गोड्डा में बाल संरक्षण एवं उसके विकास संबंधी विषयों पर किया गया जागरूक।
गोड्डा संवाददाता शंकर सुमन
गुरुवार को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, महागामा एवं मेहरमा में बाल संरक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों यथा बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी, बाल दुर्व्यवहार, बाल शोषण, ड्रापआउट, बाल संरक्षण से संबंधित सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से उन्हें आच्छादित करने संबंधित विषयों पर कार्यक्रम कर जागरूक किया गया। जहां कार्यक्रम की शुरुआत वार्डन द्वारा किया गया।इसी क्रम में प्रखंड कार्यालय महागामा व मेहरमा में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी के अभिभाषण से किया गया।डीसीपीओ रितेश कुमार ने कहा कि आर्थिक स्थिति से कमजोर वर्ग के लोगों एवं जोखिम परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि वे बाल तस्करी, बाल विवाह जैसी समस्याओं का शिकार ना हो सके। यदि आपके क्षेत्र में अनाथ, परित्यक्त एवं संकटग्रस्त परिस्थितियों में रह रह रहे जरूरतमंद बच्चे हो तो उसके विषय में ग्राम बाल संरक्षण समिति में चर्चा करें एवं विभाग को सूची उपलब्ध करावें ताकि उनकी सहायता की जा सके ।संरक्षण पदाधिकारी, ओम प्रकाश ने उपस्थित सभी बच्चों एवं अन्य को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के पालन पोषण एवं संरक्षण में माता एवं पिता की अहम भूमिका होती है। बच्चे सबसे ज्यादा करीब अपने माता पिता के होते है, अतः उनके साथ दोस्ताना व्यवहार करें। उनकी मनोभावना का सम्मान करें एवं उनके बातों को सुने। उन्हें अच्छे बुरे की पहचान करना सिखाये। बेटा बेटी को समान समझे। उनमे किसी तरह का भेदभाव न करे। श्री प्रकाश ने बेटियों को स्वर्ग की सीढ़ी बताते हुए कहा कि- बेटी है स्वर्ग की सीढ़ी, वह पढ़ेगी तो बढ़ेगी अगली पीढ़ी,उनके द्वारा अनाथ एवं अति जरूरत मंद बच्चो से संबंधित स्पॉन्सरशिप योजना के साथ साथ बाल विवाह से होने वाले दुष्प्रभाव के संबंध में भी जानकारी दी गई।नेहा सिंह ने सभी को पोक्सो के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही गुड टच बेड टच के बारे में बताया।विकास चंद्र ने उपस्थित लोगों को बताते हुए कहा कि बाल विवाह, बाल तस्करी, बाल मजदूरी आदि समस्याओं का निराकरण करना हम सभी का उत्तरदायित्व है। इसके लिए जनप्रतिनिधि, प्रशासन, विभाग एवं आमजन सभी को एकसाथ मिलकर काम करने की जरूरत है । जेएसएलपीएस के कर्मवीर जी ने कहा कि विकसित समाज के निर्माण के लिए बच्चों का शिक्षित होना आवश्यक है। बाल संरक्षण से संबंधित समस्याओं पर प्रभावी रूप से कार्य करने के लिए ग्राम स्तर की बाल संरक्षण समिति बनायी गई है।इस कार्यक्रम में डीसीपीओ रितेश कुमार, संरक्षण पदाधिकारी, ओमप्रकाश, विकास चंद्र, चाइल्ड हेल्पलाइन के राजेश जी, नेहा सिंह, कर्मवीर , प्रखंड कर्मी एवं 400 के करीब बच्चियां उपस्थित हुई।
Nov 21 2023, 18:47