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*अचानक सदर तहसील पहुंची डीएम मचा हड़कंप*

रायबरेली।सदर तहसील पहुंची डीएम हर्षिता माथुर ने औचक निरीक्षण किया तो कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।डीएम ने तहसील के सभी पटलों के अभिलेखों का बारीकी से अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान कमी मिलने पर एसडीएम और तहसीलदार को कमियों को दूर करने के निर्देश दिए।

कहा कि जनता से जुड़ी हुई समस्याओं को शीघ्र निस्तारित किया जाए। फाइलों को एक पटल पर ज्यादा दिनों तक रोक कर ना रखा जाए। जिससे कि लोगों को बार-बार कार्यालय के चक्कर न लगाने पड़े। राजस्व के मामलो में दोनों पक्षों की बातें सुनी जाए और मौका मुआयना करने के उपरांत ही निर्णय लिया जाए। एसडीएम सदर को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अभिलेखों को सुव्यवस्थित रखा जाए जिससे की जरूरत पड़ने पर उनका पुनः सत्यापन हो सके।

जनता की समस्याओं को प्राथमिकता पर सुना जाए और उनका गुणवत्तापरक निस्तारण करने का पूरा प्रयास किया जाए।

इस अवसर पर एसडीएम सदर मिथिलेश त्रिपाठी, तहसीलदार अनिल पाठक, नायब तहसीलदार तथा अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

*इंटरलाकिंग बनाने में मानक तार तार,जिम्मेदार मौन*

डलमऊ। कमीशन का खेल तो विकास विभाग में चलता ही है उसका जीता जागता उदाहरण डलमऊ ब्लाक के एक निर्माण में देखने को मिल रहा जिसका एक आडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमे उच्च अधिकारियों को कमीशन देने की बात कही जा रही है।उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर कड़ी कार्रवाई की बात कह रहे हो पर कुछ ठेकेदार इसको सिरे से खारिज कर रहे हैं।

जिले में ईमानदार जिलाधिकारी की साफ सुथरी छवि को भी कुछ ठेकेदार प्रवत्ति के लोग लगातार दागदार बना रहे हैं। अपने भ्रष्ट आचरण से अधिकारियों और शासन की छवि भी धूमिल कर रहे हैं।

डलमऊ तहसील क्षेत्र के ज्योतियामऊ गांव में बन रही इंटरलॉकिंग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। जिनमें भ्रष्टाचार की साफ झलक दिखाई जा रही है।

तहसील क्षेत्र के ज्योतियामऊ गांव में लग रही इंटरलाकिंग में न सिर्फ मानक विहीन ईंट का उपयोग किया जा रहा है।

बल्कि साइड में बनने वाले बॉक्स के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। इस सम्बंध में एक ऑडियो भी वायरल हुआ जिसमें इंटरलाकिंग मैटेरियल देने व उसी इंटरलाकिंग के निर्माण सम्बन्धी बातचीत की गई, आडियो में एक व्यक्ति ने दूसरे व्यक्ति से कहा कि डायरेक्ट बीडीओ साहब से बात है कि और आप तो जानते हैं कि हर विभाग को कमीशन देना पड़ता है।

उसके बाद भी अगर कोई समस्या है तो आप बताएं हम सुधार करवा दें। स्ट्रीट बज इस आडियो की पुष्टि नही करता है।मामले के बाबत जब ग्राम प्रधान रामसुमेर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी तो मैं रायबरेली आया हूँ, बैठकर बात की जाएगी।ग्राम प्रधान ने कहा कि बिना टेंडर के ऐसे ही राज्य वित्त वगैरा से रोड बनवाई जा रही थी।

एक जानने वाले लड़के को कह दिया है वही सप्लाई कर रहा है, आगे देखते हैं क्या किया जा सकता है।

यह हैं इंटर लाकिंग के मानक

नौ इंच के नए ईंट से बॉक्स बनेगा

बॉक्स बनाने के बाद जीएसबी गिट्टी डालकर कुटाई के बाद, अच्छी क्वालिटी की सीमेंटेड ईंट से इंटरलाकिंग लगाई जाएगी

