मेला रामनगरिया में झूला मालिकों के शिकार हो रहे श्रद्धालु,हो रही अवैध वसूली
अमृतपुर फर्रुखाबाद l पांचाल घाट मेला रामनगरिया इस समय शवाब पर है। एक माह तक चलने वाले इस मेले में कई जिलों के श्रद्धालु आते हैं और गंगा के तट पर एक महीने तक स्नान करने के वास्ते झोपड़ी डालकर निवास करते हैं। कई अखाड़ों के साधु संत भी इस मेले में एक महीने का उपवास रखते हैं।
भजन कीर्तन करते हैं और भक्तों को धर्म के बारे में जानकारी उपलब्ध कराते हैं। गंगा पुल के पश्चिम तरफ खरीदारी के लिए मेला लगता है और पूर्वी तरफ झूले सर्कस मौत का कुआं बच्चों के खेलने के साधन छोटी सवारियां एवं अन्य आकर्षक सामग्री उपलब्ध रहती है। यहीं पर हापुड़ जिले से आकर नसीम भाई भी अपना झूला लगाए हुए हैं।
लेकिन उनके कर्मचारी गुंडागर्दी से लेकर गाली गलौज हाता पाई जैसे संसाधनों से भी पीछे नहीं हटते। देखने में यह कर्मचारी शांत स्वभाव के लगते हैं परंतु अगर कोई श्रद्धालु या झूला झूलने वाला इनसे कोई बात करता है तो यह लोग गाली गलौज और मारपीट पर उतर आते हैं।
जिससे यह साबित होता है की पुल के पूर्व तरफ झूले सर्कस व अन्य आकर्षक साधन लगाने वाले लोग अपने साथ में कर्मचारी नहीं बल्कि गुंडे और मवाली लेकर आते हैं। जिनके बल पर यह लोग श्रद्धालुओं से अवैध वसूली करते हैं। बड़े झूले के साथ अन्य चार आइटम लगाकर लोगों को आकर्षित करने वाले नसीम भाई व उनके मैनेजर विशाल गर्ग ने बताया कि उन्होंने एक करोड़ 8 लाख रुपये में ठेका लिया है।
जिसकी वसूली भी इन्हें करनी है। इसलिए वह सारे नियमों को ताख पर रखकर पैसा वसूली में जुटे हुए हैं। पुलिस प्रशासन से भी यह लोग अपनी सेटिंग बनाकर रखते हैं। इनका कहना है कि उन्हें खुश रखने के लिए अलग से खर्च करना पड़ता है। साठ रुपये लेकर लोगों से मनमानी करते हुए कुछ सेकंड ही झूला झूलाते हैं।
ऐसी स्थिति में कई बार झूला कर्मचारी व झूला झूलने वाले लोगों से हाथापाई की नौबत आ जाती है। मेला प्रबंधक को चाहिए कि वह इस तरफ ध्यान दें और मनमानी कह रहे हैं झूला कर्मचारियों पर नकेल कसे अन्यथा कभी भी किसी भी व्यक्ति से हाथापाई होकर झगड़ा फसाद हो सकता है। अगर जल्दी ही इन उग्र कर्मचारियों और झूला मालिकों पर लगाम नहीं लगाई गई तो वह दिन दूर नहीं जो मेले में माहौल बिगाड़ कर झगड़ा फसाद कर सकते हैं।
Feb 13 2024, 20:40