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पथरगामा मुख्य चौक स्थित नाले की सफाई पथरगामा मुखिया के द्वारा कराया गया l
गोड्डा संवाददाता
शंकर सुमन कुछ दिन बाद ही छठ महापर्व है इसको लेकर कमेटी के सदस्यों के द्वारा मुखिया को अवगत कराया गया था उन्होंने त्वरित संज्ञान लेते हुए इसकी साफ सफाई कराई l दुर्गा पूजा से ही लगातार नाला की सफाई को लेकर लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा l प्रखंड प्रशासन को भी इससे अवगत कराया गया पर किसी ने संज्ञान नहीं लिया l छठ महापर्व को देखते हुए पथरगामा मुखिया के द्वारा जेसीबी के माध्यम से नाले की कीचड़ को निकालकर ट्रैक्टर के द्वारा फेंका गया l कहा जाता है छठ महापर्व साफ सफाई का ही पर्व होता है और यदि कहीं गंदगी रह जाए तो फिर इस पर्व का महत्व ही फीका रह जाता है l सपीन नदी कमेटी के द्वारा पथरगामा चौक से लेकर पूरे नदी तक की सफाई कराई जाती है तथा कमेटी के द्वारा इसका पूरा ध्यान रखा जाता है की छठ व्रतियों को किसी प्रकार का परेशानी ना हो l। रास्ते में रहने वाले कंकड़ को भी सफाई कर हटा दिया जाता है l *पथरगामा न्यूज़ सभी लोगों से अपील करता है कि अपने आसपास होने वाले गंदगी की सफाई अवश्य करें*
लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर स्थानीय बाबाजी पोखर स्थित छठ घाट हुआ तैयार
लोक आस्था का महापर्व को लेकर जन कल्याण चैती दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष श्री संतोष कुमार महतो के साथ पूरा सदस्यगण सहित अन्य श्रद्धालुओं ने भी बढ़ चढ़ कर सफाई कार्यक्रम में भाग लिया। मौके पर जन कल्याण चैती दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष श्री संतोष कुमार महतो के साथ सोनू, अरविंद, सत्यप्रकाश, आनन्द बिहारी, बलराम, श्याम, विकास, अर्जुन, हीरालाल, दीपक, हृदय, मोहन, वकील, राजकुमार, छोटू संजीव, योगेंद्र, प्रभाष शील आदि उपस्थित रहें। इस पावन पर्व के मौके पर तुल्सीकिता मध्य विद्यालय से लेकर छठ घाट तक मोरंग भराई का कार्य किया गया ताकि छठव्रतियों को आवागमन में कठिनाई का सामना नही करना पड़ें। घाट पर कार्यालय, कपड़ा बदलने का जगह, स्थानीय गोताखोर सहित लाइटिंग और साउंड सिस्टम का व्यवस्था किया जा रहा है। ब्लीचिंग पाउडर, चुना आदि भी डाला जायेगा।
दीपावली को लेकर गोड्डा जिला प्रशासन की जिलेवासियों से अपील
गोड्डा संवाददाता शंकर सुमन
सुख एवं समृद्धि का प्रतीक "पावन पर्व दीपावली के अवसर पर समस्त गोड्डा जिलेवासियों को "दीपोत्सव" की हार्दिक शुभकामनाएं। आम तौर पर दीपावली में अतिशबाजी करके हर्षोल्लास व्यक्त किए जाने की परंपरा है। कई बार ऐसा देखा गया है कि हमारी छोटी सी असावधानी अथवा अति उत्साह में की गई अतिशबाजी जानलेवा साबित हुई है। स्मरण रहे कि "असावधानी ही हादसे को जन्म देती है। अतः "सुरक्षित एवं सुखद दीपावली-2023" हेतु दीपावली पूजा के दौरान समस्त जिले वासियों से अपील है कि दिए गए दिशा निर्देशों का अनुपालन किए जाए। *पटाखा विक्रेताओं के लिए दिशा-निर्देश :-* 1. प्रशासन के द्वारा पूर्व निर्धारित स्थल पर ही पटाखे की बिक्री करें। 2.पटाखा बिक्री से पूर्व प्रशासन एवं अग्नि शामन विभाग से अनुमति वा अनापति प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से लें। 