस्थिति की जानकारी ली जाएगी। 

उसके बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा जोर पार्टी की नहीं एनडीए की जीत पर है।

भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती सिंह ने कहा- बरहेट में ईद के दिन एक नाबालिग लड़की के साथ हुआ सामूहिक दुष्कर्म


सरकार पर उठाया सवाल,दोषी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की

भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती सिंह ने कहा कि साहिबगंज जिला के बरहेट में ईद के दिन एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। इस घटना से आहत नाबालिग लड़की ने आत्महत्या कर ली। दूसरी ओर राँची के रातू थाना में नाबालिग लड़की अपनी सहेली के साथ मेला घूमने गई थी, वहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटी।

उन्होंने कहा कि जेएमएम, काँग्रेस और राजद वाली गठबंधन की सरकार में महिला उत्पीड़न चरम पर है। हर दिन राज्य की बहू, बेटियों पर होने वाली अनाचार एवं उत्पीड़न की खबरों से अखबार रंगा रहता है। उन्होंने कहा कि अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। दिन दहाड़े दुष्कर्म की घटना को अंजाम दे रहे है। 

उन्होंने पिछले 4 वर्षों में हुए घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा राज्य में 6000 से अधिक दुष्कर्म घटना घटी है, उसमें 3000 से अधिक आदिवासी महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना घटी है।

 आरती सिंह ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया। राज्य की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है।

 उन्होंने कहा कि सरकार को फुर्सत मिले तो बहन-बेटियों की सुरक्षा पर ध्यान दे। उन्होंने इस दुष्कर्म में संलिप्त दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है।

मुंबई में आयोजित नेशनल वर्ड पावर चैंपियनशिप में झारखंड के सरकारी स्कूल के होनहार बच्चो ने अपना परचम लहराया


झारखंड में हुनर की कमी नहीं है, कमी है तो सिर्फ उन्हे सवारने की। जी हा ऐसा ही कुछ कर दिखाया है झारखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चो ने। 

मुंबई में आयोजित नेशनल वर्ड पावर चैंपियनशिप में झारखंड के इन होनहार बच्चो ने अपना लोहा मनवाया है। 

मुंबई में आठ राज्यों के बीच दिनांक 11 व 12 अप्रैल को हुई इस राष्ट्रिय प्रतियोगिता में राज्य के क्लास 2 से 5 तक के चार बच्चो ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ओवरआल चैंपियन का खिताब झारखंड की झोली में डाल दिया है। झारखंड के इन बच्चो ने अंग्रेजी के करिश्माई कौशल से अन्य राज्यों से शामिल हुए प्रतिभागियों के बीच अपनी अलग पहचान बना ली है। कक्षा 2 वर्ग में झारखंड को पहला स्थान, कक्षा तीन वर्ग में पांचवा, कक्षा 4 वर्ग में चौथा और कक्षा 5 वर्ग में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। 

वर्ड पावर चैंपियनशिप प्रतियोगिता का आयोजन अमेरिका की लोकप्रिय 'स्पेलिंग बी प्रतियोगिता' की तर्ज पर होता है। यह भारत में एकमात्र अंग्रेजी प्रतियोगिता, विशेष रूप से क्षेत्रीय भाषायी स्कूलों के छात्रों के लिए आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता है। जिसका उद्देश्य अत्यधिक कठिन 'अंग्रेजी साक्षरता कार्यक्रम' में भाग लेने के बाद क्षेत्रीय भाषा के स्कूली छात्रों को अंग्रेजी की प्रतिभा दिखाने के लिए एक विशेष मंच प्रदान करना है।

राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी अभिनव कुमार समेत अन्य शिक्षा पदाधिकारियों ने पूरी टीम को बधाई दी है।

त्योहारों के अवसर पर भी चली राजनीतिक बयानबाजी, एक दूसरे पर हुए हमलावर,आपत्तिजनक बयान पर 26 लोगों पर हुआ एफआईआर


