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डीमिया छतरजान पंचायत भवन में विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ का स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भव्य स्वागत किया

 पूर्णिया : आज जिले के पूर्व प्रखंड अंतर्गत डीमिया छतरजान पंचायत भवन में विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ का स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भव्य स्वागत किया। इस मौके पर डीमिया छतरजान पंचायत के मुखिया अंगद मंडल और त्रिस्तरीय पंचायती राज के कई जनप्रतिनिधि के साथ-साथ पूर्णिया सदर विधायक विजय खेमका मौजूद रहे। 

बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने एक तरफ जहां विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ में संचालित वृतचित्र को गौर से सुना। वही भारत सरकार के आयुष्मान भारत कार्ड, उज्ज्वला योजना, मुद्रा योजना, किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को योजनाओं की जानकारी दी गई। 

कार्यक्रम में स्वास्थ्य जांच शिविर , उज्जवला योजना के स्टॉल और बैंक के द्वारा विभिन्न स्टोल भी लगाए गए। 

मौके पर विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त कर चुके लाभार्थियों ने कहा कि मोदी सरकार ने उन्हें कई तरह की योजनाओं का लाभ दिया है । जिससे उन्हें न सिर्फ सम्मान मिला है बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी सुधरी है । 

स्थानीय मुखिया अंगद मंडल ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री का सपना 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प है जिसे हम सब मिलकर पूरा करेंगे। देश का एक-एक नागरिक इस संकल्प के लिए संकल्पित है और यही कारण है कि विकसित भारत संकल्प शपथ भी हम लोगों ने लिया है। 

पूर्णिया सदर विधायक विजय खेमका ने विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए मोदी सरकार के बेहतर कार्यों की चर्चा की ।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

आनंद फाउंडेशन ने आज से प्रारंभ किया क्लॉथ बैंक, गरीबों को बांटे जाएंगे कपड़े

पूर्णिया में युवाओं के बीच समाज सेवा करने की ललक भावनात्मक तथा सामाजिक स्तर पर बढ़ती जा रही है। यह पूर्णिया के लिए गर्व की बात है। आनंद फाउंडेशन के प्रमुख प्रीतम आनंद ने समाज के बहुत सारे वैसे युवाओं जिनकी सोच समाज सेवा की भावना से जुड़ी हुई है उन्हें लेकर आज क्लॉथ बैंक का शुभारंभ किया।

इस खास मौके पर वरिष्ठ डॉक्टर प्रणव प्रकाश,प्रेस क्लब पूर्णिया के अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह,वार्ड नंबर 11 के पार्षद ललन सिंह , करणी सेना के रंजन कुणाल इत्यादि अतिथि के रूप में मौजूद थे।

आनंद फाउंडेशन के प्रीतम आनंद ने बताया कि जब से हम लोगों ने इस अभियान को प्रारंभ करने का निर्णय लिया इस समय से शहर के बहुत सारे गणमान्य लोगों, युवाओं तथा महिलाओं ने बढ़ चढ़कर पुराने कपड़ों को साफ करवा कर हमारे पास दिया । हम लोगों ने इसे नए प्लास्टिक में पैक किया और साइज के हिसाब से अलग-अलग पैकेट बनाएं। दो ऑटो से हम लोग शहर के 16 स्थानों पर घूम-घूम कर गरीबों को ढूंढेंगे और उन्हें उनके साइज के हिसाब से कपड़ों का वितरण करेंगे। आज पहला दिन है । हम सभी दर्जनों युवा साथी जो समाज सेवा को अपना धर्म समझते हैं साथ में निकलेंगे और शहर के बहुत सारे जगह पर घूम घूम कर कपड़ों को बाटेंगे।

आनंद फाउंडेशन, रामनगर से पॉलिटिकनिक चौक से बस स्टैंड , आरएन साह चौक, आस्था मंदिर, जनता चौक, कोर्ट स्टेशन, डीएम कोठी होकर भूतनाथ मंदिर होते हुए मैक्स अस्पताल, लाइन बाजार फिर कटिहार मोड़ से पूर्णिया जंक्शन तक जायेंगे।

