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बन्द कमरे में ताश खेलने का वीडियो वायरल

डलमऊ,रायबरेली।बन्द कमरे में ताश खेलने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है।

सोशल मीडिया के प्लेटफार्म, मेटा, एक्स व तमाम व्हाट्सप ग्रुप में रविवार सुबह से ही एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में तीन युवक ताश के पत्ते खेलते नजर आ रहे हैं। बन्द कमरे में बनाये गए वीडियो के स्थान की पुष्टि अभी तक नही हो पाई है।

सोशल मीडिया पर प्रसारित इस वीडियो में एक युवक उसी कमरे से मोबाइल गुम हो जाने की बात कहता हुआ सुनाई दे रहा है, तो दूसरा युवक उसके प्रतिउत्तर में मोबाइल खो जाने और अफसोस जताया रहा है।हालांकि कई प्लेटफार्म पर इसको डलमऊ कोतवाली क्षेत्र का बताया जा रहा है।

डलमऊ क्षेत्राधिकारी अरुण कुमार नौहवार ने बताया कि बन्द कमरे के अंदर कुछ युवक ताश खेल रहे थे, युवकों की शिनाख्त कर मामले में जांचोपरांत विधिक कार्यवाही की जाएगी।

वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र सिंह की सड़क हादसे में मौत,पत्रकारों में शोक की लहर

रायबरेली।भदोखर थाना क्षेत्र के रायबरेली प्रतापगढ़ मार्ग पर लगे गिट्टी के ढेर पर बाइक फिसलने से बाइक सवार पत्रकार की मौत हो गई । रविवार दोपहर बाइक सवार पत्रकार वीरेंद्र सिंह अपने गांव पितम्बरपुर से दूलागंज से वापस आ रहे थे।

परमानपुर गांव के निकट पहुंचते ही हाईवे पर गिट्टी का छोटा सा ढेर लगा हुआ था। जिससे बाइक बगल में पहुंचते ही बाइक फिसल गई। इतने मे वह गिर गए। बाइक सवार के गिरते ही स्थानीय व राहगीरों ने पत्रकार को उठाने का प्रयास किया,लेकिन गंभीर रूप से घायल उनकी नाजुक हालत को देखते हुए लोगो ने परिजनो को सूचना दी।

सूचना पर पहुचे परिजन व स्थानीय लोगो ने आनन फानन गंभीर रूप से घायल पत्रकार को जिला अस्पताल पहुंचया। जहां डाक्टरो ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। लोगो की माने तो पीएनसी द्वारा की गई लापरवाही से एक पत्रकार की जान चली गई।स्थानीय लोगो ने बताया की पीएनसी द्वारा खंभा जाम करने के लिए सीमेंट में मिक्स कर गिट्टी का छोटा ढेर हाईवे पर न लगा होता तो यह हादसा न होता।

हादसा होने के बाद स्थानीय लोगो मे पीएनसी के खिलाफ काफी रोष व्याप्त रहा। प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत पांडे ने बताया की शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। तहरीर मिलने पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

गंगा एक्सप्रेस वे के डंफर ने तोड़ा बिजली का खम्भा, थुलरई गांव की हजारों की आबादी अंधेरे में, ग्रामीणों में आक्रोश

रायबरेली। दीनशाह गौरा क्षेत्र में निमार्णाधीन गंगा एक्सप्रेस वे में लगी खनन मशीनरी ने एक बार फिर एक खम्भा तोड़कर हजारों की आबादी को अंधेरे में कर दिया है। दीनशाह गौरा क्षेत्र के थुलरई गांव में हो रहे खनन में खनन मानकों को दरकिनार कर बिजली के खंभे से सटाकर खनन कर दिया गया।ग्रामीणों के मुताबिक गंगा एक्सप्रेस वे के खनन में लगी कार्यदायी संस्था ने खनन मानकों को ताक पर रख दिया है।

सबसे ज्यादा मनमानी डंफरो द्वारा अनियंत्रित तरीके से चलाने में हो रही है। खनन में खम्भे से सटाकर खनन होने के कारण लगा स्टे टूट गया। जिसके बाद बिजली का खम्भा बीच से टूट गया और हजारों की आबादी 36 घण्टे से भी अधिक समय से अंधेरे में रहने के मजबूर है।विगत दो सप्ताह पूर्व भी इसी कार्यदायी संस्था के डम्फर द्वारा एक और खम्भा तोड़ दिया था।बिजली विभाग ने उधर आपूर्ति बहाल कराई ही थी। एक कि और खंभा टूटने से पुन: थुलरई गांव के ग्रामीण अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। समाचार लिखे जाने तक आपूर्ति बहाल नही कराई जा सकी है।