राँची: प्रकृति पर्व सरहुल आदिवासियों का एक बहुत ही बड़ा त्योहार माना जाता है। आदिवासियों को प्रकृति का पुजारी भी कहा जाता है। 11 अप्रैल को प्रकृति पर्व सरहुल रांची सहित पूरे राज्य में धूमधान से मनाया गया।

 इस त्यौहार में लोगों के द्वारा तरह-तरह की झांकियां निकाली। इसी झांकी में एक ऐसा आपत्तिजनक झांकी निकला गया जिसमें करीब 26 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। और इस झांकी को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई अटकलें भी लगाई जा रही है।

जैसे-जैसे चुनाव की तिथियां नजदीक आते जा रही है तरह-तरह के पोस्टर बैनर देखे जा रहे हैं। इसी संदर्भ में आज रांची के सड़कों पर सरहुल महोत्सव में के एक ऐसा झांकी देखा गया जो आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है। ऐसे ही एक झांकी पर सबका खास ध्यान गया, जिसमें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में बंद दिखाए पड़ रहे थे।

दरअसल सरहुल पर्व में सड़कों पर कई तरह की झांकियां देखने को मिल रही थी। जिसमे से एक झांकी जेल का है इसमें हेमंत सोरेन को जेल के अंदर बंद दिखाया गया है और जेल के दीवारों पर ईडी सीबीआई और आईटी लिखा हुआ दिखाया गया है। झांकी में स्लोगन लिखा था, जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा। बस क्या था,, चुनाव के इस सरगर्मी में इस झांकी को जिला प्रशासन ने आचार संहिता का उल्लंघन माना। इस मामले में जिला प्रशासन की ओर से केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की समेत 26 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

 केंद्रीय सरना समिति भारत के द्वारा यह झांकी निकाली गई थी। झांकी के विषय में इस समिति के महासचिव राजू मुंडा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान किए थे। उसी प्रकार हेमंत सोरेन झारखंड के विकास की लड़ाई लड़ रहे थे। लेकिन केंद्रीय एजेंसियों के द्वारा शोषित किया गया। अगर हेमंत सोरेन बेगुनाह है तो छवि अच्छा होना चाहिए और गुनहगार हैं तो हमलोग स्वीकार करते है। यह मुद्दा धीरे-धीरे तूल पकड़ता गया और राजनीतिक पार्टिया एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगी। पहले सुनिए की राजू मुंडा ने क्या कहा

 इस झांकी को लेकर जहां जिला प्रशासन ने माना की धार्मिक जुलूस में इस प्रकार का स्लोगन लिखना एवं झांकी में राजनीतिक चित्र प्रस्तुत करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। जिस पर जिला प्रशासन के आदेश एवं जुलूस में तैनात दंडाधिकारी के बयान पर कोतवाली थाना में केंद्रीय सरना समिति भारत के नेतृत्वकर्ता फूलचंद तिर्की सहित 26 लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है। इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे है। जेएमएम केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह झांकी यहां के आदिवासियों के द्वारा एक आक्रोश है। वह राजनीतिक दल के द्वारा दिया गया कोई वक्तव्य नहीं है। रही कार्रवाई की बात तो प्रशासन हमारे हाथ में नहीं है वह तो आचार संहिता के कारण चुनाव आयोग के निर्देश पर चल रहा है। वहीं दूसरी ओर भाजपा के सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि यह पूरी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन है। जिसने ऐसा किया है उसे गिरफ्तार करने की मांग की और साथ ही उन्होंने कहा कि जिसने भी ऐसा कार्य करवाया है उसके चेहरे को जनता के सामने लाने की जरूरत।

 यू तो आचार संहिता की वजह से इस बार ईद और सरहुल का रूप ही कुछ अलग था। त्योहार के मौके पर कई दिन पहले से बैनर-पोस्टर शहर में लगने शुरू हो जाते थे मगर इस बार वैसा कुछ नहीं दिखा। त्योहार के मौके पर बैनर पोस्टर के जरिए जरूर राजनीति होती थी मगर आचार संहिता की वजह से इस बार मामला ही कुछ अलग था।