इस दरम्यान अगर कपड़ा खत्म हो जाता है तो जहां कपड़ा खत्म होगा वही से लौट आएंगे।

प्रस्थान करने से पहले आए हुए अतिथियों द्वारा जिन महिलाओं या पुरुषों ने आनंद फाउंडेशन में लाकर अपनी ओर से कपड़ों को दान किया उन्हें आनंद फाउंडेशन की ओर से सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया

अपने संबोधन में डॉक्टर पढ़ना प्रकाश ने कहा कि यह एक ऐसा काम प्रारंभ किया गया है जो समाज में एक नई क्रांति लेगा। लोगों के शरीर पर कपड़े देकर उनकी जरूरत को पूरा करने वाला कार्य अद्वितीय है। प्रेस क्लब पूर्णिया के अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह ने कहा कि पूर्णिया में आप युवाओं द्वारा आप यह कार्य किया जाना हम सभी के लिए एक आदर्श उदाहरण है।

हम सभी पत्रकार गण आपके इस मुहिम में साथ हैं। आप लोग पूर्णिया के वास्तविक रूप से कर्म क्षेत्र वाले सपूत है। पूर्णिया के पत्रकारों ने हमेशा अच्छे कामों को समाज के बीच देश तथा राज्य में पहुंचाने का काम किया है और इस कार्य को भी समाज के बीच पहुंचाने का काम करेंगे जिससे समाज में जागरूकता फैले।

युवा समाजसेवी रवि रंजन तथा विकास आदित्य ने इस कार्य के प्रारंभ होने के अवसर पर कहा कि हम सबों को अपने कार्यों से संतुष्टि मिलती है और खुशी होती है। गर्व महसूस होता है जब हम किसी को खाना खिलाते हैं या अब जब उन्हें हम लोग वस्त्र प्रदान करेंगे।

विश्व एड्स दिवस पर प्रभारी सिविल सर्जन की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यशाला का हुआ आयोजित

एचआईवी एड्स एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जिससे संक्रमित व्यक्ति जीवनभर इससे उबर नहीं सकते। ऐसे में अगर इससे संक्रमित व्यक्ति समय पर चिकित्सकीय जांच कराते हुए इसका उपचार आरंभ कर लेते हैं तो वे सामान्य रूप से अपना जीवन यापन कर सकते हैं। लोगों को एचआईवी एड्स के लिए जागरूक करने हेतु हीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल 01 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। शुक्रवार को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के एएनएम स्कूल में प्रभारी सिविल सर्जन की अध्यक्षता में एड्स जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस दौरान सभी स्वास्थ्यकर्मियों और प्रशिक्षणरत एएनएम को आमलोगों तक एड्स से सुरक्षित रहने की जानकारी पहुँचाने के साथ ही संक्रमित व्यक्ति को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। कार्यशाला में प्रभारी सिविल सर्जन सह जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी (एनसीडीओ) डॉ वी पी अग्रवाल, संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी (सीडीओ) डॉ मिहिरकान्त झा, मेडिकल कालेज एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ संजय कुमार, अस्पताल चिकित्सक डॉ सुधांशु कुमार, जिला स्वास्थ्य समिति के डीएमएनई आलोक कुमार, एएनएम स्कूल प्रिंसिपल ऋचा ज्योति, एआरटी सेंटर मेडिकल अधिकारी डॉ सौरभ कुमार, आईसीटीसी डीआईएस बी.एन प्रसाद, डीपीएस राजेश शर्मा के साथ एचआईवी एड्स सपोर्टिव पार्टनर विहान से मुकुल कुमार, रीच इंडिया से चंदन कुमार, वर्ल्ड विज़न से अजय अकेला व आहना से गौतम कुमार, एआरटी सेंटर की एड्स परामर्शी प्रीति कुमारी, राहुल कुमार सहित पीपीटीसीटी स्कूल के प्रशिक्षणरत छात्राएं उपस्थित रहीं। 

सभी लोगों तक एचआईवी से सुरक्षा की जानकारी पहुँचना आवश्यक : प्रभारी सीएस 

प्रभारी सिविल सर्जन सह एनसीडीओ डॉ वी पी अग्रवाल ने बताया कि एचआईवी एक वायरस है जिससे संक्रमित व्यक्ति अगर समय से इसकी पहचान कर लें तो वह इससे शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। एचआईवी संक्रमण का कोई पर्याप्त इलाज नहीं है लेकिन समय पर इसकी जांच हो जाने पर लोग आवश्यक दवाइयों का उपयोग कर इसे नियंत्रित रख सकते हैं। इसके लिए लोगों को सभी प्रकार की जरूरी जानकारी का होना आवश्यक है।

