*सीजी आईएजीई का पहला वार्षिक राज्य सम्मेलन का सफलतापूर्वक हुआ समापन*
रायपुर- 27-28 जनवरी को आयोजित हिस्टेरोस्कोपी में प्रगति पर बहुप्रतीक्षित दो दिवसीय राज्य स्तरीय सम्मेलन ने देश और विदेश के प्रसिद्ध एंडोस्कोपिस्ट विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों को सफलतापूर्वक एक साथ लाया है। यह सम्मेलन, सीजी आईएजीई के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. मनोज चेलानी द्वारा शुरू किया गया एक सहयोगात्मक प्रयास है, जो हिस्टेरोस्कोपी के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होने का वादा करता है।
सम्मेलन के उद्घाटन दिवस पर प्रतिष्ठित पेशेवरों का जमावड़ा हुआ, जिनमें संरक्षक के रूप में कार्यरत डॉ. आभा सिंह और डॉ. देवेन्द्र नायक और आईएजीई के अध्यक्ष डॉ. पंडित पलस्कर शामिल थे। चिकित्सा क्षेत्र की प्रतिष्ठित हस्ती डॉ. हफ़ीज़ रहमान ने भी अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। विशेषज्ञ एंडोस्कोपी के क्षेत्र में अध्ययन और अभ्यास के एक महत्वपूर्ण क्षेत्र हिस्टेरोस्कोपी की प्रगति पर ध्यान केंद्रित करते हुए विचारोत्तेजक चर्चा और विचार-विमर्श में लगे हुए हैं।
सीजी आईएजीई के दूरदर्शी संस्थापक अध्यक्ष डॉ. मनोज चेलानी ने देश और विदेश के प्रतिनिधियों की जबरदस्त प्रतिक्रिया और भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने सहयोग को बढ़ावा देने, ज्ञान साझा करने और चिकित्सा प्रगति में सबसे आगे रहने में ऐसे सम्मेलनों के महत्व पर जोर दिया।
सम्मेलन का पहला दिन हिस्टेरोस्कोपी में नवीनतम विकास पर व्यापक चर्चा पर केंद्रित था। डॉ. आभा सिंह, डॉ. देवेन्द्र नायक, डॉ. पंडित पलस्कर और डॉ. हफ़ीज़ रहमान जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति ने विचार-विमर्श को बहुत महत्वपूर्ण बना दिया। उनकी अंतर्दृष्टि और विशेषज्ञता ने निस्संदेह आयोजन की समग्र सफलता में योगदान दिया है।
डॉ. चेलानी ने इस पहल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हिस्ट्रोस्कोपी में प्रगति पर राज्य स्तरीय सम्मेलन विशेषज्ञों के लिए विचारों का आदान-प्रदान करने, अनुभव साझा करने और हमारे क्षेत्र में प्रगति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। इस सहयोग से निस्संदेह बड़े पैमाने पर चिकित्सा समुदाय को लाभ होगा।"
सम्मेलन का दूसरा दिन भी समान रूप से आकर्षक भी था, जिसमें हिस्टेरोस्कोपी के विभिन्न पहलुओं पर अधिक गहन चर्चा, प्रस्तुतियाँ और कार्यशालाएँ शामिल हुई। आयोजकों का अनुमान है कि इस सम्मेलन के दौरान साझा किए गए ज्ञान और बनाए गए संपर्कों का क्षेत्र पर स्थायी प्रभाव पड़ेगा, जिससे अंततः रोगियों और चिकित्सा पेशेवरों को समान रूप से लाभ होगा।
Jan 29 2024, 12:48