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*गोरखपुर विश्वविद्यालय ने कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए मधेश कृषि विश्वविद्यालय, राजबिराज, नेपाल से किया समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर*

गोरखपुर। विश्वविद्यालय ने मधेश कृषि विश्वविद्यालय, राजबिराज, नेपाल के साथ कृषि सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कृषि के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय समझ एवं सहयोग को आगे बढ़ाने की दिशा में कदम उठाते हुए दोनों संस्थानों ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन तथा मधेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बैद्य नाथ ने एमओयू हस्ताक्षर समारोह में सहभागिता की।

कार्यक्रम में प्रोफेसर टंडन और प्रोफेसर नाथ के बीच चर्चा कृषि क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं, कृषि अनुसंधान में पारस्परिक हितों और सभी स्तरों पर शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए साझा समर्पण को प्रदर्शित करने पर केंद्रित रही।

प्रोफेसर पूनम टंडन ने इस सहयोग के प्राथमिक लक्ष्य कृषि क्षेत्र में क्षमताओं को बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने के साथ ही उद्योग की जरूरतों और युवाओं के पास मौजूद कौशल के बीच के अंतर को भरने पर जोर दिया।

समारोह में दोनों कुलपतियों ने छात्रों को शैक्षणिक, अनुसंधान-उन्मुख, औद्योगिक और उद्यमशीलता कौशल के साथ परिपूर्ण व्यक्ति के रूप में विकसित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।

रैंकिंग सेल के निदेशक प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव, इंटरनेशनल सेल के निदेशक डॉ रामवंत गुप्ता और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर राजर्षि कुमार गौड़ सहित गोरखपुर विश्वविद्यालय के एक प्रतिनिधिमंडल इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मौजूद रहा।

कुलपति प्रो टंडन ने बताया कि इस सहयोग का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना, कृषि अनुसंधान को बढ़ाना और कृषि क्षेत्र में कुशल पेशेवरों के विकास में योगदान देना है।

गोरखपुर विश्वविद्यालय और मधेश कृषि विश्वविद्यालय एक सार्थक साझेदारी की आशा करते हैं जो कृषि शिक्षा और अनुसंधान पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी।

*बारह स्थानों पर एक साथ शुरू हुआ निशुल्क सिलाई प्रशिक्षण*

गोरखपुर, 3 जनवरी। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महाराणा प्रताप (एमपी) शिक्षा परिषद की नई पहल से चार केंद्रों के अंतर्गत बारह स्थानों पर कुल 1150 महिलाओं के लिए निशुल्क सिलाई-कढ़ाई के प्रशिक्षण का कार्यक्रम बुधवार से शुरू हो गया।

सात दिवसीय प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को मुफ्त सिलाई मशीन वितरित की जाएगी। प्रशिक्षण का यह कार्यक्रम जेके अर्बनसेप्स डेवलपर्स लिमिटेड कानपुर द्वारा प्रायोजित है और सिंगर इंडिया लिमिटेड के सहयोग से किया जा रहा है।

प्रशिक्षण का औपचारिक उद्घाटन गुरुवार को महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय (एमपीपीजी कॉलेज) जंगल धूसढ़ में किया जाएगा जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी और विशिष्ट अतिथि के रूप में जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश मौजूद रहेंगे।

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की नई पहल के बारे में एमपीपीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि यह कार्यक्रम उन्नत भारत ग्राम अभियान एवं मिशन शक्ति के तहत किया जा रहा है। इसमें शिक्षा परिषद की कई संस्थाएं जैसे महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय (एमपीपीजी कॉलेज) जंगल धूसढ़, महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस, योगी गंभीरनाथ सेवाश्रम, महाराणा प्रताप कृषक इंटर कॉलेज जंगल धूसढ़, महाराणा प्रताप कन्या इंटर कॉलेज व महाविद्यालय रमदत्तपुर महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही हैं।

निशुल्क सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण चार केंद्रों के अंतर्गत 12 स्थानों पर शुरू किया गया है। एमपीपीजी कॉलेज केंद्र के अंतर्गत हसनपुर गांव और कॉलेज द्वारा संचालित प्रशिक्षण केंद्र पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