जिसमें इसके लक्षण, जांच केंद्र मुख्य है। स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों तक एचआईवी संक्रमित व्यक्ति की खोज कर स्थानीय स्तर पर उनको गोपनीयता का ध्यान रखते हुए उसका पर्याप्त इलाज किया जाता है। सभी संक्रमित व्यक्ति को बेहतर जीवन के लिए एड्स कंट्रोल सुविधा का लाभ उठाना चाहिए। 

समय से एचआईवी जांच व इलाज नहीं करवाने पर हो सकती है संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु : 

जिला संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा ने बताया कि एचआईवी (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस) वह वायरस है जो एक्वायर्ड इम्यूनोडिफीसिअन्सी सिंड्रोम (एड्स) का कारण बनता है। जब कोई व्यक्ति एचआईवी से संक्रमित हो जाता है, तो वायरस उसपर हमला करता और व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है। जैसे ही प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, व्यक्ति को जानलेवा संक्रमण का खतरा होता है। जब ऐसा होता है तो उस बीमारी को एड्स कहा जाता है। एक बार किसी व्यक्ति को यह वायरस हो जाए तो यह जीवनभर शरीर के अंदर रहता है। उन्होंने बताया कि एचआईवी के 4 स्टेज होते हैं।

पहले स्टेज में संक्रमित व्यक्ति का इम्यून सिस्टम 900मिली के आसपास रहता है। उस समय तक जांच करने के बाद इलाज करवाने से मनुष्य सामान्य जीवन यापन कर सकते हैं। अगर व्यक्ति ने शुरुआत के पहले या दूसरे स्टेज तक इसकी जांच नहीं कराई तो संक्रमित व्यक्ति के इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगते हैं। चौथे स्टेज तक पहुँचने पर व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। उन्होंने बताया कि एचआईवी की शुरुआत में ही पता चलने पर लोगों को पूर्णिया मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में संचालित एआरटी सेंटर में जांच करवाते हुए आवश्यक दवाओं का जीवनभर सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति सामान्य रूप से अपना जीवनयापन कर सकेंगे। 

लगातार एचआईवी के लक्षण दिखाई देने पर कराएं जांच : 

राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अस्पताल अधीक्षक डॉ संजय कुमार ने बताया कि असुरक्षित यौन संबंध बनाने, नशीली दवाओं का सेवन करना और सुई या सिरिंज साझा करना, एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के खून से सामान्य व्यक्ति का खून मिलने से लोग एचआईवी पॉजिटिव हो सकते हैं। लगातार बुखार, खांसी, वजन कम होना, दस्त होना आदि एचआईवी होने के लक्षण हो सकते हैं। ऐसा होने पर लोगों को एचआईवी जांच करवानी चाहिए। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर तत्काल एआरटी सेंटर से सम्पर्क कर अपना नियमित इलाज करवाना चाहिए। 

एचआईवी पॉजिटिव लोगों को शारीरिक सुरक्षा के लिए दवा सेवन जरूरी : 

आईसीटीसी प्रभारी जिला पर्यवेक्षक बी. एन. प्रसाद ने कहा कि एचआईवी संक्रमित होने पर लोग इससे पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो सकते लेकिन अगर समय पर इसकी पहचान कर लें तो इसे कंट्रोल किया जा सकता है। एचआईवी पॉजिटिव होने पर लोगों को इससे सुरक्षा के लिए आवश्यक दवा का पूरा जीवन सेवन करना आवश्यक है। इससे लोग एड्स जैसी गंभीर स्थिति से सुरक्षित रह सकते हैं। इसके साथ ही एचआईवी की पहचान होने और आवश्यक इलाज कराने पर संक्रमित व्यक्ति और उनके बच्चों को सरकार द्वारा सहायता राशि भी प्रदान की जाती है। सरकार द्वारा 18 वर्ष से कम उम्र के एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को परवरिश योजना के तहत 1000 रुपये प्रतिमाह जबकि 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति को बिहार शताब्दी योजना के तहत 1500 रुपये प्रतिमाह का पोषण भत्ता दिया जाता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को पूरी तरह जांच करने और इसके बाद पूरा जीवन संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दवाओं का उपयोग करना आवश्यक है। 