झारखंड पार्टी भी उतरी चुनावी मैदान में : झारखंड की तीन सीटों पर झापा ने खोले 'पत्ते


लोकसभा चुनाव में झापा नए रूप में आजमाएगी किस्मत, पूर्व मंत्री एनोस एक्का के नेतृत्व में कई लोकसभा में प्रत्याशी उतारने की तैयारी

रांची: लोकसभा चुनाव 2024 की तिथि जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे वैसे पार्टियों का चुनावी मैदान में उतरना बदस्तूर जारी है। आज इसी क्रम में झारखंड पार्टी यानी की 'झापा' ने केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक रांची में हुआ।  

रांची में हुई बैठक की अध्यक्षता कर रहे एनोस एक्का ने कहा कि झारखंड में उनकी पार्टी की तरफ से पहली सूची में हजारीबाग, चतरा और चाईबासा लोकसभा सीट पर अपने प्रत्यासी उतारने का फैसला लिया है।

वही झारखंड पार्टी के प्रधान महासचिव ने कहा कि अभी तक हुई बैठक में तीन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई है लेकिन जल्द ही तीन और लोकसभा सीट से भी प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करते हुए बताया कि हजारीबाग से राजकुमार कुशवाहा, चतरा से दर्शन गंजू और चाईबासा से चित्रसेन सिंकु प्रत्याशी के रूप में खड़े होंगे। 

वही पार्टी के महासचिव अशोक कुमार भगत ने कहा कि झारखंड की स्थानीय पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी दोनों ही लोगों को सिर्फ ठगने का काम कर रही है। यह दोनों पार्टियों सत्ता में रहने के बावजूद भी राज्य की जनता के लिए कुछ ठोस कदम नहीं उठा पाई जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इसलिए राज्य की जनता के सामने झारखंड पार्टी एक बेहतर विकल्प बनकर आई है।

बता दें कि एनोस एक्का झारखंड के पूर्व मंत्री रह चुके हैं और वह झारखंड की राजनीति में अच्छी खासी पकड़ रखते हैं।ऐसे में उनका चुनावी मैदान में उतरना निश्चित रूप से चुनाव में खड़े बड़े पार्टियों के प्रत्याशियों के लिए आफत खड़ी कर सकती है।

प्रकृति के पर्व सरहुल के कार्यक्रम में सीएम चंपाई सोरेन सिरम टोली सरना स्थल पर उपस्थित होकर की पूजा

राँची: झारखंड में प्रकृति पर्व सरहुल पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर शहर के विभिन्न अखड़ा व सरना स्थलों में परंपरागत रीति-रिवाज से सरहुल पूजा मनाया गया। मुख्य पाहन ने विधि-विधान के साथ सरहुल की पूजा की। पूजा संपन्न होने के बाद मुख्य पाहन ने बीती शाम घड़े में रखे पानी की दिशा देखकर भविष्यवाणी की कि इस बार झारखंड में मॉनसून सामान्य रहेगा। झारखंड के हर क्षेत्र में अच्छी बारिश होगी। किसानों को खेती में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

वही प्राकृतिक उपासना का महापर्व "सरहुल पूजा" के अवसर पर सिरमटोली स्थित 'करम' पूजा स्थल में आयोजित पूजा-अर्चना कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय के साथ सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि आज का दिन कई मायनों में महत्वपूर्ण है। संयोग से आज के दिन ही सरहुल, ईद व नवरात्रि का त्यौहार पूरे देश में एक साथ मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आपसी भाईचारा के साथ एक-दूसरे के बीच खुशियां बांटने का समय है। लोगों को मिलजुलकर आपसी सौहार्द और एकजुटता के साथ इन परम्पराओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है ताकि आने वाली पीढ़ी भी झारखंड की संस्कृति और रीति रिवाज को संरक्षित करने के लिए प्रेरित हों।

