कभी व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए:दिब्य प्रकाश त्रिपाठी
दिलीप उपाध्याय,संत कबीर नगर । खलीलाबाद से 8 किलोमीटर पश्चिम नेशनल हाईवे पर स्थित चुरेब बेलहवा बाजार में नव दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन श्रोताओं ने काफ़ी रूचि दिखाई कथा के मुख्य यजमान दिब्य प्रकाश त्रिपाठी पत्नी नीलम त्रिपाठी ने कथा का शुभारम्भ कराया और आये लोगों का हार्दिक स्वगात किये।
कथा वाचक हनुमान गढ़ी अयोध्या से आये अंकित दास ने कथा का रस पान कराते हुए कहा कि भगवान किसी की चढ़ाई हुई सामग्री नही ग्रहण करते है बल्कि उसके मन का भाव,और भगती को स्वीकार करते हैं । कभी व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए जब बालि को अपने दान वीर होने का घमंड हुआ तो भगवान ने सिर्फ दो पग में ही पूरा ब्रह्माण्ड नाप कर उसके अहंकार को समाप्त किया।
व्यक्ति को दयावान, होना चाहिए, बुरी आदतों का परित्याग कर प्रभु के शरण में भजन करना चाहिए कथा मे आगे कहा कि संसार से मुक्ति पाने के लिए भगवान का भजन, भगवान का कीर्तन प्राणियों के लिए एक साधन है। भगवान की कथा श्रवण करने के बाद जीव को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है और साथ मे उन्होंने यह भी कहा कि लोग दिन भर हाथ मे माला लेकर राम राम जपते है और मन में पाप हो तो उसका कोई लाभ नहीं होता ।
इस अवसर पर आकाश त्रिपाठी, राम आशीष त्रिपाठी, संजीव उपाध्याय, एकता, पूजा, सरिता, ज्योति,धर्मेंद्र नाथ चौबे, राम प्रकाश मिश्रा, डब्लू मिश्रा, गुड्डू शुक्ला, हनुमान शुक्ला, मनीष शुक्ला, कृष्ण गोपाल गुप्ता,श्रवण शर्मा, आसु शर्मा, अशोक गुप्ता, शिवम् शुक्ला, मनोज, वेद, शिवा, शिवम्, सुंदरम, छोटू,भोलू, गोलू, जीतेन्द्र आदि लोग मौजूद रहे है।








Mar 08 2024, 17:33
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