जिला एआरटी सेंटर से लोगों को दी जाती है संक्रमण से सुरक्षित रहने हेतु मेडिसीन : 

मेडिकल कॉलेज एआरटी सेंटर के चिकित्सा अधिकारी डॉ. सौरभ कुमार ने बताया कि दिसंबर 2019 से मेडिकल कॉलेज में एचआईवी संक्रमण से सुरक्षा के लिए एआरटी सेंटर संचालित किया जा रहा है। जिसमें पूर्णिया जिला के साथ साथ आसपास के जिलों के बहुत से लोगों का इलाज किया जा रहा है।

इन सभी लोगों को जिसमें महिला, पुरुष व बच्चे शामिल हैं। उन्हें एआरटी सेंटर द्वारा एड्स से सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक दवा उपलब्ध कराई जाती है। डॉ. सौरभ ने बताया कि वर्तमान में एआरटी सेंटर में कुल 2193 लोग रजिस्टर हैं जिसमें से 1975 लोगों को एड्स कंट्रोल के लिए आवश्यक दवा उपलब्ध कराई जाती है। अन्य लोगों में से कुछ लोगों की मृत्यु हो गई है तो कुछ लोगों द्वारा कहीं अन्य जगह से इलाज कराया जा रहा है। इसमें से सिर्फ पूर्णिया जिले के 1269 एड्स संक्रमित व्यक्ति शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति को सामान्य व्यक्ति की तरह जीवनयापन करने के लिए हर दिन एड्स नियंत्रण के लिए दिए गए दवा का सेवन करना आवश्यक है। दवा सेवन करने से चुकने पर व्यक्ति एचआईवी के अगले स्टेज में पहुँच सकते और उनका जान जोखिम में पड़ सकता है। इसलिए लोगों को एचआईवी पॉजिटिव होने पर तत्काल उनके लिए एआरटी सेंटर पर जांच करा कर अपनी दवाओं का सेवन करना चाहिए।

पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र बैंक 35 मामलों की सुनवाई की गई, 11 मामले का किया गया निष्पादित

पूर्णिया पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र बैंक आज 35 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें से 11 मामले निष्पादित किए गए नौ मामलों में पति पत्नी को समझा बूझकर उनका घर बसा दिया गया दो मामले जिद्दी पति-पत्नी के जिनके कारण उन्हें थाना न्यायालय के शरण लेने का सलाह दिया गया मामला को सुलझाने में केंद्र के सदस्य अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक स्वाति वैश्य यंत्री रविंद्र शाह प्रमोद जायसवाल एवं नारायण गुप्ता ने ओहम भूमिका निभाई कस्बा थाना के लखनऊ बस्ती की उसका पति उसे खाना करती नहीं देता है

 घर बंद करके मुंह और आंख भी मिर्ची का गुंडी लगा देता है उसकी हरकत से तंग आकर मैं भीख मांग कर अपना और अपने बच्चों का गुजर बसर करती हूं प्रतिवादी आप का खंडन करता है सागर थाना के सिकंदरपुर के पति अपनी पत्नी के बारे में बताता है 

की उसकी पत्नी जब ससुराल आती है तो कुछ दिन रहती है उसके बाद वह भाग कर मायके चली जाती है केंद्र में उपस्थित लड़की की मां की हमसे गलती हुई हम अपनी लड़की को ले आए लेकिन मेरा दामाद क्यों नहीं अपनी पत्नी को लेने आया है काफी शिकायत के बाद या तय हुआ की अग्नि शुक्रवार को किसी केंद्र से पति-पत्नी विदा हो जाएंगे श्रीनगर थाना के वार्ड नंबर 2 की एक जोड़ी पति पत्नी बताइए 3 साल पहले शादी हुई है

 2 साल तक ठीक-ठाक रहा 1 साल से पति और ससुराल वाले उसके साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं केंद्र से दोनों किसके बाद पत्नी ससुराल चली गई और आज अपने पति के साथ इसके अंदर में उपस्थित हुए और कहीं हम लोग ने आपस में मेल मिला कर लिया है हम लोगों का बैंड पत्र बना दे दोनों खुशी खुशी केंद्र शे प्रस्थान कर गए

हरिनकोल पहुंचे सांसद, अग्नि पीड़ित परिवार से मिल कहा यह महज दुर्घटना नही पारिवारिक त्रासदी