क्या बोले जिम्मेदार

अवर अभियंता गदागंज नीतीश दुबे ने बताया कि कार्यदायी संस्था द्वारा खम्भा तोड़ने का मामला संज्ञान में आया है।नया खम्भा ले जाकर प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र आपूर्ति बहाल कराने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।

खनन मानकों को दरकिनार करने के मामले में तहसीलदार ध्रुव नारायण यादव ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस वे निर्माण में लगी कार्यदायी संस्था द्वारा खनन मानकों को दरकिनार करने का मामला संज्ञान में आया है।शासन की मंशा के अनुरूप खनन नियमो का पालन न करने वालो पर सख्ती कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

प्रधानाध्यापक को एमडीएम का राशन घर ले जाते समय ग्रामीणों ने पकड़ा, वीडियो वायरल

रायबरेली। मासूमो को दोपहर के भोजन में दिए जाने वाले खाने का राशन एक प्रधानाध्यापक द्वारा घर ले जाने का मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। डलमऊ विकास क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों के आये दिन नए नए कारनामे हो रहे हैं मगर खण्ड शिक्षा अधिकारी की ढुलमुल नीति के चलते दोषियों पर कार्यवाही न होने से लगातार विभाग की किरकिरी हो रही है।

जानकारी के मुताबिक विद्यालय में रखे हुए एमडीएम के राशन की बोरी को चोरी छिपे प्रधानाध्यापक द्वारा ले जाया जा रहा था, ग्रामीणों ने बोरी को ले जा रहे प्रधानाध्यापक को पकड़ा और मौके पर ग्राम प्रधान एवं पुलिस को सूचना दी है। विकासखंड डलमऊ के पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेरुखा के प्रधानाध्यापक के द्वारा स्कूल में बच्चों के लिए आने वाले एमडीएम के राशन की बोरी चोरी छुपे ले जाए जा रही थी।यह मामला विगत कई दिनों से चल रहा था जिस पर ग्रामीणों की नजर थी शुक्रवार को विद्यालय बंद होने के बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक सर्वेश बाजपेई अपनी स्कूटी मोटरसाइकिल पर एमडीएम के राशन की बोरी रखकर जैसे ही निकले ग्रामीण उनके पीछे लग गए और कुछ ही दूरी पर जाकर उन्हें जबरन रोक लिया।

ग्रामीणों द्वारा शोर एवं विरोध किए जाने पर प्रधानाध्यापक ग्रामीणों के हाथ पर जोड़ने लगे और माफी मांगने लगे ग्रामीणों के द्वारा इसकी सूचना ग्राम प्रधान को दी गई। मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान ने प्रधानाध्यापक से पूछताछ की ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानाध्यापक द्वारा आए दिन चोरी छिपे स्कूल से राशन की बोरी ले जायी जाती है हालांकि प्रधानाध्यापक के द्वारा ग्रामीणों से माफी मांगे जाने का भी वीडियो वायरल हुआ है, लेकिन ग्रामीण इससे सहमत नहीं हुए ग्राम प्रधान तेरूखा उमेश मौर्य ने भी मौके पर पहुंचकर प्रधानाध्यापक से पूछताछ की।

इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी के के त्रिपाठी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह से से बात करने का प्रयास किया गया मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका।

साहब ! कब दूर होंगे इस सड़क के गढ्ढे,मरम्मत पैचिंग में मची लूट से लोगों में आक्रोश

रायबरेली।सलोन - मुराईबाग जैसे दो अहम तहसीलों को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर बड़े बड़े गढ्ढे होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मार्ग में शुरू कराया गया मरम्मत का कार्य बीच मे ही बन्द हो जाने से लोगों में आक्रोश है वहीं तहसील क्षेत्र में पैचिंग वर्ग में भारी अनियमितता होने से भी लोगों में नाराजगी व्याप्त है।