प्रधान को पता नही है अनुमानित लागत

प्रधान रामसुमेर ने बताया की पक्की सड़क से महेश के दरवाजे लगे खड़ंजे में जोड़ने के लिए लगभग 65 से 70 मीटर नाली व इंटर लॉकिंग बनानी थी।राज्य वित्त से है निर्माण के बाद एम बी कराकर लागत पता चलेगी।

क्या बोले खंड विकास अधिकारी

इस मामले के संबंध में डलमऊ खण्ड विकास अधिकारी सत्यदेव यादव ने कहा कि किसी भी व्यक्ति द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप गलत हैं।मानक विहीन कार्य बर्दाश्त नही किये जाएंगे। तत्काल एडीओ को मौके पर भेजा जा रहा है। जो भी दोषी होगा उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

*बिनय शुक्ला बनाये गये भाजपा जिला मीडिया प्रभारी*

रायबरेली।प्रदेश की संस्तुति और क्षेत्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष बुद्धिलाल पासी ने बिनय शुक्ला को जिला मीडिया प्रभारी बनाया है।

शुक्ला संगठन हित में पूर्व क्षेत्रीय कार्यसमिति सदस्य आई टी अवधक्षेत्र व पूर्व जिला आई टी प्रमुख के रुप में जिम्मेदारी निभाई है। अब उनको ज़िला मीडिया प्रभारी का दायित्व सौपा गया है जिससे पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं व आम जनमानस में ख़ुशी की लहर है।

भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बुद्धि लाल पासी ने कहा कि विनय शुक्ला पूर्व में जिला आईटी प्रमुख की जिम्मेदारी का निर्वहन बड़ी ही जिम्मेदारी एवं लगन से कार्य को संपादित किया था और आईटी में जिले को एक ऊंचाइयों पर लेकर गए। आईटी अवध क्षेत्र में कार्य करते हुए भी उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का पूर्ण निर्वाह किया।

उनके अच्छे कार्य एक कर्मठ कार्यकर्ता एवं उनकी लगन को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी संगठन ने उन्हें एक अति महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देते हुए जिला मीडिया प्रभारी का पद सौपा है। पार्टी के हितों में वह कार्य को अच्छे ढंग से जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ाएंगे यह विश्वास जताया।

*वन विभाग व पुलिस की मिली भगत से चला आरा,जिम्मेदार मौन*

रायबरेली। जगतपुर थाना क्षेत्र के शिवगंज मजरे उड़वा में पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों के मिली भगत के चलते हरे पेड़ पर चला आरा ठेकेदार लकड़ी लादकर ट्रैक्टर से ले जाते समय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल। जहां पर पुलिस वन विभाग के कर्मचारी व अधिकारी मौजूद थे।

थाना क्षेत्र के तहत पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों के मिली भगत के चलते आए दिन हरियाली पर आरा चल रहा है ।लेकिन जिम्मेदार अधिकारी जानकर अनजान बने हुए हैं। वहीं ठेकेदार पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ करके खुलेआम हरियाली पर आरा चला रहे हैं।

रविवार को शिवगंज मजरे उड़वा में एक ठेकेदार द्वारा हरे आम के एक दर्जन पेड़ों को काट डाला व ट्राला पर लादकर ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पूरी वीडियो में वन विभाग के फॉरेस्ट गार्ड व वन दरोगा तथा हल्का के सिपाही भी मौजूद हैं। जहां पर ठेकेदार वन विभाग व पुलिस द्वारा सेटिंग गेटिंग की जा रही थी।

जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो पर लोग तरह तरह के प्रति क्रिया दे रहे हैं।जब इस बाबत वनक्षेत्राधिकारी मोहम्मद अकबर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पेड़ काटने की सूचना मिली है।पूरे मामले में कार्यवाही की जाएगी।

*जिलाधिकारी ने लोगों को दिलाई मतदान करने की शपथ*

रायबरेली। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट परिसर से मतदाता जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने पत्रकार बंधुओं से बात करते हुए कहा कि इस रैली का उद्देश्य लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित करना है। जिससे कि जनपद में मतदान प्रतिशत बढ़ सके। इसके उपरांत जिला निर्वाचन अधिकारी ने कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन सभागार में लोगों को मतदान करने की शपथ दिलाई।