पूर्णिया - हरिनकोल में दो मासूमों के जिंदा जलने की घटना केवल दुर्घटना नही बल्कि पारिवारिक त्रासदी है।इस त्रासदी से उबर पाना परिजनों के लिए आसान नही होगा।आपदा की इस घड़ी में हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं ।उक्त बातें सांसद संतोष कुशवाहा ने गुरुवार को धमदाहा प्रखण्ड के हरिनकोल गांव में अग्नि पीड़ित शोक-संतप्त परिवार को सांत्वना देते हुए कही।

गौरतलब है कि बुधवार को हरिनकोल में दो बच्चों आनंद बेसरा पिता श्यामलाल बेसरा और कृष्णा टुड्डू पिता बबलू टुड्डू की मौत आग में झुलसकर हो गई थी। हादसा तब हुआ जब दोनो बालक घर मे खेल रहा था।दोनों मृतक रिश्ते में ममेरा -फुफेरा भाई था।कृष्णा प्रखण्ड के कालीबाग तरौनी का निवासी था और अपने ननिहाल आया था।

     

सांसद श्री कुशवाहा ने शोक संतप्त परिवार से घटना की जानकारी प्राप्त कियाl कहा कि आपदा नियम के तहत राज्य सरकार द्वारा अनुग्रह राशि अबिलम्ब पीड़ित परिवार को उपलब्ध करा दिया गया है। भविष्य में भी किसी तरह की मदद की जरूरत में वे पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने निजी कोष से दोनों परिवार को आर्थिक मदद भी दिया।

सांसद ने कहा कि इस तरह की त्रासद घटना में सांत्वना के शब्द कम पड़ जाते हैं। वे पीड़ित परिवार की पीड़ा को बखूबी समझ रहे हैं।कहा कि हमे सचेत रहने की जरूरत है ताकि इस तरह की दुःखद घटना की पुनरावृत्ति नही हो। 

इस मौके पर माहेश्वरी मेहता, राजेश कुमार राय,विजय कुमार किस्टो ,अरविंद कुमार ,संजय मरांडी उप मुखिया मोगालिया पूर्व, जेडीयू प्रदेश महासचिवअविनाश सिंह,राजेश राय, मुखिया रतेश आनन्द, अविनाश कुशवाहा,राजेश गोश्वामी, चन्दन मजूमदार, कन्हैया कुमार ,आशू अर्णव,सुरेंद्र मुर्मू ,रोहित किस्कू ,दीपक हसदा, चंद्रशेखर हसदा ,रवि हासदा सागर हसदा ,अभिजीत मुर्मू, राजेंद्र बेसरा ,राम हसदा, संजय बास्की ,दिलीप बास्की,अरविंद मुर्म्रु, बबलू हांसदा, प्रकाश मरांडी,आदि मौजूद थे।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

पूर्णिया पूर्व प्रखंड के हरदा एवं कबैया पंचायत में कैम्प लगाकर विकसित भारत संकल्प यात्रा की हुई शुरुआत

पूर्णिया : भारत को 2027 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा "विकसित भारत संकल्प यात्रा" की शुरुआत की गई है। इसके तहत भारत के सभी राज्य के सभी जिला के सभी पंचायत में एकदिवसीय स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया जाएगा । जहां स्थानीय लोगों की स्वास्थ्य जांच करते हुए उन्हें विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी। गुरुवार से पूर्णिया जिले में विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत पूर्णिया पूर्व प्रखंड के हरदा पंचायत से की गई। इस दौरान स्थानीय लोगों की स्वास्थ्य जांच करते हुए उन्हें विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी गई। 