3. बाजार, सड़क के किनारे पेट्रोल पम्प, गैर गोदाम, भीड-भाड़ वाले स्थानों पर पटाखे की बिक्री ना करें। 4. निर्धारित स्थलों पर उन्हीं पटाखों की बिक्री करे जो स्वास्थ्य तथा वातावरण को प्रभावित ना करें। 5. ऐसे पटाखों की बिक्री ना करे जिनकी ध्वनि स्तर की सीमा 125 डेसीबल से अधिक हो। 6. पटाखों के विक्रय कार्य में नाबालिग / छोटे बच्चो को न लगाएं। 7. पटाखों के पंडाल में प्रशिक्षित स्टाफ की देखरेख में प्राथमिक चिकित्सा किट अनिवार्य रूप से रखें। नोट:- जो भी पटाखा विक्रेता उपर्युक्त निर्देशों का पालन नहीं करेगा उन पर प्रशासन द्वारा उचित एवं विधि सम्मत कारवाई की जायेगी। आम लोगों के लिए दिशा-निर्देश:- 1. किसी भी स्थिति में अधजले पटाखे को दुबारा जलाने की कोशिश न करें, पटाखें जलाने के बाद 10-15 मिनट तक इंतजार करें तत्पश्चात उसे पानी की बाल्टी में डुबो दें। 2-निर्धारित स्थलों पर ही पटाखे खरीदें साथ ही साथ किसी अनुज्ञप्तिधारी विश्वासनीय पटाखा विक्रेता से ही पटाखे खरीदें।3. पटाखों को जलाने के लिए मोमबत्ती अथवा फुलझड़ी, लम्बी लकड़ी आदि का ही प्रयोग करें। 4.घनी आबादी अथवा भीड़-भाड़ वाले जगह, सकरी गलियां अथवा घर के अंदर कभी भी पटाखें ना जलाएं। पटाखों को एक-दो हाथ की दूरी पर रख कर ही अधजले पटाखें को कभी भी नजदीक से देखने का भूल ना करें। 5. आतिशबाजी हमेशा खाली स्थान पर ही करें। 6. बहुत अधिक आवाज करनेवाले पटाखे का उपयोग नहीं करे। 7. संभावित आग से बचने के लिए पानी से भरी बाल्टियों एवं कंबल तैयार रखें। *8 सड़क पर कभी भी पटाखें ना जलाएं क्योकि इससे कोई बड़ी सड़क दुर्घटना हो सकती है। 9. पटाखे को किसी भी ज्वलनशील पदार्थ जैसे पेट्रोल, डीजल, केरोसिन या गैस सिलेन्डर आदि एवं बच्चों की पहुँच से दूर रखें।10. आग से अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सूती के कपड़े का प्रयोग करें। नोट:- रात्रि के 10:00 बजे से लेकर सुबह 06:00 बजे के बीच तेज आवाज वाले पटाखें न जलाएं। किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए 100, एम्बुलेंस की सहायता के लिए 108 एवं जिला नियंत्रण कक्ष 06422-222002 नम्बर पर संपर्क करें।
गोड्डा में बाल संरक्षण एवं उसके विकास संबंधी विषयों पर किया गया जागरूक।
गोड्डा संवाददाता शंकर सुमन

गुरुवार को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, महागामा एवं मेहरमा में बाल संरक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों यथा बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी, बाल दुर्व्यवहार, बाल शोषण, ड्रापआउट, बाल संरक्षण से संबंधित सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से उन्हें आच्छादित करने संबंधित विषयों पर कार्यक्रम कर जागरूक किया गया। जहां कार्यक्रम की शुरुआत वार्डन द्वारा किया गया।इसी क्रम में प्रखंड कार्यालय महागामा व मेहरमा में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी के अभिभाषण से किया गया।डीसीपीओ रितेश कुमार ने कहा कि आर्थिक स्थिति से कमजोर वर्ग के लोगों एवं जोखिम परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि वे बाल तस्करी, बाल विवाह जैसी समस्याओं का शिकार ना हो सके। यदि आपके क्षेत्र में अनाथ, परित्यक्त एवं संकटग्रस्त परिस्थितियों में रह रह रहे जरूरतमंद बच्चे हो तो उसके विषय में ग्राम बाल संरक्षण समिति में चर्चा करें एवं विभाग को सूची उपलब्ध करावें ताकि उनकी सहायता की जा सके ।