नशा मुक्ति अभियान में पुलिस सख्त: रांची के बुंडू इलाके से 2 किलो अफीम के साथ महिला और पुरुष गिरफ्तार

राँची: नशा कारोबारी के खिलाफ इन दिनों रांची पुलिस पूरी तरह से सख्त नजर आ रही है। इन कारोबारियो के खिलाफ नकेल कसने को लेकर रांची पुलिस शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार सर्च अभियान चला रही है।

नशे के सौदागरों के खिलाफ रांची एसएसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की योजना बनाई गई। इसी योजना के अंतर्गत मोटरसाइकिल पर सवार बुंडू से सोनहातू जा रहे दो लोग देवीनाथ सिंह मुंडा और राधिका कुमारी को अवैध अफीम के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि डीएसपी बुंडू के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया। टीम ने कार्रवाई करते हुए सोनाहातू थाना गेट के पास वाहन चेकिंग के दौरान मोटरसाइकिल सवार के पास से 2 किलो अवैध अफीम, दो हजार रुपया, एक बिना नंबर का अपाची मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फ़ोन बरामद किया है।

बुधवार को शाम दूज के चांद नजर आते ही अल्लाह की इबादत में झुके हजारों सिर,ईदगाह में किया नमाज अदा

राजधानी रांची में बुधवार को शाम दूज का चांद नजर आया। चांद नजर आते ही लोगों ने अल्लाह का शुक्र अदा किया और एक-दूसरे को ईद की बधाई दी। ईद का चांद नजर आते ही लोगों ने आतिशबाजी कर खुशियां मनायी। आज सुबह से ही ईद-उल-फितर की नमाज ईदगाह और मस्जिदों में अदा की जा रही है।

रांची के डोरंडा ईदगाह में ईद उल फितर के मौके पर बड़ी संख्या में मुसलमान भाइयों ने ईद की नमाज अदा की और एक दूसरे को ईद की बधाई देते नजर आए। उन्होंने इबादत किया कि राज्य में खुशहाली, अमन शांति बनी रहे। वही ईद के इस मौके पर आदिवासियों का बड़ा पर्व सरहुल भी है। इस पर भी सभी मुसलमान भाइयों ने मुबारकबाद दी। सभी हिंदू ,मुस्लिम, सिख, ईसाई एक दूसरे के साथ खुश रहें और राज्य की तरक्की करें इसकी दुआ लोगों ने अल्ला से मांगी।

नमाज को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए। ईद के इस खास मौके पर लोग अपने परंपरागत परिधान कुर्ता-पायजामा, टोपी और इत्र के साथ उत्साह और उल्लास के माहौल में दिखे।

1991 का 10वां आम चुनाव : 'मंडल कमीशन-मंदिर' पर लड़ा गया और झामुमो को पहली बार 6 सीट भाजपा को 5 सीट मिलीं

साल 1989 में हुए आम चुनाव के 16 महीने ही हुए थे कि नौवीं लोकसभा भंग कर दी गई। देश 1991 के 10वें आम चुनाव के मुहाने पर था जो कि मध्यावधि चुनाव था। चुनाव ऐसे माहौल में हो रहा था जब मंडल कमिशन का मुद्दा और राम मंदिर मामला देश की राजनीति की दिशा तय कर रहे थे।

राम जन्मभूमि, बाबरी मस्जिद और मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने के विरोध में यह चुनाव लड़ा जा रहा था। देश में गठबंधन की अस्थिर राजनीति का आगाज हो चुका था। वीपी सिंह की सरकार में मंडल कमिशन की सिफारिशें लागू की गईं और ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण दिया गया। इसके बाद देशभर में सवर्णों का आंदोलन शुरू हो गया।

साथ ही साथ अयोध्या में बाबरी मस्जिद भी विवाद का विषय बन गया।मंदिर मुद्दे को लेकर देश के कई हिस्सों में हिंसा भी हुई।