संकल्प यात्रा क्रियान्वयन के लिए बनाई गई है निगरानी टीम 

विकसित भारत संकल्प यात्रा के सफल क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी द्वारा जिले में निगरानी टीम बनाई गई है। इसके लिए उप विकास आयुक्त, पूर्णिया को जिला नोडल पदाधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को सदस्य बनाया गया है। गठित जिलास्तरीय निगरानी समिति द्वारा पंचायत स्तर संकल्प यात्रा के क्रियान्वयन का अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण करते हुए विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम को सफल बनाने में आवश्यक सहयोग प्रदान करना है। कार्यक्रम के प्रचार प्रसार हेतु उपलब्ध कराए गए प्रचार वाहन द्वारा प्रतिदिन दो पंचायत में (प्रथम पाली व द्वितीय पाली में) लोगों को कार्यक्रम की जानकारी उपलब्ध कराना है। साथ ही सम्बंधित पंचायत में स्वास्थ्य कैम्प आयोजित कर लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य जांच करते हुए संबंधित जानकारी राज्य एवं जिला से सम्बंधित एप पर अपलोड किया जाना है। स्वास्थ्य जांच के लिए चयनित स्थल व निर्धारित तिथि का दो दिन पूर्व से संबंधित पंचायत के घर घर में प्रचार प्रसार किया जाना है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध होकर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले सकें। 

जिले में 26 जनवरी तक चलेगी संकल्प यात्रा 

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि विकसित भारत संकल्प यात्रा जिले के सभी प्रखंड के सभी पंचायत में चलायी जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोस्टर तैयार किया गया है। इसके तहत सभी दिन के प्रथम पाली में एक पंचायत तथा दूसरी पाली में दूसरे पंचायत में स्वास्थ्य कैम्प आयोजित किया जाएगा। आयोजित कैम्प में लोगों को भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी देते हुए आवश्यक लोगों को संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। सभी पंचायतों में भी कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए निगरानी समिति बनाई गई है। जिसके द्वारा कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए आवश्यक सहयोग करते हुए लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराने में सहयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विकसित भारत संकल्प यात्रा 26 जनवरी तक जिले में संचालित की जाएगी। इस दौरान प्रतिदिन दो पंचायतों में कैम्प आयोजित कर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा। 

कैम्प में लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य जांच एवं जानकारी 

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि संकल्प यात्रा के तहत सभी पंचायतों में आयोजित स्वास्थ्य कैम्प में लोगों को विभिन्न प्रकार के चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसमें उपलब्ध डॉक्टरों द्वारा उपस्थित लोगों की रक्तचाप, मधुमेह, टीबी, एनीमिया आदि विभिन्न बीमारियों की जांच करते हुए आवश्यक दवा का वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य कैम्प में लोगों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया जाएगा । जिससे कि लोग देश में कहीं भी गंभीर बीमारियों के मुफ्त उपचार का लाभ उठा सकेंगे। उन्होंने बताया कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2047 तक भारत को विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाना है। जिसके लिए देश के सभी राज्यों के सभी पंचायतों में स्वास्थ्य कैम्प आयोजित किया जा रहा है। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों तक लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़ा जा सके।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

शिक्षा विभाग के अपर सचिव पर जमकर बरसे पप्पू यादव, कहा- प्रैक्टिकल आदमी नहीं के.के पाठक

पूर्णिया – शिक्षा विभाग के अपर सचिव के के पाठक अपने आदेशों को लेकर इनदिनों सुर्खियों में बने हुए है। विपक्ष के साथ-साथ कई राजनीतिक पार्टी के नेता उनपर जमकर निशाना साधा रहे है। इसी कड़ी में जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने आज पूर्णिया में के के पाठक पर जमकर भड़ास निकाला। 

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केके पाठक जिस विभाग में गए हैं कहीं सक्सेस नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह प्रैक्टिकल आदमी नहीं है। के के पाठक सुबह में कुछ तो शाम में कुछ आदेश निकलते हैं। क्या वह संविधान से ऊपर हैं।स्कूलों में छात्रों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है और वह फरमान निकालते रहते हैं। वह शिक्षक को टॉर्चर करते रहते हैं। कभी मंत्री से भिड जाते हैं तो कभी कुछ से कुछ आदेश निकालते हैं। क्या ऐसे में शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा। 

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार उनके बारे में क्या सोचते हैं यह उन्हें नहीं पता लेकिन के के पाठक को प्रैक्टिकल होना होगा।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

नवजात शिशु मृत्यु को नियंत्रित करने को स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ कार्यशाला का हुआ आयोजित

पूर्णिया, 29 नवंबर। नवजात शिशु मृत्यु को नियंत्रित करने के लिए बुधवार को जिलास्तर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन स्थानीय होटल में किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में यूनिसेफ कार्यक्रम प्रबंधक शिवेंद्र पंड्या, अपर समाहर्ता गौरव कुमार, सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, राज्य स्वास्थ्य समिति के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ विजय प्रकाश राम, यूनिसेफ स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ सिद्धार्थ शंकर रेड्डी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस दौरान जिले के सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, अस्पताल प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं प्रसव कक्ष परिचारिका (इंचार्ज) उपस्थित रहीं। 

नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने को स्वास्थ्य अधिकारियों को दी गई जानकारी- : 

स्वास्थ्य विभाग द्वारा नवजात शिशु कार्य योजना का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2023 तक 0 से 28 दिनों तक के बच्चों के मृत्यु दर में कमी लाना है। वर्तमान में एसआरएस डाटा के अनुसार बिहार राज्य का नवजात शिशु मृत्यु दर 21 एवं स्टिल बर्थ रेट 19 है। इसमें पूर्णिया जिला का स्टिल बर्थ रेट 13 है। नवजात शिशु कार्य योजना का मुख्य उद्देश्य इसमें कमी लाते हुए इसे 10 करना है।

इस हेतु स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद, दिल्ली से ईनक्लीन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली, एम्स पटना, मेडिकल कॉलेज पूर्णिया एवं यूनिसेफ के सहयोग से पूर्णिया जिले को भारत में नवजात शिशु मृत्यु दर को सिंगल डिजिट में लाने के लिए शोध करने हेतु चिह्नित किया गया है। कार्यक्रम में जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा बताया गया कि भारत में केवल दो जिले को नवजात शिशु मृत्यु दर के कारणों का पता लगाने और इसे कम करने के लिए शोध करने हेतु चिह्नित किया गया है। इसमें एक छत्तीसगढ़ राज्य का बीजापुर और दूसरा बिहार राज्य का पूर्णिया जिला है। यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवाओं को सामुदायिक स्तर पर सुदृढ करने हेतु कार्य करें। ताकि सभी किशोरी, गर्भवती महिला एवं बच्चों को लाभ मिल सके तथा नवजात शिशु मृत्यु दर में आवश्यक कमी लाई जा सके। 

उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिला को चिह्नित कर संस्थागत प्रसव करें सुनिश्चित : 

जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि जिले में स्टिल बर्थ ऑडिट की गतिविधि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व से की जा रही है। हमलोग प्रयास कर रहे हैं कि सभी उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान कर संस्थागत प्रसव सुनिश्चित की जाए। अभी जिले में कुल 504 उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिह्नित किया गया है। उन सभी को नियमित प्रसव पूर्व जांच करते हुए उनके संस्थागत प्रसव कराने पर जोर दिया जा रहा है। जिससे कि महिलाऐं और बच्चे बिल्कुल स्वस्थ रह सकें। 

गर्भावस्था में कमजोर पोषण स्टिल बर्थ का मुख्य कारण : 

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि नवजात शिशुओं के स्टिल बर्थ का मुख्य कारण गर्भवती महिलाओं की कमजोर पोषण, एनीमिया, गर्भावस्था के दौरान एएनसी जांच कम होना है। इस पर लोगों को ध्यान देने की आवश्यकता है। यूनिसेफ कार्यक्रम प्रबंधक शिवेंद्र पंड्या ने बताया कि कोविड के पूर्व 2016 में स्टिल बर्थ रेट 6 था जबकि कोविड के बाद इसमें अत्यधिक वृद्धि हो गई है। अब ये बढ़कर 19 हो गया है।

प्रसव के के समय स्टिल बर्थ सबसे ज्यादा होता है। यह 68.5% हो गया है। इसे कम करने की जरूरत है। जिसके लिए लोगों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों को भी सुचारू रूप से कार्य करने की जरूरत है।

यूनिसेफ स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ सिद्धार्थ शंकर रेड्डी ने बताया कि आईएनएपी/एसडीजी के अनुसार नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करना हमलोगों का मुख्य लक्ष्य है।

इसके लिए हम सभी आईसीएमआर, एम्स, इनक्लीन, राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे। कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में इनक्लीन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली से डॉ मनोज दास, एम्स पटना से डॉ सौरभ कुमार, शिशु रोग विभाग विभागाध्यक्ष डॉ प्रेम प्रकाश, मेडिकल कॉलेज पूर्णिया की प्रसूति रोग विभाग विभागाध्यक्ष डॉ ऋचा तथा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली से डॉ अमलीन शुक्ला द्वारा उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया।