योगिराज बाबा गंभीरनाथ सेवाश्रम- 1 केंद्र के अंतर्गत मंझरिया और बड़ी रेतवहिया गांव, सेवाश्रम-2 केंद्र के तहत महाराणा प्रताप कृषक इंटर कॉलेज जंगल धूसढ़, छोटी रेतवहिया व चतुर्थ श्रेणी कमर्चारी तथा महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस केंद्र के तहत इस कॉलेज, महाराणा प्रताप कन्या इंटर कॉलेज रमदत्तपुर व गुरु श्री गोरक्षनाथ विद्यापीठ भरोहिया पर प्रशिक्षण शुरू हुआ है। 15 से 40 वर्ष तक की बालिकाओं और महिलाओं के लिए इस प्रशिक्षण की अवधि प्रतिदिन दो घंटे की है।

बुधवार को प्रशिक्षण के शुरू होने पर सिंगर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सीनियर आफिसर पवन राजपूत, नरेश कुमार, ललित सरोज, मोहित, एमपीपीजी कॉलेज मे उन्नत भारत अभियान के प्रभारी डाॅ. मंजेश्वर तथा मिशन शक्ति अभियान की प्रभारी श्रीमती शिप्रा सिंह की सक्रिय सहभागिता रही।

*हज़रत सैयदना अबू बक्र की याद में जीएएफ़ ने जरुरतमंदों में बांटा कंबल*

गोरखपुर। मुसलमानों के पहले ख़लीफा अमीरुल मोमिनीन हज़रत सैयदना अबू बक्र सिद्दीक़ रदियल्लाहु तआला अन्हु का उर्स 5 जनवरी को मुस्लिम घरों में अकीदत के साथ मनाया जाएगा। उर्स के मद्देनजर जीएएफ़ (गौसे आजम फाउंडेशन) की टीम ने रसूलपुर, जामिया नगर, अजयनगर, सिधारीपुर आदि जगहों पर गरीब व असहायों में कंबल बांटा।

फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष समीर अली ने बताया कि जीवन का सच्चा अर्थ गरीब व जरूरतमंदों की मदद करना है। आने वाले समय में ठंड ज्यादा बढ़ने की संभावना है जिसके तहत जीएएफ़ की टीम जरुरतमंदों में कंबल व गर्म कपड़ा बांट रही है और आगे भी बांटेगी।

उन्होंने लोगों से अपील की है कि हज़रत सैयदना अबू बक्र रदियल्लाहु अन्हु के उर्स पर कुरआन ख्वानी, फातिहा ख्वानी के साथ समाज सेवा कर अकीदत का नजराना पेश करें। कंबल, गर्म कपड़े, फल, भोजन बांटें। किसी जरूरतमंद की जरूरत पूरी कर दें। शिक्षा हासिल कर रहे छात्रों की हर तरह से मदद करें।

अली गज़नफर शाह ने कहा कि जीएएफ़ की टीम हमेशा लोगों की समस्याओं को दूर करने का हर संभव प्रयास करती है। आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। उन्होंने अपील किया कि हज़रत सैयदना अबू बक्र रदियल्लाहु अन्हु का उर्स-ए-पाक समाज सेवा कर मनाएं।

कंबल बांटने में मो. जैद मुस्तफाई, रेयाज अहमद, मो. आसिफ, मो. जैद चिंटू, मो. आरिफ आदि शामिल रहे।

*उनवल में 2 मोटर चोर पकड़े गए*

खजनी /गोरखपुर।थाने की उनवल चौकी क्षेत्र में बेखौफ चोरों के हौसले बुलंद हैं। बीती रात लगभग 9 बजे बेनी माता समय के स्थान पर उपेन्द्र यादव के खेत में सिंचाई हेतु 2 एचपी का मोटर लगा था।

जिसे शातिर चोर खोल कर उठा कर ले जा रहे थे। किसी राहगीर की नजर पड़ी तो उसने इसकी सूचना खेत के मालिक को दे दी। खेत मालिक के उपेन्द्र यादव ने अपने सहयोगियों के साथ बाइक से घटनास्थल पर पहुंच कर मौके से लगभग 100 मीटर दूर जा चुके चोरों को ग्रामवासियों के सहयोग से मोटर के साथ पकड़ लिया और उन्हें मारपीट कर उनवल चौकी पर पुलिस को सौंप दिया था।