संरक्षण पदाधिकारी, ओम प्रकाश ने उपस्थित सभी बच्चों एवं अन्य को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के पालन पोषण एवं संरक्षण में माता एवं पिता की अहम भूमिका होती है। बच्चे सबसे ज्यादा करीब अपने माता पिता के होते है, अतः उनके साथ दोस्ताना व्यवहार करें। उनकी मनोभावना का सम्मान करें एवं उनके बातों को सुने। उन्हें अच्छे बुरे की पहचान करना सिखाये। बेटा बेटी को समान समझे। उनमे किसी तरह का भेदभाव न करे। श्री प्रकाश ने बेटियों को स्वर्ग की सीढ़ी बताते हुए कहा कि- बेटी है स्वर्ग की सीढ़ी, वह पढ़ेगी तो बढ़ेगी अगली पीढ़ी,उनके द्वारा अनाथ एवं अति जरूरत मंद बच्चो से संबंधित स्पॉन्सरशिप योजना के साथ साथ बाल विवाह से होने वाले दुष्प्रभाव के संबंध में भी जानकारी दी गई।नेहा सिंह ने सभी को पोक्सो के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही गुड टच बेड टच के बारे में बताया।विकास चंद्र ने उपस्थित लोगों को बताते हुए कहा कि बाल विवाह, बाल तस्करी, बाल मजदूरी आदि समस्याओं का निराकरण करना हम सभी का उत्तरदायित्व है। इसके लिए जनप्रतिनिधि, प्रशासन, विभाग एवं आमजन सभी को एकसाथ मिलकर काम करने की जरूरत है । जेएसएलपीएस के कर्मवीर जी ने कहा कि विकसित समाज के निर्माण के लिए बच्चों का शिक्षित होना आवश्यक है। बाल संरक्षण से संबंधित समस्याओं पर प्रभावी रूप से कार्य करने के लिए ग्राम स्तर की बाल संरक्षण समिति बनायी गई है।इस कार्यक्रम में डीसीपीओ रितेश कुमार, संरक्षण पदाधिकारी, ओमप्रकाश, विकास चंद्र, चाइल्ड हेल्पलाइन के राजेश जी, नेहा सिंह, कर्मवीर , प्रखंड कर्मी एवं 400 के करीब बच्चियां उपस्थित हुई।
झारखंड मजदूर कल्याण संघ का 17 वां स्थापना दिवस मीरा भवन गोड्डा में हुआ आयोजित
ोड्डा संवाददाता शंकर सुमन

गोड्डा नहर चौक स्थित मीरा भवन के सभागार में झारखंड मजदूर कल्याण संध का 17 वां सम्मेलन सह कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया. जिसमें राज्य भर के कोलियरी और अन्य असंगठित क्षेत्र से आये मजदूरों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर संघ के केंद्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक राजेश रंजन मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि मजदूर अपनी एकजुटता से अपने हक व अधिकार प्राप्त कर सकते हैं. इसके सभी मजदूर पहले अपना निबंधन कराएं साथ ही अपने अधिकारों को जानें. उन्होंने कहा कि झारखंड मजदूर कल्याण संघ का उद्देश्य ही उनका कल्याण के लिए आवाज उठाना है.इसके लिए राज्य भर में संगठन कार्य करती है. इस मौके पर पूर्व श्रम मंत्री झारखंड सरकार के एन त्रिपाठी ने कहा कि वे लगातार मजदूरों के हक के लिए लड़ते रहे हैं, कई बार प्रशासन का विरोध भी झेलना पड़ता है ,अगर हक पाना है तो इसके लिए लड़ना होगा. राज्य सरकार के बारे में उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों की गलत नीतियों के कारण सरकार की आलोचना होती है. उन्होंने कहा कि वे मजदूरों के हितों के लिए लगातार लड़ते रहे है