जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के घर सीबीआई की रेड, जानें क्या है मामला?
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दिल्ली में जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के घर पर सीबीआई ने रेड की है। दिल्ली में 30 जगह पर छापेमारी की जा रही है। सीबीआई ने हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट मामले में दबिश दी है। इससे पहले बीमा घोटाले में सीबीआई की मलिक के खिलाफ़ कार्रवाई हो चुकी है। इससे पहले भी सीबीआई जम्मू-कश्मीर में सत्यपाल मलिक और उनके करीबियों के ठिकानों पर रेड कर चुकी है।
मलिक और उनके करीबियों के यहां रेड
सीबीआई की ये ताबड़तोड़ रेड जम्मू-कश्मीर के कीरू हाइड्रो प्रोजेक्ट के कॉन्ट्रैक्ट को लेकर हुए करप्शन के संबंध में हुई है। 2019 में किश्तवाड़ में किरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए 2,200 करोड़ रुपये के सिविल कार्य का ठेका देने में कथित भ्रष्टाचार का ये मामला है। सीबीआई पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस भ्रष्टाचार में कौन-कौन शामिल है। सीबीआई की टीम इसी मामले को लेकर सत्यपाल मलिक और उनके करीबियों के यहां रेड डाल रही है।सीबीआई की टीम ने हाइड्रो पावर के अधिकारियों के यहां भी छापेमारी की है. यूपी, बिहार, राजस्थान, मुंबई, हरियाणा में भी सीबीआई की रेड चल रही है।बताया जा रहा है कि मलिक के दिल्ली के सोमविहार वाले फ्लैट से लेकर उनके गांव तक में छापे पड़ रहे हैं।
मैं किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं-मलिक
सत्यपाल मलिक के यहां ये छापे तब पड़ रहे हैं जब वे अस्पताल में भर्ती हैं।इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट करके दी है।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, पिछले 3-4 दिनों से मैं बीमार हूं और अस्पताल में भर्ती हूं। जिसके वावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहे हैं। मेरे ड्राईवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है। मैं किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं।मैं किसानों के साथ हूं।
कीरू हाइड्रो प्रोजेक्ट का क्या है मामला?
बता दें कि सत्यपाल मलिक 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 तक जम्मू-कश्मीर के गवर्नर रहे थे। इसी कार्यकाल के दौरान कीरू हाइड्रो प्रोजेक्ट को लेकर उनके ऊपर आरोप लगे थे। कीरू हाइड्रो प्रोजेक्ट के कॉन्ट्रैक्ट में धांधली का आरोप है।इस मामले में सीबीआई ने 29 जनवरी को भी दिल्ली और जम्मू कश्मीर में आठ ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें 21 लाख रुपये कैश और डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए थे।
मलिक ने किया था सनसनीखेज दावा
बता दें कि जिस मामले में मलिक के यहां सीबीआई छापेमारी कर रही है, उस मामले को मलिक ने खुद उजागर किया था। मलिक ने दावा किया था कि 2018-19 में जब वो जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, इस दौरान उनसे दो फाइल को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी। इन दो फाइलों में एक फाइल अंबानी की थी और दूसरी फाइल आएसएस से जुड़े एक शख्स की थी। ये शख्स महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पूर्व पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार में मंत्री थे। उस मंत्री ने पीएम के करीबी होने का दावा किया था।
Feb 22 2024, 11:52