उनवल चौकी के प्रभारी सोनेन्द्र कुमार सिंह उन्हें थाने पर ले जा कर विधिक कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया है। पकड़े गए दोनों चोरों की पहचान गोपालपुर गांव थाना बांसगांव के निवासी अंकुर सिंह पुत्र विनोद सिंह तथा मुकेश पुत्र रामबुझ चौहान के रुप में हुई।

बता दें कि बीते 28 दिसंबर को रात में नगर पंचायत उनवल में चोर वार्ड नंबर 4 में एक मोटर खोल कर उठा ले गए थे,तथा राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय पर भी चोरों ने सबमर्सेबल मोटर चुराने की कोशिश की थी, किंतु उन्हें सफलता नहीं मिली थी।

*कार के चपेट में आने से साइकिल सवार घायल*

गोरखपुर। एम्स थानाक्षेत्र के जगदीशपुर चौकी क्षेत्र में मंगलवार को कार की चपेट में आने से साईकिल सवार खोराबार क्षेत्र के जंगल सिकरी, केशरवानी पेट्रोल पंप निवासी रामसिंगार सिंह (65) पुत्र स्व. काशी सिंह गोरखपुर से अपने गांव गौरा पोस्ट पड़री जिला कुशीनगर जा रहे थे।

 कार सवार उत्तराखंड के ट्रांजिट कैम्प रुद्रपुर के वार्ड नंबर 2 निवासी बृजेंद्र मिस्त्री पुत्र सुखलाल मिस्त्री कार से जैसे ही रामनगर करजहा बाईपास एचपी पेट्रोल पंप के पास पहुंचे तभी कार सवार अनियंत्रित होकर साइकिल में टक्कर मार दिया। उनका शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

*डीएम व एसएसपी ने विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर लिया जायजा, आवागमन में बाधा उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश*

गोरखपुर। चालकों की हड़ताल को देखते हुए जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश व एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर रोडवेज बसों, ऑटो, टेंपो व अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अन्य माध्यमों के संचालन का जायजा लिया।

वही संबंधित अधिकारी व समस्त थाना प्रभारीयों को प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल को तैनात करने एवं क्षेत्र में लगातार भ्रमण करने के निर्देश दिए गए। रोडवेज के अधिकारियों से समन्वय बनाकर आवश्यकता अनुसार रोडवेज की बसों के साथ पुलिस बल को रवाना किया जा रहा है।

आवागमन में बाधा उत्पन्न करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं।

*2021 बैच की आईपीएस अंशिका वर्मा बनी सीओ कोतवाली, पदभार किया ग्रहण*

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश कैडर की 2021 बैंच की आईपीएस अंशिका शर्मा को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने कोतवाली का सीओ बनाया अंशिका वर्मा अपने नौकरी की ट्रेनिंग आगरा से शुरू की थी।

जिन्हें एसएसपी ने कोतवाली सर्किल का प्रभार सौंपा आईपीएस अंशिका वर्मा ने बताया कि कोतवाली सर्कल को अपराध मुक्त बनाना पहली प्राथमिकता होगी अपने उच्च अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन करते हुए अपराध व अपराधियों पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाएगी जिससे कोतवाली सर्कल अपराध मुक्त रहे ।

आईपीएस अंशिका वर्मा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली हैं।अंशिका ने अपनी प्राथमिक शिक्षा नोएडा में की और वर्ष 2014 से 2018 तक गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, नोएडा से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की ओर उनकी यात्रा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुरू हुई, जहां उन्होंने खुद को कठोर तैयारी के लिए समर्पित कर दिया। सभी चुनौतियों को पार करते हुए, अंशिका ने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 136 वी उल्लेखनीय रैंक हासिल की, यह सब बिना किसी औपचारिक कोचिंग के हासिल किया ।

