धोखाधड़ी व जालसाजी में वांछित अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार
फर्रूखाबाद l पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के मार्गदर्शन,अपर पुलिस अधीक्षक डा. संजय सिंह व क्षेत्राधिकारी नगर प्रदीप कुमार के नेतृत्व में अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में थाना मऊदरवाजा पुलिस द्वारा धोखाधड़ी व जालसाजी के अभियोग में वांछित एक अभियुक्त को गिरफ्त्तार किया गया।
थाना मऊदरवाजा पर लिखित तहरीर के माध्यम से सूचना दी गयी कि अखिलेश पुत्र ब्रजेश सिंह निवासी करनपुर दत्त थाना अमृतपुर जनपद फतेहगढ़,.समरपाल सिंह पुत्र महिपाल सिंह निवासी निजामपुर थाना पाली जनपद हरदोई,.जितेन्द्र पुत्र रामप्रकाश निवासी 5/12 तिवारी गली कोतवाली फर्रुखाबाद, नीरज कुमार बैनामा लेखक, सुमित दीक्षित पुत्र राघवेन्द्र दीक्षित निवासी मोहल्ला रकाबगंज खुर्द परगना पहाड़ा तहसील सदर,.विनय कुमार पुत्र रामपाल निवासी अमेठी कोहना परगना पहाड़ा, तहसील सदर द्वारा वादिनी मुकदमा को अमेठी कोहना परगना पहाड़ा, तहसील सदर में स्थित एक आवासीय प्लाट को जालसाजी व षडयंत्र करके फर्जी बैनामा तैयार करके बेंच दिया और नकद 300,000/- (तीन लाख रुपये) व स्टाम्प शुल्क 26550/- रूपया जालसाजी व षडयंत्र करके हड़प लिया गया था।
उक्त सूचना पर थाना मऊदरवाजा में विवेचना के क्रम में नामित/वांछित अखिलेश पुत्र ब्रजेश सिंह निवासी करनपुर दत्त थाना अमृतपुर को नामित/वांछित विनय कुमार पुत्र रामपाल निवासी अमेठी कोहना परगना पहाड़ा, तहसील सदर को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये जिला कारागार भेजा जा चुका है और अन्य नामितो के विरुद्ध साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है ।
थाना मऊदरवाजा पुलिस द्वारा वांछित/नामित अभियुक्त सुमित दीक्षित पुत्र राघवेन्द्र दीक्षित निवासी नगर पालिका परिसर रकाबगंज खुर्द थाना मऊदरवाजा को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त द्वारा बताया गया कि मैं धीरेन्द्र वकील के यहाँ बैनामा लिखने का कार्य सीख रहा था तथा वहाँ अखिलेश वकील का आना-जाना था। अखिलेश के कहने से ही मैने बैनामा में गवाही कर दी थी। मैं न तो समरपाल को जानता था जिसने यह जमीन बेची और न ही बालेश को जानता था।
मुझे यह नही पता था कि यह बैनामा फर्जी है यदि मुझे यह पता रहता कि यह बैनामा फर्जी है तो मैं गवाही नहीं करता साहब यह सच बात है कि मैं बालेश व समरपाल को नहीं जानता न ही मेरा इन लोगों से कुछ लेना देना है केवल अखिलेश वकील के कहने से ही फर्जी बैनामें में बतौर गवाह सम्मलित हो गया था। जो सच बात थी मैने बता दिया।
Feb 12 2024, 20:03