और जरूरत पड़ी तो आगे भी लड़गे. अंत में पूर्व विधायक राजेश रंजन ने कार्यक्रम उपस्थित तमाम अतिथियों व गण व सम्मानित सदस्यों का स्वागत व अभिनंदन किया और समूह को सुप्रीम भेंट भी दिया। साथ ही कार्यक्रम में सफल संचालन करने हेतु सभी श्रमिक मजदूर संगठनों का उन्होंने अभिनंदन व स्वागत किया। मौके पर मनोहर सिंह, डॉक्टर राधेश्याम चौधरी ,कलीमुल्लाह परवाना, अर्जुन महतो, दिनेश यादव, अधिवक्ता विनय राणा, झारखंड मजदूर संघ केंद्रीय मीडिया प्रभारी शंकर सुमन, रामप्रीत शर्मा, सुमन राम ,विभूति राम, विनय सिंह, टुनटुन मंडल ,शशिकांत पोद्दार, रंजन झा ,सहित कई गणमान्य व सम्मनित सदस्य गण उपस्थित थे। वही मंच संचालन का कार्य डॉक्टर राधेश्याम चौधरी ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चों के द्वारा एक से बढ़कर एक संस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ था।
गोड्डा समाहरणालय स्थित डीआरडीए सभागार में SAAMAR अभियान अंतर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई
गोड्डा संवाददाता शंकर सुमन

समर अभियान के तहत् कुपोषित बच्चों एवं एनीमिया पीड़ित महिलाओं को किया जाएगा चिन्हित। मंगलवार को समाहरणालय गोड्डा स्थित डीआरडीए सभागार में जिले में कुपोषण एवं एनीमिया के निवारण हेतु “समर अभियान” का शुभारंभ किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती अनीशा कुजूर , जेएसएलपीएस के डीपीएम एवं बीपीएम, संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी ,सीडीपीओ, यूनिसेफ से न्यूट्रीशन कंसलटेंट श्री रूपक दीक्षित ,महिला पर्यवेक्षक तथा स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सक, एनजीओ पार्टनर सहित अन्य पदाधिकारीगण मौजूद रहें। समर अभियान से जुड़े मुख्य बिंदुओं की जानकारी देते हुए SCOE स्टेट कंसलटेंट सुश्री समिता के द्वारा इस अभियान के सफल संचालन से सबंधित जानकारियों को उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मियों के बीच साझा किया उन्होंने बताया कि समर अभियान के सफल संचालन के लिए सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं, स्वास्थ्य विभाग की एएनएम जेएसएलपीएस की सक्रिय महिलाएं, सभी महिला पर्यवेक्षिका व बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के द्वारा अपनी भागीदारी निभाई जाए।यह अभियान कुपोषण निवारण हेतु 1000 दिनों की अवधि का योजनाबद्ध अभियान है, जिनके तहत् अति गंभीर कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गंभीर एनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता व गर्भवती महिलाओं की पहचान की जायेगी। इन चिन्हित लोगो को उनके निकटतम आंगनबाड़ी केन्द्रो पर जांच की जाएगी और फिर आखिरकार कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गंभीर अनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता व गर्भवती महिलाओं का उपचार करवाया जायेगा। यह स्क्रीनिंग की प्रक्रिया प्रत्येक तीन माह पर दोहराई जायेगी।