अंशिका एक सहायक पारिवारिक पृष्ठभूमि से आती हैं। उनके पिता उत्तर प्रदेश विद्युत निगम लिमिटेड (यूपीईएल) से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, जबकि उनकी मां एक गृहिणी हैं। उनके अटूट प्रोत्साहन ने उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आईपीएस अंशिका वर्मा का इंजीनियर से आईपीएस अधिकारी बनने तक का सफर दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की शक्ति का उदाहरण है। उनकी सफलता की कहानी महत्वाकांक्षी सिविल सेवकों के लिए प्रेरणा का काम करती है, जो दर्शाती है कि दृढ़ता और आत्म-विश्वास के साथ सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है।

अपनी पेशेवर उपलब्धियों के अलावा, अंशिका अपनी सोशल मीडिया उपस्थिति के लिए भी जानी जाती हैं। इंस्टाग्राम पर लगभग 147K फॉलोअर्स के साथ, उन्होंने एक बड़ा प्रशंसक आधार तैयार कर लिया है, जो उनके व्यापक प्रभाव को दर्शाता है।

*अपहरण और दुष्कर्म का आरोपी जेल भेजा गया*

खजनी/ गोरखपुर ।पुलिस ने आज अपहरण तथा जबरन विवाह और दुष्कर्म के आरोपी वांछित अभियुक्त को मुखबिर की सूचना पर कटघर तिराहे से गिरफ्तार कर लिया तथा थानाध्यक्ष गौरव राय कनौजिया के निर्देश पर विधिक कार्यवाही के बाद न्यायालय से जेल भेज दिया गया है।

थाने में दर्ज मु.अ.सं. 184/2022 की धारा 363,366, 376डी, 120बी भादवि व 5/6 पाक्सो एक्ट मे वांछित रुद्रपुर खजनी के निवासी अभियुक्त अंगद यादव पुत्र रामप्रीत यादव 20 वर्ष को कटघर तिराहे से दोपहर 12.30 बजे एसआई रवि राय कांस्टेबल अमलेश यादव और हर्षवर्धन वर्मा ने गिरफ्तार किया।

*पद्म भूषण प्रोफेसर कपिल कपूर होंगे प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि*

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के पंडित मदन मोहन मालवीय टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर, जो पूर्व में एचआरडीसी के नाम से जाना जाता था, आगामी 4 जनवरी से लेकर 12 जनवरी तक नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के विषय में एक जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने जा रहा है। केंद्र की निदेशक प्रोफेसर सुनीता मुर्मू एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ अमोद कुमार राय ने बताया कि इस आठ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में 12 व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे। इन 12 व्याख्यानों के मूल में भारतीय ज्ञान परंपरा इस विषय को लेकर विभिन्न रिसोर्स पर्सन्स अपने-अपने संबंधित विषय में कैसे हम पारंपरिक भारतीय ज्ञान का समावेश और समायोजन कर सकते हैं इस पर प्रकाश डालेंगे । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्विद्यालय एवं महाविद्यालय के प्रत्येक शिक्षक के लिए वांछनीय है। देश भर के 15 लाख शिक्षकों को प्रशिक्षित करना है।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन 4 जनवरी दिन 2 बजे प्रस्तावित है और इस कार्यक्रम में संरक्षिका के तौर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन, मुख्य वक्ता के तौर पर पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित प्रोफेसर कपिल कपूर जो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के रेक्टर एवं भाषा विज्ञान एवं अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर भी रह चुके हैं, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी वि वि, वर्धा के चांसलर, भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान शिमला के चेयरपर्सन भी रह चुके हैं और देश-विदेश में सैकड़ो उनके व्याख्यान भारतीय ज्ञान परंपरा पर हो चुके हैं। भारतीय ज्ञान परंपरा को उन्होंने जे एन यू के पाठ्यक्रम में पहली बार समायोजित किया था। सेंटर की निर्देशिका प्रो सुनीता मुर्मू जी अपनी प्रस्ताविकी प्रस्तुत करेंगी।

