एनआईए को सौंपी जा सकती है संदेशखाली मामले की जांच, आज बीजेपी और सीपीआई(एम) नेताओं के दौरे से माहोल के और गरमाने की आशंका
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पश्चिम बंगाल में संदेशखाली मामले को लेकर खब सियासत हो रही है। संदेशखाली में टीएमसी नेताओं द्वारा महिलाओं के यौन शोषण के मामले मे तूल पकड़ रखा है। मामले में अभी तक आरोपी टीएमसी नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी नहीं हुई है।इसी बीच खबर आई है कि इस मामले में एनआईए की एंट्री होने वाले ही। एनआईए जल्द ही एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर सकती है।शाहजहां शेख राशन घोटाले में 5 जनवरी को ईडी की छापेमारी के दौरान टीम पर हुए हमले के बाद से फरार है। उसके फरार होने के बाद 8 फरवरी से स्थानीय महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके समर्थकों के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि शाहजहां शेख और उसके लोग महिलाओं का यौन शोषण भी करते थे।
राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग व अन्य एजेंसियों द्वारा केन्द्र सरकार को मुहैया करवाई गई सूचना के आधार पर जांच का अहम फैसला ले सकती है। इस घटना में राज्य के बाहर के असामाजिक तत्वों की संलिप्तता के सबूत मिले हैं, जिनको संयोजित ढंग से हिंसा की जगह माहौल अशांत करने के लिए भेजा गया था।
एनआईए जांच की तैयारी इसलिए भी की जा रही है क्योंकि उत्पीड़न और जबरन जमीन कब्जे का जिनको आरोपी बताया जा रहा है, उनमें से ज्यादातर बंग्लादेश सीमा के पास रहते हैं। पिछले कई सालों से उनकी संदेशखाली में ऐसी गतिविधियां चल रही थी। राज्य के राज्यपाल ने केन्द्र सरकार को इस बाबत अपनी विस्तृत रिपोर्ट दे चुके हैं।
इधर आज नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी बीजेपी विधाकों के साथ संदेशखाली पहुंच रहे हैं।इसके अलावा सीपीआई(एम) नेता वृंदा करात भी संदेशखाली आ रही हैं।इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के सुवेंदुअधिकारी ने कहा कि उन्हें संदेशखाली जाने से रोका जाएगा पर हाईकोर्ट के आर्डर के बाद वे लोग वहां जा रहे हैं, जबकि वृंदा करात बोलीं- टीएमसी गुंडागर्दी कर रही है। ममता सरकार ने मामले की कोई जांच नहीं कराई है और वे लोग घटना को लेकर साजिश रच रहे हैं।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के 24 उत्तरी परगना जिले में स्थित संदेशखाली लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। संदेशखाली में 9 फरवरी से काफी बवाल हो रहा है। यहां कई महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उसके करीबी शिबू हजारा एवं उत्तम सरकार पर यौन शोषण और उनकी जमीन पर अवैध कब्जा करने का इल्जाम लगाया है। यहां के प्रदर्शनकारी लगातार प्रशासन से इनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। संदेशखाली के महिलाओं ने मीडिया को बताया कि शाहजहां शेख के लोगों ने न सिर्फ उनके साथ अत्याचार किया, बल्कि उनके मछली पालन वाली जमीन भी कब्जा ली थी। इसके साथ ही यह भी बताया कि शाहजहां शेख, शिबू हजारा और उत्तम सरकार के लोग नाबालिग बच्चों को नहीं छोड़ते थे।
Feb 20 2024, 13:40