बैठक के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीशा कुजूर के द्वारा समर अभियान अन्तर्गत चिन्हित सैम, मैम, एनीमिक सस्पेक्टेड केस वाले लाभुकों को यथोचित लाभ प्रदान कराने के निमित्त नया कार्यप्रणाली तैयार करने का निर्देश दिया गया। साथ ही साथ इससे संबंधित कर्मियों को प्रखंडवार कैलेंडर तैयार कर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया, ताकि ज्यादा से ज्यादा सस्पेक्टेड केस की पहचान कर उनका ससमय उपचार कराया जा सके और जिले से कुपोषण एवं एनीमिया को जड़ से खत्म किया जा सके। उक्त कार्यक्रम के दौरान मास्टर ट्रेनर्स झारखंड राज्य पोषण मिशन द्वारा उपस्थित सभी MOIC, महिला पर्यवेक्षिका एवं उपस्थित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को समर अभियान के संबंध में संपूर्ण विवरणी एवं प्रशिक्षण दिया गया।
गोड्डा में शिल्प प्रदर्शन एवं जागरूकता कार्यक्रम
गोड्डा संवाददाता शंकर सुमन

वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार अन्तर्गत विकास आयुक्त हस्तशिल्प कार्यालय देवघर द्वारा पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, गोड्डा में तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शन एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। प्रथम दिवस आयोजन का उद्घाटन मुख्य अतिथि एसडीएम,गोड्डा बैद्यनाथ उरांव एवं प्राचार्य रजनीश कमल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अतिथियों का स्वागत सहायक निदेशक भुवन भास्कर द्वारा अंग वस्त्र और बांस शिल्प का स्मृति चिन्ह देकर किया। साथ ही इस तीन दिवसीय शिल्प जागरूकता कार्यक्रम के उद्देश्य को चर्चा करते हुए बताया कि इन तीन दिनों में वर्ग 6 से 12 तक के अध्यनरत सभी छात्र छात्रा झारखण्ड के पांच हस्तशिल्प यथा बांस शिल्प, डोकरा शिल्प, जादोपटीया लोकचित्रकला, मांदर वादयंत्र और गुड़िया एवं खिलौने के हस्तशिल्पियों द्वारा प्रशिक्षित होंगे एवं में भारत के समृद्ध हस्तशिल्प विरासत के प्रति जागरूक होंगे।कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एसडीएम ,गोड्डा बैद्यनाथ उरांव ने कहा कि हस्तशिल्प संस्कृति की पहचान है और ऐसे कार्यक्रम के आयोजन से निश्चित ही बच्चों के बीच झारखंड के सभ्यता और संस्कृति के प्रति रुझान बढ़ेगा। बच्चों को सिलेबस के अतरिक्त संस्कृति गतिविधियों में शामिल करने से सीखने के प्रति उनका मस्तिष्क ज्यादा सक्रिय होता है।प्राचार्य रजनीश कमल ने बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत हस्तशिल्प की विधा को शामिल करना है ताकि बच्चों में क्षेत्रीय हस्तशिल्प एवम अन्य संस्कृति गतिविधि की जानकारी मिल सके। निश्चित ही यह तीन दिवसीय जागरुकता कार्यक्रम अपने उद्देश्य में सफल होगा। प्रथम दिन वर्ग 6 से 8 तक 120 से अधिक बच्चों ने कार्यक्रम में भाग लिया। मौके पर प्रशिक्षण अधिकारी रवि जान रोशन, विकास कुमार, शिक्षकगण इफ्तिकार आलम, मनोज कुमार, मनीष कुमार एवं अन्य मौजूद रहे।
बाल संरक्षण मुद्दों पर गोड्डा के स्कूली बच्चों को किया जागरूक।


गोड्डा संवाददाता शंकर सुमन

