लोकसभा चुनाव में जीत को लेकर आश्वस्त बीजेपी, तीसरे कार्यकाल के शुरुआती 100 दिन के एजेंडे पर मंथन
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आने वाले महीनों में लोकसभा चुनाव होने हैं। हालांकि, अब तक चुनाव की तारीखें घोषित नहीं हुई है। उससे पहले सभा राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार से लेकर सीटों पर मंतन के साथ लिस्ट भी जारी करने शुरू कर दिया हैं। इन सबसे इतर अपने जीत को लेकर फुल कॉन्फिडेंस में दिख रही बीजेपी ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी अगली सरकार के शुरुआती 100 दिन के एजेंडे, अगले 25 साल के 'विकसित भारत 2047' के विजन डॉक्यूमेंट और अगले पांच साल के लिए विस्तृत कार्ययोजना पर आठ घंटे तक मंथन किया।
लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपानीत एनडीए सरकार की सत्ता में वापसी के प्रति आश्वस्त हैं। यही वजह है कि अगली सरकार के शुरुआती 100 दिन के एजेंडे, अगले 25 साल के 'विकसित भारत 2047' के विजन डॉक्यूमेंट और अगले पांच साल के लिए विस्तृत कार्ययोजना पर आठ घंटे तक मंथन चला। सरकार के सूत्रों ने बताया कि बैठक में मई में नई सरकार के गठन के तुरंत बाद के पहले 100 दिन के अजेंडे पर भी चर्चा की गई। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में आम चुनाव से पहले यह आखिरी बैठक बताई जा रही है। मोदी ने पहले ही सभी मंत्रियों को 100 दिन के एक्शन प्लान और अपने-अपने मंत्रालय के पांच साल के रोडमैप के साथ आने को कहा था। मोदी सरकार की मंत्रिपरिषद की आखिरी बैठक में कई मंत्रालयों के सचिवों ने प्रजेंटेशन दिया।
मोदी ने भी करीब एक घंटे के अपने संबोधन में कहा कि विकसित भारत की झलक अगले पूर्ण बजट में दिखाई देगी, जो जून में पेश होगा। मोदी ने अपनी सरकार की 10 साल की सफलताओं, भविष्य की प्राथमिकताओं और लक्ष्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
बीजेपी के विकसित भारत का ये रोडमैप दो साल की गहन तैयारी के बाद तैयार किया गया है। इसके लिए सभी मंत्रालयों, राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग निकायों, नागरिक समाज, वैज्ञानिक संगठनों से चर्चा की गई। इसके लिए 2700 से अधिक बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए। सरकार को 20 लाख से ज्यादा युवाओं के सुझाव प्राप्त हुए। 'विकसित भारत 2047' के लक्ष्यों में आर्थिक विकास, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी), जीवन में आसानी, बुनियादी ढांचा, सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसमें प्रधानमंत्री मोदी के लक्ष्य जीरो गरीबी, प्रशिक्षित युवा और शत प्रतिशत लाभार्थी का उद्देश्य शामिल है।
इस दौरान पीएम मोदी ने मंत्रियों को कहा कि जाइए और जीत कर आइए, फिर जल्दी मिलेंगे। उन्होंने मंत्रियों को आगाह किया कि ज्यादा बोलने से परहेज करें। जो भी बयान दें, सोच-समझ कर दें। आजकल डीप फेक का चलन है, जिसमें आवाज बदल दी जाती है। चुनाव के समय लोगों से मिलते-जुलते समय सतर्क रहें। जो भी बोलना है, योजनाओं पर बोलें। विवादित बयानों से बचें।
Mar 05 2024, 10:46