लोकसभा चुनाव: उपेंद्र कुशवाहा खातिर काराकाट के सांसद महाबलि सिंह की चढ़ेगी बलि? या कुशवाहा को ढूंढनी पड़ेगी नई जमीन
औरंगाबाद: लोकसभा चुनाव 2024 के तिथि का एलान किसी वक्त हो सकता है। चुनाव को लेकर पार्टी और नेता सभी तैयारी मे जुटे है। अब बस उन्हें इस बात का इंतजार है कि उनकी टिकट पक्की है या नही।
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इसी कड़ी आज हम बात करेंगे बिहार के काराकाट लोकसभा क्षेत्र की। इस लोकसभा क्षेत्र में रोहतास जिले के काराकाट, नोखा, डेहरी और औरंगाबाद जिले के गोह, ओबरा तथा नवीनगर विधानसभा आते है।
काराकाट लोकसभा क्षेत्र वर्ष 2009 में अपना अस्तित्व में आया है। इस सीट से पहली बार जेडीयू पार्टी से महाबली सिंह ने वर्ष 2009 में आरजेडी प्रत्याशी कांति सिंह को शिकस्त देकर अपनी जीत दर्ज किया था। जबकि वर्ष 2014 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और उस समय के राष्ट्रीय लोक समता पार्टी से एनडीए प्रत्याशी रहे उपेंद्र कुशवाहा ने पहली बार जीत दर्ज की।
2019 के लोकसभा चुनाव में महाबली सिंह ने तीसरी बार जेडीयू पार्टी से चुनाव लड़ा और एनडीए प्रत्याशी रहे उपेंद्र कुशवाहा को हराकर दूसरी बार जेडीयू को जीत दिलाई।
जबकि अब 2024 लोकसभा के चुनाव में इस बार एनडीए के घटक दलों के साथ उपेंद्र कुशवाहा भी है और जेडीयू से महाबली सिंह भी।
इस बीच राष्ट्रीय लोक मोर्चा सुप्रीमो व पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा की बिहार की काराकाट संसदीय सीट के दावेदारी पर जेडीयू के सीनियर लीडर और काराकाट के वर्तमान सांसद महाबली सिंह ने स्पष्ट किया है कि पुनः एनडीए का अंग बनने के साथ ही जेडीयू और बीजेपी में जीती हुई सीटों को लेकर सबकुछ फाइनल है। इसमें किंतु-परंतु की कोई गुंजाइश नही है।
कहा कि बीजेपी अपनी जीती हुई सीटो पर और जेडीयू अपनी जीती हुई सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
हालांकि जेडीयू के एनडीए में आने के पहले से ही उपेंद्र कुशवाहा इस गठबंधन में है। इसी वजह से जेडीयू के एनडीए का अंग हो जाने के बावजूद इस बात की आशंका जताई जा रही है कि काराकाट की लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद महाबली सिंह का टिकट कट सकता है।चौक-चौराहों पर भी ऐसी ही चर्चा चल रही है।
वही इस तरह की चर्चा को दरकिनार करते हुए महाबली सिंह ने उत्साह भरे लहजे में कहा कि आप मेरे टिकट की बलि चढ़ने की बात कर रहे है। जान लीजिए मेरा नाम महाबली है और महाबली की बलि नही चढ़ती।
कहा किसी भी सूरत में मेरे टिकट की बलि नही चढ़ने वाली है। हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू के सभी सांसदों को कह रखा है कि वें सभी अपने क्षेत्र में रहे। उनके टिकट पर कोई संकट नही है।
बहरहाल यह सीट पर एनडीए के घटक जदयू के पास ही रहता है या फिर किसी और पार्टी को दिया जाता इसका पता तो सीट बंटवारे के बाद ही चल पायेगा।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र







Mar 15 2024, 17:40
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