प्रदेश भर में सड़कों को गढ्ढामुक्त करने का आदेश डलमऊ तहसील क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के लिए शायद नही भेजा गया है, मुराईबाग सलोन मुख्यमार्ग के गढ्ढे शायद इसकी कहानी बता रहे हैं। मुराईबाग कस्बे से शुरू हुई मरम्मत कंधरपुर पहुचते ही बन्द हो गयी। स्थानीय लोगों में इस बात से। आक्रोश व्याप्त है।

तहसील क्षेत्र के कुरौली दमा निवासी युवा समाजसेवी सचिन शुक्ला ने कहा कि आये दिन मुराईबाग सलोन मार्ग पर आना जाना पड़ता है मगर गढ्ढो की वजह से परेशानी होती है, इतना ही नहीं कुरौली दमा सम्पर्क मार्ग की पैचिंग भी मानक विहीन होने से तुरंत ही उखड़ गई है।

भरसना निवासी अभिषेक कुमार ने बताया कि पैचिंग में अनियमितता बरतकर जिम्मेदार सीएम योगी व शासन की मंशानुरूप कार्य न करके क्षवि धूमिल करने में लगे हुए हैं।

धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि मुख्य मार्गों को गढ्ढामुक्त रखना चाहिए जिससे की हादसों में कमी आए।

नीलमणि अवस्थी ने कहा कि मुराईबाग से पड़रिया तिराहा के बीच गढ्ढे होने की वजह से आए दिन कोई न कोई दुर्घटना का शिकार होकर चोटिल होता है। तहसील क्षेत्र में पैचिंग रिपेयरिंग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्यवाही न करना भी चिंता का सबब है। बीते दिनों मुराईबाग से शुरू हुआ मरम्मत कार्य महज कंधरपुर में आकर समाप्त हो गया, इससे भी लोगों में नाराजगी व्याप्त है। लोगों ने सड़क मरम्मत कार्य को कंधरपुर से आगे गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराने की मांग की है। इस संबंध में एक्सइन से बात करने का प्रयास किया गया पर बात नही हो सकी।

आचार्य जी की स्मृतियों को जीवंत बनाने के लिए अगले वर्ष होगा अखिल भारतीय आयोजन:विनोद शुक्ल

रायबरेली। आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी के 85वें निर्वाण दिवस पर गुरुवार को राही विकासखंड मुख्यालय स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। हिंदी प्रेमियों ने 'आचार्य जी अमर रहें' के जयकारे भी लगाए। श्रद्धा सुमन के दौरान आचार्य जी के स्मृति संरक्षण अभियान को नए मुकाम पर पहुंचाने का संकल्प लिया गया।

  

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति की ओर से आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि आचार्य जी की स्मृतियों को जीवंत बनाने के क्रम में अगले वर्ष अखिल भारतीय आयोजन होगा। उन्होंने आचार्य के कृतित्व व्यक्तित्व पर भी प्रकाश डाला। रोटरी क्लब के अध्यक्ष राकेश कक्कड़ ने आचार्य द्विवेदी के भाषा और साहित्य के क्षेत्र में दिए गए योगदान को रेखांकित किया। समाजसेवी राजेश वर्मा ने उनकी सामाजिक सेवाओं को याद किया।

  

 इस अवसर पर ग्रामीण बैंक कर्मचारी कल्याण परिषद के संरक्षक विनोद शुक्ला, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार मिश्र, सुधीर द्विवेदी, राकेश मोहन मिश्रा, राजेश द्विवेदी, कृष्ण मनोहर मिश्र, घनश्याम मिश्र, अमित सिंह, अभिषेक द्विवेदी, नीलेश मिश्रा, दुर्गेश पांडेय आदि मौजूद रहे।

*सड़क पैचिंग के नाम पर हो रही खानापूर्ति,जिम्मेदार मौन*

रायबरेली।सीएम योगी जहां प्रदेश में भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए कड़े निर्देश जारी कर रहे हैं।वहीं लगातार भ्रष्टाचार के आरोप झेलने वाले लोक निर्माण विभाग पर इसका कोई प्रभाव नही पड़ रहा है। डलमऊ तहसील क्षेत्र में सड़क पैचिंग के नाम पर सरकारीखजाने को हजम करने में कोई कसर नही बरती जा रही है। पहले लगातार सड़को के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं तो अब मरम्मत के नाम पर धन डकारा जा रहा है। इस बंदरबांट में ठेकेदार जमकर मलाई काट रहे हैं।