उन्होंने कहा कि हम सभी का प्रयास है कि जनपद में अधिक से अधिक मतदान हो। उन्होंने कहा कि मतदान लोकतंत्र का आधार होता है। यह हम लोगों के लिए गौरव की बात है कि हमें वोट देने का अधिकार प्राप्त है। विश्व के कई देशों में आज भी मतदान करने का अधिकार प्राप्त नहीं है। हमारे महापुरूषों ने इसके लिए लंबा संघर्ष किया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी बीएलओ, सुपरवाइजर और निर्वाचन कार्यालय के कर्मचारी से कहा कि यह आप लोगों के अथक प्रयास से ही संभव होता है

स्वीप नोडल अधिकारी,मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव ने कहा कि मतदान अवश्य करना चाहिए क्योंकि इससे हमें एक साफ सुथरी और स्वच्छ सरकार मिलती है। साथ ही अपने परिवार जनों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करें।

दिव्यांग आइकॉन राजकुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि सभी दिव्यांगों को मतदान अवश्य करना चाहिए। अब निर्वाचन आयोग ने हर तरह की व्यवस्था कर रखी है जिससे कि दिव्यांग मतदाता को मतदान स्थल पर जाने की आवश्यक नहीं है बल्कि स्वयं निर्वाचन कर्मचारी आपके घर आकर आपका मतदान ले लेंगे। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र, प्रदेश और देश के विकास के लिए मतदान अवश्य करें।

इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रफुल्ल त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट बाबूराम,जिला अर्थ एवं सांख्यिकीय अधिकारी पन्नालाल आदि रहे।

डी एम ने मतदाता जागरूकता रंगोली का किया अवलोकन

जिला निर्वाचन अधिकारी हर्षिता माथुर ने मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव के साथ विद्यार्थियों और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों द्वारा बनाई गई रंगोली का भी अवलोकन किया।

उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही बेहतर प्रयास है। इससे अधिक से अधिक लोग मतदान करने के लिए प्रेरित होंगे। साथ ही उन्होंने मतदान हस्ताक्षर की शुरुआत करके लोगों को जागरूक मतदाता बनने के लिए प्रेरित किया।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने किया सम्मान

लोगों को जागरूक करने के लिए जनपद में कई दिनों से मतदाता जागरूकता अभियान चल रहा था।

जिसके तहत बहुत सी प्रतियोगिताएं कराई गई थी। इनमें से पोस्टर प्रतियोगिता में अमन मौर्या ने प्रथम,पंकज कुमार ने द्वितीय और हर्ष ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी तरह मेहंदी प्रतियोगिता में आकृति सिंह ने प्रथम,साक्षी ने द्वितीय और काजल सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इन सभी को जिला निर्वाचन अधिकारी ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया और उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आप सभी लोग अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बनेंगे तथा लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे।

*मतदाता एवं पेंशन जागरूकता रैली निकालकर सरकार से मांगा अपना हक*

रायबरेली। वोट फॉर ओपीएस, जो पेंशन की बात करेगा, वहीं देश पर राज करेगा, … जैसे नारों के बीच में हजारों कर्मचारियों का हूजूम हाथों में दख्ती लेकर शहर की सड़कों पर राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर मतदाताओं को जागरुक करने के लिए निकला।

यह मौका था अटेवा की तरफ से निकाली गई मतदाता एवं पेंशन जागरूकता रैली का। आगामी लोकसभा चुनाव में सरकार की मतदाताओं निजीकरण और पुरानी पेंशन को लेकर अटेवा की तरफ से रैली निकाली गई।

ऑल टीचर्स एंड इम्पलाईज वेलफेयर एसोसिशन (अटेवा) के प्रांतीय आह्वन पर शहर में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए रैली निकाली गई।

मतदाता एवं पेंशन जागरूकता मार्च से पूर्व विकास भवन में उपस्थित समस्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों को वोट फ़ॉर ओपीएस की शपथ दिलाई गई। इसके बाद मतदाता एवं पेंशन जागरूकता मार्च विकासभवन से शुरू हुआ और शहीद चौक, डिग्री कॉलेज चौराहा, एलआईसी ऑफिस, कैनाल रोड, अग्रसेन चौराहा, अस्पताल चौराहा, खालसा चौराहा, हाथी पार्क, कचेहरी रोड होते हुए शहीद चौक पर ही सम्पन्न हुआ।

