*पुलिस ने माफिया अनुपम दुबे के रिश्तेदार आशीष पांडे को किया गिरफ्तार*

फर्रुखाबाद। थाना मऊदरवाजा पुलिस ने राज्य स्तरीय माफिया अनुपम दुबे गिरोह के गुर्गे आशीष पांडे को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त आशीष पाण्डेय पुत्र स्व0 चन्द्रपाल पाण्डेय निवासी ग्राम अलीपुर पट्टी थाना भौगाँव जनपद मैनपुरी जो कोतवाली मोहम्मदाबाद के वांछित अपराधी है।
राज्य स्तरीय माफिया अनुपम दुबे गैंग का गुर्गा है। जिसने अनुपम दुबे के विरुद्ध पंजीकृत अभियोग में गवाही देने से मुकरने अथवा समझौता करने के उद्देश्य से गैंगस्टर अनुपम दुबे के कहने पर उसके भाई अनुराग दुबे के तैयार प्रपत्रो पर हस्ताक्षर न करने पर अभियोग के वादी के पिता का अपहरण अपने साथियों के साथ मिलकर किया था।
मऊदरवाजा पुलिस ने अपहरण में प्रयुक्त वाहन हुन्डई क्रेटा व अपहरण में शामिल अभियुक्त विनीत दुबे उर्फ बीनू पुत्र रामकृष्ण दुबे निवासी ग्राम सहसापुर को 21 जुलाई 2023 को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसी मामले में मदरवाजा पुलिस व एसओजी प्रभारी निरीक्षक अमित गंगवार मय टीम व सर्विलान्स प्रभारी विशेष कुमार मय टीम के द्वारा अभियुक्त आशीष पाण्डेय के ग्राम मसकन थाना भौगांव जनपद मैनपुरी में गिरफ्तारी की उम्मीद से दबिश दी गयी। लेकिन अभियुक्त आशीष वहां नहीं मिला, मुखबिर की सूचना पर कुंवर आरसी महिला डिग्री कालेज से अभियुक्त आशीष को रात 8 बजे गिरफ्तार किया गया।
आशीष ने पूछने पर पुलिस को बताया कि चन्द्रमोहन सूरी पुत्र तिलकराज सूरी निवासी मोहल्ला मरकिचिया कस्बा व थाना बेवर जनपद मैनपुरी ने थाना मोहम्मदाबाद में मेरे व अन्य लोगो के खिलाफ थाना मोहम्मदाबाद मे पंजीकृत कराया था। जिसमे मेरे जीजा अनुराग दुबे व अनुपम दादा का भी नाम लिखा दिया था। जिसके बाद अनुपम दादा के कहने पर हम लोगो ने कई बार चन्द्र मोहन सूरी को समझाने का प्रयास किया तो वह नही माना। तो योजनाबद्ध तरीके से 18 जुलाई 2023 को हम लोगो ने एक वकील से सलाह लेकर 19 जुलाई 2023 को चन्द्र मोहन सूरी जब तारीख पर फतेहगढ़ कचहरी जा रहा था।
मेरी योजना में पूर्व से विजय, विक्रम, आदेश सिंह, आशुतोष द्विवेदी, विनीत दुबे उर्फ बीनू जो हमसे अलीपुर पट्टी में मिलते हुए चन्द्र मोहन सूरी के पीछे पीछे आदेश सिंह की कार से गये थे। पूर्व से तैयार शपथपत्रों पर दस्तखत करवाकर मेरे द्वारा लगातार इंटरनेट कालिंग के माध्यम से अनुराग दुबे से बातचीत करायी जा रही थी।
वह शपथ पत्र फतेहगढ़ कचहरी में दिलवाकर इसके बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय में दिलवाये थे। इन लोगो की ठहरने की व्यवस्था लखनऊ विधानसभा के सामने सूर्या इंटरनेशनल होटल में कमरा नंबर 405 व 201 में करवायी गयी थी। जिसका भुगतान भी मेरे द्वारा ही किया गया था पुलिस ने उसे पकड़ लिया था।
Feb 05 2024, 20:38
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