मानकों का नही रखा गया ध्यान,सरकारी पैसे की हो रही लूट

डलमऊ तहसील क्षेत्र में इस समय कई मार्गो पर इस समय पैचिंग का कार्य चल रहा है। जगतपुर-मुराईबाग मुख्य मार्ग से भरसना जाने वाली सड़क में भी मरम्मत कार्य प्रगति पर है। सड़क मरम्मत में मानक तार तार कर जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मानक को दर किनार कर सड़क की पैचिग की जा रही है, जो कि दूसरे दिन से ही उखड़ने भी लगी है। सरकार की गड्ढा मुक्त सड़क योजना का भरपूर लाभ उठाने में ठेकेदार पूरे मनोयोग से जुटे हुए हैं।ग्रामीणों की मानें तो मानक के मुताबिक न तो तारकोल डाला जा रहा है और न ही गिट्टी व मिक्चर की लेयर। यही नहीं मरम्मत से पूर्व मिट्टी को साफ करने के बजाए महज खानापूर्ति की जा रही है। आलम यह है कि श्रमिक सड़क पर पैचिग कर रहे हैं और पीछे पैचवर्क उखड़ रहा है।स्थानीय लोगो ने जिलाधिकारी से इस मामले जांच कराने और कार्रवाई की मांग की है।

सड़क पैचिंग के यह हैं मानक

विभागी सूत्रों के मुताबिक सरकारी मानक में सड़कों के बीच में गड्ढे होने पर उन्हें गिट्टी, तारकोल के मिक्सचर से बंद किया जाता है। इसे पैचवर्क कहा जाता है। इसके लिए मानक निर्धारित किए गए हैं। पैचिग के लिए पहले सड़क के गड्ढे की लंबाई, चौड़ाई और गहराई नापी जाती है। गड्ढे के आधार पर उसका स्टीमेट तैयार करके बजट निर्धारित किया जाता है। पैचिग के दौरान पहले कम से कम डेढ़ इंच की गिट्टी और डस्ट डालकर मिक्स करना चाहिए। इसी क्रम में आधे इंच की गिट्टी डालकर तारकोल से लेपन अनिवार्य रूप से होना चाहिए। पैचिग से पहले सड़क पर पड़ी मिट्टी की सफाई करनी होती है, मगर किसी भी सड़क के मरम्मत में शायद ही यह मानक पूरे किए जाते हों।

अवर अभियंता का बेतुका बयान

डलमऊ तहसील क्षेत्र में सड़कों में पैचिंग के नाम पर हो रहे खेल पर लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता बृजेश यादव से बात की गई तो उन्होंने बेतुका बयान देते हुए कहा कि ठंड की वजह से पैचिंग गड़बड़ हो गयी होगी। उसमें चिंता की बात नही है, अगर सड़क में कहीं कोई गड़बड़ी है तो सही करवा दिया जाएगा।

मोतीलाल नेहरू स्टेडियम को आगामी 24 को

रायबरेली।जिला मास्टर गेम्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर एसएम सिंह के परामर्श के अनुसार अब जिले में टीमों का चयन किया जाएगा।यह प्रतियोगिता मोतीलाल नेहरू स्टेडियम को आगामी 24 दिसंबर को होगी।

बैडमिंटन सुबह 8:30 बजे से सिंगल एवं डबल्स 35 वर्ष आयु वर्ग से ऊपर अपनी-अपनी वर्ग में खिलाड़ी पुरुष एवं महिला चयनित किए जाएंगे। पंजीकरण फॉर्म व पंजीकरण शुल्क आयोजन स्थल पर ही जमा करना होगा।एथलेटिक्स के तहत 100 मीटर ,200 मी, 400 मीटर, 800 मीटर ,1500 मीटर, 3000 मी, 10000 मीटर ,पैदल चाल गोला फेक चक्का फेंक भाला फेंक ट्रिपल जंप हर्डल लंबी कूद ऊंची कूद हैमर थ्रो आदि की प्रतियोगिताएं संपन्न होगी।

