कोल्हान में बालू के अवैध खनन और परिवहन के नियमों के विरुद्ध जिला पुलिस-प्रशासन की टीम एक्शन मोड में
सरायकेला :कोल्हान में बालू का अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस-प्रशासन की टीम एक्शन मोड पर आ गई है. जिले के उपायुक्त के निर्देश पर चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में बालू के अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है.
बुधवार की रात भी उपायुक्त के निर्देश पर चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी शुभ्रा रानी ने जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सतपथी और चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुनील कुमार रजवाड़ के साथ ईचागढ़ व तिरुलडीह थाना क्षेत्र में छापामारी अभियान चलाया.
छापामारी अभियान के दौरान ईचागढ़ थाना क्षेत्र के गौरांगकोचा में छापामारी दल को दो स्थानों में बालू का अवैध भंडारण मिला. इनमें एक स्थान पर लगभग दो लाख सीएफटी और एक स्थान पर 32 हजार सीएफटी बालू मिला. दोनों स्थानों में अवैध भंडारण को विधिवत जब्त करते हुए उसे पुलिस को सौंप दिया गया।
अज्ञात पर मामला दर्ज
अवैध रूप से बालू का भंडारण मिलने के बाद जिला खनन पदाधिकारी ने ईचागढ़ थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है.
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस पता लगाएगी कि बालू का भंडारण किस जमीन पर और किसके द्वारा किया गया है. इसके पूर्व भी ईचागढ़ थाना क्षेत्र में जांच के दौरान एक ही दिन दस लाख सीएफटी बालू का अवैध भंडारण मिला था. छापामारी दल ने बालू को जब्त किया गया था, इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
वैसे बुधवार की रात छापामार दल ईचागढ़ प्रखंड गौरांगकोचा के अलावा सोड़ो, जारगोडीह, तिरुलडीह थाना क्षेत्र के तिरुलडीह के अलावा अन्य कई क्षेत्रों में जांच अभियान चलाया. जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि भोर के चार बजे तक चले अभियान के दौरान टीम ईचागढ़ थाना क्षेत्र से जांच प्रारंभ कर तिरुलडीह, नीमडीह होते हुए वापस चांडिल पहुंची. वहीं चुनाव के मद्देनजर चौका मोड़ और तिरुलडीह-द्वारसिनी के बीच व आदरडीह में इंटरस्टेट बॉर्डर में सुरक्षा की जांच की.
जारी रहेगा अभियान
इस संबंध में चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी शुभ्रा रानी ने बताया कि अवैध कारोबार के खिलाफ जांच अभियान लगातार जारी रहेगा. बालू का अवैध खनन और परिवहन किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा. छापामारी अभियान के दौरान ईचागढ़ के थाना प्रभारी और अंचल अधिकारी भी साथ थे.
लगातार हो रहे कार्रवाई के बाद भी सफेद बालू का काला कारोबार थम नहीं रहा है. इससे स्थानीय लोगों के बीच संदेह है.
लोगों का कहना है कि कही पर दस लाख, दो लाख सीएफटी बालू का भंडारण किया जा रहा हो और स्थानीय पुलिस-प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगे ऐसा हो नहीं सकता.
पुलिस-प्रशासन का सूत्र इतना कमजोर नहीं हो सकता है. लोगों का मानना है कि हर गांव में पुलिस-प्रशासन का सूत्र है, बावजूद इसके बालू का अवैध भंडारण की सूचना उनतक नहीं पहुंचा संदेह पैदा करता है.
Apr 05 2024, 18:30