*उप स्वास्थ्य केंद्र बदनपुर अपनी ही बदहाली पर बहा रहा आंसू*
अमृतपुर फर्रुखाबाद l प्रदेश सरकार जनमानस के स्वास्थ्य को लेकर हमेशा चिंतित रहती है ।अनेकों योजनाएं निकालकर कैंप के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन को स्वस्थ बनाए रखने के लिए निशुल्क दवाइयो का वितरण करवाती है। डॉक्टर सहित इनका पूर्ण स्टाफ निशुल्क दवाइयां वितरित करने में अपनी भूमिका निभाता है।
तहसील क्षेत्र स्वास्थ्य विभाग के उपकेंद्र और अस्पतालों में भी निशुल्क कैंप लगाकर सरकार की स्वास्थ्य योजना का लाभ जन जन तक पहुंचाने का कार्य सरकार द्वारा लगातार किया जा रहा है। परंतु विभाग के कुछ नुमाइन्दे ऐसे भी हैं जो सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने में पीछे नहीं रहते और कुछ स्वास्थ्य उपकेंद्र स्वयं इतना बीमार हो चुके हैं कि वह लोगों का इलाज कैसे कर पाएंगे।
विकासखंड राजेपुर के अंतर्गत आने वाला गांव बदनपुर का स्वास्थ्य उप केंद्र स्वयं बीमार चल रहा है। ना तो वहां साफ सफाई है और ना ही किसी प्रकार की देखभाल। उप केंद्र के आगे झाड़ियां खड़ी है। ग्रामीण रामनिवास होते लाल भूरे राजेश प्रदीप मोहनलाल हरि ओम रानी देवी उर्मिला राजेश्वरी का कहना है कि यहां पर डॉक्टर की तैनाती तो है परंतु वह हफ्ते में सिर्फ एक बार ही यहां आते हैं और वही लाल पीली गोली देकर लोगों को भरोसा देते हैं।
स्वास्थ्य को लेकर ऐसा कोई नियम नहीं है कि कोई व्यक्ति हफ्ते में सिर्फ एक दिन ही बीमार होगा अन्य दिन वह स्वस्थ रहेगा तो स्वास्थ्य विभाग में तैनात डॉक्टर को भी चाहिए कि वह अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए स्वास्थ्य केंद्र पर आकर लोगों की जांच करें और बीमार जनमानस को सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली निशुल्क दवाइयो का वितरण करें।
परंतु स्वास्थ्य विभाग में तैनात यह लोग महीने की अंतिम तारीख में अपना वेतन निकालने से पीछे नहीं रहते और वेतन के रूप में इन्हें मोटी रकम भी मिलती है।जब इनकी शिकायत तहसील स्तर से या उच्च अधिकारियों तक की जाती है तो यह लोग अपनी पहुंच के चलते उस शिकायत को कूड़े के देर में डलवा देते हैं।
शासनादेश के अनुसार स्वास्थ्य विभाग को 24 घंटे अलर्ट रहना चाहिए परंतु यहां तो भ्रष्टाचार चरम पर है। अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी सरकार की जन कल्याण पर ध्यान देते हैं और स्वास्थ्य विभाग में तैनात अधिकतर डाक्टर व कर्मचारियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं अथवा यूं ही स्वास्थ्य उप केंद्र झाड़ियो के बीच में फंसा आंसू बहाता रहेगा और सरकार की जन कल्याण योजनाओं को यूं ही पलीता लगता रहेगा।
Jan 31 2024, 18:13