कर्मचारियों का हौसला बढ़ाने के आए प्रदेश महामंत्री नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि पेंशन हमारा हक और हम लोग एक दिन इसको लेकर ही रहेंगे। पुरानी पेंशन बहाली आन्दोलन आज पूरे देश का सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है।

आगामी 04 फरवरी को लखनऊ में रन फॉर ओपीएस का आयोजन प्रस्तावित है। अटेवा द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रमों का सफल आयोजन पुरानी पेंशन के आन्दोलन को प्रशस्त करेगा।

प्रदेश कोषाध्यक्ष विक्रमादित्य मौर्य, प्रदेश संगठन मंत्री रजत प्रहरी और विधि सलाहकार नरेंद्र वर्मा ने कर्मचारियों से अपनी आवाज को आगामी लोकसभा चुनाव में भी बुलंद करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हमारी आवाज आम जनमानस के साथ ही सोशल मीडिया पर उठ सकती है।

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री शैलेष यादव ने कहा कि आज हर प्रदेश में पुरानी पेंशन पर चर्चा और संघर्ष किया जारहा है। छः राज्यों में पुरानी पेंशन की बहाली ने देश में पुरानी पेंशन की बहाली के आन्दोलन को मजबूत किया है।

जिला महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष सरिता नागेंद्र ने कहा कि आगामी कार्यक्रमों के माध्यम से हम लोकसभा चुनाव से पूर्व ही पुरानी पेंशन पूरे देश बहाल कराकर रहेंगे। बस आवश्यकता है आगामी कार्यक्रमों में पुरज़ोर सहभागिता की। जिला संरक्षक अटेवा राजेश यादव ने कहा कि हमें अपने आन्दोलन को जन आन्दोलन बनाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा भी ले।

जिला संयोजक इरफान, संयोजिका सरला वर्मा, महामंत्री राजकुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष अंजनी मौर्य, मीडिया प्रभारी मोहम्मद नसीम एवं सोशल मीडिया प्रभारी आशीष पटेल ने कहा मतदान प्रत्येक नागरिक के लिए एक ज़िम्मेदारी का कार्य है। इसे बहुत सोच-समझ कर किया जाना चाहिए। किसी को एमपी एमएलए बनाने के लिए मतदान नहीं करना है।

बल्कि मतदान हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार एवं सामाजिक सुरक्षा (पुरानी पेंशन) आदि मुद्दों पर करना चाहिए।

जिला प्रवक्ता मयंक वर्मा व अनवर अली, मन्त्री शिवनाथ यादव, डलमऊ संयोजक प्रकाश यादव, सतांव संयोजक अविनाश यादव, सरेनी संयोजक सुनील पाल, शिवगढ़ संयोजक आशुतोष यादव ने कहा पुरानी पेंशन की बहाली ही अटेवा का एकमात्र लक्ष्य है उसकी प्राप्ति तक अटेवा निरन्तर प्रयास करता रहेगा। 2024 के लोकसभा चुनाव पुरानी पेंशन बहाली आन्दोलन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। उससे पहले सभी कर्मचारियों को संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा।

इस मौके लूआक्टा जिलाध्यक्ष दिनकर त्रिपाठी, मधुकर सिंह, शत्रुघन कुमार, आशीष पटेल, नसीम अहमद, मयंक वर्मा, अनवर अली, इंद्रशेन, उमाशंकर सिंह, पंकज पटेल, अनिल, राजेश मौर्य, सतीश, अविनाश, आशुतोष, अनूप सिंह, अमित, सुनील पाल, राजेंद्र यादव, दुशांत सिंह, दिलीप पाल, सुनील मिश्रा, चित्रा मधुकर, सुशील कुमार, सूर्यपाल, कंचन शर्मा, अफरोज़ अहमद, संघर्ष कुमार, चंद्रकान्त त्रिपाठी, श्रवण कुमार, शेर बहादुर, शिवमोहन मौर्या, विक्रम चौहान, शशि सिंह, अर्चना वर्मा, अंजू यादव, हनी गुलाटी, कामिनी, दीपिका, सत्यभामा, संजय मोहान, गरिमा सिंह, बिरजिस अंजुम, मधुलता, सना आफ़रीन, सीमा सिंह, पूनम मिश्रा, चित्रा मधुकर, आभा श्रीवास्तव, सुनील मिश्रा, महताब खान, सतीश चौरसिया, इन्द्रसेन यादव, जितेन्द्र कुमार, रोहित चौधरी, महेन्द्र कुमार, जय सिंह यादव, अब्दुल मन्नान, शैलेश कुमार आदि संघर्षशील पेंशनविहीन साथी उपस्थित रहे।