अधिवक्ता स्व०बिन्देश्वरी प्रसाद चौपाल को दी गई भाव-भीनी श्रद्धांजलि


पूर्णिया : जिले अधिवक्ता स्व० बिन्देश्वरी प्रसाद चौपाल को भाव-भीनी श्रद्धांजलि दीगई। उनका आकाश्मिक निधन विगत 26 नवम्बर 2023 हो गया था।

परंपरा के अनुसार 28 नवम्बर 2023 को उनके प्रति शोक-संवेदना व्यक्त करते हुए जिला अधिवक्ता संघ पूर्णिया के तमाम अधिवक्ताओं ने अपने-आप को न्यायिक कार्यों से अलग रखा।

संघ के अध्यक्ष अवधेश कुमार तिवारी की अध्यक्षता में दिन के 01.30 बजे संघ के प्रशाल में एक शोक-सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर संघ के प्रभारी महासचिव सुमन जी प्रकाश एवं अन्य अधिवक्ता गण उपस्थित थे।

स्व० बिन्देश्वरी प्रसाद चौपाल के बारे में जानकारी देते हुए संघ के अध्यक्ष अवधेश कुमार तिवारी ने कहा कि उनका निधन संघ के लिए अपूरणीय क्षति है। वह काफी शांत स्वभाव के एवं विवादों से परे रहने वाले व्यक्ति थे।

उन्होंने आगे कहा कि स्व० बिन्देश्वरी प्रसाद चौपाल ने अपना पंजीयन तो 1999 में ही कराया था परंतु वे वर्ष 2002 में अपने संघ के सदस्य बने थे। लगभग 64 वर्ष की अवस्था में उनका आकाश्मिक निधन हो गया।

वे अपने पीछे विधवा पत्नी उषा देवी के अलावे 3 पुत्री व 2 पुत्र छोड़ गए हैं। संध्या 04.00 बजे जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायिक कक्ष में भी एक संयुक्त शोक-सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में न्यायिक पदाधिकारी और अधिवक्ता गण शामिल हुए तथा 2 मिनट का मौन रखकर स्व० बिन्देश्वरी प्रसाद चौपाल के आत्मा की शांति हेतु श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

पूर्णिया के अमौर प्रखंड में जनसंवाद कार्यक्रम का किया गया आयोजन, लोगों को दी गई सरकारी योजनाओं की जानकारी

पूर्णिया : जिले में जिला प्रशासन पूर्णिया द्वारा अमौर प्रखंड के नितेंद्रर पंचायत में जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां जन संवाद कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों ने ग्रामीणों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से संबंधित जानकारी दी। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों को योजनाओं से रूबरू कराया गया। 

इस आयोजित जनसंवाद में भारी संख्या में आसपास के लोगों ने हिस्सा लिया। खास तौर पर में जीविका की दीदीयां मौजूद रही बताते चले की सरकार की दिशा निर्देश पर विभिन्न पंचायत में बारी-बारी से जन संवाद आयोजित हो रही है। जहां प्रखंड सह अंचल के अधिकारियों के द्वारा लोगों के बीच जनसंवाद के माध्यम से योजनाओं की जानकारी दी जा रही है जिसका लाभ लोग ले रहे हैं। 

नितेंद्र पंचायत में आयोजित जन संवाद में सिविल सर्जन अभय प्रकाश ने स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रकाश डालते हुए लोगों को कई अहम जानकारी दी। दूसरी ओर अनुमंडल पदाधिकारी कुमारी तौसी ने भी लोगों को संबोधित किया। 

एडीएम केडी उज्ज्वल प्रज्वल ने अपने संबोधन में कहा कि लगभग सभी पंचायत में विकास की किरणें फैल चुकी है। सड़क यातायात शिक्षा स्वास्थ्य बिजली की कोई कमी नहीं है। शायद ही कहीं ऐसा गांव है। जहां बिजली उपलब्ध न हो अब के समय में लोग खेती किसानी से अच्छी जीविकोपार्जन कर रहे हैं। किसान मखाना मशरूम की खेती कर रहे हैं। बच्चे साथ निश्चय योजना से संचालित कंप्यूटर प्रशिक्षण का लाभ ले रहे हैं स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो रही है।

पूर्णिया से जेपी मिश्र