शनिवार को ज़िला समाज कल्याण पदाधिकारी गोड्डा के नेतृत्व में ज़िला अंतर्गत अवस्थित एस. आर. पब्लिक स्कूल, पथरा रोड सरकंडा, गोड्डा में बाल संरक्षण एवं महिलाओं के खिलाफ हिंसा से जुड़े विभिन्न विषयों पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभी उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत विद्यालय के प्राचार्या आरती कुमारी एवं अन्य शिक्षकों द्वारा पुष्प गुच्छ देकर किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत विद्यालय के निदेशक श्रवण कुमार महतो द्वारा अपने संबोधन से किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित डीसीपीओ रितेश कुमार ने सभी बच्चों को मादक द्रव्यों का सेवन न करने सहित बाल विवाह के मुद्दे पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई एवं बाल विवाह के कारण तथा उनसे होने वाले दुष्परिणामों को बताया। सभी उपस्थित बच्चों एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए संरक्षण अधिकारी, ओम प्रकाश ने पालना योजना, फोस्टर केयर एवं स्पॉन्सरशीप योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सभी शिक्षकों से पेरेंट्स टीचर मीटिंग के दौरान उनके परिजनों से बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार बनाये रखने की अपील करने को कहा,ताकि वे बेझिझक अपनी बातों को साझा कर सके,परिवीक्षा अधिकारी राजेश गुप्ता के द्वारा किशोर न्याय अधिनियम 2015 तथा पोक्सो कानून के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।कार्यक्रम में डीसीपीओ रितेश कुमार, संरक्षण अधिकारी ओम प्रकाश, परिवीक्षा अधिकारी राजेश गुप्ता, विद्यालय के निदेशक, विद्यालय के शिक्षक प्रीतम, कृष्ण, कुंदन, चाइल्ड हेल्पलाइन के राजेश कुमार, नेहरू युवा केन्द्र के राजेश एवं विद्यालय के छात्र-छात्रा उपस्थित थे।
गोड्डा में भारत सरकार द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिल्प और बुनाई महोत्सव प्रदर्शनी में उमड़ रही है भीड़।
गोड्डा संवाददाता शंकर सुमन

गोड्डा जिला मुख्यालय के गोढ़ी स्थित विवाह भवन में विकास आयुक्त हस्तशिल्प, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिल्प और बुनाई महोत्सव के छठे दिन भगैया कि सिल्क साड़ी, दुमका की जादोपटीया पेंटिंग एवम डोकरा आर्ट मेटलवेयर प्रदर्शनी में काफी सुर्खिया बटोर रही है। दुमका से आई कलाकार बेबी देवी आदिवासी परंपरा और संस्कृति पर आधारित लोकप्रिय जादोपटिया पेंटिंग अंकित वाले बहुत ही आकर्षक टेबल क्लॉथ, सिल्क और कॉटन की साड़ियां, दुपट्टे,बेडशीट, रुमाल, बंडी,छतरी गांव एवं जंगलों के मनोरम दृश्य वाले वस्त्र बाजार में आने वाले आगंतुकों के लिए काफी आकर्षण एवं जिज्ञासा की विषय का बनी हुई है। 2008 से जादो पटिया पेंटिंग अंकित वस्त्रों की प्रदर्शनी एवं बिक्री कर रही बेबी देवी ने बताया कि जादो पटिया पेंटिंग आदिवासी परंपरा और संस्कृति पर आधारित है जिसमें आदिवासी मूल की रीतियों परंपराओं और देवता मरांग बुरु को इस आकर्षक दर्शनीय पौराणिक कलात्मक चित्रण के माध्यम से दर्शाया गया है। स्टॉल में आकर्षक फ्रेम किया हुआ देवता मरांग बुरु की तस्वीर लोगों को काफी आकर्षक लग रही है। इसके साथ ही आदिवासियों के जादो पटिया पेंटिंग की महत्ता और इतिहास के बारे में बेबी देवी शिल्प और बुनाई महोत्सव में अपने स्टाल में आए लोगों को बता रही है। बेबी देवी ने बताया कि आदिवासी मूल के लोगों के साथ-साथ अन्य लोग भी जादो पटिया की पेंटिंग अंकित उत्पाद को बहुत पसंद कर खरीद रहे हैं। वही, दुमका ज़िला से ही आए हरेज जादोपटीया लोगों को डोकरा कि इतिहास बता रहे है। उन्होंने बताया कि सिंधु घाटी सभ्यता में बनी नटराज की मूर्ति भी इसी तकनीक से बनाई गई थी। गौरतलब है कि इस महोत्सव में गोड्डा, दुमका , देवघर, धनबाद, हजारीबाग और साहेबगंज से कुल 25 हस्तशिप्ली एवम बुनकर अपने हस्तनिर्मित उत्पाद प्रदर्शित कर रहे है।