सभी पुरुष एवं महिला खिलाड़ी जो 35 वर्ष आयु वर्ग के ऊपर हैं।5 वर्ष के ग्रुपों के अंतराल में अपने-अपने ग्रुप में प्रतिभाग करते हुए जनपदीय टीम में चयनित होंगे ।पंजीकरण फार्म एवं पंजीकरण शुल्क आयोजन स्थल पर ही जमा करना होगा।

आचार्य की पुण्यतिथि पर विशेष:गांव में सरपंच और बाहर आचार्य के रुप में प्रसिद्ध हुए महावीर प्रसाद द्विवेदी

दुर्गेश मिश्र

रायबरेली। हिंदी को संजीवनी प्रदान करने वाले लेखक और विलक्षण व्यक्तित्व के रूप में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की पहचान है। आज हिंदी का जो स्वरुप सबके सामने है उसमे आचार्य जी की महती भूमिका है।ऐतिहासिक पत्रिका ''सरस्वती के जरिए उन्होंने हिंदी साहित्य को नई दिशा दी। सन 1903 से 1920 तक सरस्वती का संपादन कर ''द्विवेदी-युग का प्रवर्तन सर्वमान्य आचार्य के रूप में समादृत हैं।

कम लोग जानते हैं कि संपादन करने से पहले आचार्य महावीर अपने गांव के सरपंच थे। सरपंच करते हुए नारी शक्ति को प्रोत्साहित करने के लिए काफी काम किया था। यही नहीं, अपनी पत्नी की मूर्ति भी स्थापित करवाई थी। ऐसा उदाहरण बहुत कम देखने को मिलता है।

गांव के सरपंच के रुप में रखा सबका ध्यान

जिले के दौलतपुर गांव में 9 मई 1864 को महावीर प्रसाद द्विवेदी का जन्म हुआ था। उन्होंने हिंदी भाषा-साहित्य के क्षेत्र में अपनी कीर्ति-पताका फहरायी साथ ही सामाजिक सरोकारों की दृष्टि से भी उनका कोई जोड़ नहीं था। करीब 100 वर्ष पहले वह दौलतपुर के विलेज मुंसिफ और दौलतपुर ग्राम के पहले सरपंच के दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर चुके थे। उस समय उन्होंने स्थानीय नागरिकों की सुविधा के लिए स्कूल, कांजी हाउस, चिकित्सा-सुविधा की व्यवस्था करायी थी। आचार्य द्विवेदी नारी को सम्मान देने के साथ आगे बढऩे को प्रोत्साहित करते थे।

जब जनेव उतार के दलित के पैर बांध दिया था

एक बार उनके यहां एक दलित को सर्प ने काट लिया आस पास कोई बचाव का साधन न देख उन्होंने उसके पैर में अपना जनेव उतार कर बांध दिया था। इससे उसकी जान बच गई। अपनी शैली से वो अक्सर लोगो को चौका दिया करते थे। समाज में ऐसे विरले ही लोग होते हैं जिन्हें लोग हमेशा हृदय में रखना चाहते हैं।

पत्रकारिता में कभी नही किया समझौता

उस समय की प्रतिष्ठित पत्रिका सरस्वती में संपादन के दौरान एक मित्र ने उन्हें एक बोरी चीनी भिजवाई थी। उसके कुछ दिन बाद एक लेख भेजा था जो उनके मानक के अनुरुप नही था उसे उन्होंने नही छापा एक बार उनके उस मित्र ने याद दिलाया कि उनका लेख नही छापा तो वो बोले वो छपना उचित नही उसमे केवल आपकी महिमा लिखी गई इससे पाठकों को कोई लाभ नही होगा। इस पर बात ही बात में एक बोरी चीनी की उन्हें याद दिलाई उन्होंने कहा बोरी वैसी ही रखी है और उसे तुरंत उस मित्र के यहां भिजवा दी।

पत्नी के आदर और प्रेम और सम्मान की पराकाष्ठा थी उनकी प्रतिमा की स्थापना

आचार्य ने दौलतपुर ग्राम में अपने निवास के समक्ष स्थापित मंदिर में अपनी दिवंगत पत्नी की संगमरमर की प्रतिमा को स्थापित करवाया था। पत्नी की प्रतिमा को मंदिर में प्रतिष्ठापित कराने पर उनका उस समय उपहास भी किया गया था। पर मजबूत हृदय के आचार्य पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। वह अनवरत अपने कार्य में लगे रहे। आचार्य महावीर प्रसाद की तरह अपनी पत्नी की प्रतिमा स्थापना कराने वाला कोई बिरला ही मिलेगा।