*बेलाखारा गांव के ग्रामीणों ने थाने का किया घेराव,दर्ज हुई रिपोर्ट*

राही,रायबरेली।बुधवार को बेलाखारा गांव के ग्रामीणो द्वारा भदोखर थाने का घेराव किया गया।मामला दर्ज न होने से नाराज ग्रामीणो ने कार्रवाई की मांग की है। थानाध्यक्ष की ओर से कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद गांव के लोग शांत हुए और घर लौट गए।ग्रामीणो ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या मे भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पूरे उत्साह के साथ गांव के सभी लोगो ने भगवान श्रीरामलला की भव्य शोभा यात्रा निकाली। शोभा यात्रा गांव के प्रमुख मंदिर व सभी गलियो से होकर गुजर रही थी।

तभी दूसरे समुदाय के लोगो द्वारा शोभा यात्रा का विरोध किया गया। जिसमे दूसरे समुदाय की महिलाओ ने रास्ते मे बैठ कर शोभा यात्रा को रोकते हुए विरोध जताया। जिसके चलते दोनो पक्षो मे कहा सुनी होने लगी। जिसकी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर मोर्च सभाल लिया। समझा बुझा कर मामले को शांत कराते हुए शांति पूर्वक ढंग से शोभा यात्रा निकलवाई। मामला शांत होने के बाद सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था।

अचानक से बुधवार को सभी ग्रामीणो ने भारी संख्य मे थाने पहुच कर मामला दर्ज करने की मांग करने लगे। उन्होने बताया की उस दिन के बाद से दुसरे समुदाय के लोगो द्वारा ग्रामीणों को धमकाया जा रहा है । जिस के चलते सभी लोग डरे सहमे हुए है। ग्रामीणो की माने तो किसी प्रकार की कारवाई न होने से दुसरे समुदाय के लोगो के हौसले बुलंद है। दुसरे समुदाय के लोग कभी भी लडाई झगडा कर सकते है। इसी बीच भाजपा नेता व पूर्व लोकसभा प्रत्याशी अजय अग्रवाल व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिलीप यादव भी मौके पर थाने पहुंच गए।

ग्रामीणो की पीडा सुनते हुए थाना प्रभारी से मामला दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की बात कही है।

उन्होने कहा की शोभा यात्रा का विरोध करना बहुत ही निंदनीय कार्य है। शोभा यात्रा का विरोध करने वाले व लोगो को धमकाने वाले लोगो पर सख्त कारवाई की जाए।भदोखर थानाध्यक्ष शिवाकांत पांडे ने बताया कि राजेश कुमार सिंह व अन्य ग्रामीणों की तहरीर पर 12 लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओ में मुकदमा दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया हैं अन्य की तलाश जारी है।

*डिजिटाइजेशन के खिलाफ शिक्षकों का हल्ला बोल, कहा- नहीं करेंगे काम*

रायबरेली।परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों पर जबरदस्ती अधिकारियों की तरफ से थोपी जा रही व्यवस्था के खिलाफ शिक्षकों ने एक सुर में कहा कि हम लोग डिजिटाइजेशन व्यवस्था को नहीं अपनाएंगे।

मंगलवार को विकास भवन परिसर में एकत्रित हुए शिक्षकों ने कहा कि जब तक हम लोगों की मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, तब हम काम नहीं करेंगे।एक ही बैनर तले एकत्रित होकर जिले के 10 शिक्षक संगठनों ने कहा कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक हम लोग ऑनलाइन काम नहीं करेंगे।