सुरक्षित बचपन खुशहाल जीवन अभियान के तहत् स्कूली बच्चों को किया जागरूक।
गोड्डा संवाददाता शंकर सुमन

सुरक्षित बचपन खुशहाल जीवन अभियान के तहत् बुधवार को गोड्डा ज़िला अंतर्गत बालिका उच्च विद्यालय एवं प्लस 2 विद्यालय परिसर में जिला प्रशासन द्वारा बाल विवाह तथा महिला के खिलाफ हिंसा विषयों यथा- बाल विवाह, बाल श्रम, बाल दुर्व्यवहार, बाल तस्करी, बाल अधिकार आदि पर एकदिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन से किया। वहीं उपस्थित डीसीपीओ रितेश कुमार ने सभी जनमानस को संबोधित करते हुए बाल संरक्षण से जुड़े विभिन्न विषयों के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि समाज के सभी लोगों के सहभागिता से ही बाल संरक्षण से जुड़े सभी समस्याओं का निराकरण हो सकता है। समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इसके लिए सामूहिक प्रयास करना होगा। उन्होंने बाल विवाह के संबंध में विस्तृत जानकारी दी एवं इसके दुष्परिणामों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक कुरीति है एवं इसके कारण शिशु व मातृ मृत्यु दर में काफी वृद्धि हुई है। बुधवार को गोड्डा ज़िला बाल विवाह के मामले में राज्य में तीसरे स्थान पर है जो चिंताजनक है। बाल विवाह कानूनन अपराध है, जिसमे दोषी को एक लाख का जुर्माना और दो वर्ष का कारावास का प्रावधान है।परिवीक्षा अधिकारी राजेश गुप्ता ने सभी बच्चों को पोक्सो कानून के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने यह कानून 18 वर्ष से कम उम्र के बालक-बालिकाओं को सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया है।इस कानून के तहत किये गए,अपराध के अनुसार अलग अलग आजीवन कारावास के सजा तक का प्रावधान किया गया है। इसके अलावे उन्होंने बाल विवाह से जुड़े कुछ,सवालों के जवाब भी दिया तथा उनके द्वारा भी बाल विवाह से संबंधित सजा एवं अन्य प्रावधान के बारे में बताया गया। संरक्षण अधिकारी ओम प्रकाश ने इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा दिनांक 31 अक्टूबर से 14 नवंबर तक बाल विवाह एवं महिलाओं के खिलाफ हिंसा के विरुद्ध विभिन्न स्तरों पर जागरूकता कार्यक्रम करने एवं मीडिया के संवेदीकरण करने का कार्यक्रम रखा है। साथ ही उन्होंने बच्चों को सहभागिता के अधिकार को समझाते हुए कहा कि घर के फैसले में बच्चों की सहभागिता भी सुनिश्चित करें। साथ ही बच्चों के सुरक्षा घेरा एवं शिक्षा से विकास के महत्व को बताया और कहा कि- "लड़की को अगर पढ़ाओगे, तो अपना ही नहीं देश का भी स्वाभिमान बढ़ाओगे"। इसके अलावे चाइल्ड हेल्पलाइन 112/1098, स्पॉन्सरशिप योजना, आदि की जानकारी दी।जागरूकता कार्यक्रम में डीसीपीओ रितेश कुमार,संरक्षण अधिकारी ओम प्रकाश, परिवीक्षा अधिकारी राजेश गुप्ता, प्रधानाचार्य विजय कुमार, मो0 ज़ियाउद्दीन, शिक्षक अंशिका कुमारी, पूजा रानी, मधुलता, प्रीति प्रिया, गरिमा, जयराम प्रसाद, नसीम अख्तर, चाइल्ड हेल्पलाइन के राजेश कुमार एवं विद्यालय के छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।