*सात माह में सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने पहुंची 9026 प्रसूता*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिला प्रशासन की सख्ती के बाद सरकारी अस्पतालों में प्रसव का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, सात महीने में सरकारी अस्पतालों में 9026 हुए। वहीं इस दौरान निजी अस्पतालों में 1252 प्रसव हुए। जनपद की आबादी 20 लाख है। जिले में हर महीने औसतन एक हजार प्रसव होता है।
यहां पर तीन बड़े अस्पताल है। इसमें महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय, महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय और शौ शैय्या अस्पताल में हर दिन बड़ी संख्या में मरीज पहुंचते हैं। इसके अलावा ग्रामीण इलाके में छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 17 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है।
शासन की मंशा के अनुरूप सरकारी अस्पतालों में प्रसव को बेहतर इंतजाम किए जाते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग कर्मियों की मिलीभगत के कारण तमाम प्रसव निजी चिकित्सालयों में पहुंच जाते हैं। इसको लेकर जिला प्रशासन तक लगातार शिकायतें मिल रही थी। जिला ने सख्ती दिखाई।
सरकारी अस्पतालों में प्रसव का आंकड़ा बढ़ाने का निर्देश दिया। जिला प्रशासन की सख्ती का असर है कि बीते सात महीने में सरकारी अस्पतालों में प्रसव में तेजी आई है। अप्रैल से अक्टूबर माह तक सरकारी चिकित्सालयों में कुल 9026 प्रसव कराए गए हैं।
वहीं अगर निजी अस्पतालों में प्रसव की बात करें तो इन सात महीनों में निजी अस्पतालों में 1252 प्रसव हुए हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में लगातार सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
इसके अलावा गांव-गांव जाकर एएनएम व आशकर्मी महिलाओं को प्रेरित कर रही है। इससे आंकड़ों में सुधार हुआ है। आंकड़े और भी बेहतर होंगे।
Nov 14 2023, 15:25