बता दें, अधिकारियों की तरफ से जबरदस्ती और वेतन रोकने धमकी देकर थोफे जा रही डिजिटाइजेशन के खिलाफ शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है।

शिक्षक संगठनों के जिलाध्यक्ष और पदाधिकारियों ने विकास भवन में शिक्षकों ने एक सुर में कहा अगर हम लोगों पर अधिकारी टैबलेट्स पर मैपिंग का जबरदस्ती वेतन रोकने की धमकी देकर दबाव बनाएंगे तो फिर हम लोग भी बेसिक शिक्षा विभाग की नियमावली से काम करेंगे।

जिला स्तरीय समन्वय समिति व जूनियर शिक्षक संघ के संरक्षक समर बहादुर सिंह ने कहा कि सभी प्रधानाध्यापक, एआरपी और शिक्षक संकुल सारे एप्स को मोबाइल से डिलीट करके और वाट्सएप ग्रुप्स को छोड़कर सिर्फ पढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षक का अगर अधिकारी वेतन रोकते हैं तो हम लोग फिर से धरना प्रदर्शन यही विकास भवन में करेंगे।

अधिकारियों की तरफ से वेतन रोकने का पत्र जारी करके जबरदस्ती दबाव बनाए जाने के विरोध में मंगलवार को विकास भवन में उत्तर प्रदेश जूनियर शिक्षक संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उर्दू शिक्षक संघ, एससीएसटी शिक्षक संघ, आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन, प्राथमिक शिक्षामित्र संघ, महिला शिक्षक संघ, अनुदेशक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट बाबूराम को देते हुए कहा कि अधिकारियों का यह दबाब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अधिकारी हम पर दबाव बनाएंगे तो हम लोग भी सभी ऑनलाइन कामों को छोड़कर विरोध करने लगेंगे। सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि हम आप लोगों की मांग से उच्चाधिकारियों को अवगत कराएंगे।

जूनियर शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र यादव ने कहा कि विभाग की तरफ से डिजिटाइजेशन की वर्तमान ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था शोषणकारी है। इस व्यवस्था से शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को आये दिन शोषित होना होगा, जिससे भय व असुरक्षा के वातावरण में शिक्षक की सृजनात्मक क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा तथा शिक्षण कार्य भी प्रभावित होगा।

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने कहा कि अधिकारियों के दबाव पर हम शिक्षकों ने निर्णय लिया है कि हम लोग सारे ऑनलाइन कामों को बंद कर देंगे। इंचार्ज प्रधानाध्यापक अपना पद छोड़कर सिर्फ अब अध्यापन का ही काम करेंगे।

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्र यादव ने कहा कि सरकार अपनी दमननीति से हम लोगों का शोषण करने जा रही है। महामंत्री शैलेश यादव ने कहा कि आकस्मिक अवकाश की श्रेणी में "हाफ डे लीव" का प्राविधान की मांग की जा रही है, लेकिन अधिकारियों की तरफ से हम लोगों की मांग को ध्यान नहीं दिया है।

डीपीए के महामंत्री अशोक प्रियदर्शी ने कहा कि अधिकारियों के दबाव पर हम लोग भी सिर्फ और सिर्फ पढ़ाने का काम करेंगे। सुनील यादव ने कहा कि सारे ऐप को डिलीट करते हुए विभाग के सभी ग्रुप्स को भी छोड़ दिया जाएगा। सिर्फ विभाग के नियमों के हिसाब से ही काम किया जाएगा।

उर्दू शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मोइनुल हक ने कहा कि डिजिटाइजेशन व्यवस्था में शिक्षकों की मौलिक समस्याओं को नजरंदाज कर शिक्षक को मानव नहीं रोबोट समझते हुए लागू किया गया है। शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष अजित सिंह और अजय प्रताप सिंह ने यह निर्णय लिया कि जब तक संगठनों द्वारा डिजिटाइजेशन की मौलिक समस्याओं के समाधान हेतु पूर्व में दिए गए ज्ञापन पत्रों में उल्लेखित मांगों का निस्तारण नहीं किया जाता है।