20 मई को पहले चरण के मतदान हुए ही थे कि तमिलनाडु में एक रैली के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई। इसके बाद बाकी बचे दो चरणों के मतदान 12 और 15 जून के लिए पोस्टपोन कर दिए गए। पहले चरण के हुए मतदान में कांग्रेस की हालत खराब थी, लेकिन बाद के चरणों में इसे जबरदस्त कामयाबी मिली। इसके बाद नरसिम्हा राव की अगुवाई में केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी।

इसी दसवें आम चुनाव में संयुक्त बिहार में अगर झारखंड की बात करें तो झारखंड में राजीव गांधी की हत्या से बनी सहानुभूति का कोई असर नहीं रहा। पहली बार झामुमो से 6 सांसद चुनाकर एक साथ संसद पहुंचे। राजमहल से साइमन मरांडी, गोड्डा से सूरज मंडल, दुमका से शिबू सोरेन गिरिडीह से विनोद बिहारी महतो जमशेदपुर से शैलेंद्र महतो और सिंहभूम से कृष्णा मरांडी जीतकर संसद पहुंचे। वहीं भाजपा को राम मंदिर के मुद्दे पर थोड़ा लाभ हुआ और पांच सांसदों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वहीं कांग्रेस का इस क्षेत्र से खाता भी नहीं खुला।

इस आम चुनाव में पूरे देश की बात करें तो कांग्रेस को 244 सीटें मिलीं। 120 सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी दूसरे नंबर पर रही। उसे मंदिर मुद्दे का फायदा मिला था। जनता दल को 63 सीटें और CPM को 36 सीटें हासिल हुईं। कांग्रेस का वोट प्रतिशत 35.66 था और बीजेपी को 20.04 प्रतिशत वोट मिले।

अपनी ही पार्टी के खिलाफ राजमहल से चुनाव लड़ेंगे जेएमएम विधायक लोबिन हेम्ब्रम





रांची: साहिबगंज जिला के बोरियो से झामुमो के वरिष्ठ विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने राजमहल लोकसभा चुनाव को नया मोड़ देकर इसे दिलचस्प बना दिया है। पार्टी के नीति और सिद्धांत के खिलाफ लोगों हमेशा से आवाज उठाते नजर आए। जिससे उन्हें बागी विधायक भी कहा जाता रहा है। आज एक बार फिर उन्होंने पार्टी के खिलाफ बिगुल फूका।

राजमहल से झामुमो प्रत्याशी विजय हांसदा के खिलाफ बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि राजमहल से विजय हादसा को आम जनता नापसंद करती है। उन्होंने यह दावा भी किया है कि इस चुनाव में उनकी जीत भी होगी। साथ में यह भी कहा कि वह जेएमएम पार्टी से इस्तीफा नहीं देंगे।

झामुमो में रहते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। वह पार्टी की लाज बचाने के लिए चुनाव लड़ने जा रहे हैं। लोबिन ने कहा कि झामुमो ने वर्ष 2019 में जिन सिद्धांतों पर विधानसभा का चुनाव जीता था, उन सिद्धांतों पर वह टिक न सका। अपनी ही सिद्धांत और नीति के खिलाफ भटक गया है जेएमएम। कहा कि पार्टी ने न तो लोगों को रोजगार दिया, न ही स्थानीय नीति का कानून लागू किया। लोबिन हेंब्रम ने कहा कि दुर्गा सोरेन के नहीं रहने पर जब शिबू सोरेन की विरासत हेमंत सोरेन को मिली तो ऐसे में जब आज हेमंत सोरेन जेल में हैं तो फिर उस हिसाब से बसंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनना चाहिए था। लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि सीता सोरेन परिवार की बड़ी बहू थीं, उनका भी हक था ऐसे में उन्हें समझा कर साथ क्यों नहीं रखा गया? घर की बहू बाहर क्यों चली गई, इस बारे में किसी ने नहीं सोचा।