आचार्य सरस्वती पत्रिका का संपादन करने के पूर्व आचार्य महावीर रेल विभाग में कार्यरत थे। मुंबई, झांसी आदि नगरों में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे। झांसी में पदस्थ रहते हुए ही उन्होंने अपने स्वाभिमान के चलते अंग्रेज अधिकारी का विरोध करते हुए रेल विभाग की नौकरी से त्याग पत्र दे दिया। रायबरेली में 21 दिसंबर 1938 को उन्होंने अंतिम सांस ली थी।

*तंबाकू मुक्त जिला घोषित हुआ हुआ रायबरेली*

रायबरेली। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने एफजी कालेज ऑडीटोरियम में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले को तम्बाकू,धूम्रपान मुक्त घोषणा पत्र का अनावरण फीता काटकर किया गया किया ।

जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जनपद को तम्बाकू , धूम्रपान मुक्त घोषित कराने में सराहनीय कार्य करने की प्रंशसा करते हुए आगे भी प्रयास जारी रखने को कहा। मौजूद सभी अधिकारियों, कर्मचारियों,एनसीसी कैडेट, प्रशिक्षु एएनएम को तम्बाकू एवं तम्बाकू उत्पाद का किसी भी प्रकार से सेवन न करने एवं तम्बाकू उत्पाद बनाने वाली कम्पनियों को किसी प्रकार का सहयोग न करने की शपथ जिलाधिकारी द्वारा दिलायी गयी।

प्रदेश पर पहले स्थान पर है जनपद

डीएम ने बताया की महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, उप्र लखनऊ के आदेशानुसार एवं उप्र वालेन्ट्री हेल्थ एसोसिएशन के सहयोग से गिरी विकास संस्थान लखनऊ के सर्वे के आधार पर तम्बाकू एवं तम्बाकू उत्पाद के उपयोग न करने में प्रदेश में जिले को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।

कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अरविन्द कुमार द्वारा कहा गया कि आप अपने आपको स्वस्थ्य रखते हुये समाज को आगे ले जाने का कार्य करते हैं, क्योंकि तम्बाकू, पान,मसाला,गुटका का सेवन कर आप अपना और अपने परिवार का सही तरह से पालन पोषण नहीं कर पायेंगे। गैर संचारी रोगों का पता लगने में समय लगता है। जो लोग तम्बाकू धूम्रपान का प्रयोग करते हैं। वह इसके शिकंजे में जल्दी आ जाते है, जिससे आयु से पहले उनकी मृत्यु हो सकती है।

शैक्षिक संस्थान के 100 गज के अंदर तंबाकू उत्पादों को बेचना अपराध

सतीश त्रिपाठी, राज्य सलाहकार, राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम द्वारा बताया गया कि शिक्षण संस्थानो के 100 गज के दयारे मे किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पादो को बेचना एक दण्डनीय अपराध है।आज के युवा को इस तम्बाकू नशे से दूर रखना ही हम सबका संकल्प है।पुनीत श्रीवास्तव, क्षेत्रीय समन्वयक ने कोटपा अधिनियम के तहत तम्बाकू ,धूम्रपान मुक्त की प्रक्रिया को पीपीटी के माध्यम से फैक्ट शीट को दर्शाया।

आगे प्रयास करते रहना सबकी जिम्मेदारी

जिला सलाहकार पूनम यादव ने बताया गया कि तम्बाकू , धूम्रपान मुक्त जिला घोषित होने के उपरांत भी हमे आगे कार्य करते रहना है। हमे लगातार समाज को ले कर के इंफोर्समेंट करते रहना है। जिससे जनपद पूर्णतयाः तम्बाकू मुक्त घोषित रहे। हमे प्रयास के साथ सभी को जागरूक कराते हुये जुर्माना कर, अपने-अपने संस्थानों, कार्यालयों को तम्बाकू मुक्त रखना है।

इस अवसर पर डीएस अस्थाना, अंजली सिंह, एसके पाण्डेय, ओम प्रकाश, संजीव गुप्ता, विनय पाण्डेय, अनूप पाण्डेय, श्रेयजीत श्रीवास्तव, आदि उपस्थित रहे।