तब तक जनपद का शिक्षक डिजिटाइजेशन व्यवस्था का पूर्ण बहिष्कार करेगा

इस मौके पर सुनील यादव, राजेश, शिवशरण सिंह, मधुकर सिंह, दिनेश, मेराज, उमाशंकर, सविता नागेंद्र, रामेश्वर, अंकित, केसी सोनकर, विक्रमादित्य सिंह, शिव कुमार सिंह, सुरेश सिंह, जयकरन सिंह, अनूप सिंह, हरिकेश यादव, अनुराम मिश्रा, संजय सिंह, विनोद यादव, सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे।

इनसेट

शिक्षकों ने कहा हम नहीं करेंगे यह काम

मध्यान भोजन योजना से संबंधित समस्त सूचनाओं का आदान-प्रदान शिक्षक व कर्मचारी अपने मोबाइल से बंद कर देंगे।

जिले के सभी शिक्षक कार्मिक अपने मोबाइल से समस्त विभागीय ऐप अनइंस्टॉल व डिलीट कर देंगे।

इंचार्ज प्रधानाध्यापक का कार्य दायित्व निर्वहन कर रहे समस्त सहायक अध्यापक अपने इंचार्ज का दायित्व त्याग कर केवल सहायक अध्यापक के कार्य दायित्व का निर्वहन करेंगे।

जिले में समस्त शिक्षक संकुल,एआरपी,एस आर जी अपने-अपने पदों का त्याग कर अपने विद्यालय में अपना योगदान देंगे तथा डीसीएफ फॉर्म सहित किसी भी विभाग की सूचना से स्वयं को विरत कर लेंगे।

किसी भी विभागीय ऑनलाइन मीटिंग यथा यूट्यूब सेशन व गूगल मीट जूममीटिंग आदि का पूर्ण बहिष्कार शिक्षकों द्वारा किया जाएगा।

अवकाश के दिनों में किसी प्रकार का विभागीय अथवा गैर विभागीय कार्य शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों द्वारा नहीं किया जाएगा।

*राममय हुआ मां गंगा का पावन तट*

देवेश वर्मा

डलमऊ।अयोध्या धाम में हुए भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान डलमऊ गंगा के अधिकतर घाट राममय हो गए। माँ गंगा के पावन तट पर सोमवार शाम को गंगा आरती एवं रामोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया।

डलमऊ के वीआईपी घाट से लेकर रानी शिवाला घाट एवं पथवारी घाट तक इक्कीस हज़ार दीपक जलाए गए। सुबह से ही डलमऊ तहसील क्षेत्र में राम भक्तों के द्वारा भारी लाव लश्कर के साथ राम दरबार की भव्य झांकी निकाली गई।

डीजे की धुन पर राम भक्तों ने राम के जयकारों के साथ झांकी निकाली। जिस पर राम लक्ष्मण और हनुमान की झांकियां सजाई गई। जगह-जगह पर सजी हुई मनमोहक झांकी एवं भंडारों से कस्बा राम में हो गया।

शाम होते ही डलमऊ के वीआईपी घाट पर पहुंचे राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह, जिला अधिकारी हर्षिता माथुर,अपर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक अभिषेक अग्रवाल, अपर जिलाधिकारी प्रफुल्ल त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव,नगर पंचायत अध्यक्ष पंडित बृजेश दत्त गौड, क्षेत्राधिकार अरुण कुमार नौहवार, अधिशासी अधिकारी आरती श्रीवास्तव ने राम दरबार की आरती के साथ गंगा आरती की, और भक्त दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए।

सुबह से ही स्वास्थ्य शिक्षा व बाल विकास पुष्टाहार विभाग की महिला कर्मचारियों के द्वारा मनमोहक झांकी तैयार की गई एवं दीप जलाए गए तहसील प्रशासन एवं नगर पंचायत के कर्मचारियों सुबह से ही लगे रहे। इस मौके पर डलमऊ प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार सोनकर, सीएचसी प्रभारी नवीन कुमार, डलमऊ चौकी इंचार्ज संजय शर्मा, मुराईबाग चौकी इंचार्ज राजकिशोर अग्निहोत्री, अध्यक्ष प्रतिनिधि शुभम गौड़, लिपिक सोहराब अली, अभिषेक यादव, अमित मलिक, समेत सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