कार्यक्रम का समापन 12 जनवरी को प्रो ईश्वर शरण विश्वकर्मा, चेयरमैन उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग, प्रयागराज, एवं प्रो प्राचीन इतिहास विभाग के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति के साथ होगी। इनके अलावा देश के विभिन्न राज्यों में स्थित विश्वविद्यालयों से रिसोर्स पर्सन को आमंत्रित किया गया है। जैसे प्रोफेसर धनंजय सिंह जेएनयू, प्रोफेसर रजनीश मिश्रा जेएनयू,प्रो सौगात भादुड़ी,प्रोफेसर राजकुमार बी एच यू, प्रोफेसर हितेंद्र मिश्र नेहू, प्रोफेसर रविंद्र सिंह डी यू, प्रो राज शरण शाही, लखनऊ, प्रो हेमेंद्र चंडालिया उदयपुर, प्रोफेसर आलोक कुमार एवं प्रोफेसर सुधीर श्रीवास्तव आदि अपना व्याख्यान देंगे।

कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर अमोद कुमार राय ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इतने सुधी वक्ताओं को देखते हुए प्रतिभागियों की संख्या ने भी एक रिकॉर्ड बनाया है। यह पहली बार हो रहा है कि जब किसी शॉर्ट टर्म कोर्स अथवा प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 176 की संख्या में प्रतिभागी प्रतिभागी कर रहे हैं । इस कार्यक्रम के दो सहसंयोजक भी हैं समाजशास्त्र विभाग के डॉक्टर पवन कुमार और भूगोल विभाग की डॉक्टर स्वर्णिमा सिंह।पवन कुमार और स्वर्णिम सिंह सम्पूर्ण कार्यक्रम के कुशल संचलन की पूर्ण देखरेख करेंगे। कार्यक्रम पूर्ण रूप से ज़ूम प्लेटफार्म के जरिए ऑनलाइन मोड में आयोजित किया जाएगा।

*नए वर्ष में गोरखपुर विश्वविद्यालय ने शुरू की नई शैक्षणिक यात्रा*

गोरखपुर।दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय, नेपाल ने आज एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है।

गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन के नेतृत्व में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधिमंडल लुंबिनी गया। लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुबरन लाल बज्राचार्य ने गर्मजोशी से प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।

समझौता ज्ञापन (एमओयू) के अंतर्गत दोनों विश्वविद्यालय बौद्ध धर्म, विधि, प्रबंधन, कृषि वानिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और सतत विकास में ट्विन एवं डुअल डिग्री कार्यक्रम के शुरुआत करने पर सहमति हुई।

एमओयू का उद्देश्य दोनों विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम के अनुरूप छात्र इंटर्नशिप के साथ-साथ छात्र और संकाय सदस्यों के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करना है।

दोनों विश्वविद्यालय करुणा, ज्ञान और जागरूकता के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित एक गतिशील अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अपने उद्बोधन में कुलपति प्रो पूनम टंडन ने कहा कि यह एमओयू दोनों विश्वविद्यालयों का अंतरराष्ट्रीय सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। प्रोफेसर पूनम टंडन ने अकादमिक अनुसंधान में विश्वविद्यालयों की साझी भूमिका पर प्रकाश डाला तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार आगे बढ़ने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की बात कही। कुलपति ने जोर देते हुए कहा कि इस सहयोग का प्राथमिक लक्ष्य क्षमता निर्माण में नेपाल और भारत के बीच अंतर को पाटना है।

इस अवसर पर प्रोफेसर बज्राचार्य ने अकादमिक मोर्चे पर दोनों विश्वविद्यालयों को एकसाथ आने पर उत्साह व्यक्त करते हुए शिक्षा एवं अनुसंधान में साझा हितों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया।

कार्यक्रम में लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के डॉ. तिलक राम आचार्य, रजिस्ट्रार; डॉ. माणिक रत्न शाक्य, डीन, बौद्ध अध्ययन संकाय; डॉ. हरि शरण चन्खू, डीन, मानविकी और सामाजिक विज्ञान संकाय; प्रोफेसर डॉ. बिमलेंद्र कुमार, आईसीसीआर के अध्यक्ष प्रोफेसर; और डॉ. कुमार खड़का, समन्वयक, सेंटर फॉर इंटरनेशनल रिलेशन्स मौजूद रहे।

इस कार्यक्रम में गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों में प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव, निदेशक रैंकिंग सेल; डॉ. रामवंत गुप्ता, निदेशक इंटरनेशनल सेल; और प्रोफेसर राजर्षि कुमार गौड़, प्रमुख, जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने सहभागिता की।