*कारसेवकों के नायक जैसे थे रायबरेली में जन्मे तत्कालीन डीजीपी श्रीश चंद्र दीक्षित, वो चेहरा जिनका जिक्र किए बगैर राम मंदिर आंदोलन है अधूरा*

दुर्गेश मिश्र

रायबरेली।आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस के पीछे राम मंदिर के लिए कई दशकों तक चले आंदोलन में कई प्रमुख चेहरे रहे हैं। जिन्हें दुनिया जानती और पहचानती हैं,लेकिन, कई ऐसे भी गुमनाम चेहरे हैं, जिनके संघर्ष की बदौलत राम मंदिर निर्माण का सफर मंजिल तक पहुंचा है। जिनमे एक नाम रायबरेली में जन्मे तत्कालीन डीजीपी श्रीश चंद्र दीक्षित का भी है।

कारसेवकों के लिए श्रीश चंद्र दीक्षित नायक की तरह थे।अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के सपना सैकड़ों साल के बाद अब अब राम लला उसमे विराजमान हैं। आगामी 22 जनवरी को मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है पूरे देश की नजरे अयोध्या पर हैं।वह सपना जो लगभग सभी हिन्दुओं ने देखा था वह साकार होने जा रहा है। राम मंदिर के लिए कई दशकों तक चले आंदोलन में कई प्रमुख चेहरे रहे हैं, जिन्हें दुनिया जानती और पहचानती है, लेकिन, कई ऐसे भी गुमनाम चेहरे हैं, जिनके संघर्ष की बदौलत राम मंदिर निर्माण का सफर मंजिल तक पहुंचा।श्रीश चंद्र दीक्षित के जिक्र के बिना अयोध्या का आंदोलन अधूरा है।

यूपी के तत्कालीन डीजीपी रहे श्रीश चंद्र दीक्षित ने राम मंदिर आंदोलन में कारसेवकों के लिए नायक की भूमिका अदा की थी।रायबरेली के सरेनी विकास खंड के सतवा खेड़ा गांव में 3 जनवरी 1926 को जन्मे श्रीश चंद्र दीक्षित 1982 से लेकर 1984 तक उत्तर प्रदेश के डीजीपी रहे। रिटायर होने के बाद वह विश्व हिंदू परिषद से जुड़ गए और केंद्रीय उपाध्यक्ष बन गए। उनके बारे में कहा जाता है कि पुलिस प्रशासन से नजरें बचाकर कारसेवकों को अयोध्या पहुंचाना हो या फिर कानून को धता बताकर कारसेवा करवाना।इन कामों में श्रीश चंद्र दीक्षित आगे थे उनका तेज दिमाग सब झंझावातों को पर कर रास्ता बना ही लेता था।

1990 में कारसेवा के लिए साधु-संत अयोध्या कूच कर रहे थे।प्रशासन ने अयोध्या में कर्फ्यू लगा रखा था।पुलिस ने विवादित स्थल के 1.5 किलोमीटर के दायरे में बैरिकेडिंग कर रखी थी।30 अक्टबूर, 1990 को कारसेवकों की भीड़ बेकाबू हो गई। इसके बाद पुलिस ने कारसेवकों पर गोली चला दी तो कारसेवकों के ढाल बनकर श्रीश चंद्र दीक्षित सामने आए थे। पूर्व डीजीपी को सामने देख पुलिस वालों ने गोली चलाना बंद कर दिया।इस तरह से उन्होंने कारसेवकों की जान बचाने में अहम भूमिका अदा की थी।इसी के एक साल बाद 1991 के लोकसभा चुनाव में श्रीश चंद्र दीक्षित काशी से सांसद बने थे।

अंतिम सांस तक रहा मंदिर निर्माण का इंतजार

श्रीश दीक्षित ने 90 वर्ष की उम्र में 2014 में अंतिम सांस ली। लोग बताते हैं कि अंतिम समय तक वह यही इच्छा करते रहे कि श्री राममंदिर का निर्माण पूरा हो।

1992 की कारसेवा में भी वह पूरी तरह सक्रिय रहे। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अग्रणी लोगों में शामिल रहे। विवादित ढांचा गिराने की बात कहते हुए हमेशा उनकी आंखों में चमक और चेहरे पर खास उत्साह झलकता था।